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In Episode 51 of Baray Bhaiya, the story takes an unexpected turn as secrets are revealed and tensions rise within the family. The complex relationships and evolving dynamics will leave you on the edge of your seat. What happens when family loyalties are tested and old wounds are reopened? Watch to find out how each character faces their challenges and what lies ahead for them. Don't miss this intense episode packed with drama, emotion, and suspense.
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Baray Bhaiya
Baray Bhaiya Episode 51
Family Drama
Pakistani Drama
Episode 51
TV Series 2025
Must Watch Drama
Pakistani TV
Emotional Drama
Family Secrets
Suspense
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Baray Bhaiya
Baray Bhaiya Episode 51
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NewsTranscript
00:00पुझे ख्याल आते रहे सारा रस्ता कितनी क्या हो गया किसे है
00:03लेकिन मैं को भी सोच नहीं सकता था कि अलमीर इसके समय के हरकत करेगा
00:07पता नहीं मेरे भाईया की जिंदगी में क्यों एक के बाद एक करेशानी आ रही है
00:12जैसा उनके खुश्यों को किसी की नजर लग गई यो
00:15दोया ठीक कह रही है
00:18जो खुझ इस बात की तश्मीश है
00:21पहले बच्चे का मसला फिर फरी का
00:26और अब अलमीर में ये एक नया मसला खड़ा कर दे
00:31ममी जहां तर कबीर की बात है तो वो
00:35अपने बहन भाईयों के जान चड़कते हैं उनके लिए बहुत जादा बज़ेसे वह
00:39एंफाक्ट कभी कभी मुझे ऐसा लगता है कि
00:42वो मुझे बहें सबको फॉक्य बेता है
00:45लेकिन अब तो उनकी महबत ही आजमाश मेंगे है
00:51यह सारा प्लाइन जो है न यह मिशाल का बलाया हुआ है
00:56अलमीर के लिए भाईया से जाद अपनी बीवी की बात की अहमियत होगी
01:00चार दिन की महबत के लिए वो ऐसे इंसान की तोहीन करेगा
01:06जिसने उसे पाला है
01:07मुझे तो बहुत गुस्सा है निशाल की इतनी जुरत कि वो कबीर से बतामीजी करें
01:15हम यह आपको पता है वानिया भादी की नेचर के बारे में
01:21लो भी बाज़ा कात ऐसी बात कर जाती है जो कि नागवार गुजड़े लेकिन
01:25जब भी कबीर ने उनको डाटा है तो आगे से खामोश होई इनकभीर ने जवाब ने जवाब में दिया लेकिन नशाल
01:32नशाल तो नसे बत्तमेजी भी करती है और आगे से बहस करने जगती है
01:36तुम लोग परशान नहों बचो
01:39मैं खुद बात करूंगा अलमीर से
01:43मामू आपको पता है रहिया ने आपको बीस लाग और पर ट्रांसपर की है
01:52बीस लाग ये कब हुआ ये क्या जूरत थी जब वहर तालुक तोड़कर ही चली गई
02:02तो इस पैसे का तो सिफ उसके लाल सी मिया को ही फाइदा होगा और किसी को ने
02:06कबीर आपनों को बात बताना चाह रहे थे विशाद मौका में मिला अर ये बात सिफ हमने उंको पता और किसी को ने पता थे
02:14Find the process to stay on the task and stay on the task.
02:31Oh hey!
02:32Oh, hi Almir. How are you?
02:34Good, good. How are you?
02:35I'm good too.
02:36Where are you?
02:37I was only a meeting from her.
02:39Where about you?
02:40I'm only gonna leave it on the meeting.
02:41What a coincidence.
02:43Yes.
