दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 को लेकर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ABVP और सरकार मिलकर छात्र राजनीति को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन NSUI की लड़ाई छात्रों के हक़ की लड़ाई है। कन्हैया ने कहा, “आज ज़्यादातर विश्वविद्यालयों में चुनाव नहीं कराए जा रहे। जहाँ चुनाव हुए भी हैं, वहाँ लिंगदोह कमेटी के नियमों का बहाना बनाकर छात्रों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया गया है। प्रशासन, सरकार, पुलिस और पैसे-ताक़त वाले माफियाओं का गठबंधन मिलकर छात्र राजनीति को कुचलने में जुटा है।” उन्होंने आगे कहा कि इस मज़बूत गठबंधन के बावजूद NSUI ने ज़ोरदार तरीक़े से चुनाव लड़ा और एक पद पर जीत भी हासिल की। कन्हैया का कहना था कि “अगर हम एक भी पद नहीं जीत पाए होते, तब भी हमारी लड़ाई जारी रहती। हम उन विश्वविद्यालयों के लिए आवाज़ उठाते रहेंगे जहाँ छात्रों को चुनाव लड़ने का अधिकार ही नहीं दिया गया।”
00:00आप करिया एनसे भी कंटेस्ट किया इस बार डूसी तो रेजल्ट के उपर आप कैसे देखते हैं।
00:06देखिए सबसे पहली बात तो हम दिल्ली विस्विद्याले के सभी परत्याशियों को हारे हुए, जीते हुए, सब को बहुत-बहुत सुफकामनाये देता हूं।
00:17और दिल्ली विस्विद्याले के विद्यार्थियों को बढ़ाई देता हूं कि बरी संख्या में वो लोगतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिये।
00:25इस चुनाव के संबंद में मुझे दो बात कहनी है।
00:55सरकार का, पुलिस का, माफिया का, जिनके पास धन, बल, बाहुबल है।
01:01वो इस लोकतंत्रिक प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से राजनितिक नूरा कस्ती के रूप में बदल रहे हैं।
01:10ये बड़ी दुखद है कि विद्यार्थियों की आवाज नदारत है और ये पूरा का पूरा जो है एक सौफ बनता जा रहा है।
01:18और दूसरी बात मुझे ये कहनी है कि तमाम कोशिशों के बावजूद इतना मजबूत गठ जोर है।
01:26सत्ता, सरकार, प्रशाशान, माफिया, पुलिस, गुंडे इस सब के बावजूद जो है इनसुआई बहुत मजबूती से चुनाव लड़ी और एक पत पर चुनाव जीती है।
01:39और बड़ा इंट्रेस्टिंग ये है कि जो भाजपा के लोग कह रहे हैं कि जैन जी ने नकार दिया, उनके अध्यक्ष प्रत्यासी से ज़्यादा वोट जो है इनसुआई के उपाध्यक्ष प्रत्यासी ले करके आये हैं।
01:52तो ये कोई मौका नहीं चुकते हैं अपनी कमी और कमी छुपाने के लिए।
02:22संबैधानिक अधिकारों के लिए पूरी ताकत से पूरे जोड़सोर से लरेगी।
02:52के हमला कर रहे हैं जो इनसुआई के प्रचार करने वाली टीम है उसके उपर। उसके बाद पुलिस आ करके उन गुंडों को पकरने की बजाए हमारे कारकरताओं को उठा करके ले जाती है।
03:02तो ये सवाल जो है ना सिर्फ वोट का नहीं पूरे के पूरे एलेक्शन प्रोसेस को जिस तरीके से आज समाप्त किया जा रहा है।
03:10आप ये देखिये ना कि दिल्ली विशुवेदाले के चुनाओ के जो मंजर थे जो जो नजारे थे वो इस देश की 6 राजनीती को किधर ले जा रहे हैं।
03:32जो लोग नेता बन रहे थे उस पर किरिया को ही समाप्त कर दो और जहां कहीं अगर चुनाओ हो भी रहा है वहां
03:40गर के जो है छातर निता बनेंगे तो आम विद्यार्थियों की आवाज क्यों उठाएगा कौन मेट्रो पास की बात करेगा कौन मेंस्टुरेशन लीव की बात करेगा कौन होस्टल की बात करेगा कौन जो है बस फीडर की विवस्था होनी चाहिए यूए स्पेसल होना चाहि�
04:10आपने सुना ना अनुराग ठाकुर का वो बयान, क्या कह रहे थे, अंत्रिक्ष पर जाने वाले पहले व्यक्ति कौन थे, UPSC में अगर ये सवाल आए, तो अगर अनुराग ठाकुर का जबाब लिख दें, तो उनका बच्चा तो UPSC साहद कंप्लीट कर ले, हम लोग तो नही
04:40करने के लिए होता है, कि सिक्षा सुचारू रूप से सब को मिल सके, लेकिन चुनाव को भी अगर इस तरीके से, वो जो है, साशन, प्रशासन, सत्ता, पुलिस और माफिया का गठ जोर बना दिया जाएगा, तो विद्यार्थी अपने लोग तांत्रिक हितों की रक्षा कैस
05:10टो ओढ़ा को लेकिन लिएटाओ को खोंचा को भी अगर झाल दिया जा है, कि से सके लिए हैं को चांपने टो जाएगा जाएगा है, के लिए लोग टांत्रिक है?
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