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  • 2 days ago
Watch Baray Bhaiya Episode 23 – the emotional family drama that continues to touch hearts with its powerful performances and relatable storyline. In this episode, tensions rise as unresolved issues come to the surface. Will the family find peace, or will things fall further apart?

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📅 Episode 23 Air Date: [Insert Date]
📺 Starring: [Insert Actor Names, if known]
🎬 Presented by: [Channel/Production House Name]

👉 Stay tuned for Episode 24 – coming soon!
Transcript
00:00देखो मैविश तुम हालाद से इस तरह फरार नहीं हो सकती है
00:02जो कहना है कहलो
00:04मुझे अप कुछ दिन तक उनसे कोई राप्ता नहीं रखना
00:09देखो मैविश जो कुछ भी होगा है उसे फेस करो
00:14उनकी सवालों का जवाब दो
00:18इस तरह यहां अपना फोन बन करके आके बैठ जाना
00:23इस तरह तुम कमजोर साबित हो जाओगे
00:26शीबा मैं हर सवाल का जवाब दे कर आई हूँ
00:29तो फिर अप क्या खौफ है तुम्हें मैविश देखो तुमने जो कुछ भी किया है
00:33कबीर भाई का फोन उठाओ उन्हें बताओ ये बात
00:39कि तुम्हारे जो भी रियाक्शन्स थे वो सही थे
00:42क्या तुमने क्या उनकी अलफाजों से हर्ट हुई हो
00:47उन्हें खुद एसास होना चाहिए ना क्या उन्हें क्या कहा है और किया
00:51देखो वो सकता है कि उन्हें जो कुछ भी कहा वो गुत्से में कहँदिया
01:03इंसान गुत्से में तो बहुत सारी चीजिए बोल जाता है
01:05तुमने हैसास दिलाओ इस बात का
01:10कि उन्हें तस्दीक किये बगेए तुम पर इल्जाम लगाए
01:13था
01:14तस्दीक तो कर लिया उन्होंने अपनी भेंस
01:17उसके बाद मेरी किसी बात पर यकिन दो हो याए गाम
01:23देखो मैविश फिर भी तुम्हे सच कहना है
01:26और डटे जाने अपनी बात पर
01:28अपना फोन आउन करो उन्हें जवाब दो
01:33इस तरह खामोश बैठने से फोन आउफ करने से मसले हल नहीं होगे
01:39और वैसे भी तुम हमेशा के लिए उन्हें छोड़कर तो नहीं आई हो
01:44अपना फोन आउन करो उन्हें से बात करो
01:48थोड़ी गुझाईश रखो ताके तुम लोगों के मामला ठीक हो सके
01:55तुम समझ जो नहीं मैं क्या कहने हैं
02:17परी बिटा दिल को मजबूत करो
02:20यह दुनिया का दस्तूर है जो कमजोर होता है ना
02:23उसे धपाया जाता है
02:25यह शोएब जो इतनी बड़ी-बड़ी बाते कर रहा है
02:28धंकियां दे रहा है
02:29सिर्फ इसलिए तुम्हारी बुज़नी और खामोशी की वज़ा से
02:33मैं क्या करूं ममी
02:39ची बहुत और लगता है
02:43मैंनी चाहती शोएब मुझे चोड़े
02:45और अमल को मत से चीन ले
02:48क्या हो गया आपी
02:50आपने बिला वज़ा का नए खौफ अपने दिमाग में बिठा लिये
02:55वो ऐसा कभी नहीं करेंगे
02:57वो आपको सिर्फ धराते धंकाते है
02:59जोया ठीक कह रही है
03:02शोएब ने तुम्हारी कंजोरी को भांप लिया है
03:05कि तुम तलाक के नाम से डरती हो
03:07और कभी तुम्हारी आँखों में कभी आँसों बरदाश नहीं करेगा