02:43तुकित वहलो हुआ निए टेस्ट वेग्ड can you look exhausted oh yes I've been working back-to-back since two days. I am exhausted
02:49that's nice
02:51इसली घर भी नियाई
02:52कारी है निमल रहा
02:53but this week, I'll definitely try to come over
02:56तुकित पर निए
02:57If you have time to, Saad में a coffee shop
02:59coffee you drink,
03:00नो बसा भाद है
03:00coconut फ्रैपे ना है उनकी, it's to die for
03:02Thank you so much Almira,
03:04I would have loved to but I told you right,
03:06at-enen भी नियुकर अभी नेकलना अल्रे
03:36मैया
03:39आप तो मेरी उमीदों का मरकस थे
03:44मेरा आइडियल थे
03:47मैं सूचती थी
03:50आपके होते हुए मेरी सिंदगी में कभे कोई मसला आ ही नहीं सकता
03:56अगर शायद मेरी सोच गलब थे
04:00आप भी मुफात परस निकले
04:05दालत को रिष्टों पर तर्ची दे दे
04:11आप तो कहते थे
04:14कि आप हमारे माबाब की जगा है
04:17लेकिन क्या माबाब
04:20अपनी बेटी की खुशियों पर दालत को तर्ची देते हैं
04:27वो तो बेटी का घर बसाने के लिए
04:29खुद को भी बेश देते हैं
04:33कर दो कर दो
05:03भाईया आप तो ऐसे ना थे फिर क्यों इतना बदल गया
05:16क्या महविश भापी के आने से आपने इतना बदला हुआ आया है
05:27क्या उन्होंने आपको बतकुमान किया है
05:30असलाम लेकुम
05:43वालेकुम असलाम लगता है आप मुझे मिस नहीं कर रहें
05:49ऐसा हो सकता है कि मैं आपको मिस्टा करूँ
05:52आप मेरे पास नहीं होते तो ऐसा लगता है कि मेरे वुजूद का एक हिस्सा नहीं है
05:57तो फिर कॉल क्यों नहीं की मुझे
05:59करने लगी थी
06:01लेकिन ये सोच के कॉल नहीं की कि आप मीटिंग्स में होंगे बिजी होंगे आपको डिस्टरब ना गरूँ
06:06फिर जब कॉल मिलाने लगी तो शीबा की कॉल आ गए
06:11अरे हाँ
06:12क्या हाल है शीबा का
06:13उसके मसले का क्या हुआ
06:15परिशान है बचारी
06:16कही थी के खालों बिल्कुल खामोश हो गए
06:19और चचा जान के साथ कोई किचुड़ी पकरी है
06:24मैंने तो तुमसे था तो उससे अपने पास पुला लो
06:28कहा था मैंने उस
06:30कही थी के कोई नया प्रोजेक्ट शुरूर है उसी के पेपर वर्क में बिजी है
06:34कल सुबह आ जाएगी
06:36ओके गुड़
06:38आप बताएं कैसा जा रहे है दिन
06:40बस डेव उस बिजी बैक टू बैक मीटिंग्स
06:43तीन मीटिंग्स थी सुबह
06:46फिर उसके बाद दो अभी और हैं दो कल हैं
06:49पस ऐसे ही चल रहा है
06:50अच्छा तू सिर्फ मीटिंग्स चल रही है या खाना पीना भी चल रहा है
06:55हाँ मीटिंग के बीच में लंच टिनर हो गया था
06:57बड़ा सबर्दस प्रोटोकॉल मिल रहा है आपके हस्पेंट को जनाब
07:01फेर मुझे चोड़ो यह बताओ तुमने कुछ खाया
07:05जी मैंने अच्छी तरह खाना खा लिया क्योंके आपने कहा था
07:09अर जोई कैसी है
07:11जोई भी ठीक है अभी यहीं बैटी थी कॉफी बनाने लिए
07:35मिशाल
07:55क्या बात है यहां क्यों खड़ी हो
07:59भाबी अलमीर अभी तक नहीं आया
08:03उसी का इवेट कर रही है
08:05और आज मेरे सारे फ्रेंज भी बिजी है
08:08अहां तुम्ही तरफ आ जाती न
08:10उन्जे कमरे में नहीं बैटना था न
