Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 65.08% मतदान हुआ, (Bihar Election 1st Phase) बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में महिला मतदाताओं की रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी का एक ट्रेंड देखने को मिला। पहले चरण में महिलाओं ने (Women Voting Percentage in Bihar Election) पुरुषों से ज्यादा वोट डाला। राजनीतिक दल इस बढ़े हुए मतदान प्रतिशत को अपने पक्ष में बताते हुए जीत का दावा कर रहे हैं।
00:03महिलाओं की ज्यादा बोटिंग पर क्यों उठ रहे सवाग?
00:09किसे मिलेगा इसका फाइदा?
00:18बिहार विधान सभा चुनाब के पहले चर्ण में 65.08% मतदान हुआ
00:23बिहार विधान सभाचुनाप के पहले चर्ण में महिला मददाताओं की रिकॉर्ड तोड भागिदारी का एक ट्रेंड फिर से देखने को मिला
00:29पहले चर्ण में महिलाओं ने पुल्षों से ज्यादा वोड डाला
00:32राजनितिक दल इस बड़े हुए मददान प्रतिशत को अपने पक्ष में बताते हुए जीत का दावा कर रही है
00:38सत्ताधारी एंडिया का मानना है कि महिलाओं की बड़ी भागिदारी उनके लिए जीत की गैरेंटी है
00:44जिसका शुरे वे सरकार के कल्यानकारी योजनाओं को दे रहे हैं वहीं विपक्षी से बदलाब का संकेत मान रहा है
00:51आयोग के आंकडे बताते हैं कि पहले चर्ण में कुल 65 दशमलब 0.8 फिसदी वोट पड़े जिन में से पुर्षों का मदान प्रतिशत रहा 61 दशमलब 57 प्रतिशत जबकि महिलाओं ने वोट किया 79 दशमलब 0.3 प्रतिशत यानी 7 दशमलब 46 प्रतिशत ज्यादा बोट डाल
01:21प्रतिशत पुर्षों से ज्यादा रही 2010 में महिलाएं 3.3 प्रतिशत आगे रही 2015 में महिलाएं 3.1 प्रतिशत आगे रही 2020 में महिलाएं 5 प्रतिशत आगे रही
01:33वहीं 2025 में ये ट्रेंड बढ़कर 7.46 प्रतिशत हो गया
01:37हर चुडाब में ये ट्रेंड बढ़ता जा रहा है
01:39मतलब साफ है महिलाएं अब बिहार की राजनिती की गेम चेंजर बन चुकी है
01:43आंकडे बताते हैं कि कम से कम तीन विधान सबाक्षे तरह से हैं
01:47जिनमें 80% से अधिक महिलाओं के वोट पड़े हैं
01:50ये सीट है मीनापूर, मरुराज, साहिव गंज
01:53दिल्चस्प है कि तीनों सीटे मुजफर पूर जिले की है
01:55पहले उचन की 121 सीटों में से 65 ऐसी है जिन पर 70% से अधिक महिलाओं ने मताधिकार का प्रियोग किया
02:02अब सबसे बड़ा सवाल यही है इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं बूत तक कैसे पहुंची
02:07राजनितिक जानकारों का कहना है कि बिहार में जीवी का समो की पहचान लंबे समय से नितीश कुमार के कैडर के रूप में देखी जाती है
02:15यह महिलाएं सरकारी करमचारी नहीं बलकि सामाने मत आता है ऐसे में इनहीं चुनाबी प्रक्रिया में शामिल करना निश्पक्ष चुनाब की भावना के खिलाफ माना जा रहा है
02:24जानकारों के मताबिक इनका इस्तिमाल वोटर जागरुकता विहान के लिए चुनाब से पहले किया जा सकता था
02:30लेकिन मतदान के दिन महिलाओं को बूत तकलाने या परदा नशी महिलाओं को निरिक्षन के लिए लगाना सही नहीं है
02:36अलांकि ये भी सच है कि महिलाओं के इतनी बड़ी भागिदारी इस बात का संकेत है कि सरकार की महिला रोजगा योजना ने उन्हें काफी आकरशित किया है
02:44दूसरी तरफ महागटवंदन की तरफ से हर साल 30,000 रुपे देने की घोशना ने भी कई महिलाओं को प्रवावित किया
02:51अब सवाल उठता है कि महिलाओं आकिर किस योजना से ज्यादा प्रवावित हुई
02:55इस पर समाजिक कारे करता शाहिना प्रवीन का कहना है क्योंकि जीविका संस्ता पर सरकार का नियंतुर्ण है
03:01इसलिए इस से जुड़ी महिलाओं पर कई बार सत्ता रूड दल का पक्ष लेने का दबाव रहता है
03:06अलंकि कई महिलाओं इस दबाव से असेहमत होकर अपनी स्वतंतर राय रखती हैं और अलग फैंसले भी लेती हैं
03:12लेकिन मौजूदा जमेनी हलात और दोनों गठवंदनों की रेलियों में जो तस्वीर दिख रही है वो काफी दिलचस्प है
03:18जहां माहागटवंदन की सवाओं में युवाओं की भीड नजर आती है वहीं एंडिय की रेलियों में महिलाओं की मौजूदगी ज्यादा दिखाई देती है
03:25यानि ये माना ज़ा सकता है कि इस बार महिलाओं की जवर्दस्त वोटिंग का सीधा फाइदा एंडिय को मिल सकता है
03:31हलांकि अंतिम फैसला तो नतीजे ही बताएंगे कि महिलाओं की ताकत किसके पक्ष में गई है
03:37इस खबर में फिलहाल इतना ही आपका इस पूरी जानकारी पर और महिलाओं की वोटिंग परसेंटेज बढ़ने पर क्या कहना है
03:44कमेंट बॉक्स पर ती राय ज़रूर दें
03:45जानकारी इछ लेगे हो वीडियो को लाइक करें शेर करें चैनल को सब्सक्राइब करें
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