03:12इसलिए शोएब तुम्हें को इमोशनली ब्लाक मेल करता है
03:16और शोएब भाई के पस आप जो कुछ भी है न
03:19वो सिर्फ बड़े भैया की वज़ा से है
03:21और वो सब कुछ आपके नाम है
03:23अगर शोएब भाई आपको डैवोर्स देते हैं
03:29इस वज़े से वो भी हर चीज से महरूम हो जाएंगे
03:31इसलिए वो ऐसा कभी नहीं करेंगे
03:33जरा दिमाग करें अपना
03:35बस बेटाब जो मैं कह रही हूं तुम्हें वही करना है
03:42जो समझारी हूं गोर से सुने
03:44ना शोएब को फून करना है
03:47ना उसका फून आंसर करना है
03:49कुछ दिन तर उससे जरा कता तालुक हो जाओ बिको
03:55और इस तरह रोता दूता मूँ बनागे ना
04:01कभीर के सामने बिल्कुल मताना
04:03तुम्हें पता है ना
04:06वो तुमनों को उदास और परिशान बिल्कुल भी बरदास नहीं कर सकता है
04:12ऐसे भी आजकल वो महविश की वज़े से बहुत परिशान है
04:17क्या मतलब वो भावी की वज़े से क्यों परिशान है
04:21हाँ
04:22उन दोनों के दर्मियान बहुत जगड़ा हुआ है
04:29और महविश उसे छोड़के घर चले गई है
04:31क्या
04:33महविश और भाई अमें जगड़ा हुआ है
04:35अगर भाईया ने तो हमें यही बताया था कि वो उनके अब्बू की तपे खराब हो गई थी इसलिए आप अमरजंसी में उने घर छोड़कर आई है
04:43हो सकता है बिटा वो तुम लों को परिशान ना करना चाहता हूँ और यह परिशानी अपने तक मेहदूद रखना चाहता हूँ
04:50मैंने तो तुम लों को बता दिये अब यह बात अपने तक रखना उस पर जाहिर ना करना कि मैंने तुम लों को कुछ पताया है
05:04झाल झाल
05:34तुम गई तो नीन पी रूट गई मुझ से
05:46तुम ने अपना बना के छोड़ दिया
05:51पॉपत करने वाले ऐसा करते हैं
06:04झाल झाल
06:34पॉपत करते हैं
06:41तुम पॉपत करते हैं
06:49जाल
06:52भॉपत कर दो यह दुपता दें
06:55अभी लेकर आते हूँ
07:07अब सूजाँ रेटों में लेकर आते हूँ
07:25अभी पालगा आते हूँ
07:40कि अभी हूँ
07:43एसज़ लेकर आते हूँ
07:55झाल झाल
08:25यही तो मैं आपसे पूछने आया है
08:36आप नहीं सोय भी था
08:39नहीं बस ऐसी
08:42नहीं नहीं आ रही थी
08:45आपके तब्यट ठीक नहीं है
08:49नहीं सही है तब्यट मेरी बस
08:52तुरा फ्रेश हेर लेने आया था
08:54सोजाओंगा भी थोड़ी देर में
08:58काफी टाइम होगा तुम भी सोजा
09:01आप जाहे मुझसे कुछ भी न कहें
09:16लिकर मैं अच्छी तरह जानती हूं
09:20अपना हविश की वज़ा से परिशान है
09:25उसे बहुत बड़ी खलती हो गई है
09:31और इन सब में
09:36सबसे ज़्यादा खुसूर बे रही है
09:41अई खुसूर वारू
09:46मुझे माफ करते हैं
09:51मुझे माफ करते हैं
09:53मुझे माफ करते हैं
09:57मुझे माफ करते हैं
10:23मैविश
10:25हम
10:26उठो भाई उठो
10:28जल्दी उठो तो अभी तक सोड़े
10:30उठो
10:31क्या है शीबा
10:32उठो जल्दी उठो
10:33अब उठो जल्दी उठो
10:34अब उठो
10:35शीबा मुझे नहीं जाना करें
10:36प्लीज सोने दो
10:37आप ज़र बढ़के सोई थी
10:39अच्छा पिर एक काम करो
10:40वाक पर चलो पिर वाकर साकी सोजाना
10:41उठो नहीं जा रहा था
10:43उठो जल्दी मैं कुछ भी नहीं सुन रही
