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00:00मौपत वर के साथ लेह मरने बले
00:08मौपत नहीं की जाती है
00:12कि अपक्ता साफ छुपते भी नहीं
00:16अपनी सहिलि की घर की असाइश्यों को देख लिए त्हुसका दिमाग खराब रहने –
00:23कर दो कर दो
00:53कितनी हसीन है ये जिन्दगी कितनी दिलकश मगर ये इन्सान को बाद वकाद ऐसी जगा पर ले आती है जहां इसकी खुबसूरती आहिस्ता आहिस्ता खत्म होती जाती है
01:16और वो जिन्दगी से बहुत दूर और माप के करीब होता जाता है
01:27कितनी है
01:57कितनी है जाता है
02:27हम अपनी जिन्दगी खुद ही अजाब कर बैठे
02:34इश्क तुझे से जनाब बेहिसाब कर बैठे
02:39हम को रोका था लोगों ने मगर तुम्हारे लिए
02:49हम अपने दिर का खाना खुद खराब कर बैठे
02:54हम को मालूम है के खुद को हम गवा बैठे
02:59हम को मालूम है के खुद को हम गवा बैठे
03:04अब क्या बच्चताएं हम तो लोग ये लगा बैठे
03:09अब क्या बच्चताएं
03:39हम अपने जिन्दगी खुद ही अजाब कर बैठे
03:55इश्क तुझ से जनाब बेहिसाब कर बैठे
04:01हम को रोका था लोगों ने मगर तुम्हारे लिए
04:11हम अपने दिल का खाना खुद खराब कर बैठे
04:17हम को मालूम है के खुद को हम गवा बैठे
04:22हम को मालूम है के खुद को हम गवा बैठे
04:27हेलो वी वर्ज हुम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है जो हमेशा अपने गरवालू की बात मानती है
04:39वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है और सब उसे पसंद करते है
04:43मगर उसकी खामोश में एक एक एसा रास चुपा है जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
04:50कहानी की दूसी तरफ जर्यान है एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
04:56वो बातुनी खुषमिजज और जिन्दगी से बरपूर है
05:00जर्यान हुमना से बहुत मतासिर होता है
05:03और हज़त हज़ता हसे उसे पसंद करने लगता है
05:06मगर हुमना हर बार ये उससे पासला रखती है
05:11वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
05:14एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो क्या किसी ने दिल दुकाया है
05:22हमना जवाब देती है नहीं मैंने खुद किसी को दुक दिया है ऐसा दुक जो शायद मापी के काबिल नहीं
05:29जर्यान परेशान हो जाता है एक दिन वो पुराने अख़ार पर रहा होता है
05:35और एक अख़ार उसकी नज़र से गुजरती है
05:38पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची और इसकी मा जान की बाजी हार गई
05:45ड्राइवर कार्ज तक पता नहीं चल सका
05:48वो चौंग जाता है
05:50तस्वीर में वही गाड़ी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होना की थी
05:54जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है
05:57वो होना से दुबारा सवाल करता है और रूट ठूट जाती है
06:00हाँ वो में थी मैंने अपनी गलती चुपाई
06:04मगर हर रात वो बची मेरी खौबों में रूती है
06:08मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
06:12जर्यान हामोश से सुनता है और केता है
06:15तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
06:18लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसे के लिए वक अप कर सकते हो
06:22यह तुम्हारा कापारा होगा
06:24वीवर स्टूर्य एक नियाम उल लेती है
06:27हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
06:30और एक साल बाद वो अजाद होकर एक यह तीम खाना कुलती है
06:33जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
06:39ज्रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी कमेंट करें
06:42साथ में हमारा येटिव का चेनल सबस्क्राइब करना मात बूलिये
06:45थैंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
06:46हेलो वीवर्ज हुम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
06:51जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
06:54वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है
06:56और सब उसे पसंद करते है
06:58मगर उसकी खामोश में
07:00खामोशी में एक ऐसा रास चुपा है
07:02जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
07:05कहानी की दुसी तरफ जर्यान है
07:08एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
07:11वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
07:15जर्यान हुमना से बहुत मतासिर होता है
07:18और हैस्ता हैस्ता उसे पसंद करने लगता है
07:21मगर हुमना हर बार ये उससे पासला रखती है
07:26वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
07:29एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
07:32तुम सबसे इतने दूर क्यू रहती हो
07:34क्या किसी ने दिल दुकाया है
07:37हुमना जवाब देती है
07:38नहीं में ने खुद किसी को दुख दिया है
07:41ऐसा दुख जो शायद मापी के काबिल नहीं
07:44जर्यान परेशान हो जाता है
07:47एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
07:50और एक अखबार उसकी नजर से गुजरती है
07:53पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
07:57और इसकी मा जान की बाजी हार गई
08:00ड्राइवर कार्ड तक पता नहीं चल सका
08:03वो चौंग जाता है
08:05तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होना कीती
08:09जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है
08:12वो होना से दुबारा सवाल करता है और रूट ठूट जाती है
