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दस्तक: बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र का निधन, फिल्म जगत में शोक का माहौल
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00:00ये बसकार आप देख रहे हैं आज तक आपके साथ मैं हूँ सहीद अनसारी स्वागत है आपका रात के दस बज रहे हैं आज तक पर आप देख रहे हैं दस तक और आज दस तक में बात बॉलिवुड के उस कलाकार की जो अब हमारे बीच में नहीं है जहां सिल्वर स्क्रीन का
00:30आज धरम पाजी को शद्धान जली दे रहा है छे दश्कों का फिल्म करियर धर्मेंदर की जंदगी की एक पूरी माला पिरोए हुए है जिसका एक एक मोती धर्मेंदर की जंदगी के हर एक पहलू को बया करता है धर्मेंदर भले ही दुनिया से चले गए हूँ लेकिन धर्मे
01:00जाती है जाते हुए पता नहीं कहां ले जाएंगे कौन ले जाएगा कैसे कौन साथ ले जाएगा और आज धर्मेंद्र हमारे बीच नहीं है लेकिन साइंस के दिलों में धर्मेंद्र पल पल रहेंगे
01:30अभी तो कच्छे कहां नहीं अभी तो कच्छे सुना नहीं अभी जाओ छोड़कर के दिल अभी बारा नहीं
01:44पल पल दिल के पास धर्मेंद्र की मशूर रोमेंटिक फिल्म ब्लैक मेल का गाना है
02:031973 में आई बॉलिवुड के इस फिल्म के गाने को किशोर कुमार ने गाया लेकिन धर्मेंद्र की फिल्मों के गीतों से ये अमर गीत
02:12साल 1973 में धर्मेंद्र अपने गरियर के बीग पर थे और उन्हें हर जॉनर की फिल्म में आफर हो रही थी
02:26वहीं एक्टर भी बिना सोचे समझे अलग-अलग कहानी को एक्सपीरियंस करना चाहते थी
02:32इसी दोरान उन्हें फिल्म ब्लैकमेल के लिए साइन किया गया जो कि सूपर हिट रही थी इस फिल्म के सभी गानों ने रिकॉर्ड तोड़ा था
02:4452 साल बाद भी आज जब ये गीत बचता है तो धर्मेंद्र के किस्सा गोई शुरू होती है
02:50और आज जब धर्मेंद्र का पार्थिव शरीर अंतिम सफर पर निकला तो पूरा बॉलिवुट अपने हीरो को अलविदा कहने के लिए चला है
03:06मुंबई के विले पारले शमचान घाट पर धर्मेंद्र का अंतिम संसकार किया गया
03:12हेमा मालनी अपने पती धर्मेंद्र को आखरी सफर पर विदाई देने पहुँची
03:17तो बेटी ईशा देओल भी भावक पलों को समेटे हुए दिखाई थी
03:21धर्मेंद्र के बेटे सनी दियोल और बॉबी दियोल जो हमेशा ये कहते थे
03:27कि उनके लिए पापा से बढ़ कर कुछ भी नहीं
03:30आज उन्होंने अपने पिता धर्मेंद्र के नम आखों के साथ विदा किया
03:34मेरे पापा से बढ़ कर कुछ और नहीं है
03:38मैं या हूँ मेरे पापा के वज़ास से
03:41He is the best
03:46अमिताब बच्चन और अभिशेक बच्चन धर्मेंदर को शद्धानजली देने आए
03:54धर्मेंदर को शद्धानजली देने के लिए
03:56शारुक खान विले पारले शमचान घाट पहुँचे
03:59तो अभिनेतरी पूनम धिलन धर्मेंदर के घर उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पहुँची
04:03अक्टर गोविंदा अंतिम संसकार में शामिल हुए
04:06तो रणवीर और दीपिका पादुकोंड भी अंतिम संसकार में शामिल होने के लिए पहुचे
04:11करन जोहर ने बॉलिवूट के धर्म पाजी को ये लिखकर शद्धानजली दी कि एक युक का अंत
