Sheikh Hasina को Death Penalty! क्या होगा Bangladesh का? जानिए बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की पूरी कहानी, जिसमें सत्ता का संघर्ष, जान बचाने के लिए पलायन और अब मौत की सज़ा का फैसला शामिल है। बांग्लादेश की राजनीति में शेख हसीना एक ऐसा चेहरा हैं जिनकी ज़िंदगी किसी फ़िल्म की कहानी से कम नहीं है। उनकी ज़िंदगी संघर्ष, सत्ता और हादसों से भरी रही है। About the Story: This video delves into the dramatic life of former Bangladesh Prime Minister Sheikh Hasina, who has recently been sentenced to death for crimes against humanity. It covers her tumultuous journey, marked by political struggles, exile, and the current capital punishment verdict related to student protests.
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00:00बांगलादेश की राजनीती में एक ऐसा चेहरा है जिनकी जिन्दकी कभी आसान नहीं रही
00:08कभी पिता की हत्या के बाद देश छोड़कर भागना पड़ा तो कभी खुद को हिंसा से बचाने के लिए देश छोड़ना पड़ा
00:13हम बात कर रहे हैं बांगलादेश की अपदस्ट पुधान मंत्री शेक हसीना की जिने हाली में बांगलादेश के अंदराश्ट्रिय अपराध न्याय दिकरण ने मानवता के खिलाफ अपराध का दोशी छहराते हुए मौत की सजा सुनाई है
00:26ये नेना बीते साल छातर अंदोलन के दोरान हुई हिंसा से जुड़े अब आरोपो को लेकर आया है
00:31शेक हसीना के जिन्दिगी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है
00:35कभी सत्ता के शिखर पर तो कभी जान बचाने के लिए देश छोड़ कर भागने को मजबूर
00:40वो बांग्लादेश की राजनीती का वो चहरा है जिनकी पूरी कहानी संघर, सत्ता, विरोध और हाथसों से भरी हुई है
00:48चलिए आज आपको विस्तार से बताते हैं शेक हसीना की कहानी
00:53नमस्कार मीरा नाम है रिचा और आप देख रहे हैं वनिडिया हिंदि
00:561947 में जन्मी शेक हसीना बांग्लादेश की राजनीती का सबसे प्रभावी और विवादित चहरा रही है
01:06दशकों के राजनीती का नुभाव के साथ उन्हें जबर्दस्त उचाईया हासिल की लेकिन उनके साथ कई विवाद भी जुड़े रहे
01:13हसीना के जीवन की सबसे दर्दना घटना तब हुई 1974 जब उनके पिता बांग्लादेश के राश्ट्र नायक शेक मुझीबूर रहमान की हत्या कर दी गई
01:27जिया शेक मुझीबूर रहमान वही प्यक्ति थे जिन्होंने बांग्लादेश के आज़ादी में एक महतोपुन भूमी का निभाई थी
01:33इस घटना में उनके परिवार के लगभग सभी सदस से मार दिये गए
01:36उसी समय हसीना को भी अपने देश से भाग कर सुरक्षित जगे तलाशनी पड़ी
01:41इसी हत्या ने उनकी राजनीतिक दिशा को एक नई दिशा दी और ये घटना आगे चल कर उनके पूरे जीवन की धूरी बन गई
01:49देश वापसी और राजनीती में नई शुरू आग
01:53कई वर्षों तक देश से दूर रहने के बाद 1980 के दशक में शेख हसीना एक बार फिर बांगलादेश लोटी
02:00उन्होंने अपने पिता की पाटी आवामी लीग की कमान संभाली
02:041981 में वे पाटी की अध्यक्ष बनी और वेपक्ष की नेता के रूप में उगरी
02:08उनकी राजनीती की आत्रा धीरी धीने मजबूत होती गई और 1996 में वे पहली बाद बांगलादेश की प्रधान मंत्री बन गई
02:16पहला कार्यकाल विकास और विवाद साथ-साथ
02:20अपने पहले कार्यकाल में हसीना ने आर्थिक सुधारों की शुरुआत की विदेशी निवेश आकर्शित किये और बांगलादेश की शिक्षा तथस्वास व्यवस्ता में सुधार लाने के प्रयास किये
02:30उनकी मुफ्त किताबों की पहल को आज भी एक बड़ी उपलब्दी मानी जाती है
02:35लेकिन ये भी सच है कि उनका कार्यकाल विवादों से अच्चूता नहीं रहा
02:39नियाईपालिका के साथ टक्राओ, विपक्ष पर सकती और कई राजनीती का आरोप लगातार उन पर लगते रहे
02:462001 में उन्हें सत्ता गवानी पड़ी और राजनीती में संघर्ष का नया दौर चुरू हुआ
02:512006 में बांग्लादेश की राजनीती फिर उथल पुथल में घराई
03:00अवामी लीग और बीनपी के बीच उत्तनाओ, नियाईपालिका पर आरोप और देश भड़ में बड़े पैमाने पर हिंसा
03:07उन्हें सबने हसीना का रास्ता मुश्किल कर दिया
03:10उन्हें विदेश यात्रा के बाद वापस देश आने से भी रोग दिया गया
03:13फिर ब्राष्टाचार के आरोप में गिरफतार कर जेल भेचा गया
03:17लेकिन हालात बदले, देश में चुनाव हुए, आवामी लिग जीती
03:21और 2009 में हसीना एक बार फिर प्रधान मंतरी की कुरसी पर लोट आए
03:25लंबा शासन और लगतार विवाद, इसके बाद 15 साल के लंबे शासन में
03:31शेक हसीना ने विकास के कई काम किये
03:34लेकिन उन पर ताना शाही रवाईये, विपक्ष को दबाने
03:37और चुनाव प्रक्रिया में गडबडी जो ऐसे गंभीर आरोब लगे
03:40इसी दोरान दो बार उन पर जान लेवा हमले हुए
03:43एक में तो उनके पूरे परिवार का सफाया हो गया था
03:46और दूसरे में वे खुद गंभीर उप से खायल दूए
03:48फिर उथल पुथल और अब मौत की सजा
03:52बीते साल हुए छात्रा अंदोलन में हुए हिंसा ने उनकी सरकार को गिरा दिया
03:56हसीना को सैने हलिकॉप्टर से देश छोड़कर भारत आना पड़ा
04:00और अब उसी हिंसा से जुड़े आरोपों में उन्हें अंतराष्टी अपराद नयाया धिकरण
04:04ने मौत की सजार समा दी है
04:06शेक हसीना की एक कहानी सिर्फ एक नेता की कहानी नहीं है
04:10बल्कि एक पूरे देश की राजनीती का आईना है
04:13सत्ता, संघर्ष, आरोप, हमले और अब मौत की सजार
04:18उनका जीवन बांगलादेश के इतिहास से गेहराई से जुड़ा हुआ है
04:22फिलहाल इस मामले पर हम लगतार नजर बनाए हुए है
04:24आगे क्या होगा, क्या ये फैसला बरकरार रहेगा या कुछ बदलाव होंगे
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