08:14क्या बात है
08:16कोजा नहीं कोजा लग रही हो आज
08:20तो क्या करो
08:21जब से बड़े भाईया से बहस हुई है न
08:24तेरा यहां दिल नहीं लग रहा
08:28सोच रही हो कि मौम के पास ही चली जाओ
08:33भाईया से बहस किस बात नहीं
08:37वो दर असल मैंने और अलमीर ने उनसे अपार्टमेंट मांगा था न
08:43अलमीर के पास पैसे कम है लेकिन वो तो एकदम से भड़की गए इतना घुसा किया और बहुत जादा इंसल्ट भी करती है
08:53क्या इतनी बाते सुना ही तुम्हें खमाल है वैसे इसे तो बड़ी औरतों की इज़्द और अधितराम की ओपर लेक्चर जाते फिरते हैं लोगों को
09:04लेकिन घर की औरतों को जूते की नोग पर रखते हैं सबाए अपनी बीवी के
09:09कि मैं कैदी की जिन्देगी यहां नहीं गुजार सकते हैं क्या किस्मत है वालिया बस्तुरो जाओ
09:26मिशाल सुनो मुझे तुमसे बात करनी है लेकिन प्लीज किसी वो बताना नहीं हमें बैसे भी कुछ नहीं मिलने वाला एक बात याद रखना क्योंकि बड़े भाया
09:38सब कुछ महविश के नाम करने वाले हैं क्या मतलब
09:41सब कुछ कैसे कर सकते हैं भावी के नाम
09:47अरे ने ने ने मैं मिशाल से कुई और बात कर रही थी बहुत डाउन फिल कर रही थी तुम नहीं आये थे ना
09:54तो मैं कुछ और बात बता रही थी इसको
09:56मैं बता रही थी कि भाई वैसे कुछ क्या करना है
09:59भावी, प्लीज
10:01कुछ मन छुपाईगे, जो भी बात है सच चछ बताईगे मुझे
10:04अल्मीर, बता तू एक शर्ट प्लीज किसी को बतानो नहीं कि मैंने तुम्हे कुछ बताया
10:11प्ली से बद्दामों दोचार गाली और पढ़ जाएंगी मुझे फ्लीज
10:34झाल झाल
11:04झाल झाल
11:34झाल
12:04शीबा
12:06क्या
12:08यहां रखो क्या हुआ
12:10क्या हुआ रही हुआ
12:12दिर बैटो
12:14क्या हुआ क्या है
12:16यहां रही हुआ
12:18शीबा
12:20शीबा
12:22शीबा
12:24शीबा
12:26शीबा
12:28शीबा
12:30शीबा
12:40शीबा
12:42शीबा
12:44हवेश
12:46क्या
12:48क्या
12:50यहां
12:52शीबा
12:54शीबा
12:56शीबा
12:58तुम्हें बहुत प्यार करते हैं, उन्हें अचनल के पास जाने की पड़ी है, तुम्हें परिशान नहीं हो, तुम्हें बहुत अच्छा किया तुम्हें आ गई
13:28वरी, भरी, रे फरी कहा हो तुम, फरी जल्दी आओ, अस्लाम लेकूम, अरे फरी सारे काम छोड़ दो, एदर मेठे बाते, बहुत खुश नज़र आ रहे हैं, हाँ, आज मैं बहुत खुश हूँ, और इस खुशी की वज़ा इस खुशी की वज़ा तुम हो, तुम्हें तुम
13:58को बहुत बहुत मबारक हूँ
13:59सबसे जादा मबारक बात तुम्हें हो फरी
14:01क्योंकि मैंने गोदाम के अपने हिस्से के मालकान हकूक तुम्हारे नाम करती है
14:06मेरे नाम क्यों?
14:10क्योंकि तुम मेरे शरीके जिंदगी हो
14:14मेरे दुख सुक्की साथी हो
14:15तुमने हमेशे हर कदम पर मेरा साथ दिया है
14:19मैंने चपी पर रटकर देखा है
14:23तुहारे सवा मुझे अपने साथ कोई ख़ड़ा नदर नहीं आ है
14:27मैंने तो आपके लिए कुछ नहीं किया
14:30आप दिन जो कुछ भी किया अपनी मैनत से किया
14:34फरीज सद्ड़ के भार तुमने मेरे लिए बहुत कुछ किया है
14:37मेरी खाफेर मेरे लिए हमेशे अपने भाई से लड़ती रही
14:42मेरे मुश्किल वक्त भी तुम्हें मेरा साथ दिया है
14:45मेरे लिए सभसे हैं भाया के सांदी आपकी इज़द दी