04:17जबके डायलोग राइटर और सल्मान खान के पिता सलीम खान भी धर्मेंदर के अंतिम संसकार में शामिल हुए
04:24आमर खान भी धर्मेंदर के अंतिम संसकार में विले पारले शंचान घाट पहुचे
04:29धरम पाजी का एक वीडियो आज भी सोशल मीडिया पर घूम रहा है जब उन्होंने एक शेर पढ़ा था
04:59धरमेंद्र अक्सर शायरी करते थे उन्होंने अपनी शायरी और शायरी के किस्से आज तक को भी सुनाए थे
05:09बात ये दिल की तेरी मेरी जिस दिल ने सुनी उस दिल ने कहा कब इसने सुनी चुपके से कह दी
05:18दिल की हर दिल को छूगई दिल ने दिल से जब भी दिल की कह दी
05:24होती है तारीफ एहमियत की इंसानियत की मगर कदर होती है
05:29तरजी ना दे ओहदे को इंसानियत पर बंदे पर खुदा की तब ना दर होती है
05:35धर्मेंद्र ने 89 साल के उम्र में दुनिया से अलविदा कह दिया
05:40धर्मेंद्र ने अपने 60 साल से जादा के करियर में
05:44जबरदस्त एक्शन फिल्मों से लेकर दिल छू जाने वाले
05:47और रोमेंटिक किरदारों से दर्शकों का दिल जीता है
05:50कभी वो कॉमेडी हीरो बन कर आए तो कभी उन्होंने लोगों को रुला तक दिया
06:01कॉमेडी के बारे में धर्मेंद्र एक बड़ी बात कहा करते थे
06:04वो कहते थे कि कुछ डायलॉक्स या फिर कॉमेडी बिना डायरेक्टर के बताए
06:09यानि सीन में नहोने के बावजूद भी कर देते हैं
06:12पानी तंकी के सीन में सच में बहुत ज्यादा इंप्रोवाइजेशन था आपकी तरफ
06:20आई लब कॉमेडी तो उसमें बहुत इंप्रोवाइजेशन हो जाती है
06:24कई दवत मैं ऐसी लाइन बोल जाता हूं सामने वाला विनोध खना पाजी अब क्यों देजना इन में आपका क्यों नहीं मिला
06:31मैं यार सॉरी में लाइन भूल गया फिर क्यों देने के लिए ठीक करता था
06:35अपने करियर में धर्मेंद्र ने करीब 300 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया आठ दिसंबर उनकी 35 को जन में धरम सिंग दियोल ने
06:441960 में फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से अपने फिल्मी सफर के शुर्वात के उनके लुक्स अपनी ऑन स्क्रीन अपीरेंस और अपने स्वभाव से वह हमेशा देशी नहीं बलकि विदेशों तक में मशूर रहे अभी ने ऐसा कि जिसने धर्मेंद्र को देखा वो खुद
07:14किसी ने प्यार से बिल्कुल नहीं नहीं किसी को चोट लगी तो अरे इसको संभालो यार किसी ने कुछ को बोला तो वो भी हो जाता है तो इसको कितना बैलेंस करना है अपने किरदार के हिसाब से वह मैं कर लेता हूँ
07:361960 और 70 के दशक में धर्मेंद्र सूपरस्टार बने और मीना कुमारी आशा पारेख और हेमामाली समेथ कई बड़ी अभिनेतियों के साथ उन्होंने रोमेंस किया और रोमेंटिक फिल्मों के जरिये वो दर्शकों के लिए रोमेंस के बाच्शा भी बने
07:51तो वहीं बंदनी, भूल और पत्थर और अनुपमा जैसी फिल्मों ने एक अभिनेता के रूप में एक नहीं पहचान दे
07:59लेकिन धर्मेंद्र कहते थे कि उन्होंने सेंस ओफ रिस्पॉंसिबिलिटी कभी नहीं छोड़ी
08:04धर्मेंद्र की पहली फियटकार खरीदने का किस्सा भी बहुत मशूर है
08:34अभिवाएंद्र की फिल्मों में सबसे अध्वर उनका डांस होता था और हमेशा धर्मेंद्र के डांस और उनके डांस स्टेप्स बोलीवुड में
