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  • 4 hours ago
'दूसरों के त्योहार पर ज्ञान क्यों नहीं देते', दिवाली पर पटाखों से प्रदूषण को लेकर धीरेंद्र शास्त्री का तंज

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00:00साथ नमंबर से सोला नमंबर तक हिंदू राष्ट बनाने के लिए हम अपने जीवन काल की पद्यात्रा करने जा रहे हैं दिल्ली से व्रिंदावन तक उसी की अरजी लगाने भगवान शिद्धी बिनाये गड़पती भगवान के चरणों में आए हैं बागेस और बाला जी सन
00:30बनाने में वो प्रत्म करें भारत से लव जिहाद बंद हो आपका पशूर मतल में आप अभी कताने करने वाले हैं क्या कुछ आप अधिहार कारण कुछ लोकल्टी के कारण कुछ परमीसन के कारण कथा की लिए ब्रेक लगाई लेकिन हम जाएंगे जल्दी ही जाएंगे और
01:00वारत में कहीं पर भी अपने सनस्कति अपने धर्म के प्रचार करने का संभीधान में अधिकार
01:05लंदन की संसद में जब थे तो वहांपर कोई आफ खान साहब थे जो पूर्व में पाकिस्तान के मेर थे
01:21वो हमारे पास आयोंनों ने कहा कि हमने गीता का पाट किया, नाम नहीं बदला पर हम सनातन को मानते हैं, तो क्या नाम बदलना जरूरी है?
01:28हम उनको इस श्टाइल में जबाब दिया, ऐसे कहा कि नाम बदलना जरूरी नहीं है, आपके विचार बदल गए है।
01:34तो ठीक है भाई, इंजिन बदल जाए, चेंचे सनाम भी बदल है, तो गाड़ी बढ़िया चली।
01:38अब अब अब अपके दिवाली आ रही है, तो पेशा लेना चाहेंगे हैं।
01:41दीपावली पर बहुत सावधानी रखें और ग्यान ना पेलें।
01:44दूसरे मजब के लोगों से हमारा यही है कि पटागों पर अपना ग्यान ना पेलें।
01:47क्योंकि हम आपके ना तो बग्रीत पर ग्यान पेलते हैं, ना हम आपके ताजिया पर ग्यान पेलते हैं।
01:51तो आप होली दिवाली पर हमें ग्यान ना पेलें।
01:53ग्यानना पेल है और यहां के जो अभीनेता है उनसे भी हम कहेंगे दीपाबली पटा के कम जलाने चाहिए यह बात सही है प्रोदूर्शन होता है यह बात सही है लेकिन यह बात केबल दीपाबली पर अपना ग्यानना पेल है यह हमारी प्रातना है और अपील है क्योंकि हम तो
02:23यह ना हिंदू सहेगा ना भारत का कानून सहेगा यदि छेड़ोगे तो छोड़ा नहीं जाएगा दन्यवाद
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