एक्सरसाइज ‘राम प्रहार’ के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान को लेकर सख्त संदेश दिया है। वेस्टर्न कमांड के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने कहा कि यदि दुश्मन हमारी तैयारी और क्षमता देखकर सबक ले ले तो यह सबसे अच्छा होगा, लेकिन अगर वह फिर कोई हरकत करता है, तो इस बार जवाब पहले से भी अधिक कड़ा होगा। दिल्ली रेड फोर्ट ब्लास्ट की पृष्ठभूमि में यह बयान सुरक्षा एजेंसियों और रणनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। यह अभ्यास भारतीय सेना की ऑपरेशनल तत्परता और मजबूत रक्षा क्षमता को स्पष्ट रूप से दिखाता है।
00:00अगर हम दुश्मन को अपनी ताकत से डिटर कर पाते हैं तो ये सबसे अच्छी बात है कि इस बार हमको जो हमने ओप सिंदूर में किया उससे कहीं बढ़ करके काम करना पड़े
00:11पर जीत जो है वो जमीन पर ही हासिल होगी तो जब तक हम जमीन पर कब्जा नहीं करेंगे तो पाकिस्तान मानेगा ने कि हम जीत गए हैं तो अभी हम क्या कर रहे हैं यहां पर यह बहुत छोटे से कम लबजों में आप लोगों को बतलाऊंगा
00:37हमारा जो फॉर्मेशन है रैम डिविजन उसका यहां पर पिछले एक मैने से ट्रेनिंग चल रहा है और यह डिविजन जो हमारी वेस्टन कमांड की ओफेंसिफ फॉर्मेशन है खड़गा को उसका एक हिस्सा है
00:56यानि इस डिविजन का में मकसद पाकिस्तान के इलाके में घुशकर वहां पर दुश्मन को बरबाद कर और वहां पर अबजेक्टिव पर कपचा करना है तो यह पूरी ट्रेनिंग और यह पूरी एक्सेसाइज उस अबजेक्टिव को हासिल करने के लिए है और जैसा कि आ�
01:26टेक्नलोजी बहुत बड़े रूप में लडाई में शामिल हो गई है और सभी प्लेटफॉर्म्स, टैंक्स, बीम्पीज, अटेक हैप्टर्स, एरक्राफ्ट्स, सभी लडाई का एक हिस्सा हैं पर इतनी ज़्यादा टेक्नलोजी, इतने ज़्यादा एक्किप्मेंट के बा
01:56इन सभी हत्यारों को, इन सभी टेक्नलोजी, एक्किप्मेंट को इस्तमाल करने में महारत हासिल करना और यहाँ पर जो एक्साइज हो रही है जो आपने देखा वो उसी का एक हिस्सा है कि किस तरीके से हम जो हमारी कैपिबिलिटी है उसको अपनी ट्रेनिंग के जरिये और �
02:26कि आप सिंदूर में हमने दुश्मन को बहुत छती पहुचाई थी, बहुत नुक्सान पहुचाया था पर हम ये भी जानते हैं कि दुश्मन शायद अपनी हरकतों से बाज ना आए और दुबारा को ऐसा काम करें कि हमें फिर ऑपरेशन करने की जरुद पड़ी
02:49पर जैसा हमारी लीडर्शिप ने भी कहा है और मैं उसको दौराना चाहता हूँ कि इस बार अगर दुश्मन कोई गलत काम करता है, कोई दुसाहास करता है, तो उसका जवाब पहले से बहुत ज़्यादा होगा और ये तियारी उसी के लिए है, उसी जवाब के लिए है
03:13पर फिर आप सभी लोगों का शुक्रिया यहां आने के लिए और मेरे लिए बहुत खुशी की बात है कि हम गंगा के तटपे खड़े हैं और कहते हैं कि कोई भी काम शुरू करने के पहले सबसे जरूरी होता है, मा का आश्रवात लेना, तो मानते हैं कि गंगा मा का आश्र�
03:43अश्रवात अश्री प्लाटून की का लूज़ा है कि टेकनोरजी एक तरही सिर्वात रही है
04:04और आपने अश्री प्लाटून की बात की, हमने अश्री प्लाटोन को सारे