14:48मैं अपने भाई को समझा नहीं सके
14:51मेरी वजा से
14:53भाईया ने आप कितनी वेज़त देखे
14:56मुझे अच्छा नहीं रगा
14:57प्लीज फरी अब उन बातों को फूल जाओ
15:00अब वो सारे मसली मसाइल हल तो हो गए है न
15:03कोई हमारी मदद करे ना करे
15:06अब जल्दी से मुझे मिठा कराओ
15:10अपना भी और मेरा भी अमल को भी बिलाओ
15:13अच्छी सी चाय बना गए
15:14मेरी भूली भीवी
15:31अभी भी तो तुमने ही आसान किया मेरी मुश्किल
15:34लगर नगर तुम्हें बता दिया तो
15:37इमोशनल प्लैक मेरी कैसे कर सकते हुआ
15:42अभी तो अभी तो गाइडी साफ कर रहे हो तो मैंने कहा था ना मुझे जल्दी जाना है
15:56अभी तो अभी तो गाइडी साफ कर रहे हो मैंने कहा था ना मुझे जल्दी जाना है
16:08सबसे पहले मेरी गाइडी साफ कर दे तो
16:10सोरी भाई वो मिशाल भाबी को ड्रोप करने चला गया था मैं
16:14एक तो तुम्हारी मिशाल भाबी के पाऊं ना घर में ठिकते
16:18सुबह हो जी नहीं घर से बाहर
16:20क्या यह गाड़ी किसकी है
16:22सुबह कोई महमान आया वो यार
16:24तरही सुबह सुबह
16:26है
16:28शीवा बाजी आई यह शाहिए
16:30आजाजाजाए
16:32विश मैंट अपना फोन आफ कर दिया है
16:42और उत रहा तो खाला खालो यहां भी आजाते मुझे जूनते गए
16:46सब्सक्राइब मैंने बाबा को भी संझा दिया कि क्या बात करना
16:50मैंने में स्वार बीया था था
16:52कि मैं सामबार जारियों किसे काम से है
16:54ठीक है
16:56अब हेलो शीवा कैसी हो
16:59मैं विल्कु ठीक आप कैसे है
17:03तुम सुब सुबा कैसे आ गई भई
17:05अब दरसल भाबी सुबा सुबा नहीं ही तो राज से ही आई गी है
17:10कभी ये कहके गए थे कि अकीली मत रहना शीवा को बुला ले ना दिल बहल जाएगा
17:16क्यों
17:16सारे घर वाले भी भाईया के साथ ही चले गए
17:20नहीं भाबी सब साथ नहीं गए लेकिन सबकी अपनी अपनी मस्रूफियात है
17:24और जोया ही एक वाहिद है जो मेरे साथ होती थी अब उसका भी सेमिस्टर शुरू हो गया तो मैं इसको डिस्टरब भी गरना चाहरी थी
17:32अरे क्या हो गया भाबी क्यों इतनी वजाहत है देरी हैं आपका अपना घर शीवाप की दोस्त है जब दिल चाहे आ सकती है
17:40चले मैं लेट हो रहा हूं अल सीव बाई अला आफिस अच्छा मुझे काम था मैं वो देखकर आज़ों चाहिए आँ अला आफिस एक साथ निकल गर यहां दो से चिपक के रह रही थी वहां समीर मिखला उसकी पीछे चलेगी
18:09कि यहां भी मिल्के दोनों का कुछ प्लान तो नहीं है
18:13कि अब है कि अब यह होता था कि सारा सारा दिर मेरा फोन मस्रूफ रहता था
18:38अगर अब तो किसी की काहली नहीं आती अमी ने भी मुझे कभी फोन नहीं किया
18:47कभी नहीं पूछा कि कबीर से क्या बात हुई यकिनन भाया की बात का भरोसा करके
18:59मुझे ही गलत समझ रही होगे
19:02मैं फोन करके देती हूँ कि क्या कहती है मुझे
19:06फाइजा कभाबों का मसाला बनाओ टिकिया बना के फ्रीजर में रख देना
19:19और हाँ सालन का मसाना ग्राइंड करने के बाद तुम मुझे बता देना
19:24सालन में खुद बनाओंगी तुम कोशिश नहीं करना बनाने की
19:27जी जाओ
19:28फरीगा कूल कभीर से तुम बात करने सकते हैं
19:38जाओ
19:39हलो
19:41असलाम लेकू ममी
19:43वालेकूम असलाम