08:15हावो में ती मैंने अपनी गलती चुपाई
08:19मगर हर रात वो बची
08:21मेरी खौबों में रूती है
08:23मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
08:27जर्यान खामोच से सुनता है
08:29और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
08:33लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसे के लिए वक अप कर सकते हो
08:37यह तुम्हारा का पारा होगा
08:39वीवर स्टूर्य एक निया मूल लेती है
08:42हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
08:45और एक साल बाद वो अज़ाद होकर एक यह तीम खाना कुलती है
08:48जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
08:54रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी केमेंट करें
08:57साथ में हमारा येट्व का चेनल सबस्क्राइब करना मात बूलिए है
09:00थैंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
09:01हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
09:06जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
09:09वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है
09:11और सब उसे पसंद करते है
09:13मगर उसकी खामोश में
09:15खामोशी में एक ऐसा रास चुपा है
09:17जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
09:20कहानी की दुसी तरफ जर्यान है
09:23एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
09:26वो बातूनी खुश मिजाज और जिन्दगी से बरपूर है
09:30जर्यान हुमना से बहुद मतासिर होता है
09:33और हैस्ता हैस्ता उसे पसंद करने लगता है
09:36मगर हुमना हर बार यह उससे पासला रखती है
09:41वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
09:44एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो क्या किसी ने दिल दुकाया है
09:52हमना जवाब देती है नहीं मैंने खुद किसी को दुक दिया है ऐसा दुक जो शायद मापी के काबिल नहीं
09:59जर्यान परेशान हो जाता है एक दिन वो पुराने अख़ार पर रहा होता है
10:05और एक अख़ार उसकी नजर से गुजरती है
10:08पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची और इसकी मा जान की बाजी हार गई
10:15ड्राइवर कार्स तक पता नहीं चल सका
10:18वो चौंग जाता है तस्वीर में वही गाड़ी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होना कीती
10:24जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है वो होना से दुबारा सवाल करता है और रूट ठूट जाती है
10:30हावो में थी मैंने अपनी गलती चुपाई मगर हर रात वो बची मेरी खौबों में रोती है मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
10:42जर्यान खामोश से सुनता है और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसे के लिए वक अप कर सकते हो यह तुमारा का पारा होगा
10:54वीवर्स टूर्य एक निया मूल लेती है हुमना पूलिस को जाकर खुद को पेश करती है और एक साल बाद वो अज़ाद होकर एक एतिम खाना को लती है जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन्हें जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया रामसिल के हवाले से अपने राय के �
11:24वो एक मशूर कालिज में बढ़ाती है और सब उसे पसंद करते हैं मगर उसकी हमोश में हम खामोशी में एक एसा रास चुपा है जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है कहानी की दूसी तरफ जर्यान है एक निया प्रोपेसर जो इसी कालिज में आता है वो बात
11:54उससे पासला रखती है वो किसी को खोकी के करीब आने नहीं देटी एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है तुम सबसे एतने दोर क्यों रहती हूं किया किसी ने दिल धुकाया है हम ना जवाब देती है नही मैंने खुद किसी को दुख दिया है ऐसा दुख जो शायद मापी के
12:24माबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची और इसकी मा जान की बाजी हार गई ड्राइवर कार्ट तक पता नहीं चल सका वो चौंग जाता है तस्वीर में वही गारी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होमना की थी जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता ह
12:54जीती हो मगर मौफी के बगएर जर्यान खामोश से सुनता है और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दुसे के लिए वक अप कर सकते हो ये तुमारा कपारा होगा वीवर स्टूर्य एक नियाम उल लेती ह
13:24हवाले से अपने राय के इजहार लाजबी केमेंट करें साथ में हमारा येट्व का चेनल सब्सक्राइब करना मत बूलिए थैंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
13:31हेलो वीवर्ज हमना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
13:39वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है और सब उसे पसंद करते हैं
13:44मगर उसके खामोश में हम खामोशी में एक ऐसा रास चुपा है जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
13:50कहानी की दूसी तरफ जर्यान है एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
13:56वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है जर्यान हमना से बेहत मुतासिर होता है
14:03और हीसता हीसता उसे पसंद करने लगता है
14:06मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
14:14एक दीद जर्यान पूझ ही लेता है
14:17तुम सबसे इतने दोर क्यों रहती हो
14:19क्या किसी ने दिल दुकाया है
14:22हमना जवाब देती है
14:23नहीं, मैंने खुद किसी को दुक दिया है