04:11जो surveillance drone मोया कराएं हैं जिससे की surveillance में बहुत मदब मिलती है इसके अलावा technology का बहुत बड़े रूप में इस्तमाल करते हैं
04:23यानि कि कुछ तो आप ground पर देख रहे हैं जो equipment इस्तमाल हो रहा है पर इसके अलावा systems में भी technology बहुत जादा है
04:32यानि कि artificial intelligence से इस्तमाल करके जो भी surveillance feed आ रही है उनको decipher करना कि कहाँ पर दुश्मन है ज्यादा तादाद में कहाँ पर हमको काम करना है
04:43तो कुछ technology जो ground पर हमको नजर आती है पर बहुत सी technology background में भी है जिस पर हम काम कर रहे हैं
04:52पर इसके साथ एक चीज और है कि दुश्मन के पास भी technology है तो अभी हमें जो लड़ाई करनी है वो यह मान के चलना है कि दुश्मन के पास भी drones है उसके पास भी इस तरह की technology है
05:08तो वो भी हमारी ट्रेनिंग में शामिल है कि किस तरीके से हम जो भी operation कर रहे हैं वो यह मान के कर रहे हैं कि दुश्मन भी हमको रात के समय में देख रहा है
05:19दुश्मन भी हमारी location को पकड़ पा रहा है अपने drones के जरिये तो उच सब को मद नजर रखते हुए किस तरीके से
05:28operation करें ये भी हमारी training में शामिल है यानि कि अपनी ट्रेइनिंग में अपनी
05:34तरीक्टे से वैफर काम करना और दुश्मन की टेकलोजी को किस तरीके से विफल करना है वो भी हमारी टेनिंग में शाल है
05:42चान्ध, चाल्यान यब सार्णिट वे कान्धित ते स्वारीर चेगigonav .
05:49अर्फ यज हुट्स अती प्य चीज्टेसी है फिरिरेशने होए, अब क्या क्यानि 구किशी है।
05:51युटुम् थे लिजए तरन तर्फ। इसे कारदी ते कान्धित मेंध।
06:00कि यह पहली चीज़ में आपको बतलाना चाहूंगा कि जो हम exercise करते हैं वो एक operational
06:24को ध्यान में रखते हुए करते हैं और हमारा जो पाकिस्तान का बॉर्डर है उसमें कई नदियां है आपको व्यात होगा चिनाव है उपर पिर रावी है फिर सतलच है और अगर हमें पाकिस्तान पर ऑफिंसिप करना है तो कहीं ना कहीं रिवर क्रॉसिंग भी इंवाल्व हो�
06:54हैं वह अपने ऑपरेशनल रोल के हिसाब से करते हैं अभी सेंटिल कमांड के इलाके में आने का जरुवत इसलिए पड़ जाता है क्योंकि हमारा जो नदिया है वह ज्यादा तर बॉर्डर के साथ-साथ है और ठीनिंग का इलाका कहीं भी हो यानि कि महाजन का इलाका है रा�
07:24है और वैसा इलाक का पूरे द्रेश में कहीं भी हो हमें वहां जाके ट्रेनिंग करनी पड़ेगा
07:34स्थाथ आपी अच्छे विश्वें अपनी साकता का लोगा बनवा रही है अज्यादिनिश कुणाओं थे लेट है और अचन सिंदोर में हमने पाधिस्तान को खुब पड़ लाति है और अगधिकी में देखा रहा हूं कि यहां पर इतनी अज्यादिनिश कुणाओं से ले�
08:04अगर दुश्मन को अपनी ताकत से डिटर कर पाते हैं
08:34तो यह सबसे अच्छी बात है पर अगर वो उसके वावजूद भी अगर कुछ करता है तो फिर जैसा आपने कहा कि इस बार हमको जो हमने आप सिंदूर में किया उससे कहीं बढ़ करके काम करना पड़ेगा और आटिफिशल इंटेलिजेंस जैसा आपने कहा बहुत जरूरी
