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Surya Grahan 2025: क्या भारत पर होगा असर? जानें दान के शुभ उपाय! | इस सूर्य ग्रहण से बचने के लिए ज्योतिषियों ने बताए हैं कुछ विशेष उपाय, जानें क्या दान करना होगा शुभ.
हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण का विशेष महत्व माना गया है और इस दौरान कई नियमों का पालन किया जाता है. शास्त्रों के अनुसार, ग्रहण काल को अशुभ माना जाता है, जिसमें नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रवाह अधिक होता है. यही कारण है कि ग्रहण के आरंभ से लेकर समापन तक विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए. यह वीडियो आपको बताएगा कि ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए, ग्रहण उतरने के बाद क्या करना चाहिए और किन चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. 21 सितंबर 2025 को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 11 बजे शुरू होगा और 22 सितंबर को सुबह 3 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगा।
About the Story: Learn about the upcoming Surya Grahan on September 21, 2025, its timings, and why it won't be visible in India. This video also details crucial Hindu religious practices and astrological remedies, including specific donations to mitigate any negative effects and strengthen planetary positions.

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Transcript
00:00हिंदु धर में सूर्य ग्रहन का विशेश महत्व माना जाता है क्योंकि इस समय घरों से लेकर मंदिरों तक कई नियमों का पालन करना होता है और नियमों का पालन किया भी जाता है
00:10शास्त्रों के अनुसार ग्रहन अशुब काल होता है जो स्मिनकार आत्मक और जाओं का प्रवाह अधिक होता है
00:18इसी कारण ग्रहन के आरंब से लेकर समापन तक विशेश सावधानिया बरती जाती है
00:23ग्रहन के दौरान क्या करना चाहिए, ग्रहन उतरने के बाद क्या करना चाहिए, किन चीजों का विशेश ध्यान रखना चाहिए, सब कुछ जानते हैं आज के इस खबर में
00:32वसकार मेरी चापर आशर और आप देख रहे हैं वन इंडिया हिंदी
00:3621 सितंबर 2020 को सूर्य ग्रहन लगा, यह ग्रहन भारतिय समय अनुसार 10 बज कर 69 मिनट पर शुरू हुआ
00:43और इसका समापन 22 सितंबर को 3 बज कर 24 मिनट सुबह सुबह पर हो गया
00:48यह ग्रहन पूरी तरह से रात के समय घटित हुआ, इसलिए भारत में इसका सू तक काल नहीं रहा
00:54इसके साथ ही इसका कोई प्रत्यक्ष प्रभाव भी मानने नहीं हुआ
00:58लेकिन जोतिशों के मताबिक यह ग्रहन कन्या राशी और सूर्य के नक्षत्र उत्तरा फालगुनी में लग रहा है
01:04ऐसे में इसके प्रभाव से बचने के लिए आपको चीजों का दान कर सकते हैं
01:08यह शुब और कल्यान कारी हो सकता है इसके बाद
01:11आए इंगे बारे में जानते हैं
01:13धार्मिक माननेताओं के अनुसार सूर्य ग्रहन के बाद जरूरत मंदों को चना और गेहूं का दान करना अत्यंत फल्दाई होता है
01:20इसनकर आत्मक्ता से छुटकारा मिलती है
01:22सूर्य ग्रहन के बाद गुड और डाल का दान भी अत्यंत शुब माना जाता है
01:28इस से कुंडली में ग्रहों का अशुब प्रभाव कम होता है और व्यक्ति खुशहाल जीवन जीता है
01:34जो तिशाचारियों के अनुसार ग्रहन समापती के बाद तामबे के बरतनों का दान भी करना जाहिए
01:40इस से कुंडली में सूर्य की स्तिती मजबूत होती है
01:43ग्रहन के बाद आप वस्त्र, काले तिल और कंबल का दान भी कर सकते हैं
01:49इस से राहु, केतु और शनी के दोश शान्त हो जाते हैं
01:52ग्रहन के बाद लाल वस्त्र, उड़त की साबूत, डाल और अन्य अनाज का दान करना भी विशेश लाबकारी होता है
02:00इस से जीवन में सकरात्मकता आती है
02:02अब चले इसके साथ ये भी जानते हैं कि कहा कहा दिखेगा साल का दूसरा और आकरी सूर्य ग्रहन
02:09सूर्य ग्रहन भारत में नहीं नजर आएगा
02:11अब इन सब चीजों के बाद आपको एक बार ये भी फिर से बता दे चलते हैं कि आखिर सूर्य ग्रहन क्यों लगता है
02:24जब चंद्रमा अपनी परिक्रमा करते हुए सूर्य और पृत्वी के बीच में आ जाता है
02:29तो कुछ समय के लिए सूर्य के ग्रिने पृत्वी तक नहीं पहुँच बाती हैं
02:33तब उस घटना को सूर्य ग्रहन कहा जाता है
02:36यह तीन प्रकार का होता है जिसमें पहला पुर्ण, दूसरा आंशिक और तीसरा वलयकार होता है
02:42वलयकार सूर्य ग्रहन आपको आने वाले फरवरी में यानि कि 2026 के फरवरी में दिखने वाला है
02:4817 फरवरी को जो ग्रहन लगेगा वो वलयकार ग्रहन होगा
02:52वलेयकार ग्रहन में क्या होता है कि सूरच के किनारे गोल नुमा आपको एक छाया की आकरिती दिखाई देती है
02:59वही होता है वलेयकार ग्रहन जो 2026 के फरवरी और 17 फरवरी को दिखने वाला है
03:04अब ग्रहन के तुरंद बाद आपको क्या करना चाहिए ये भी आप सुनते चलिए
03:08तो ग्रहन के बाद सबसे पहला काम क्या होना चाहिए कि आपको सनान करना चाहिए
03:12अगर आपके बस गंगाजल है तो गंगाजल डाल के सनान करें
03:16अनेथा लोग ये भी कहते हैं कि आप अपने पानी में थोड़ा नमक डाल कर सनान कर लें
03:20और इसके बाद पूजा आर्चना करें आप जिस्वी भगवान को पूछते हैं मानते हैं उनकी पूजा करें
03:25बाद में दान दक्षिना करें इससे ग्रहन का प्रभाव जो है बाद में नहीं होता है और कडित हो जाता है
03:30ग्रहन के बाद एक और चीज़ है कि आपको 15 दिनों तक विशेश ध्यान रख कर चलना होता है अगर आप शास्त्रों में मानते हैं तो शास्त्रों की मताबिक ऐसा कहा जाता है कि ग्रहन का प्रभाव ग्रहन से 15 दिनों तक रहता है
03:41यानि कि यह सूर्य ग्रहन की 21 को खतम हो रहा हुआ सुबह 22 को इसका प्रभाव जो आने वाले 15 दिनों तक रहेगा इस दोरान भी संभल कर चलना चाहिए
03:51कोशुश करने चाहिए कि रोज स्नान के पानी में आप नमक्या कंगाजल डालें, स्नान करें और जिस भी इश्ट को भगवान को पूछते हैं उनकी पूचा करें
03:58अब इस ख़बर में इतना ही, लेकिन देश दुनिया की बाकी ख़बरों के लिए देख तेरे इवन इंडे हिंदी, नमस्कार
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