00:00और यूही नहीं मद्यप्रदेश की जाच लेब में दवाईयों के हजारों सेंपल की जाच पेंडिक पड़ी है
00:05इसकी एक बड़ी वजा होती है खाली पड़े पड़
00:09जहां Joint Controller of Drug Testing Laboratory का पड़ खाली पड़ा है
00:14दो पड प्रथम शेणी ड्रग एनलिस्ट के खाली है
00:20नो पड दुतिय शेणी ड्रग एनलिस्ट के खाली पड़े हैं
00:26चार पड माइक्रो बायोलोजिस्ट के खाली पड़े हैं
00:30तीन पड फार्मोकोलोजिस्ट के खाली पड़े हैं
00:33और एक पड फार्मस्टिकल केमिस्ट का रिक्त है
00:37पाच पोस्ट आउशधी प्रयूग साळा में computer operator की खाली पड़ी है और एक पद assistant analyst का खाली पड़ा हुआ है
00:48ड्रग अनलिस्ट, साइन्स असस्टेंट, डार्क रूम साहय के 27 पद खाली पड़े हैं
00:54पाच पद लेब असस्टेंट के रिट पड़े हैं
00:58लेब अटेंडेंट के सभी 10 पद खाली पड़े हुए हैं
01:03यानि पद खाली है, साड़े पाँच हजार से ज़ादा सेंपल की जाज पेंडिंग है
01:09और मोबाईल टेस्टिंग लेब वेन का क्या हाल है, अब उसे देखकर आप हैरान रह जाएगे।
01:17मद्धिप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बच्चों की मौत पर बड़े एक्षन की बात कहते हैं
01:27लेकिन वही दक्षता राजधानी भोपाल में जंग लगी हुई क्यों नजर आ रही
01:40मद्धिप्रदेश में मोबाइल टेस्टिंग लैब खरी दी गई थी, ड्रग विभाग की तरफ से, जिनका काम था मौके पे जाकर के दवाईयों की टेस्टिंग की जाए
01:49ताके जो सेंपल कलेक्शन से लेकर के FDA लैब तक आने में जो समय लगता है उसे बचाय जा सके
01:54लेकिन जो ये आप देख रहे हैं, ये मोबाइल ड्रग टेस्टिंग लैबोरेटरी, किस हाल में खड़ी है राजधानी भोपाल के FDA लैब में हम आपको दिखा रहे हैं
02:03मुख्यमंत्री तो कहते कि गलत काम बरदाश्ट नहीं करें
02:08लेकिन राजधानी में ही सरकार की नाथ के नीचे, हाद दि सुरक्षा और नियंत्रक आयुक्त के दफ्तर के भीतर, मध्यप्रदेश का हेल्थ डिपार्टमेंट इसी टायर की तरा मानुप पंचर पड़ा देखता, क्योंकि मोबाइल ड्रग टेस्टिंग लैब कबाण बन
02:38पर लिखा हुआ है शब्दों में, यह देखिए आप, यह मोबाइल ड्रग टेस्टिंग लैबोरेटरी है, यानि इसका काम है, जिस जगे पे नमूने हैं, सेंपल्स हैं, अगर वहाँ पे कोई शिकायत प्राप्त हुई है, तो यह वेन वहाँ जाएगी, और वहीं पे उस �
03:08जग लगा हुआ है, और इसकी हालत देखिए और इससे अंदाजा लगा लीजिए, यह द्रग टेस्टिंग की तस्वीरे हैं, मध्य प्रदेश में, यह एकक्स्कूजिव तस्वीरे हैं
03:21चलित औशदी परिक्षन प्रयोक शाला हिंदी में जिसे लिखा कर दावा है पात साल पहले मध्यप्रदेश में सरकारी वहवाही लूटी गई होगी कि भाईयों बहनों अब आपके घर के पास ये दवा की जांच कर देंगे वो देखिये चालू हालत में नहीं क्योंकि अब �
03:51अधन सामागरी एवन मेडिकल डिवाइसे उन तमाम चीजों की लैब इसी मोबाइल ड्रग टेस्टिंग लेबरेटरी के जरिये होनी थी लेकिन अभी हालत देखिए जंग लग चुकी है खराब हो चुकी हम कोशिश करेंगे अगर दरवाजा खुलता है ये दरवाजा भी �
04:21अंडर है वो इस बात की साफ गवाही दे रहा है कि दिखाने के लिए तो ये तमाम चीजे खरीद ली गई थी लेकिन बाद जब इसके उप्योगी की हुई तो पूरी तरीके से इसमें ड्रग विभाग असफल साबित हुआ है और ये एक्स्क्लूजिव तस्वीरे जो हम आ
04:51लेकिन अब ये धूल खा रही है जाडियों में पड़े पड़े
04:55क्यों न माने कि मध्यप्रदेश में अपने बच्चों को फोने वाले इन परिवारों का गुनहगार वो हेल्थ सिस्टम है जहां वक्त पर जांच नहीं होती डाक के भरो से सेंपल 6-6 दिन लटका कर भेजे जाते हैं जहां लैब में हजारों सेंपल पेंडिंग पड़े रह
05:25लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अब ये एक लापरवाही की तस्वीर जो आज तक पे हम आपको दिखा रहे हैं क्योंकि आज तक ने लगातार इस मुद्दे को प्रमुक्ता से उठाया बड़े एक्शन्स हुए कई कारवाईयां हुई लेकिन अब सवाली उठता है कि फूड ए
05:55साथ आठ करोड की आबादी में कोई इतना पड़ा लिखा नहीं है जो इन रिक्तियों को भर सके ये भी सवाल पूछे जाना चाहिए
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