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Dehradun Cloudburst: देहरादून में नदियों और नालों ने (Dehradun Flood) जमकर मचाई तबाही. डालनवाला के इंदर रोड में अब भी कॉलोनियों में भरा है मलबा और पानी. जेसीबी (JCB) से मलबा निकालने में जुटी मशीनरी. 200 से ज्यादा परिवार हैं पीड़ित. घरों से लगातार पानी और मलबा निकालने में जुटे हैं लोग. उस रात का मंजर याद कर घबरा रहे हैं लोग. 5​ दिन से मलबा और पानी को निकाल रहे हैं लोग. क्या है आपदा पीड़ितों का दर्द...

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00:00हम लोग इस वक्त हैं देरादून के
00:29डालनवाला के चंदर रोड वार्ड नमबर 28 में इसको गांधी बस्ती बोलते हैं
00:33पंदरा तारिक की राद को और सोलो को दो बार जो है यहाँ पर कह सकते हैं कि जो प्रकरती का रोद रूप था यहाँ आपदा थी
00:41इस बस्ती में पूरा यह जो आप मेरे पीछे देख पा रहे हैं यहाँ पर अभी भी लोग इस्तिती को सामाने करने कोशिश कर रहे हैं
00:55अब यहाँ पर आपका नाम और क्या मेरा नाम सुभाश है और यहाँ कम से कम आठ नौ दस दस फूट के आसपास पानी रहा हो गए आपको लाइने दिवारों पर बहुत लाइने बनी है
01:22देखो हमसे हम दस फूट के आसपास पानी था लोगों के घर में इतना मलवा भरा पड़ा अभी भी लोग सफाई कर रहे हैं पास दिन से
01:28नुकसान का कोई आकलन नी है लग लग लग तीन सो से चार सो परिवार परभावी थें इस छेतर के और किसी भी ऐसा कोई परिवार नहीं जिसका डेड़ से दो लाग का नुकसान ना हो वह
01:39सब चीज जितना सब का समान था सब बरबाद हो चुके हैं सब चीज खतम हो चुकी हैं आज ये लोग उस हासे पर खड़े हैं कि इनके पास पहनने के कपड़ा नहीं है ओडने के लिए चादर नहीं है लेटने के लिए बिस्तर नहीं है खाने के लिए खाना नहीं है बहुत
02:09हम भी दिन रात मैनत करके विवस्ता सुधार रहे हैं हमारी निगम की टीम भी देखे लगातार लगी है हम लोग भी लगे हैं कुछ संगठन भी है जो हमेरी मदद कर रहे हैं समाजिक संगठन है सभी लोग दिन रात लग के कारिये कर रहे हैं और सरकार से यह उमीद है कि कम से
02:39आज बजे जो है यह पानी आया है और उसके कारण यह सारी आपदा आई है और इसमें मैं आप लोगों के माध्यम से परशासन से रिक्वेस्ट करूंगा कि इस बार जो है हमने 2017 में जो आपदा आई थी उसके लिए DM को गयापन दिया था और उस दिन से जून में जून के महिन
03:09उनमें कम से कम एक ट्राली मलबा फशा पड़ा हुआ है कपड़े लगते और जो हमारा दूसरा पुल है उपर उपर हमारा दूसरा पुल है नई बस्ति चंदर रोट का जो हमानिक हैस गुदाम से नीचे उसमें करीब करीब एक महिने से एक दो पेड़ फशे पड़े आज �
03:39इसमें कम से कम मेरे खाल से डाही 300 परिवार होंगे सारे और उस तरह पंशपुरी है उस पंशपुरी में है मैं था कि सब लोगों का एक दिनका नहीं बचा इन लोग neither कि कर दो हम ने मेडिकल किड दी हैं हमने बच्छों के लिए कपड़े दिये हैं हमने बच्छों की मैडि
04:09कोई भी जा सकता है पैकेट उठाके ला सकता है एक सवाल हो रहे है जो यह जिक्टा खाना अब इससे संक्रमन की लोगों में कंप्लेन है तबी अब क्या साशन से अपर देखेंगे देखेंगे हम कल जा रहे हैं मुख्य मंत्री जी के पास
04:36मुख्य मंत्री जी से मुलाकात के लिए हमने टाइम ले लिया है में भी हमें इवनिंग तक टाइप मिले हम यह वीडियो चोटी चोटी बना रहे हैं हम बाटते वे की फोटो ना बना के हम इस की चड़ और इसकी बना रहे हैं कहा पूल टूटा कहा वाल टूटी किसका घर आ�
05:063-3 किलोमेटर होगा 1.5-2.3 किलोमेटर है और लोग देखे कैसे आ रहे हैं किन परिस्फित हो में जीना पड़ रहा है कैसे परिस्टित हों यहां पर रहना पड़ रहा है तो यह किलो आभी टोग जो है जिंदगी के लिए जद्दो compliant कर रहे हैं कोशिश कर रहे हैं कहरें ग
05:36एक बहुत बड़ी आपदा है और इस बार आपदा का शिकार प्रदेश की जो राजधानी है देरादून हुई है और सारे महक में यही पर है सारे लोग यही बैठते हैं और तस्वीर आपके सामने है देरादून से कैमरा परसंड अरूर प्रदेशी के साथ पवन नौट याल
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