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  • 5 hours ago
संघर्ष की कहानी, ज‍िसे सुनाते हुए रो पड़े थे Dharmendra

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00:00बॉलिवुट के ही मैन धर्मेंद्र ने अपने संखर्ष और महनत से हिंदी सिनेमा में अपनी अलग पहचान बने
00:06पंजाब से मुंबई तक का उनका सफर कठनाईयों से भरा था जहां उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया
00:13पंजाब के जाट परिवार से आने वाले धर्मेंद्र फिल्म फे टालेंट कॉंटेस्ट जीत कर मुंबई बहुचे थे
00:19फिल्मों में काम करने का सपना लेकर धर्मेंद्र मुंबई तो आ गए लेकिन उनके पास वहां रहने और खाने के लिए पैसे तक नहीं थे
00:27एक बार उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी सुनाई थे
00:30मुश्किल दिनों को याद करते हुए वो भावुग भी हो गए थे
00:33उन्होंने इस दौरान बताया था कि कई राते उन्होंने गैरेज में सोकर और भूखे पेट गुजारी
00:39पैसे कमाने के लिए उन्होंने पार्ट टाइम ड्रिलिंग फॉर्म में काम करना शुरू किया जिसके लिए उन्हें 200 रुपए मिलते थे
00:46संघर्ष के दिनों को याद करते हुए उन्होंने एक दफा कहा था कि वो पुल के किनारे बैठ कर सोचा करते थे
00:52कि क्या वो कभी आक्टर बन पाएंगे लेकिन 1960 में दिल भी तेरा हम भी तेरा से मिला पहला मौका उनके जीवन का मोड साबित हुआ
01:01फिर उन्होंने कभी पीछे मुड कर नहीं देखा और करीब 300 फिल्मों में अपनी महनत और सादगी से इतिहास रच दिया
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