14:26ऐसा दुक जो शायद मापी के काबिल नहीं
14:29जर्यान प्रेशान हो जाता है
14:32एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
14:35और एक अखबार उसकी नज़ों से गुजरती है
14:38पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
14:42और इसकी मा जान की बाजी हार गई
14:45ड्राइवर कार्ट तक पता नहीं चल सका
14:48वो चौंग जाता है
14:50तस्वीर में वही गारी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होना की थी
14:54जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है
14:57वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
15:00हावो मे ती मैंने अपनी गलती चुपाई
15:04मगर हर रात वो बची
15:06मेरी खौबों में रूती है
15:08मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
15:12जर्यान खामोच से सुनता है
15:14और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
15:18लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वकप कर सकते हो
15:22यह तुमारा का पारा होगा
15:24वीवर स्टूरी एक नियाम उल लेती है
15:27हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
15:30और एक साल बाद वो अज़ाद होकर एक यह तीम खाना कुलती है
15:33जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
15:39रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी केमें करें
15:42साथ में हमारा येट्व का चेनल सब्सक्राइब करना मत बूलिए
15:45थैंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
15:46हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिज़ाज लड़की है
15:51जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
15:54वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है
15:56और सब उसे पसंद करते है
15:58मगर उसके खामोश में
16:00हम खामोशी में एक ऐसा रास चुपा है
16:02जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
16:05कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
16:08एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
16:11वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
16:15जर्यान हमना से बहुत मतासिर होता है
16:18और हिस्त हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
16:21मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है
16:26वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
16:29एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
16:32तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हूँ
16:34क्या किसी ने दिल दुकाया है
16:37हमना जवाब देती है
16:38नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
16:41ऐसा दुख जो शायद मापी के काबिल नहीं
16:44जर्यान परेशान हो जाता है
16:47एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
16:50और एक अखबार उसकी नजर से गुजरती है
16:53पांच साल पहले हिदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
16:57और इसकी मा जान की बाजी हार गई
17:00ड्राइवर कार्ड तक पता नहीं चल सका
17:03वो चौंग जाता है
17:05तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होना कीती
17:09जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है
17:12वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
17:15हावो मेती मैंने अपनी गलती चुपाई
17:19मगर हर रात वो बची
17:21मेरी खौबों में रूती है
17:23मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
17:27जर्यान खामोश से सुनता है
17:29और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
17:33लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसे के लिए वकप कर सकते हो
17:37यह तुमारा का पारा होगा
17:39वीवर स्टूरी एक नियाम उल लेती है
17:42हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
17:45और एक साल बाद वो अज़ाद होकर एक यह तीम खाना कुलती है
17:48जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
17:54रामसिल के हावाले से अपने राय के इजहार लाज़मी केमें करें
17:57साथ में हमारा येट्व का चेनल सब्सक्राइब करना मत बूलिए
18:00थेंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
18:01हलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिज़ाज लड़की है
18:06जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
18:09वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है
18:11और सब उसे पसंद करते है
18:13मगर उसकी खामोश में
18:15हम खामोशी में एक ऐसा रास चुपा है
18:17जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
18:20कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
18:23एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
18:26वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
18:30जर्यान हमना से बहुत मतासिर होता है
18:33और हिस्त हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
18:36मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है
18:41वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
18:44एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
18:47तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो
18:49क्या किसी ने दिल दुकाया है