19:46बड़े दिनों बाद ममी की याद आई भाई
19:48मुझे लगा
19:51सब मुझसे नराज है
19:53तो आप भी होंगी
19:56यही सोचकर फोन ने के
19:59भाई मैं क्यों नराज होंगी
20:02नराजगी क्योंगी वज़ा होनी चाहिए न
20:04सच
20:06आप बाकी मुझसे नराज नहीं है
20:09हमें बिलावा चाट बार रहे थी और
20:16यही सोचकर तो आपको काल नहीं की मैंने
20:19अरे भाई
20:21खैर यह बताओ
20:22घर में सब क्या हाल है और अमल कैसी है
20:25अमल बिलकु ठीक है
20:27शुएक का बिजनस बहुत अच्छा चलने लग गये
20:31आप जानती है
20:32अब तो मेरा बहुत ख्याल रखते है
20:35अच्छा चलो भाई शुकर है
20:37यह तो बहुत अच्छी बात है कि हालाद बहतर हो गए
20:40अच्छा बिटा वो ज़रा कॉल आ रही है मेरी एक जरूरी
20:46तो हम बात में दाख खरते हैं
20:49गदा अपस
21:12अब आपके पास भी मेरे लिए वक्त नहीं
21:14कि आपके आपके क्या सेुक्या च्साड़ हा रही है
21:35क्या जबुशया रहाँ अच्ड़ा में उसकाaran कृष्या
21:37यहारी मेरी उसकेप्र बहुत पासोाट कि रानाओ
21:41यह कैसे हो गैसे
21:43क्या मे्य का अच्छा
21:43मेरी तर्वियत में कई गमी रह गए थे उसने गुना नहीं निकाह किये जिस लड़के के साथ उसने निकाह किया वो वो भागया थे इस लड़की ने जंदा तर गौर कर दिया
22:00इसे तो उसी दिन मार देना चाहिए था जिसन ये पेदावी थी
22:07मैं और तुम्हारी माँ चाहते हैं कि तुम हमाया से शादी कर दो
22:33मैं बस मैं आप से खेह दी, मुझ से फॉस्परी जालती हो गई है।
22:37सब कुछ बर्बाद कर दिया तुमने।
22:40इज़त, मान, इत्माद, सब कुछ!
22:49अनुशे!
22:50अनुशे!
22:51अनुशे!
23:00मैं भारी दिन गुजर रहा है आज का।
23:03अभी तुसे रही एक ही बजाए है।
23:07कबीर को गयर दोर दिन हुआ है और इसमें भारी लग रहे हैं दिन वक्त ही नहीं गुजर रहा।
23:14कैसे गुजरेगा ये वक्त?
23:17नहीं बज़ पिटा, मैं शीवा का खालू।
23:28तुम्हें कुछ मालूग है वो कहा है।
23:30मुझे बताए बगार कहीं चली गई है।
23:34असलाम अलेकुम अंकल, जी शीवा असलामबाद गई है किसी जरूरी काम से।
23:42आप उससे शाम तक कॉल कर लें। अभी तो उसका फोन बंद है किसी मीटिंग में बज़ी होगी।
23:46असलाम अलेकुम बाबा। बाबा क्या शीवा के खालों की कॉल आई थी आपके पास।
24:04अलेकुम बाबा। बाबा क्या शीवा के खालों की कॉल आई थी आपके पास।
24:14नहीं। और उनकी कॉल मेरे पास की माईगी बटा। उनसे तो घरी कभी बात दी नहीं हुई।
24:19और नहीं उनके पास मेरा नंबर होगा। तो क्या हुआ।
24:22क्या हुआ।
24:48क्या है। चलो फिकर मत करो बिटा। मैं आके बात करता हूंसे।
24:54तो अपना ख्याल रखो। ठीक है अल्ला हाफिस।
24:59क्या है।
25:21कि व है कि कैदे ना दिल को दिलसेरा होती है वह बात तो सचा, हो कैसे है आप भी को याद कर रहे थी, आपके जाने के बाद गुजर � acum आएंगे कबीर, कलoth तो बहुत बिजी रहे है
25:43मैं पर्सों की फ्लाइट विंगा पर्सों अभी दो दिन कैसे गुजरेंगे मेरे मुझा याद करके
25:49से मेरे एक इंपॉर्टन कॉल आ रही है थोड़ी देर में कॉल करता है ठीक है ओके अलाफिस
25:59हाँ हाँ जी जी जी ये ओरर बिल्कुल कंफर्म है लेकिन आप प्लीज आज डुलेवर मत कराईएगा ठीक है जब आप करवाएं तो कॉल कीजेगा आने से पहले ओके
