महाराष्ट्र में निकाय चुनावों से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस ने बीएमसी चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, लेकिन बुधवार, 19 नवंबर को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने उनके आवास सिल्वर ओक पहुंचा। माना जा रहा है कि यह मुलाकात चुनाव से पहले गठबंधन रणनीति पर चर्चा के लिए थी। कांग्रेस चाहती है कि पवार कुछ सीटों पर उनके साथ रहें और ठाकरे बंधुओं से गठबंधन न करें। इस कदम से कांग्रेस की रणनीति और भी मजबूत दिख रही है, और निकाय चुनाव में राजनीतिक खेल दिलचस्प होने वाला है।
00:00महराष्ट में निकाय चुनाव, खास कर मुंबई में होने वाले BMC चुनाव से पहले सियासी हल चल तेज हो गई है
00:06हाल ही में कॉंग्रेस ने एलान कर दिया है कि वो इस पार चुनाव अकेले यानी अपने दम पर लड़ेगी
00:12अब पार्टी महाविकास अगारी गडबंधन का हिस्सा भी नहीं रहेगी
00:17इस फैसले के पीछे की मुख वजा ठाकरे भाईयों के साथ नाराजगी बताई जा रही है
00:21खास तोर पर राज ठाकरे से
00:23अलाकि शरत पवार के साथ कॉंग्रेस की कोई भी अनबन नहीं है
00:28लेकिन इस बीच बीते दिनों मुंबई से एक खास तस्वीर सामने आई
00:32जिसने राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का नया तड़का लगा दिया
00:36कॉंग्रेस का एक प्रतनीधी मंडल एंसीपी प्रमुक शरत पवार से मिलने के लिए
00:40उनके आवास सिल्वर ओग पहुचा इस प्रतनीधी मंडल में वर्षा गायकवार के नेतुट्ट में
00:46अमीन पटेल, असलम शेख और ज्योती गायकवार सामिल थी
00:49माना जा रहा है किस मुलाकात का मकसद निकाय चुनाव से पहले गडबंधन की रणीतियों पर चर्चा करना था
00:56सवाल यह उठता है कि कॉंग्रेस ने पहले ही एलान कर दिया है कि वो इस बार अकेले चुनाव लड़ेगी तो फिर शरत पवार से मिलने का क्या मतलब है
01:04सुत्रों का कहना है कि कॉंग्रेस चाहती है कि शरत पवार की NCP कुछ सीटों पर उसके साथ गडबंधन में रहे और उद्धो और राश ठाकरे से गडबंधन ना करे दरसल कॉंग्रेस यह सुनिशित करना चाहती है कि उसके बिना M.V.A. यानि महाविकास अगहारी का गड�
01:34का अहम हो जाती है अगर पवार भी ठाकरे बंधूओं का साथ छोड़ देते हैं तो कॉंग्रेस को चुनावी रणीती में काफी ताकत मिल सकती है कयास लगाये जा रहे हैं कि इस मुलाकात में कई एंगल हो सकते हैं पहली बात तो यह कि कॉंग्रेस चाहती है कि शरत पवार
02:04एंसीपी हो या फिर ठाकरे बंधू हो इस मसले पर आधिकारिक तोर पर बयान नहीं दे रहे हैं यानि विपक्षी गडबंधन की इस्थिती फिलहाल कन्फ्यूजन में हैं लेकिन इतना तो तय है कि कॉंग्रेस उद्धो और राज ठाकरे के साथ चुनाव नहीं लड़ेग
02:34की खेल में अब यह देखना दिल्चस्प होगा कि पवार किस तरफ जुपते हैं और क्या कॉंग्रेस अकेले दम पर चुनाव में अपनी पकड मजबूत कर पाएगी इस वीडियो में बस इतना ही मेरा नाम वैभव है आप देखते रहिए वन इंडिया
02:46subscribe to one India and never miss an update
Be the first to comment