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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) का ताजा बयान भारत और चीन (India and China) के लिए चिंता बढ़ाने वाला है। ट्रंप ने कहा कि वह रूस से तेल और गैस खरीदने वाले देशों पर 500% तक का टैरिफ लगाने वाले बिल का समर्थन करेंगे। यह विधेयक अभी अमेरिकी सीनेट में मंजूरी के लिए है। ब्लूमबर्ग और इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, बिल का उद्देश्य रूस के अहम ट्रेडिंग पार्टनर देशों को सीधे टार्गेट करना है। ट्रंप ने ईरान को भी शामिल करने के संकेत दिए। इस वीडियो में जानिए बिल का असर, रूस-यूक्रेन संघर्ष (Russia-Ukraine Conflict) की पृष्ठभूमि और भारत पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव।

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Transcript
00:00अमेर्की राष्टपती डोनाल्ड ट्रम्प का ताजा बयान एक बार फिर भारत की चिंता बढ़ा सकता है
00:14ट्रम्प ने कहा है कि वो रूस के साथ ब्यापार करने वाले देशों पर 500 फिजदी तक का टैरिफ लगाने वाले विध्यक का समर्थन करेंगे
00:22ये बिल अभी अमेर्की सीनेट में मंजूरी के लिए रखा जाना बाकी है लेकिन ट्रम्प के बयान ने पहले ही कई देशों में सियासी और आर्थिक हलचल पैदा कर दी है
00:33ट्रम्प के अंसार ये कानून उन देशों को सीधे निशाना बनाता है जो रूस से टेल, गैस और अन्य उर्जा उतपाद खरितते हैं
00:42मेडिया रिपोर्ट्स के अंसार ट्रम्प ने ये भी कहा है किस विधेक में इरान को भी शामिल किया जा सकता है
00:49इस कदम का मुख्योद देश रूस के अहम व्यापारिक साजेदार देशों पर दबाव बनाना है
00:54ट्रम्प के बयान से साफ है कि अगर ये बिल पास होता है तो अमेरिका को अधिकार होगा कि वो रूस से तेल या गैस खरिदने वाले किसी भी देश पर 500 फिजदी तक का टैरिफ लगा सके
01:06ये भारत और चीन जैसे बड़े उर्जा उब्भोकता देशों के लिए बड़ी चिंता का विसे बन सकता है
01:12मेडिया रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया है कि ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब रूस और युक्रेन के बीच संगर्ष और तेज हो गया है
01:21अमेर्की राष्टपती डोनाल्ड टरम्प का ताजा बयान एक बार फिर भारत की चिंता बढ़ा सकता है
01:27टरम्प ने कहा है कि वो रूस के साथ ब्यापार करने वाले देशों पर 500 फीजदी तक का टैरिफ लगाने वाले विध्यक का समर्थन करेंगे
01:36ये बिल अभी अमेर्की सेनेट में मंजूरी के लिए रखा जाना बाकी है लेकिन टरम्प के बयान ने पहले ही कई देशों में सियासी और आर्थिक हलचल पैदा कर दी है
01:47टरम्प के अंसार ये कानून उन देशों को सीधे निशाना बनाता है जो रूस से टेल, गैस और अन्य उर्जा उत्पाद खरितते हैं
01:56मेडिया रिपोर्ट्स के अंसार टरम्प ने ये भी कहा है किस विधेक में इरान को भी शामिल किया जा सकता है
02:02इस कदम का मुख्योद देश रूस के अहम व्यापारिक साजेदार देशों पर दबाव बनाना है
02:08टरम्प के बयान से साफ है कि अगर ये बिल पास होता है तो अमेरिका को अधिकार होगा कि वो रूस से तेल या गैस खरिदने वाले किसी भी देश पर 500 फिजदी तक का टैरिफ लगा सके
02:19ये भारत और चीन जैसे बड़े उर्जा उब्भोक्ता देशों के लिए बड़ी चिंता का विसे बन सकता है
02:26मेडिया रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया है कि ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब रूस और उक्रेन के बीच संगर्ष और तेज हो गया है
02:34इस स्थती में अमेरिका की दोनों प्रमुक पार्टियों डेमोक्रेट और रिपबलिकन ने रूस पर कड़े प्रतिबंद लगाने की मांग की है
02:47हाला कि ट्रम्प ने पहले रूस के राष्टपती व्लादमीर पुतिन और युक्रेन के राष्टपती जेलन्सकी को शांती वारता के लिए एक टेबल पर लाने की कोशिश की थी
02:57इसी वज़ा से उन्होंने पहले नए प्रतिबंदों को टाल दिया था
03:01लेकिन अब जब दोनों देशों के बीच वारता आगे नहीं बढ़ रही है तो हम ले और तेज हो रहे हैं
03:07इस बीच ट्रम्प कड़े प्रतिबंद लगाने की ओर बढ़ सकते हैं
03:11इससे ना केवल रूस बलकी रूस के व्यापारिक पार्टनर देशों पर भी असर पड़ेगा
03:16मेडिया रिपोर्ट्स के अंसार हाल ही में अमेरिका ने रूस की दो बड़ी तेल कमपनियों पर प्रतिबंद लगाए हैं
03:22इसका असर भारत में भी दिखाई दे रहा है क्योंकि रूस से तेल का इंपोर्ट पिछले कुछ हपतों में घटा है
03:28यदि नया विदहक पास होता है तो इसका सीधा प्रभाव भारत की उर्जा सुरक्षा और तेल की कीमतों पर पड़ेगा
03:36ऐसे में भारत सरकार को विकल फोजने और रणिती बनाने की आवशक्ता है ताकि देश की उर्जा आपूर्ती और आर्थिक इस्थती प्रभावित ना हो
03:45कुल मिलाकर टरंप के बयान और प्रस्तावित बिल से वैस्थिक राजनिती और व्यापारिक सम्मंधों में नई चिनोतियां पैदा हो सकती हैं
03:53भारत चीन और अन्य रूस के व्यापारिक पार्टनर इस इस्थती पर कड़ी नजर रख रहे हैं
03:58आगे आने वाले हपतों में ये देखना होगा कि अमेरिकी सीनेट इस बिल को पास करती है या नहीं
04:04इसके बाद भारत और अन्य देश इस पर क्या कदम उठाते हैं
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