10:44कौन
10:45Get up
10:46क्या मस्ला है
10:49उठो चलो हम वाक करने जा रहे है
10:51हम क्यों जा रहे है वाक पर
10:53फ्रेश एर लेंगे थोड़ा
10:55बाहार निकलेंगे बहुत अच्छा लगेगा
10:57ट्रस्ट में चलो
11:13अंकर हम लोग जरा सामने पार्क तक जा रहे हैं वाक करने है
11:17मिटा इसे क्या गन पॉइंट पर बाहर लेके जा दी
11:21बस ऐसे ही समझ लें बहुत ही मुश्किल था
11:23बाबा आपको पता है मुझे वाक पर जाने का कोई शौप नहीं गभी गई हुमा पार्क
11:27अच्छा खासा सोरी थी गहरी नहीं से जगा दिया इस ते
11:30मैविश आइम टेलिंग हूँ जब तुम पार्क में चाओगी न तो तुमारे सारी नींद हो जाएगी
11:34इतनी अच्छी वाइब पार्क की वहाँ बैखना सकूर से तो है सोचने का वंपी मिलेगा तो फिर रिसाइट करना तुमने क्या करना है
11:41ट्रस्ट में तुमने बहुत विजू लगा अब चले ओके हम जाने पर जा इटा तुमा फिरेश होची जाओ
11:50चलो
11:59वहाँ बैखना सकूर से तो हम सोचने का वंपी मिलेगा तो फिर रिसाइट करना तुमने क्या करना है
12:11क्या करना है
12:41मैं विश्टुम क्यूं आई मेरी जिंदगी में
12:49ना केला ही ठीट था
12:52ना किसी के आने की खुशी थी ना जाने का गम
12:56अब तो सब कुछ अधूरा धूरा सा लगता है
13:00मुझे अपना आदी क्यूं बनाया जब इस तरह रूठ के जाना था
13:11अधूरा था आज़ा को अगा कि अधूरा था
13:20आज़ा था किसा आज़ा था था
13:27भाया
13:30भाया जूराख अधूरा ख़र बस्दोष मेरे राउंस पूरे हो गए वस वापस जा रहा हूं
13:39बैया, वह भाभी नहीं अबितर आ जाएगी एक दो दिनों में
13:46तब यह जादा खराब है किया उनके फादर दी
13:49नहीं नहीं अब तो ठीक है बस रेस्ट का का है डॉक्टर ने
13:52इसलिए रुक गई मैं विश्ट तुम क्यों पूछ रहूँ
13:56मैं शी पूछ रही थी कि अपने अंकल को कब भेजूँ आपसे मेवाने की है इसलिए
14:02हाँ मैं तो भूली गया था
14:04एक दो दिन दे दो पताते हैं तुम्हें उसे समझा देना सिच्वेशन
14:10नो प्रॉबर्ब्र फीक है
14:12ओके सीर बगुरी
14:26अरसल नाच्टा के बगहर ही चना गया जी उसके किसी खिलीब ने उसको बुलवाया था ब्रिक्वेस्ट पे
14:40जलाल साथ हमें ना कभी और मेहविश की सुला करवानी चाहिए
14:48पैचप करवाना चाहिए किसी हाल में
14:50हम यही सोच रहा था
14:55तो बहुत परेशानी हो रही है इन दोनों के
14:58इतनी मुश्बियों से तो शादी हुई थी
15:01दोनों अतने खुश थे
15:02वसे कभीर को ना शुएप के प्रेशर में आके
15:07मेविश से वो सौरी वाली बात नहीं करने चाहिए
15:11दरसल कभीर अपने बेहन भाईयों के मामले में बहुत हिसास है
15:16जरा सी भी तकलीफ जो है वो बरदाश नहीं कर सकता
15:23वो उनको खुश रखने के लिए खुश रखने के लिए खुश तकलीफ सह लेता है
15:28परदाश कर लेता है
15:29विसे इस मामले को भी वो वहर जजबाती अंदाज में ले रहा है
15:34आनो कि इस मामले को तो उससे ज़रा ठंडे दिल्यों दिमाग से सोचना चाहिए
15:43पिर देखो टबीर की बात तो हमने सुन ली
15:48कि हमें महविश की बात पी सुननी चाहिए
15:51आखिर क्या वज़े थी कि वो घर चोड़कर चली गई