18:52हमना जवाब देती है
18:53नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
18:56ऐसा दुख जो शायद मापी के काबिल नहीं
18:59जर्यान परेशान हो जाता है
19:02एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
19:05और एक अखबार उसकी नज़र से गुजरती है
19:08पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
19:12और इसकी मा जान की बाजी हार गई
19:15ड्राइवर कार्ड तक पता नहीं चल सका
19:18वो चौंग जाता है
19:20तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालेच पार्किंग में होना की थी
19:24जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है
19:27वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
19:30हावो मे ती मैंने अपनी गलती चुपाई
19:34मगर हर रात वो बची
19:36मेरी खौबों में रूती है
19:38मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
19:42जर्यान खामोच से सुनता है
19:44और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
19:48लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वकप कर सकते हो
19:52यह तुमारा का पारा होगा
19:54वीवर स्टूरी एक नियाम उल लेती है
19:57हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
20:00और एक साल बाद वो अज़ाद होकर एक यह तीम खाना कुलती है
20:03जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
20:09रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी केमें करें
20:12साथ में हमारा येट्व का चेनल सब्सक्राइब करना मात बूलिए
20:15थैंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
20:16हलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
20:21जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
20:24वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है
20:26और सब उसे पसंद करते है
20:28मगर उसकी खामोश में
20:30हम खामोशी में एक ऐसा रास चुपा है
20:32जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
20:35कहानी की दुसी तरफ जर्यान है
20:38एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
20:41वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
20:45जर्यान हमना से बहुत मतासिर होता है
20:48और हिस्त हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
20:51मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है
20:56वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
20:59एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
21:02तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो
21:04क्या किसी ने दिल दुकाया है
21:07हमना जवाब देती है
21:08नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
21:11ऐसा दुख जो शायद मापी के काबिल नहीं
21:14जर्यान परेशान हो जाता है
21:17एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
21:20और एक अखबार उसकी नज़ों से गुजरती है
21:23पांच साल पहले हिदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
21:27और इसकी मा जान की बाजी हार गई
21:30ड्राइवर कार्ज तक पता नहीं चल सका
21:33वो चौंग जाता है
21:35तस्वीर में वही गाली है जो एक दिन कालेच पार्किंग में होना की थी
21:39जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है
21:42वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
21:45हावो मे ती मैंने अपनी गलती चुपाई
21:49मगर हर रात वो बची
21:51मेरी खौबों में रूती है
21:53मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
21:57जर्यान खामोश से सुनता है
21:59और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
22:03लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वकप कर सकते हो
22:07ये तुमारा का पारा होगा
22:09वीवर स्टूरी एक नियाम उल लेती है
22:12हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
22:15और एक साल बाद वो अजाद होकर एक ये तीम खाना कुलती है
22:18जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
22:24ज्रामसिल के हावाले से अपने राय के इजहार लाज़मी कमेंट करें
22:27साथ में हमारा येट्व का चेनल सबस्क्राइब करना मात बूलिए
22:30तेंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
22:31हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
22:36जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
22:39वो एक मशहूर कालेज में बढ़ाती है
22:41और सब उसे पसंद करते है
22:43मगर उसकी खामोश में
22:45हम खामोशी में एक ऐसा रास चुपा है
22:47जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
22:50कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
22:53एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
22:56वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
23:00जर्यान हमना से बहुत मतासिर होता है
23:03और हिस्त हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
23:06मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है
23:11वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
23:14एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
23:17तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो
23:19क्या किसी ने दिल दुकाया है