26:25जी शुक्रिया अरे वाँ ये लेना मजनु कहां से आ रहे है मैरे विश्ट तो कह रही थी के जोया का फाइनल समिस्टर है एक्जाम्स चल रहे है उसके मगर इनकी तो डेटिंग चल रहे है भाई
26:41नहीं तो कुछी कहा था थो
26:45अँँआ अँँआ तो कि अश्रालीकूं भावी आपको मालूम्या थो पेपर्स चल रहे नहीं ये तफ्री करते रहे कहां से आ रहे तुम गर्म
26:59भावी मैं पेपर दे के आ रहे हैं आपको मालूम्या हमारी गारी वॉक्शॉप पे है और कोई था भी नहीं जो मुझे पिक करें
27:10I'm sorry to say भावी आप हमेशा हम दोनों से इतना बद्गुमान क्यों रहती हैं क्यों बद्गुमानी की क्या बात है अरसलान तुम दोनों की मंगनी हुए ना भी निका तो हुआ नहीं घर में किसी बड़े को तो जरूरी है ना कुछ ना कुछ बताना के सही क्या है गलत क्या है
27:40जर्ण आप ही बता दीजिए सही क्या है और गलत क्या है एक दिने समझदा तुम हो गई हो जाहरे एक्जाम्स दे रही हो जंदी के एक्जाम्स भी तुम्हें देने आगे जाके तुम लोगों की अब इसे मंगनी हुई है
27:55दिका नहीं हुआ तुम्हें बनाती है बाते और उन बातों को सुनना पड़ता है घरवानों को
28:06समझवयाई है और घर के बड़े और एक जिम्मेदार इनसान होने के नाते मुझे भी कुछ करना है ना के नहीं यह आँखे मन कर लूँ
28:17भावी मेरी प्यारी भावी शायद आपको पता नहीं जो इस घर के बड़े भाई है ना
28:23हमारे सर्प्रस उन्होंने हमें पूरी दरह से परमिशन दी है हम कहीं भी गूम फिर सकते हैं
28:33और वैसे भी अरसलान अपनी जॉब छोड़के सिर्फ मुझे पिक करना आया था इसमें क्या गलत बात है
28:39गलत बात तुम दोनों को भी दिखती नहीं है
28:44अमरी जान मेरी प्यारी सीनान सोया
28:49जब कल शादी हो जाएगी और तुम इसके वक्त के लिए तरसोगी न उस वक्त को होगी
28:56करसलान मुझे आफिस से आके पिक कर लो तब इसके पास टाइम में होगी
29:00बर वैसे भी इस बात की वज़ा से लोग जो बाते बनाएंगे उट तुम दोनों को नहीं पता
29:09मुझे न लोगों की कोई परवानी यह जो लोग हैना हमारा घर नहीं चलाते
29:16बलकि न जो हमारे घर के अपने ही लोग है ना उन लोगों की सोचना बहुत घटी है
29:21हर वक्ता टो लगा कर बैठे रहते हैं
29:24कि कब कोई बात मिले और हम उसका बतंगर बनाएं
29:27और जी
29:30आइंदा से आइने में अपनी शकल गौर से देख लीजिएगा
29:34तो सारी कहानिया याद आ जाएंगी आप
29:36जोड़ा
29:37हाँ
29:57आप जायेंगे या
30:02रूम तक छोड़ कराईगे
30:04चैसे आपके, खेर, बुलाफिस
30:10बुलाफिस, इसको देखो कस भर लंभी सबान
30:18तम इसी कर रही है, बड़ी शेयर मिल गई है बड़ी भाईया पर, है
30:23चोटी तुझे तुम्हें देख लूँगी, पर दूसरों को निम्टा दू, फिर तुझे बिठी खाने लगाऊंगी
30:32देखो न, बिचारी अकेली बच्ची क्या कुछ अकेले सह रही है
30:45इसलिए गहते हैं न, माबाप अपने उलाद के लिए बिल्कुल चाओं की तरह होते हैं
30:53कोई दूसरा शक्स कितना भी प्यार कर ले, माबाप की जगा नहीं ले सकता
30:58लेकिन मामी, हेरत की बात ये है कि इसकी खाला और खालू इसको बहुत प्यार करते थे
31:06जान चड़कती थी हाला तो इसके उपर, आप सोचें न, अपने बच्चों को छोड़के इसके पास जाय रहे थी