15:53मुझे नहीं लगता
15:58कबीर के सौरी के इसरार पर उसने ये कदम उठाया होगा
16:03कोई तो ऐसी बात होगी जिसका हमें नहीं है अलमी
16:06जिसकी वज़े से इतना बड़ा कदम उठा लिया
16:09मैविश वैसे बहुत समयदार और तहमूल में जारी इसका मुझायरा तो अलमीर की पार्टी में देख लिया था ना
16:19कि मुसे वानियों ने इतना कुछ कहा और वो कुछ भी नहीं बूली और सब कुछ बरदाश किया कोई शिकायत तक नहीं किया उस लड़की ने
16:26हम तुम ठीक कहरे हूए हम ऐसा करो मैविश को फोन करो सको हो कि हम मिलना चार है
16:32लेकिन कंदीर को खबर ना होने पाए ह। उसना अगर हम मैविश की रही सुन लों तो दोनों को सम्झाने में आसानी हो जाएगी
16:41हाँ ठीक है रहे हैं आप कमस कम में किरती हूँ बार
16:46तैमूर तुम से बहुत महपत करता है वो नहीं रह सकता तुम्हारे बगएर बिटा
16:53इतना कुछ हो जाने के बाद भी आज भी मेरे लिए खड़े हो
16:57तुम्हारी तरह तो कोई किसी को नहीं चाहता
16:59मेरी सालों की मुआपत जिसके बगएर एक पल भी गुजारना मेरे लिए जियतनाग था
17:07आज मेरे सामने है माजी की तल्खियों ने कहीं आपको बे यकीन तो नहीं कर दिया
17:12वाह मज़ा आ गया तुम्हे तो मेरा काम आसान कर दिया शुए भी
17:28ऐसा चक्का लगा है कि मैं वेश घर से दिल जागरी है
17:35मुझे तो कुछ करना में ना पड़ा
17:37खारिया तो उद्धी खोदी मुस्कुराया जा रही हो बाबली हो गया नहीं
17:51अम्मे की कोई बात याद आ गए थी
17:54अच्छा तुम्हारे अम्मी से तुम्हें कुछ रहने के तरीके बताती हैं यह नहीं बताते हैं कि शोगर लोग ऐसा कुछ रखना चाहिए
18:00तुम्हें कौन से जलुम के पहाड गिरा दिये मैंने हैं खैर बहुत लंगी दास्तान है फिर कभी सुरूआ अच्छा सुनो तुछ पता भी है घर में क्या हो रहा है तुम्हारे भाईया और भावी में लड़ाई हो चाह भाईया भावी के लड़ाई हो कोई तुम्हें कैस
18:30गी लड़ाई थे हमारी की सारहा दीन होती है एसका मतलब भीद वह होई कि सबको बताते तो रहे हां लेकिन नराज हों के महें की जली गई है तो इसमें है
18:40किया बात है, नॉर्मल और जो दो होती है न, तो उनके लडाई होती है उनके शोखरें से, तो वो नराध होके मैं के ही जाती है।
18:48मैं तो कभी नहीं कही नॉर्मन की बात की ना मैं लेकिन अपकॉस तुम्हारा मैका यहां अगर यहां होता है तो तुम आपते में चार्जी नहीं होती और विएस आज़ो सुनो खैरियत है अज मतलब काफी लेट हो गया नाइस्ता नहीं लगाया नहीं तो नावागे रेड़
19:18असे लो ट्रेलर तो अब मैं विश को दिखाना है अब लगता है कि माई कभी सर का फोन आ रहा है अठा लो ममी कॉल करें सर्वदान जी लगता है कभी ने इंको सबता दिया हो सबता दिया हो सबता है कि तुम
19:48कभी सर का फोन ने उठाई तो उन्हें सिफारिश लगाई हो असलाम लेकुम ममी वालेकुम अतलाम जीती रहो बटा खुश रहो कैसी हैं मामों कैसे हैं हाँ बेटा हम दोने बिल्कुल ठीक है और मिस करें तुमें तुम्हें रोजाना देखने की आदा चुर पड़ गई थ
20:18जलाल तुमसे न मिलना चाह रहे हैं हम शाम को आ रहे हैं तुम्हारी तरफ यहां आना चाह रहे हैं आप लोग अगर बिटा तुम्हें कोई इतराज ना हो तो