09:04इसमें काफी अभी भी है तो एक तरीके से यह हमारी जो कोशिश है और ज्यादा से ज्यादा आटिफिशल इंटेलिजेंस सिस्टम्स को अपनी इक्टिउप्मेंट में अपने सिस्टम्स में शामिल करने की वह एक लगातार जारी कोशिश है जो चलती रहेगी आगे पी
09:26लेकिन सब्सक्राइब के लिए किस तरा की त्यारी है आप ये मान के चलिए कि हम मान के हमें विश्वास है
09:55कि अगली लडाई सिर्फ एक डोमेन में नहीं होगी मल्टी डोमेन ऑपरेशन होगे लडाई स्पेस में भी होगी साइबर में भी होगी इडवलू में भी होगी इन्फो वार में भी होगी पर जीत जो है वो जमीन पर ही आसल होगी तो यह सारे डोमेन में जो भी हम काम कर रहे
10:25तक हम जबीन पर कभजा नहीं करेंगए पाकिस्तान मानेगा नहीं कि अधिजित गए हैं तो सारी डोमेंब में लड़ाई की त्यारी कर रहे हैं पर जो आप ग्राउंड पर देख रहे हैं ये फिर लास्ट ऐपन की चली की सारी डोमेंड को मिला करके लास्ट में अपरिशन हो
10:55कि आपका बहुत अच्छा सवाल है क्योंकि AI जैसा मैंने कहा कि टेक्नलोजी जो हम हासिल कर रहे हैं
11:16पता है कि हमारा दुष्मन भी टेक्नलोजी है और इसलिए जरूरी है कि जब हम टेक्नलोजी को अपने सिस्टम में शामिल कर रहे हैं तो हम सीज़को भी खिए कि किस तरीके से बात करें जब प्रूर्समें बहुत जो
11:44जो भी सब्जेक्ट्स हैं जो भी हमारे सिस्टम्स हैं उसमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एक आप कहिए कि फोर्स मंटिप्लायर है कैटलिस्ट है और इससे हमारी जो लगने की काबियात है उसमें इजाफा हुआ
12:01टाइमस ऑफ इंडिया होप हिंदी वस अल्राइट अभी जो अभी जो आपने जो एक्रिप्मेंट यहां देखा है
12:30वो तक्रिवन सारा इंडिजनसी है और मुझे तो यह बताते में बहुत खुशी है कि जहां तर ड्रोन्स जो आप उड़ते देख रहे हैं यह हमने अपने सेना ने अपनी वर्क्शॉप में खुद बनाए हैं यानि कि इंडिजनेशन से भी हम आत्म निर्प्रता में हम एक क
13:00है यहां पर जो हमने इस्तमाल किया है वो स्वदेशी है और हम पूरी तरीके से लड़ाई के लिए हम पूरी तरीके से आप मान के चलें कि हम आप निर्पर हैं
13:12कि आपका जो सवाल है अच्छा सवाल है और जो हमारी रेक्रूट्मेंट पॉलिसी है उसमें लगातार चेंजिस आ रहे हैं कि किस तरीके से हम जो लोग हैं जिनका टेक्निकल बेंट और माइंड जादा है
13:41क्योंकि टेक्नलोजी काफी हद तक हर छेत्र में शामिल हो गई है तो इसका भी हम ज्यान रख रहे हैं किस तरीके से हम टेक्नलोजिकली के पिल लोगों को भरती कर पाएं बहुत सारी यह पूरा एक अलग विशय है बहुत विस्तार में इसमें बात नहीं कर पाऊंगा
14:01कि हम टेक्नलोजिकली क्वालिफाइड लोगों को फॉज में ले सकें पर यह एक मेजर चैलेंज है और हमारी रेक्रूट्मेंट पॉलिसी में जो जरूरी बदलाव हैं इसके मद्व नजर वो किये जा रहे हैं
14:23सब लोगों को आप नहीं देख पाते हैं और जो हमारे सपोर्ट आम्स हैं और लोजिस्टिक आप
14:53हैं उसमें जो मैला ओफसर्स हर जगे मौजूद हैं और क्यूंकि जो आप देख रहे हैं वो सिर्फ फाइटिंग आम्स का ऑपरेशन देख रहे हैं और मैलाओं की बहुत बड़ी भागेदारी है जहां भी वो शामिल है फॉज में और बहुत नंबर्स तीरे-देरे उनके �
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