31:11लेकिन मुझे समझ भी नहीं आ रहा कि अचानक इनको क्या हो गया है
31:14उचा वो तो उनकी सगी हुलाद है
31:16तो जायर है, उचाते हुगे के पास आ जायें, कब तक दूर रह सकते हैं
31:22इन्होंने सोचा होगा कि इसकी शादी हो जाये तो जाये
31:26लेकिन ममी, इसका मतलब ये तो नहीं है न, कि इसकी मर्जी के बगएर दो बच्चों के बाप से इसकी शादी कर दे
31:31इसको बोट समझ के अपने सर से उतार दे, इसे तो नहीं होता न
31:36ये तो वाके, उर्जाती है शीबा के साथ
31:40लेकिन बिटा, वो इंटर्पेंडन्ट है, खुद डिसीशन ले सकती है अपनी सिंदगे के
31:47खड़ी हो जाए डटके उनके सामने, बना कर दे, उसे पर देसी थोड़ी कर सकता है
31:51यही तो मसला है, इखलाकी तोर पे खामोश हो जाती, इसकी सरपरस, इसके चैचा और इसकी खालूई
31:57उनके सामने कुछ नहीं बोलती, खामोश रहती
31:59शीबा कहां रह गई थी तो, तुम्हें पता है, मैं अरसलान को लेकि तुम्हारे आफिस आने वाली थी
32:06अब, असलाम लेकि ममी
32:08वाली हुम असलाम, जीतिरो बिटा
32:10अब, मैविश क्या पता हूँ
32:12एसन और चचचा जान आफिस आ गय थे
32:16और तुम्हें पता है, दोपेर दो बज़े से लेके शाम पांस बज़े तक वो लो आफिस के बाहर ही रहे मेरे
32:21तो तुम मुझे कॉल करती ना, मैं आके देख लेती उनको
32:24नहीं, मैविश मैं किसी को इन्वाल नहीं करना चाती थी
32:27परना वो लोग मुझे छोड़कर तुम्हारे पीछे बढ़ जाते
32:30वो तो शुकर है कि मैंने सीजी टीवी कैमरा देख लिया
32:34और गार को पहले ही कह दे किसी को अंदर ना आने दे
32:36परना पता में क्या हो था
32:39कैसे कैसे लोग हैं इस दुनिया में
32:42सगे भाई की बेटी है कोई उंसियत ही नहीं यानि बस सिर्फ मत्रब निकाले है
32:47एनिवेस तुम फ्रेश हो जाओ मैं तुमारे लिए खाना लगवाती हूँ और टेंशन नहीं लेनी तुमको
32:51पेटा अब कुछ सिंदगी भी इंतान लेती है परिशान मतों हिंब से काम लो सब ठीक हो जाएगा हम आजो अची
33:06अरे पेटा पाकस्तान में भी एक से एक डॉक्टर है वाइ डॉन्ट चुगो फर ए सेकिंड अपिनियन हा मी कहा है ना शीन से बताएगी किसे अची से डॉक्टर का पता करिका मी यारा मेरी बात सुने में बात आहम बात करनी है आपसे लगता है सुस्राल में फिर कोई जग
33:36करने के लिए तयार है वाट वो कैसे घर छोड़ के जा सकता है वो तो कभीर पर डिपेंड़न है तो मुझ से अलग होने के लिए पुरी तयारी कर लो क्योंके मैं नहीं रह सकती सबके साथ और अब वो आ गया है मुश्किल ओ माइगा बड़ी तेस लड़की है ये तो
34:04आपकी और मेरी और हम जैसे बहुत सारे सीधे साथे लोगों की सोच से भी ज्यादा
34:10अब में ते लगड़ा समीर है पादा बात करते हैं लाफिस हाँ हाँ करूं ये अब कॉल दा है ओके लाफिस
34:17बाव वह जो देख के तुम ऐसे फोन बन करती हो जैसे मेरा बड़ा कोई खौफ है मेरा बड़ा इतराम करती हो डरती हो मुझसे
34:27कमाल आदमी हो तुम समीर हर बात में ताहने दे रहे होते हैं अरे इसलिए रख दे हूं कि हर वक्त हम कहते हैं तुम फोन पर लगी वियो फोन चोड़ो ये कर दो वो कर दो इसलिए