08:45कॉमेडी भी बने और चर्चा का विशय भी बने ये आपके लिए कोई डांस मास्टर कोई खोरेग्राफ करके जा देते हैं या आपको छोड़ देते थे बस नहीं मुझे छोड़ के छोड़ तो नहीं जाते हैं तो मैं बोला कि
09:02स्टेप मैंने कहा करना फोर में वहां जाम करके चला जो बीच के खाज़ूं तो आपको कहते हैं धर्मेंद्र की परसनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने दो शादियां की पहली शादी उनकी प्रकाश कौर से हुई थी इस शादी से उन्हें चार बच्चे हैं सणी द्योर �
09:32हेमा मालिनी से उनकी दो बेटियां हैं इशा देउल पर अहाना देउल हिंदी सिनेमा के इतिहास में जो लोग प्रियता धर्मेंद्र को हासिर हुई है वो बहुत कम लोगों को होती है तब ही तो विले पारले शमचान घाट के बाहर फैंस की भीड लग गई कई पैंस रोते
10:02रुप Ehle पर नए नए आया मस्तापित किये फिल्मों में धर्मेंद्र ने जतने किरदारों को जिया हर किरदार की कहानी अपने आप में एक मिसल है चाहे रोमेंटिक हीरो का किरदार हूँ चाहे एक्शन हीरो का या फिर हास से अभिनیता का रूल ही क्यों ना हो
10:18धर्मेंद्र हर करदार में एक दम फिट बैठे और सब को उन्होंने बखूबी निभाया
10:24धर्मेंद्र के अदाकारी इतनी सहज और बहुमुकी थी
10:28कि छे दशकों तक दर्शकों के दिलों पर धर्मेंद्र ने राज किया
10:32हर फिल्म से सिनिमा जगत पर एक अलग अपनी चाप धर्मेंद्र ने छोड़ी
10:38पल पल दिल के पास तुम रहती हो जीवन मीठी प्या ये कहती हो
11:01सिल्वर स्क्रीन का दौर बदला सूपर स्टार बदले लेकिन छे दशकों की सिनिमाई करियर में
11:20निभाए गए किरदारों से धर्मेंद्र हमेशा दर्शकों के दिल के करीब रहे
11:24एक बार रिष्टा जुड़ा तो फिर कभी तूटा ने
11:27सोचिए 1960 में पहली फिल्म आई दोजार चौबीस में आकरी फिल्म रिलीज हुई
11:3265 साल के करियर में सिर्फ चंद ऐसे साल आपको मिलेंगे जब नई फिल्म रिलीज नहीं हुई
11:40बहुत कम लोगों को पता है कि 1960 से 2005 तक यानि 45 साल तक हर साल फिल्म में रिलीज धर्मेंद्र की होती रहा
11:48सिर्फ 2005, 2006, 2008, 2009, 2010 और 2012 के साथ 2019 ऐसा साल रहा जब कोई फिल्म धर्मेंद्र की नहीं आप
11:59यहाँ तक ही काई फिल्मों की शूटिंग चल रही थे, एक्टिंग को लेकर अपने इसी जुनून को धर्मेंद्र अपनी सपलता की सबसे बड़ी सीड़ी मानते थे
12:08मैंने शूटिंग नहीं की कभी जिन्दगी में अती नहीं आती नहीं आए, मैं नेचरल परसन, अगर मैं उसमें कुछ
12:19एक मुख्तलिफ कर सकूँ एक दूसरे से, तो एक बड़ी बात होती है, this is an achievement what I feel, कुछ सीखा मैंने, acting तो मैंने हमेशे कहता हूँ, मेरी महभूबा है, मेरा profession नहीं है, I love it
12:34धर्मेंद्र के दिल और दिमाग में अभिनेता बनने का सपना जाना, सपने को आकार देने के लिए 1958 में, फिल्म पेर टैलेंट हंड के जरीय किस्मता आजमाई, यहीं से पंजाब के लुध्याना में रहने वाले धर्मेंद्र को बॉलिवुट का टिकट मिला, लेकिन धर्म
13:04दिलिप कुमार कामिनी कौशल और मदुबाला के साथ यह रोमेंटिक सीन कर रहा है, मैं कब करूंगा, क्या यह सही है?
