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RadhaKrishn Ayan ki mansha राधाकृष्ण #radhakrishna #starbharat _ EPISODE-15

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Transcript
00:00अपर ख़ख स्पातीज में कि expose एस थो
00:04बस यही तक थी तुमारे दौर्ट अब कहा जाओंगे बच्चे
00:28कर दो कर दो
00:58तुम नहीं है कुछ यहाँ
01:01मुझमें धड़कती हो तुम्ही
01:04तुम दूर मुझसे हो कहा तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो
01:15मनमीत हो राधे मेरी मनमीत हो
01:28श्रमा करना कृतिदा
01:57मेरो काना बहुत नटखट है
02:00हर वक्त उफास की सूजी रहती है उसे
02:02सब कुसत आता है वो
02:04कैसी बाते कर रही है जी जी
02:06कृश्न के आने से तो ऐसा लगता है
02:09जैसे ये सोता हुआ घर जाग उठा हो
02:11चारो और इतनी प्रसन्नता है
02:14इतनी खिलखिलाहट है
02:16दिन कब भी जाता है पता ही नहीं चलता
02:18सच
02:20बहुत प्यारा है आपका कृश्न जी जी
02:23प्यारी तो तुम्हारी राधा है
02:25उसके मन में
02:28तुम्हारे लिए जितना प्रेम
02:29ने और आदर है न
02:31देकि मन खुश हो जाता है
02:34सच जिस भी घर में वो ब्या के जाएगी न वो बहुत भाग्यशाली होंगे
02:42भाग्यशाली तो वो करने आ होगी जी जी
02:46जिसे आपका कृश्न वरेगा
03:04मैंने तुम्हारे आँखों में कुछ देखा
03:10क्या देखा
03:13इसमारे नहीं आ रहा
03:21किन तुझो देखा
03:28बहुत ही संदर था
03:31पिर एक बार देख लो
03:34हो सकता है अब कुछ स्पने दोजाए
03:41राधा
04:00रादा?
04:30क्या हुआ रादा?
04:34कुछ नहीं
05:00रामरा मुख्या जी
05:22आये आये हरी भीया
05:23कैसे आना हुआ?
05:24बस यही बताने आया था
05:26कि गोकुल के सारे परिवार
05:27बरसाने में बस गए हैं
05:29और चिंता की कोई बात नहीं है
05:30यदि किसी ने किसी से पूछा
05:32तो कह देंगे कि हमारे संबंधी हैं
05:34तन्यवाद
05:35जेप, बाते ही करती रोगी
05:40कीरती दाय भोजन भी कराऊगी
05:42और हां, बहुत सारा मिष्ठान मिलाना
05:46एक और शुप समाचार है
05:47अमारी रादा की सकी सुदेवी का विवा निश्चित हो गया है
05:53ये तो बहुत ही शुप समाचार है आरे
05:56मैं अभी जाकर मिष्ठान का आयोजन करती हूं
05:59अब मैं भी आती हूं
06:05यशुद बैर, आप कहाँ चली?
06:14एक तो आप हमारे आती थी है
06:15उपर से यात्रा की ठकान
06:17आये, आये न, आये
06:20बैठे
06:21मैं हूना किरतिदा की सहायता के लिए
06:25आप आराम करें
06:29क्या हुआ बड़ भाईया
06:39क्रोव में हो
06:41राथा से
06:43दूर रहना क्रिश्न
06:46मैं स्वया मुझ जगडालू से दूर रहना चाहता हूं बड़ भाईया
06:53आप की सोगन
06:59कभी डंडा लेकर कभी लोटा लेकर कैसे कैसे खेल खेलती है वो
07:11खेल खेल तो अब तुम्हारा समझा गया है मुझे क्रिश्न
07:19जिससे तुम प्रेम करते हो जिसके लिए बरसाना आए
07:25जिसे पाना चाहते हो वो लड़की राधा आए
07:31राधा थी है आगल
07:42मैं राधा से तेड्यकर्ता प्रेम करते हो
07:46प्रेम करते हो
07:52स्चेस जुगते है
07:57भी जुगता चलिए интересно
07:59मैंने कृष्णी की आँखों में क्या देखा हूँ?
08:11ऐसा क्यों लग रहा है?
08:13क्यों दृष्णी में पहले भी कभी देख चुके हूँ?
08:20क्या है यानु भूती?