23:22हमना जवाब देती है
23:23नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
23:26ऐसा दुख जो शायद मापी के काबिल नहीं
23:29जर्यान परेशान हो जाता है
23:32एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
23:35और एक अखबार उसकी नज़ों से गुजरती है
23:38पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
23:42और इसकी मा जान की बाजी हार गई
23:45ड्राइवर कार्ज तक पता नहीं चल सका
23:48वो चौंग जाता है
23:50तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालेच पार्किंग में होना की थी
23:54जर्यान का शक किन में बदलने लगता है
23:57वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
24:00हाँ वो मेती मैंने अपनी गलती चुपाई
24:04मगर हर रात वो बची
24:06मेरी खौबों में रोती है
24:08मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
24:12जर्यान खामोश से सुनता है
24:14और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
24:18लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वकप कर सकते हो
24:22ये तुमारा का पारा होगा
24:24वीवर स्टूरी एक नियाम उल लेती है
24:27हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
24:30और एक साल बाद वो अजाद होकर एक ये तीम खाना कुलती है
24:33जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
24:39रामसिल के हावाले से अपने राय के इजहार लाज़मी केमेंट करें
24:42साथ में हमारा येट्व का चेनल सबस्क्राइब करना मात बूलिए
24:45तेंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
24:46हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
24:51जो हमेशा अपने गरवालों की बात मानती है
24:54वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है
24:56और सब उसे पसंद करते है
24:58मगर उसके खामोश में
25:00हम खामोशी में एक ऐसा रास चुपा है
25:02जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
25:05कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
25:08एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
25:11वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
25:15जर्यान हमना से बहुत मतासिर होता है
25:18और हिस्त हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
25:21मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है
25:26वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
25:29एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
25:32तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो
25:34क्या किसी ने दिल दुकाया है
25:37हमना जज�vaब देती है
25:38नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
25:41ऐसा दुख जो शायद मापी के काबल नहीं
25:44जर्यान परेशान हो जाता है
25:47एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
25:50और एक अखबार उसकी नजर से गुजरती है
25:53पांच साल पहले हिदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
25:57और इसकी मा जान की बाजी हार गई
26:00ड्राइवर कार्ज तक पता नहीं चल सका
26:03वो चौंग जाता है
26:05तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होना की थी
26:09जर्यान का शक किन में बदलने लगता है
26:12वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
26:15हावो मेती मैंने अपनी गलती चुपाई
26:19मगर हर रात वो बची
26:21मेरी खौबों में रूती है
26:23मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
26:27जर्यान हामोच से सुनता है
26:29और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
26:33लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वकप कर सकते हो
26:37ये तुमारा का पारा होगा
26:39वीवर स्टूरी एक निया मूल लेती है
26:42हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
26:45और एक साल बाद वो अजाद होकर एक ये तीम खाना कुलती है
26:48जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
26:54ज्रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी केमिन करें
26:57साथ में हमारा येट्व का चेनल सब्सक्राइब करना मात बूलिए
27:00तेंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
27:01हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
27:06जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
27:09वो एक मशहूर कालेज में बढ़ाती है
27:11और सब उसे पसंद करते है
27:13मगर उसकी खामोश में
27:15हम खामोशी में एक एक सारास चुपा है
27:17जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
27:20कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
27:23एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
27:26वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
27:30जर्यान हमना से बहुत मतासिर होता है
27:33और हिस्त हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
27:36मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है
27:41वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
27:44एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
27:47तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हूँ
27:49क्या किसी ने दिल दुकाया है
27:52हमना जवाब देती है
