Tata Internal Conflict: टाटा ट्रस्ट की आज की बोर्ड मीटिंग भारत के कॉर्पोरेट जगत में एक अहम मोड़ साबित हो सकती है। नोएल टाटा और एन. चंद्रशेखरन की हालिया मंत्रियों से मुलाकात, SP ग्रुप के एग्जिट का मुद्दा और RBI की डेडलाइन, सब कुछ इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण बनाता है। टाटा ट्रस्ट्स के अंदरूनी मतभेद और नेतृत्व संकट के बीच यह मीटिंग टाटा समूह के भविष्य की दिशा तय कर सकती है। क्या SP ग्रुप का बाहर निकलना संभव होगा? क्या टाटा संस IPO की ओर बढ़ेगा? सबकी निगाहें इस ऐतिहासिक मीटिंग पर हैं।
00:00भारत के सबसे पुराने और सबसे परतिष्चित कारोबारी घरानों में से एक टाटा समूर के परोपकारी निकाय टाटा ट्रस्ट की बोर्ड मीटिंग आज यानि शुक्रवार को होने जा रही है।
00:30ये पहली बार है जब टाटा ट्रस्ट के चेर्मेन नोयल टाटा और टाटा संस के चेर्मेन एन चंद सेखरन की केंदर सरकार के वरिष्ट मंतरियों से मुलाकात होती है।
01:00बता दे कि टाटा ट्रस्ट टाटा संस की वो संस्था है जिसके पास टाटा संस में करीब 6-6 फिजदी हिस्सेदारी है।
01:07यही हिस्सेदारी ट्रस्ट को ना सिर्फ टाटा संस की नीतियों पर निर्णे लेने का अधिकार देती है बलकि बोर्ड में एक टीहाई सदस न्यूक्त करने का भी अधिकार देती है।
01:16इसके साथ रणितिक फैसलों पर वीटो पावर भी प्रदान करती है। लेकिन यह ताकत अब मदभेद और सत्ता संघर्ष की जड़ बनती हुई दिख रही है।
01:46टाटा संस के IPO को इस एकजिट का रास्ता माना जा रहा था लेकिन यह योजना भी अभी अधर में लटकी हुई है।
01:52बता दें कि साल 2020 में भारती रिजर्व वैंक यानी RBI ने टाटा संस को अपने शेरों को तीन साल के भीतर लिस्ट करने की समय सीमा दी थी जो अब 30 सितंबर 2025 को समाप्त हो गई है।
02:04अब RBI की इस टेडलाइन के पूरा होने के बाद इस मुद्दे को बोर्ड मीटिंग के एजेंडे में शामिल किया गया है। इस बात की समभावना है कि बोर्ड इस पर कोई बड़ा फैसला ले सकता है या केंद सरकार से मार्क दर्शन की मांग कर सकता है।
02:18बता दें कि टाटा ट्रस्ट के भीतर बढ़ते मत भेदों की पुष्टी पिछले महिने उस वक्त हुई जब विजय सिंग जो ट्रस्ट के ट्रस्टी और टाटा संस के बोर्ड में डारेक्टर थे उन्होंने अचानक अपनी पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे क
02:48बलकि या संगर्ष, रणिती और भविश्र की दिशात तै करने वाली अहम घड़ी है। ये बैठक या साप कर सकती है कि SP गुरुप के एकजिट को लेकर टाटा गुरुप की रणिती क्या होगी, ट्रस्ट के आंतरिक मद्भेत कैसे सुलझाय जाएंगे और RBI की डेडलाइ
Be the first to comment