08:23प्रेम और तुम
08:30प्रेम तुम मैंने किया है राधास
08:34बालपंड से
08:39और मैं?
08:41मैं तो ना जाने कबसे राधा के प्रेम में ही
08:46कदाचित
08:48कदाचित स्रिष्टी के बालपंड से
08:50राधा केवल मेरी है क्रिष्ण
09:00और मैं हर परिस्थिती में उसे पाकर ही रहूंगा
09:04यदि राधा केवल आपकी है तो उसे हर हाल में क्यों पाना है?
09:13प्रेम में स्वतंत्रता दी जाती है अधिकार नहीं पाया जाता
09:19प्रेम में व्यक्ति प्रेमी को अपना वश देता है उसे वश में करने का प्रयास नहीं करता है
09:30कि
09:33कि
09:38क्या हुआ जकला जी जी सेवकों को बाहर क्यों भीज रही है
09:47बात ही कुछ ऐसी थी कि सबके सामने नहीं कह सकती थी
09:56वो कक्ष में प्रविश करते समय तुम्हारी और यशुदा की बाते मैंने सुन लिया
10:07कहने का मतलब है मेरे कान तक पहुँच गई बुरा मत मानना
10:14तुमने यशुदा से कुछ कहा तो नहीं फर मैं समझ गई
10:21तुम्हारे मन में राधा और कृष्ण की विवाह की बात चल रही थी है ना
10:31अरे चीजी आप भी ना सब के मन की बात जान लेती हैं हां
10:38जटिला हूं ना सब के मन के जटिल से जटिल बात भी पढ़ लेती हूं
10:45ताकि सब की सहायता कर सको सहायता कैसी सहायता जीजी के रतिदा तुम राधा और कृष्ण की विवाह के बारे में भूल के भी मत सोचना
11:01अब मुझे बिश्वास हो गया है वो कृष्ण माया वी चली आए अन्यथा मुझे उसकी आँखों में वो सब क्यों दिखा
11:17मुझे उससे बात करनी हो गया
11:20मेरे मार्क से हट जाओ कृष्ण अन्यथा
11:26मार्क में तो आप खड़े हैं बड़े भाईया राधा और मेरे मिलंग के मार्क में
11:36तो मुझे ललकार रहे हो
11:42मुझे
11:45भाय नहीं लगता
11:50भाय भाय उसे लगे जिसका प्रेम जूटा हो
12:00जो सच्चे मन से प्रेम करें उसे किस बात का पर
12:07पर एक बात तो है आप आकारणी मुझे क्रोदित हो रहे हैं
12:17अब मैं कहां जाता हूं उसके पास
12:21वो स्वयम नी तो चली आती है मेरे पास
12:27अच्छा
12:33ये बात तो ठीक है आज के पश्चात राधा तुम्हारे पास नहीं आएगी
12:43कोई बात नहीं करेगी और जब राधा तुमसे कोई नाता ही नहीं रखेगी तो तुम्हारा ये जो प्रेम है ये वहीं तुम्हारे रिदय में घुट घुट कर
12:55मर जाएगा
12:59क्या बड़े भाईया मैं आपको वीर समझता था आप तो कायर निकले
13:09अब मुझ्छ अकेले पर सबके सा तुमकर प्रहार करेंगे आप
13:17सब
13:20कौन सब
13:21प्रिश्मान काका किर्टिदा काकी और परिवार के सारे लोग
13:26अब राधा को मुझसे मिनने से रोकने के लिए आप सब के पास जाएंगे
13:30सबको सारी बात बता देंगे
13:33फिर सब लोग मेरे विरुध्ये हो जाएंगे
13:35फिर
13:38फिर तो ये लड़ाई हम दोनों के मद्दे में रहे ज़ नहीं
13:48नहीं नहीं नहीं ये युद्ध तुम्हारे और मेरे मद्ध था और सदैव रहेगा
13:55येमल युद्ध या राधा और मेरे प्रेम की बात भी
13:58कि युद्ध भी और बात भी बस किन तुम्हें आपके इस बात पर विश्वास किसे करें
14:04मैं शपत लेता हूँ मैं अपनी मा की शपत लेता हूँ
14:19ये बात राधा और उसके परिवार वालों को कभी ग्याद नहीं होगी
14:28अयन
14:49अर्ण कुछल
15:04अर्ण
15:05ये प्री इसरी ओय
15:12ये जखाँ
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