27:53नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
27:56ऐसा दुख जो शायद मापी के काबल नहीं
27:59जर्यान परेशान हो जाता है
28:02एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
28:05और एक अखबार उसकी नज़ों से गुजरती है
28:08पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
28:12और इसकी मा जान की बाजी हार गई
28:15ड्राइवर कार्ज तक पता नहीं चल सका
28:18वो चौंग जाता है
28:20तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालेच पार्किंग में होना की थी
28:24जर्यान का शक किन में बदलने लगता है
28:27वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
28:30हाँ वो मे ती मैंने अपनी गलती चुपाई
28:34मगर हर रात वो बची
28:36मेरी खौबों में रूती है
28:38मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
28:42जर्यान हामोश से सुनता है
28:44और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
28:48लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वकप कर सकते हो
28:52ये तुमारा का पारा होगा
28:54वीवर स्टूरी एक नियाम उल लेती है
28:57हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
29:00और एक साल बाद वो अजाद होकर एक ये तीम खाना कुलती है
29:03जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
29:09ज्रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी कमेंट करें
29:12साथ में हमारा येट्व का चेनल सब्सक्राइब करना मात बूलिए
29:15तेंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
29:16हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
29:21जो हमेशा अपने गरवालो की बात मानती है
29:24वो एक मशहूर कालेज में बढ़ाती है
29:26और सब उसे पसंद करते है
29:28मगर उसकी खामोश में
29:30हम खामोशी में एक एक सरास चुपा है
29:32जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
29:35कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
29:38एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
29:41वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
29:45जर्यान हुमना से बहुत मतासिर होता है
29:48और हिस्ता हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
29:51मगर हुमना हर बार ये उससे पासला रखती है
29:56वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
29:59एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
30:02तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो
30:04क्या किसी ने दिल दुकाया है
30:07हुमना जवाब देती है
30:08नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
30:11ऐसा दुख जो शायद मापी के काबिल नहीं
30:14जर्यान परेशान हो जाता है
30:17एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
30:20और एक अखबार उसकी नजर से गुजरती है
30:23पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
30:27और इसकी मा जान की बाजी हार गई
30:30ड्राइवर कार्ज तक पता नहीं चल सका
30:33वो चौंग जाता है
30:35तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होना की थी
30:39जर्यान का शक किन में बदलने लगता है
30:42वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
30:45हाँ वो मे ती मैंने अपनी गलती चुपाई
30:49मगर हर रात वो बची
30:51मेरी खौबों में रूती है
30:53मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
30:57जर्यान हमोच से सुनता है
30:59और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
31:03लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वकप कर सकते हो
31:07यह तुमारा का पारा होगा
31:09वीवर स्टूरी एक निया मूल लेती है
31:12हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
31:15और एक साल बाद वो अजाद होकर एक एक तीम खाना कुलती है
31:18जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
31:24ज्रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी केमेंट करें
31:27साथ में हमारा येट्व का चेनल सबस्क्राइब करना माद बूलिये
31:30थैंक्स पर वाचिंग अल्ला हाफिज
31:31हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
31:36जो हमेशा अपने गरवालों की बात मानती है
31:39वो एक मशूर कालेज में बढ़ाती है
31:41और सब उसे पसंद करते है
31:43मगर उसकी खामोश में
31:45हम खामोशी में एक एक सराथ चुपा है
31:47जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
31:50कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
31:53एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
31:56वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
32:00जर्यान हुमना से बहुत मतासिर होता है
32:03और हिस्ता हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
32:06मगर हुमना हर बार ये उससे पासला रखती है
32:11वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
32:14एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
32:17तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो
32:19क्या किसी ने दिल दुकाया है
32:22हुमना जवाब देती है
32:23नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
32:26ऐसा दुख जो शायद मापी के काबिल नहीं
32:29जर्यान परेशान हो जाता है