20:32हरे ने ने मुझे क्या इतराज होगा आप लोग आएं जरूर आएं मुझे तो खुशी होगी
20:39आज ठीक, खुदाफस
20:45ओके, अलाफस
20:47क्या कहा हूं लोगों अभी यहां आ रहे
20:50शीवा लग रहा है कबीब ने इंको सब कुछ बता दिया
20:54इसलिए आना जा रहे
20:56हाँ, इसा ही हुआ है
20:59तुम कुदी तो कहती हूं कि कबीब भाई उनसे हर बात शेयर करते है
21:02हो सकता है ये भी बताया
21:03पता नहीं है ना कभी में इंको सारी बात कैसे बताये
21:06क्या बोला है, क्या कहा है सारी बात बोले के
21:09हो सकता है कि वो लोग इसलिए यहां पर आ रहे हैं
21:12ताकि तुम्हाई साइट की स्टोडी भी सुने
21:14समझदार है वो लोग शायद देखना चाहरे हैं कि क्या बात है
21:19पापा का क्या करूंगे इंसे क्या करूंगे
21:24I think तुम अंकल को बताना पड़ेगा उन क्याने से पहले पहले
21:28अरे अमा चक्के पर चक्का मार रही थी
21:35बिच्यारी एकदम से क्लीम बोर्ड हो गई
21:38अरे तो अच्छा हो ना तुमारे रास्ते साफ हो गया
21:41वगर अमी उटे डाइर इस बात का है कि अंदोने में कहीं सुला ना हो जाए
21:46अरे आप जान वामो आयते ना
21:50आरा आप जानती है वो तो उनकी चाहिती है
21:52लोगे पुशिश करेंगे कि तोने में कोई नकोई सुला हो जाए
21:55भई तो उसके आने से पहले तुम अपने कदम मस्बीट कर लोगा
21:59तैसर देखो जो भी काम वो करती थी अब तुम करने लगो
22:04भी ताकि वो जब आए की तो उसके पास कुछ करने कोई नहीं होगा
22:09घर के तमाम लोग तुमी को आवाज हैं देंगे
22:14मुलाजमा बन जाओ
22:17क्या पागर पने की बाते कर यो वो क्या मुलाजमा बन गीती सारे काम करने से
22:22क्यार में मुझसे नहीं होते हैं गर काम
22:24मैं वादें बात करती हूं आफसे
22:26क्या हो गया?? जल्दी आगए उफस से
22:32हाँ आफस संज्डे आज ओड़ी गया थी
22:36फिर का अगो ऒरते है सबस़ां
22:38में किया था प्लाइंट से मिलने
22:42साफ साफ कहो ने समीर दोस्तों के साथ थी
22:48जो दोस्तों के साथ थे अगर दोस्तों से मिलने किया भी तो तुम्हें क्या अतराब है
22:53मैं सारा सारा दुन घरें बढ़कर बोरोचे रहती हूं समीर एक दिन चुट्टी का आता है और भी तुम दोस्तों सब गुजा लगा
23:01कि अजय अब फूरा हफता जो तुम दोस्तों के साथ भूंती रहती हो मैं तो कभी अटराब निगर है
23:08आज़े अप्टीज शाओ और मुझे एक पच्छ बना के बला दो क्यों जहां गए थे उन्होंने पान तक को नहीं पूछा किया ज़िए अच्छ अब क्यों तुम से पूछा क्यों तुम से भांगा तो यह दूपी आप से कहते हैं वोचा बना के बला देंगे कमस्वर में और
23:38अभी तो सफर शुरू हुआ था चंद कदम ही चले थे हमारी ज़िदाई
23:59समझ नहीं आता कसूरवार किसे समझो किसके हाग में फैसला गूए
24:05भैया आपी के बगाए कितने उदास हैं
24:16खुद अपसट लगरे हैं
24:24भैया
24:34अरे जोया तुम तो बच्चों के साथ नहीं बाहर जा रही थी
24:39वो बच्चे सालान और अलमी के साथ चले गए मेरा दिल नहीं कर रहा था
24:44ओके नहीं आप
24:50आपकी तबे ठीक हैं?
