उत्तराखंड में एक अनोखी शादी हुई. जहां दुल्हन के बरात लेकर पहुंचने पर दूल्हे के घर भव्य तरीके से स्वागत हुआ. बारातियों को माला पहनाई गई. दुल्हन पक्ष के लोगों ने जमकर डांस किया. जिसके बाद शादी की रस्में दूल्हा के घर हुई. देहरादून के जौनसर में ये अनोखी शादिया चर्चा का विषय बनी हैं. जौनसर की ये परंपरा सदियों से चली आ रही है.बारात लेकर दूल्हे के घर जाने की परंपरा को स्थानीय भाषा में जोजोड़ा विवाह कहा जाता है. इस तरह की शादी की उद्देश्य फिजूलखर्ची रोकना है, इस शादी में दहेज नहीं लिया जाता. लेकिन जौनसर में भी नई पीढ़ी अपनी इन परंपराओं से अलग चलकर शादी में काफी खर्चा कर रही है. हालांकि कुछ लोगों ने अपनी परंपराओं को अभी जीवित रखा हुआ है. इस परंपरा के तहत जौनसार क्षेत्र में तीन शादी हुई. ये परंपरा महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ बेटी के मां-बाप के ऊपर कर्ज का बोझ ना आए, उसके लिए भी ही है.
00:00ये शादी कुछ हट कर है यहां दूलहन दूला को लेने पहुची है और दूलहन पक्च के लोगों का स्वागत माला पहना कर दूला पक्च के लोग कर रहे हैं
00:16ये अनोखी शादी उत्तराखंड के देहरादून के जौन सर में हो रही है
00:22दूलहन के घर से जब दूले के घर बारात पहुची तो लोगों ने जम कर डांस किया
00:37दूला पक्च ने दूलहन पक्च के लोगों के आवो भगत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा
00:44दूले के घर की महिलाएं दूलहन और उसकी सहलियों को लेकर घर के अंदर गई और फिर शादी की रसमे निभाई गई
01:02जौनसर इलाके में हुई ये शादियां आज चर्चा का विश्य बनी हुई हैं जिसमें दूलहन ने बारात लेकर दूले के घर पहुची
01:16इस तरह की शादी को जो जोड़ा विवाह कहा जाता है जिसमें देहेज नहीं लिया जाता ये परंपरा इस इलाके में सद्यों से चली आ रही है जो महिला सशक्ती करन का उदाहरन है
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