13:10मैं वज़त तारी हो जाता उनको देखकर लगता था, यह क्या है यार यह अब सराएं, यह हसीनों जमील शहजादे क्या यार, कहां रहते हैं, वहां चला जाओं, तो इस तरह से सूचता था, तो इस पर मैं कहना चाहूंगा कि मैं नौकरी करता, साइकल पर आता जाता, फिल
13:40अरे वाह, तो ऐसी था, दिलीपकुमार को देखके मेरे दिल में पैदा हुए, तो इसमें कोई ऐसी बात नहीं होती है, हम कुछ तो इंस्पिरेशन होती है, और यह नहीं मालम था मेरे अंदर एक्टर का कीड़ा पैदा हो चुका है, तेकर इंस्पिरेशन बहुत बड़ी �
14:10कपूर और देवा नंसरी के कलाकारों का बोलवाला, ऐसे में अपनी एक अलग पहचान बनाना बहुत मुश्किल थी, लेकिन धरमेंद्र ने अपनी दमदार अदाकारी बॉल्यूड में ऐसी निभाई कि नई लकीर खीची, स्टार्डम की वही लकीर, जो 2024 में रिलीज हु�
14:40धरमेंद्र के फिल्मी सफर नामे को देखें, तो पूरा करियत तीन हिस्सों में नजर आता है।
15:10किर्दार में आउतार में नजर आए। नए जनरेशन की कलाकारों के साथ कदमताल करते दिखें।
15:40का मतलब है एक्शन, एमोशन, ड्रामा और इंटर्टेंडमेंट तो धरमेंद्र एक वर्स्टाइल एक्टर गए। जिन्होंने अपने हर किरदार को अमर बनाया। किरदार के हिसाब से खुद को ऐसा ढाला कि दर्शक रियल और रील का फर्क भूल गए। शुरुवाती द�
16:10यह फिल्म घष्टाचार के मुद्दे पर बनी और अब तक बॉलिवड में करप्शन को लेकर जितनी भी फिल्में बनी उनमें सबसे आगे धर्मेंद्र की सत्यकाव इस फिल्म का एक डायलोग आज तक हर जुबान पर है।
16:20कि समझ होता ही घष्टाचार का दूसरा नाम है धर्मेंद्र की फिल्म पाप को जलाकर राह कर दूँगा समाजिक मुद्दे पर बनी एक और फिल्म है जिसने समाज में धहेज प्रथा जैसी कुरीती पर सीधी चोड़ दी तो फिर वही बात अरे भाई मजदूरों को अगर
16:50मजदूर अडालत में जा सकता है अपने लिए लिए वकील खड़ कर सकता है लक्तिसेटेह के मधाबले में महीन और दूबरसों किसलर सकते है कई अपने सेकी बाहता कर केंगे, तुम कहना क्या चाहता हूँ. हमारी अधालत में कितनी निस्पाख्ष, कितनीकि इमपार्शक्
17:20स्टार का तमखा नहीं लगा धर्मेंदर ने कभी सुपरस्टार की परवा भी नहीं की क्योंकि उनका स्टारडम किसी भी सुपरस्टार से कम नहीं था धर्मेंदर ने अपनी फिल्मों से अपना लोहा मनवाया लेगिन ये भी सच है कि फिल्म दुनिया का कोई बड़ा आवा�
17:50बॉलिवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई।
18:20बॉलिवुड की टॉप तीन फिल्मों में दो धर्मेंद्र की रहे।
18:50कौन सी एक ऐसी फिल्म जो तीनों की फेवरेट हो।
18:53इसलिए है के रिवेंज पिक्चर थी।
19:09मेरे मावा को मार दिया था पुलिस वाले को डिकैट में और मैं रिवेंज पे निकला हूँ।
19:16और थ्रूआउट दप माई जर्नी मैं लोग हंसते गए मैं नहीं हसा रहा था।
19:23रहा था। मेरा किरिय केरदार जो था ता मेरा जो दास्ता था उसमें सिचेशन ऐनाव जिए लिए लेकिन जब
19:38जब धरमेंद्र की फिलमों की बात हम करते हैं
19:41तो उसमें शोले का नाम टॉप पर आता है
19:43और शोले के नाम आते ही
19:45जए और वीरू की जोड़ी की चरचा भी आप जाता है
19:49ज़हां रुपले पर द धरमेंद्र उमिताब बच्चन की जोड़ी