24:54हाँ ठीक हुँ मुझे क्या होना है?
24:56बच्चे क्या होना है?
24:58बहुत डल लग रहे हैं आप
25:00बस वो संड़े वाले दिन ऐसी होता है
25:03इनसान पूरा वी काम करता है तो एक्जास्ट होई जाता है
25:06ऐसी कोई बात नहीं है
25:08तो आप भाबी के पास क्यों नहीं गए?
25:12उसके पास अब वो शीवा के साथ प्लैन था ना उसका आज
25:18लिस्ट आप करना मुनासिब नहीं समझा मेरे
25:20बहुत एरसे बात में दोने अच्छा एंजॉय करने है
25:24भाबी के बगार घर में रौना की नहीं
25:26मुझे बलकुल अच्छा नहीं लग रहा
25:28आखिर किते दिनों के लिए गई है भाबी?
25:32आ जाएगी
25:38मेरा फोन आ गया
25:40हलो
25:42असल बात
25:56भाया कभी ने बताएंगे
25:58रहाना से कहा था कि
26:12फूट प्लैटर चाहिए
26:14सब की सुनती है सवाएं मेरे
26:16कीनों लाके देव भी है
26:18नमक्ते को गया
26:22चला पर वानिया
26:26खबर देते हैं मैं विश्री
26:28देखते हैं क्या हो रहा है वाम
26:34हेलो? कौन?
26:36अरे मैं वानिया
26:38भूल गए क्या? ऐसे क्या मैं क्या क्या क्या
26:40हम सभी को भूल गई
26:42वह
26:44रेली सॉरी भाबी आक्चली बहुत बजी थी
26:46बगैर देके फोन अठाली असलिए पहचानी नहीं
26:48अन्यूवेज आप पताएं कैसी है
26:50मैं तो बल्को ठीक हूँ
26:52बलके एक नहीं हूँ जो इस घर में बल्को ठीक हूँ
26:54बाकी सब तो
26:56खेर तुम बताओ
26:58तुम्हाई वालद साब की तिमत अब कैसी है?
27:00कैसी है?
27:02अल्ला का शुकर है अब काफी बेतर है
27:04हाँ
27:05अल्ला अच्छा रखे
27:06अच्छा रखे
27:07अरे सुना में सुना है कि तुम बड़े भाईये से नराज हो के जाके
27:10मैं के बैट गया?
27:12ऐसा कुछ भी नहीं है
27:14नादेश
27:16मुझ से कुछ नहीं चुपा रहता है
27:18इस घर में मेरे आखे और कान और नाख सब खुले रहते
27:21मुझे सब पता है सारे माम लेखा
27:25और शुएब के साथ जो भी मामला हुआ
27:28अजाम लगाया तुम्हें शुएब पर
27:30बड़े भाया नहीं यकिन नहीं किया
27:32तुम्हें बुरा लगा
27:34अरे भाई किसी भी खैरतमन बीपी को बुरा लगेगा
27:36तुम रात के अंधेर में नराज होकर चली गए अपने अबा के घर
27:40सही कह रही हो ना
27:42फजू बातने की जरुवत नहीं है भापी
27:44मैविश अभी भी समझ लो ये फजू बात नहीं
27:46फजूल बाते नहीं
27:48तुम्हारे शहर हमारे बड़े भाईया की आखों पे अपने भेहनों की महपत के पटी बंदी वही है
27:53ये भेहनों के आके उनको कुछ नजर नहीं आता
27:56दिखा दिया ना तुमने अपना काइटर सर्टिफिकेट
27:58क्या कर लिया
28:00क्या कर लिया तुमने नहीं माने नहीं यकीन किया तुम पर
28:04सुरा मरी बात
28:07फजूल की कवाही
28:09फजूल के आखो
28:10फजूल का दर्द
28:11सब कुछ उनके लिए वही माईने रखता है
28:14तुम कुछ नहीं
28:16पेसले सीधी बात कहूंगी मैमेश