34:40ताने मैंने, ताने तुम देती हो, यह तुम्हारा गाम है, चलो उठो, मामो मामी आये में, बाहर तुम्हारा इंतिजार करना है, इतनी दफ़ा पूछ चुके हैं वानिया का है, वानिया का है, तुम कह देते हैं कि मैं नौशिं की घर गई में हूँ, गई हुई थी, अब आ �
35:10चाप लोसी पर मुस्से नहीं होता, खम खेंगे ज्चूटी, मामी मामी मामी आपके कबाब, मामी आपके ये, मामी आपका वो, मामी आप बहुत दिनों से अरे कल होकर गई थी, और दिनों से नहीं आई, ससौल की चाप लोसीं, क्या यार, किस मुश्किल में फास देई हु�
35:40इसलिए वालदेन को अलाद का साहबान कहा जाता है
35:51क्योंकि वो हमेशा अपने बच्चों को अपने आगोश में छपाए रखते हैं
35:57कभी उन पर किसी दुख का साया नहीं पढ़ने देखे
36:01यहां में चली जाती हूं माम हो मामी के लक्चर कौन सुनेगा उफ थौबा
36:10शीबा, है वाद प्लेजन सप्राइज
36:15है कैसे एदर बस कभी भाई गए वेचे कल से तब तो कल से हाई भी हूं
36:23रिली, I don't know, हैर, हाव इस लाइफ?
36:27लाइस करण, अलाँदोलेलाँ, यह तो बड़ी तेज लड़की निकली, घर भी कुछ कही है भाई
36:33हर एक की आँखों का तारा बनती जा रही है, चाहती क्या है आखिर?
36:41गर पे सब कैसे? मैंने कभी तुम से तुमारी फैमली के बारे में नहीं पूछा
36:44अम मिली फैमली, मैं पेरिंस डाय विएक सारा जाए और बहें भाई कोई हैं आए
36:54खाला कालू ने मज़े पाल कर बढा किया, so they're my guardians
36:59I'm sorry, I didn't know
37:01Soaking
37:03निशाल से जाके बात करती हूँ
37:06उससे पूछती हूँ माजरा क्या है
37:08अब से बहुत टाइम हो गया इस बात को
37:10प्लस मैं इतना बिजी होती हूँ अपने काम में और
37:15बिजनेस में की टाइम ही नहीं मिलता
37:17इपी ठीक
37:19तुम बताओ
37:21अपने मिया को तुम है समाल लोंगी
37:29इसके मिया को कौन समालेगा
37:32मैविश की दोस्त है
37:35अप्ची गोल या नहीं खेली होंगी इसमे
37:37ताती हूँ जाके सूँ
37:39माँ मैं ने खुद अपनी आखों से देखा है
37:46मैं तुम से क्यो चुट बोलूँ कि भई
37:47भावी यह आप क्या कह रही है
37:49क्या कह रही हूँ क्या कह रही हूँ
37:51जो देखा वो ही कह रही हूँ
37:53अब मैं तरह से तो नहीं कुछ कह रही है नहीं
37:54अल्मीर तो मुझे कहके गयाता है
37:56कि मैं नीचे किसी काम से जा रहूँ
37:58बड़े भाईया के कमरे में जा रहो, ऐसे कैसे हो सकता है, ओ, शीबा के साथ बैटा हुआ है, आदा सच बोला उसने, काम से जरूर गिया है, लेकि बड़े भाईया के नहीं, अपने काम से, और मैं वाक कर रही थी यार, मिशी, तो मैंने वाक करते करते मुझे आदा गंटा हो
38:28क्या आया है, क्यों बाते कर रहा है उससे, मुझे नहीं मालू, मुझे नहीं पता, ये बात तुम अलमीर से ही पूछना है को उसको क्या पसंद आया शीबा में, और अगर पसंद आया तो क्यों आया होते हुए, यूँके देखो, शीबा को इस घर में, बड़े भाईया ने
38:58ऐसे कैसे कर सकता है मुझे तो, तो दिल करें मैं, नीचे जाके उसको भी बताती हूँ, अभी नहीं, फ़र से अकल से काम लो, जजबात में आके नहीं, ठीक है, उससे मैंनी आनी तो, ये जी तरह ख़बर लेना, शीबा के साथ बैठा हुए, और कोई काम नहीं है ऐसे, च�
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