19:52ने कई सुपर हिट फिल्में दी लेकिन परदे पर जब वीरू और जय आए तो लोगों के दिलों दमाग पर ऐसे चाहे कि जैसे कल ही की बात
20:02आज मैंने बहुत बड़ा फैसला किया है मैं बताओं तेरा बहुत बड़ा फैसला तू बसंती से शादी करना चाहते है
20:28अरे वा वा वा तू मेरा सचा यार है एक यार ही यार के दिल की बात जान सकता है शादी के बाद एक घर होगा गर तो तेरा होगा एक बीवी होगी तेरी होगी साथ आठ बच्चे होंगे तेरे होंगे पर चाटा ताटा तू तुम ही बोलेंगे ला
20:43साल 1975 में धर्मेंद्र को एक ऐसा स्टार्डम मिला जिसके लिए उन्होंने लंबे वक्त तक इंतजार किया
20:59जी हां इस साल धर्मेंद्र फिल्म शोले में नजर आए
21:12तो क्या साल इंतिजाब हो चुका है इस बात निशाना खाले नहीं जाएगा इस तौल जेल में आ चुका है इस तौल जीन में आ चुका है हां बस दो चार दिन में ही जेलर और उसकी तासु सगो गबबर सिंग को पकड़ना है वो भी जिन्दा थाकू साब
21:40शोले के साथ धर्मेंद्र के विरासर नई उन्चाईयों पर पहुंची जहां वीरू का उनका करदार बॉलिवुट की जुबा पर आगे
21:52और यहीं से धर्मेंद्र को एक नया नाम मिल गया वीरू
22:03धर्मेंद्र ने बहुत सारे बड़े कलाकारों के साथ काम किया
22:20लेकिन शोले में धर्मेंद्र और अभिताब बच्चन की जोडी बनी तो जै वीरू के नाम से सूपर डूपर हिट हो गई
22:27और इसने बॉक्स ओफिस हिला कर रख दिया
22:30क्या आपको पता है कि फिल्म शोले में रमेश सिप्पी से कहकर धर्मेंद्र ने अमिताब बच्चन के नाम की सिफारिश की थी
22:55और अमिताब बच्चन इस बात को कभी नहीं भूलेंगे
22:57आईफा के मंच पर अमिताब बच्चन इसका जिक्र किया तो धर्मेंद्र ने दोनों तरफ टेल वाले सिक्चे की भी यादे ताजा कर दूँ
23:10और अमिताब चुच्चन इस विए नहीं ओर्म जी भूलेंद्र हाई श्चन इस अिलियू आखा को प्रॉट्वार्टत्स एस ने भी पर दोन आजबर्में मुंबाइ अपर्ट्स
23:40और फो झाशो प्रेजा और वीज on the most wonderful human you can ever come across
23:45I want to share a very deep secret about the Mg and myself if it wasn't for Dharamji
23:54I would never have been working with him in the film surely it was he that
24:02recommended my name for the film surely and it was because of his insistence that
24:07that Mr. Ramesh Sipi took me in that firm.
24:37लेकिन एक ऐसा सिक्का जे में रखता है जिसकी हैड और टेल एक होती है।
24:45मुझे एवार्ड गाहे बगाहे मिलता है।
24:50लेकिन जब भी मिलता है मेरे चाहने वाले ये कहते हैं
24:54कि धर्मेंदर ये एवार्ड तुम्हें नहीं यहामें मिला है।
24:58आज भी ये आवाड आपी के नाम है
25:01लेकिन अब अमिता बच्चन के दोस्त वीरू इस दुनिया में नहीं रहे
25:14और जब धर्मेंद्र को अंतिम विदाई देने के लिए अमिता बच्चन शमचान पहुँचे
25:19तो एक दोस्त को हमेशा हमेशा के लिए विदा कहते वक्त भाउक हो गए
25:24धर्मेंद्र और अमिताब बच्चन की दोस्ती इतनी अच्छी थी कि दोनों को जै भीरू कहा जाने लगा था
25:34लगभग पचास साल पहले चुपके चुपके
25:49और फिल्म शोले में दोनों की जोड़ी जबरदस्थ हिट हुई
25:52दोनों ही फिल्में एक ही साल यानि साल 1975 में रिलीज हुई