28:19अपने ले कुछ सोचो
28:30करने के लिए आपने मुझे फोन किया
28:35आइना मुझे फोन करके इस किसम की बात करने की जुरुत मत कीज़का
28:40मैंना मैं आपको ब्लॉक कर दूगी
28:42ना सुनो
28:54मुझे जो काम करना था
28:56यो तो मैंने कर दिया
28:58आपी
29:04मैं जानती हूं के भैया भाबी को बहुत मिस कर रहे हैं
29:08मगर वो भी क्या करें
29:11रिष्टो के दर्मान पिसकर रहे गें
29:13पहली बार भैया की जिंदगी में कोई खुश ही आई थी
29:16वो भी घलत वहमी की नजर ओगई
29:18तो फिकर मत करा
29:24है तो यह गलत वहमी न
29:27तुम देखना दोर हो जाएगे
29:34अगर कैसे दोर होगी आपी
29:36भैया यहां है और भाबी वहाँ पे
29:38कौन करेगा यह गलत वहमी दोर हम
29:42हम करेंगे मगर हम किसे करेंगे आपी
29:48भैया जब आफिस जाएंगे
29:52तो हम मेविश से बात करेंगे
29:55उसे मनाएंगे
29:57नहीं नहीं आपी
29:59हम यह नहीं कर सकते
30:01अगर भैया को पता चला तो वह
30:03बहुत नाराज होंगे
30:05हमें कुछ और सोचना पड़ेगा
30:07मुझे तो
30:11समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें
30:13खर
30:17मैं आपके लिए चाहे लेके आती हूँ फिर
30:19हम कुछ सोचते हैं चीक है
30:27यह सब मेरी वज़ा से हो रहा है
30:29मेरे जूट ने
30:31भाई और मेविश के दरमयान खलत वहमी पैदा कर दिये
30:35तो मुझे ही अब आके बढ़ना होगा
30:39अगर कैसे
30:41क्या करो
30:43जिस सच बताना होगा
30:45मगर
30:47गर इसना तो शुवर प्रस्वा हो जाएंगे
30:49वो भी सब के सामने
30:51या ला
30:53क्या करो मैं
30:55एक तरफ शाहर की इज़त है
30:59तो दूसरी तरफ भाई की महपत
31:03या ला
31:05तेरी मदद वर्म
31:07प्रस्वाद
31:34सजाद साहब नजर में आ रहे हैं
31:37दरहसल उनके एक दोस्ट बिमार थे, वो उनसे मिलने गए
31:40और सची बात है, मैं आप लोग क्या हने का उन्हें बताना भूल गए थी
31:44कोई बात दी बिटा
31:46अच्छा एक काम करें, आप लोग बैट के बाते करें, मैं आप लोग अच्छी से चाय बना कर लाती हूँ
31:50अरे, नहीं बिटा, तकलुफ ना करो, रहने दे
31:54अरे, बनाने दे ममी, इस बहाने ये कुछ काम तो करेगी, और सुनो
31:58चाय के साथ ना थोड़े सैन्विचिस भी बना लेना, इनके बहाने मैं खरीब भी कुछ खाब लेना
32:01अर जी, जी, जी, ऐसान फ़रामोश, कहीं तरफा में आपको बना कर खिला चुकी हूँ, आपको बैचे में लेकर आती हूँ
32:07बटा, ऐसी क्या बात हो गई थी, कि तुम खर छोड़के चले आएं?
32:19अरे, नहीं ममी, ऐसी कोई बात नहीं है, वो दरसल बाबा की तबेट ठीक नहीं थी, इसलिए आ गई
32:27अर्ला तुम्हारे बाबा को जिन्दगी दे, सिहत दे
32:31चाब, तुम मुझे बता ली, तुम मुझे मा समझो या ना समझो
32:38तुम जब से कबीर की जिन्दगी
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