Dhanteras Kharidari Ka Samay 2025: पंचांग के मुताबिक, धनतेरस का शुभ मुहूर्त 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से शुरू होगा और उस मुहूर्त का समापन 19 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे समाप्त होगा. इस दिन कई सारे शुभ कार्यों और अनुष्ठान किए जाते हैं. वहीं, इस दिन कुछ शुभ चीजें खरीदना बहुत ही लाभकारी माना जाता है. तो चलिए जानते हैं कि इस दिन क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं खरीदना चाहिए.Dhanteras Kharidari Ka Samay 2025: Dhanteras Par Kya Kharidna Chahiye Kya Nahi ?
00:00धंतेरस का तेवार दिवाली से ठीक दो दिन पहले मनाय जाता है ये सम्रिद्धी आरोग्य और शुपता का प्रतीक माना जाता है इस दिन लोग सोना चांदी बरतन और अन्य मुल्लेवान वस्तुए खरीदते हैं क्योंकि माना जाता है कि धंतेरस पर खरीदी गई चीज घर म
00:30सोने की कीमत आस मांचू रही है ऐसे में जिन लोगों का बजट सोना चांदी खरीदने का नहीं है उन्हें बताते हैं कि आखिर वो धंतेरस पर क्या खरीदे जो सोने चांदी जितना ही शुब माना जाता है दरसल धंतेरस पर अगर आप सोना चांदी महंगाई की वजह से न
01:00जिस्वास्त और सकारात्मक औरजा लेकर आता है आप छोटा सा कलश दिया या कोई भी बरतन खरीज सकते हैं लेकिन ध्यान रखें कि इस दिन कांच और लोहे का बरतन बिल्कुल भी ना खरीदें वहीं इसके लावा आप धंतेरस पर जाडू भी खरीज सकते हैं धंतेरस पर �
01:30मंदिर में दान कर सकते हैं उसके लावा धंतेरस पर आप दिवाली की रात लक्षमी-गनेश की पूजा की जाने वाली मूर्ती भी खरीज सकते हैं मिट्टी धातू या इको फ्रेंडी सभी तरह की मूरतिया आप खरीज सकते हैं इनहे पूजा इस्थान ये घर के मुख्फ
02:00से सुरक्षा का प्रतीख होता है जबकि साबुद धनिया वृद्धी और सम्रिध्धी का प्रतीख होता है कई परिवार शाम की पूजा में धनिया चड़ाते हैं और बाद में उसे गंबले में बो देते हैं इसे स्वभा के लाने वाला माना जाता है इसके लावा आपको बेर
02:30बोज नहीं है धन्तेरस आभार जताने सम्रिधी बुलाने और घर में साकरात्मक्ता लाने का त्योहार है ना की खर्च दिखाने का छोटी सी चीज भी अगर श्रद्धा और खुशी से खरीदी जाए तो बड़े फल देती है इस धन्तेरस सोच समझ कर खरीदारी करें और अप
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