26:00पहले अप्रेल 1975 में चुपके चुपके आई और फिर 15 अगस्त 1975 फिल्म शोले रिलीज हुई
26:19लेकिन बॉलिवुड में शोले मील का पत्थर बन रही हुई
26:26कि यह रहां पिस्ता हुई
26:41कौन बनेगा गरोडपती के सेट पर भी धर्मेंद्र और अमिताब बच्चन की जोड़ी नजर आई
26:50और यहां धर्मेंद्र ने अपनी दोस्ती के किस्से भी बताई
26:54बहुत बहुत बहुत भागत आपका धर्म जी हमारे इसकारिक हमें
26:59मेरा जय मुझे बुलाए और मेना हूँ
27:03दोस्ती किस बात की यह दोस्ती हम भर्गिस में तोड़ेंगे
27:11धर्मेंद्र बिगदी को अपना चोटा भाई कहते थे
27:27धर्मेंद्र और अमिताब ने भी एक दूसरे का साथ हमेशा निभाया
27:31अमिताब को धर्मेंद्र अमित कहकर बुलाते थे
27:34फिल्मेंद्र विल्म शुले में धन् ओगोडी थी या घोड़ा था
27:43चापने ध्यान ही निए नए ध्यान दिया हूँ ना मैने ध्यान दिया
27:50लेकिन नाम से अगर जा तो गोड़ी होना चाहिए
27:55अतुरएक्ट
27:56अपनी कलम से लिख हुए कलम खुद со
28:01आशार है नहीं आता खुद को भी यकीं शायर इसलिए कि जमाने को भरोसा है धरम शायर हो सकता नहीं
28:08सब्सक्राइब की बहुत बड़ी फैन हूँ और सब्सक्राइब यह मानना है कि आजकल के जनरेशन में भी आप जितना हैंसम
28:17कोई भी नहीं है और नहीं कभी कोई होगा यह पानी तो नहीं पानी नहीं है पिछले दिनों जब भरमेंदर की तवियत खराब हुई थी
28:41तो अपनी शूटिंग और व्यस्त दिंचर्या से उन्होंने वक्त निकाला और तुरंट उनसे मिलने गए
28:46खुद कार चलाकर अपने बड़े भाई और दोस्त धर्मेंदर को देखने के लिए अमिताब बच्चन पहुँचे थे
28:53आपको बता दे कि जब धर्मेंदर 75 साल के हुए थे तो अमिताब बच्चन ने उनके लिए 75 वर्ष और जीने की प्रार्थना की थी
29:01आज के इस शुब अफसर पे मैं धर्म जी को सबसे पहले बढ़ाई देना चाहता हूँ
29:0675 वर्ष उननों अपने जीवन के पूरे कर लियें
29:10और मेरी यह उमीद है और मैं जानता हूँ कि आप सब की यही उमीदे होंगी
29:14कि 75 वर्ष और जीएं और इसी तरह की फिल्मों में काम करते रहें
29:18सीनियर एक्टर होने के साथ साथ धर्मेंदर उम्र में भी अमिताब से बड़े ही थे
29:25रिशिकेश मुखर जी की फिल्म चुपके-चुपके के सेट पर अमिताब और धर्मेंदर की दोस्ती शुरू हुई थी
29:30फिल्म के सेट पर पहले अमिताब धर्मेंदर को बड़े एक्टरस की तरह सम्मान देते थी
29:35लेकिन जब धर्मेंद्र ने अपने देशी अंदाज में अमिताथ को छोटा भाई कहा और उनसे दोस्ती का हाथ बढ़ाया
29:41तो बस फिर इसी फिल्म के सेट से दोनों की यारी शुरू हो गई
29:45आज तक ब्यूरू
30:00वैसे तो धर्मेंद्र और अमिताथ बच्चन की जूड़ी सिर्फ तीन फिल्मों में साथ नजर आई
30:08लेकिन तीन फिल्मों ने ही दोनों की जूड़ी को रुपहले पर्दे की सबसे सुपर हिट जूड़ी बना दिया
30:13शूले में जय और विरू की जूड़ी इतिहास बन गई लेकिन धर्मेंद्र और अमिताथ की जूड़ी सिर्फ सिल्वर स्क्रीन तक सीमित में ही रही
30:21निजी जीवन में भी अमिताथ बच्चन ने धर्मेंद्र को अपना गुरू माना
30:26बहुत कम लोगों को ये पता है कि धर्मेंद्र के कारण से ही अमिताब को शोले फिल्म में जै का रोल मिला
30:33आखर धर्मेंद्र और अमिताब बच्चन का रिष्टा कैसा था आईए हम आपको दिखाते हैं