32:32एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
32:35और एक अखबार उसकी नजर से गुजरती है
32:38पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
32:42और इसकी मा जान की बाजी हार गई
32:45ड्राइवर कार्ज तक पता नहीं चल सका
32:48वो चौंग जाता है
32:50तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालेज पार्किंग में होना की थी
32:54जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है
32:57वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
33:00हाँ वो मै ती मैंने अपनी गलती चुपाई
33:04मगर हर रात वो बची
33:06मेरी खौबों में रूती है
33:08मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
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33:14और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
33:18लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वाकप कर सकते हो
33:22यह तुमारा का पारा होगा
33:24वीवर स्टूरी एक निया मूल लेती है
33:27हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
33:30और एक साल बाद वो अजाद होकर एक यह तीम खाना कुलती है
33:33जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
33:39ज्रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी कमेंट करें
33:42साथ में हमारा येट्व का चेनल सब्सक्राइब करना माद बूलिये
33:45थैंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
33:46हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
33:51जो हमेशा अपने गरवालों की बात मानती है
33:54वो एक मशहूर कालेज में बढ़ाती है
33:56और सब उसे पसंद करते है
33:58मगर उसकी खामोश में
34:00हम खामोशी में एक एसारास चुपा है
34:02जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
34:05कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
34:08एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
34:11वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
34:15जर्यान हमना से बहुत मतासिर होता है
34:18और हिस्ता हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
34:21मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है
34:26वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
34:29एक दिन जर्यान पूच ही लेता है
34:32तुम सबसे इतन दूर क्यू रहती हूँ
34:34क्या किसी ने दिल दुकाया है
34:37हमना जवाब देती है
34:38नहीं मैंने खुद किसी को दुख दिया है
34:41एसा दुख जो शायद मापी के काबिल नहीं
34:44जर्यान परेशान हो जाता है
34:47एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
34:50और एक अखबार उसकी नजर से गुजरती है
34:53पांच साल पहले हेदराबाद में होने वाले कारिक सिरन में एक चूटी बच्ची
34:57और इसकी मा जान की बाजी हार गई
35:00ड्राइवर कार्ड तक पता नहीं चल सका
35:03वो चौंग जाता है
35:05तस्वीर में वही गार्डी है जो एक दिन कालज पार्किंग में होना की थी
35:09जर्यान का शक किन में बदलने लगता है
35:12वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
35:15हाँ वो मै ती मैंने अपनी गलती चुपाई
35:19मगर हर रात वो बची
35:21मेरी खौबों में रूती है
35:23मैं जीती हूँ मगर मौफी के बगएर
35:27जर्यान हामोश से सुनता है
35:29और केता है तुमने कानून से नहीं खुद से सजा पाई है
35:33लेकिन अगर तुम चाहो तो अपनी जिन्दगी दूसरे के लिए वाकप कर सकते हो
35:37यह तुमारा का पारा होगा
35:39वीवर स्टूरी एक निया मूल लेती है
35:42हुम ना पूलिस को जागर खुद को पेश करती है
35:45और एक साल बाद वो अज़ाद होकर एक यह तीम खाना कुलती है
35:48जहाँ अब उन बच्चों की माँ है जिन्हे जिन्दगी ने केरा चोड़ दिया
35:54रामसिल के हवाले से अपने राय के इजहार लाज़मी केमेंट करें
35:57साथ में हमारा येट्व का चेनल सबस्क्राइब करना माद बूलिये
36:00थैंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
36:01हेलो वीवर्ज हम ना एक खामोश संजीदा मिजाज लड़की है
36:06जो हमेशा अपने गरवालों की बात मानती है
36:09वो एक मशहूर कालेज में बढ़ाती है
36:11और सब उसे पसंद करते है
36:13मगर उसकी खामोश में
36:15हम खामोशी में एक एक सराथ चुपा है
36:17जो अगर जाहर हो जाए तो सब कुछ भी कर सकता है
36:20कहानी की दूसी तरफ जर्यान है
36:23एक निया प्रोपेसर जो इसी कालेज में आता है
36:26वो बातूनी खुश मिजज और जिन्दगी से बरपूर है
36:30जर्यान हमना से बहुत मतासिर होता है
36:33और हिस्ता हिस्ता उसे पसंद करने लगता है
36:36मगर हमना हर बार ये उससे पासला रखती है
36:41वो किसी को खुद के करीब आने नहीं देती
36:44एक दिन जर्यान पूछ ही लेता है
36:47तुम सबसे इतने दूर क्यों रहती हो
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36:56ऐसा दुख जो शायद मापी के चाबिल नहीं
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37:02एक दिन वो पुराने अखबार पर रहा होता है
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37:24जर्यान का शक कि किन में बदलने लगता है
37:27वो होना से दुबारा सवाल करता है और उट ठूट जाती है
37:30हाँ वो मे ती मैंने अपनी गलती चुपा है
37:34मगर हर रात वो बची मेरी खौबों में रूती है
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37:45तुमने कानून से
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