पिछले दिनों बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बनी ज्योति सिंह की प्रेसेंस ने शुक्रवार को नया मोड़ लिया। उन्होंने जनसुराज अभियान के प्रमुख प्रशांत किशोर से मुलाकात की और कहा कि उनका मकसद राजनीतिक लाभ या चुनावी दावेदारी नहीं है। ज्योति सिंह ने जोर देकर कहा कि वह समाज में महिलाओं के हक और न्याय के लिए आवाज उठाने आई हैं, और अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ स्पष्ट संदेश देना चाहती हैं। उनके अनुसार, यह कदम महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है कि वे अपने अधिकारों और न्याय के लिए साहस के साथ आगे आएं।
00:00देखिए यहां पे मैं सुना लगने के लिए या फिर टिकेट के लिए नहीं आई थी
00:04मेरे साथ जो हुआ है, यहां पे मेरे साथ जो अन्याय हुआ है
00:07वो किसी और महिनाओं के साथ ना हो, कोई और महिना जो मैंने जहला है
00:11तरह कोई और भूदाना जेले जिए आए दिनी ये मैलाओ के साथ होते रहें लोगा तमाम मैलाओ की आवाद बता चाहती हूँ जिसके साथ ये अन्याय हो रहा है आद की रिवनी ये अन्याय किया जा रहा है बस इसलिए मैं प्रशांद भी ये से मिलने आए जिसके साथ मेरे �
00:41और ये पिहार के सहरी के तोर पर एक महिला के तोर पर यहां आई है हम लोग उदैज सिंग जो पार्टी के प्रेसिडेंट है कि शूर कुमार बना जी और अथिर सर्मा जी मैं चार लोग हम लोग इनकी बातों को हम लोगों ने सुना है
01:07सबसे पहले तो इन्होंने चुनाव लड़ने की कोई बात नहीं करी है
01:12चुनाव लड़ना, टिकट पाना
01:16मुझे ऐसा जो बात्चीत से लगा ये उनका उदेश ये नहीं है
01:20और उसको लेकर कोई बात्चीत नहीं हो रही है
01:23ये बातचीत इन्होंने बस इतनी रखी है
01:26कि इनके साथ
01:28इनके सब्दों में
01:29क्योंकि मैं तो जानता नहीं हूँ
01:31हम लोग कोई वोट न्याले तो है नहीं
01:34लेकिन इनको जो
01:36लग रहा है कि इनके साथ
01:37बहुत बड़ा अन्याय हो रहा है
01:39उसमें ये चाहती है
01:41कि इनके साथ जो हुआ, कम से कम विहार की दूसरी महिलाओं के साथ नो हो,
01:48आपके बेटी बेहन के साथ नो हो, ये चाहती है कि जन सुराज से hết इनको मदद मिले,
01:54जन सुराज इनके साथ खड़ा हो, तो एक मधट रुकी है,
01:58मैंने इनको आस्वस्त किया है
02:00कि जो आपका परिवारिक मामला है
02:04वो चाहे किसी का परिवारिक मामला हो
02:06उसमें जन्द सुराज या पिसान की सोर की ना भोमिका कभी थी
02:09ना कभी आगे हो सकती है
02:11लेकिन अगर आपको सुरच्छा को लेकर
02:14या लोगतांत्रिक जो मुल्य हैं इसमें हर नागरी को हर सहरी को अपनी बात कहने का अधिकार है उसके लिए आपको डरने की ज़रुरत नहीं है आपको या आपके साथियों को अगर कोई डर लग रहा है तो आप बिलकुल जानिये की जन्सुराज पूरी तरीके से आपके सा�
02:44हम लोग खड़े रहेंगे आपको कोई डराये नहीं कोई गुल्डोज न करे उसके लिए हम लोग इनके साथ खड़े हैं फिर वही बात है यह बात अपनी कहने आई थी पवन सिंग्जी भी हमारे मित्र है बिलकुल पहले भी बात हुई है आज नहीं हुई है
03:14हमारा देखिए उनका जो परिवारिक मामला है उस पर हम कुछ नहीं बोल सकते हैं नहीं हम पंचायत करते हैं उनकी पत्नी अगर यहां आई है तो मेरी यह सोशल रिस्पोंसिबिलिटी है समाजिक रिस्पोंसिबिलिटी है कि पवन सिंग जी की पत्नी अगर यहां आई है त
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