30:56सिल्वर स्क्रिंग पर जै और वीरू की जोड़ी पचास साल बाद भी सुपर डूपर हिट है
31:01जोड़ी का दम ओन कैमरा भी दिखा और आफ कैमरा भी
31:05धर्मेंद्र और अमिताब की परसनल बॉंडिंग गजब की रही दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम किया
31:21लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा शोले की होती है यह वही फिल्म है जिसमें अमिताब बच्चन ने जै की भूमिका निभाई और धर्मेंद्र ने वीरू की भूमिका
31:29जै और वीरू की जोड़ी को लेकर एक अंसूनी कहानी के बीसी में धर्मेंद्र ने सुनाई थी
31:34कि अप्प्यूटर जी अरे वीरु भाई साथ से बात करा हमारी इस प्राइब करता हूं आपको और अम लोग सब यहां आए हुए है कैसे हो जये मैं बस आपके बिना यहां पर बहुत वीरान महसूस कर रहा था तो अमने का बात हो जाए एक बार तो अच्छा रहे हैं आए नह
32:04अरे डिरेक्टर साहब कैसे हैं आप मिसिंग यू आप जंडा आपने पहरा दिया यह हैं आप लोगों के बगार नहीं होता आपके बारे में पूछ रहे हैं बसंते जी कैसे लग रहे हैं बहुत मुश्कुल क्रेश्चिन थो पहले तोड़ डर लग रहा था अभी तोड़ा
32:34यह को पीम है हमारी यह तो हमर है लोग हमेशा याद रखेंगे याद है मैं अठाइस मील पैदल कला गया था लोकेशन पर दर्मेंदर के सबसे मशूर फिल्म रही है शोले जिसे आज की पीड़ी के लोग भी देखते हैं देखना पसंद करते हैं शोले बनाने वाले शोले क
33:04गमगीन हैं लेकिन आपने हमारे लिए समय निकाला बहुत दन्यवाद रबेश जी धर्मेंदर जी के बारे में ऐसा कुछ जो आपको हमेशा याद आता है और वो धर्मेंदर जी की यादों में आपको लिए जाती हैं ऐसी कुछ बाते
33:21बहुत खुबसरत इनसान थे और आज नहीं हैं ये सुनकर बहुत दुख हुआ हम गए थे बहुत से लोग और भी से आपने कवर भी किया होगा जी
33:44आज बहुत मुश्किल हो रही है ये कहने में समझ सकते हैं हम कि बहुत से यादें तगरा रही हैं एक दूसरे से
34:01काम तो बहुत उमदा किया उन्होंने मेरे साथ दोनों फिल्मों में और विल्कुल ओपन हार्टिल आदमी थे जी
34:21और जिस तरह उसीन एक बार सुनकर अपना लेते थे और अपने ही अन्लाज में उन्हें उगर के ले आते थे
34:43रबेशी हम समझ सकते हैं आपने बहुत अच्छा वक्त धरमेंदर जी के साथ गुजा रहा है और इस समय आपको काफी दक्कत हो रही है उनके बारे में बात करने में लेकिन फिल्म शोले से जुड़ा कोई ऐसा किसा जो आप कभी न भूले हो धरमेंदर जी का सिपी जी
35:05जो टंक्ती पे चड़के हैं जो फेमस सीन है उनका तुझ जाओंगा फान जाओंगा मर जाओंगा
35:18तो पिल्कुल तीन जाविद साहब ने दुरूर लिखा जी लेकिन घरम जी ने अपना कबर अपना कर
35:34उसे अपना रन दे दिया और कुछ कुछ चीज़ें और भी इसमें भर दी और
35:42बिल्कुल नाचरिली सब कुछ आ गया गविजी इस समय आप घमगीन हैं और ऐसे भी भी आपने हमारे लिए समय निकाला धरमेंदर जी के बारे में हमसे बात की
35:53आज से बाचीट करने के लिए आपका बहुत धन्यवाद पल पल दिल के पास तुम रहते हो धरमेंदर इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं लेकिन आपके हमारे दिलों में वो सदा जन्दा परहेंगा इस बुनिटिन में फिलहाल इतना ही आप प्लीज अपना बहुत ख
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