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  • 5 days ago

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00:00कुल मिला करके जो क्लाइमेट साइन्स है वो बड़ी सीधी है आप जानती है है ना कार्बंडाई ऑक्साइड जो है बहुत कम छोटे अनुपात में रहती है वातावरण में
00:15मिलियन पार्ट्स में 10 लाख पार्ट्स में 280 पार्ट्स 280 हिस्सा उसको होना चाहिए
00:22इतने ही होना चाहिए इतने में जो पूरी प्रत्वी की सामान ने विवस्ता है वो मजे में चलती है ठीक है वो उससे बहुत बढ़ गई है बहुत बढ़ गई है वो उससे 70 रसी प्रतिशंद बढ़ गई है अभी 430-440 ppm हो रही होगी यह है कुल मिला करके अब यह क्यों ब�
00:52हमारी हरकतों से बढ़ गई है हमने ही carbon dioxide और जो carbon dioxide equivalent gases होती है जो green house gases होती है जैसे methane हो गई हमने ही उनका उतसरजन करा है हम इने उनको अपने अपनी हरकतों से हम यह उनको और ज्यादा
01:09emitter release करते जा रहे हैं तो हमसे बढ़ गई है तो कुछ करा नहीं जा सकता मैं इसमें क्या बलूँ ऐसा थोड़ी है कि कोई बाहर से बहुत बड़ी चट्टान कोई meteoroid को अस्टिरॉइड आ करके प्रत्वी पर टकरा रहा है और हम बेबस हैं कि अब हम क्या करें प्रत्वी से त
01:39इतना gravitational forces में इधर उदर भगते रहते हैं तो वैसे बहुत बड़ा पक्तर आया था और वह करके प्रत्वी से टकराया और उससे इतनी धूल उठी और ऐसे भूकम पाए और ऐसी सुनामिया आई और वो जो धूल थी वह च्छा गई वातावरण में उससे पूरे वातावरण
02:09जब टविलुब थो तो अकेले वहीं नहीं होए थी उनकी साथ नों जाने कितनी और उड़ गई थी आप हम कुछ नहीं कर सकते थे तब अभी जो हो रहा है उसमें हम कुछ नहीं कर सकते तो जींब है
02:22कि हम कुछ नहीं कर सकते हैं कि हम इन दो सब कुछ किया है यह सब कर्तूत और किसकी है कार्बंडा यॉक्साइड को 280 PPM से 440 PPM और कौन लेके आया है खरगोश
02:36हिरन गाय चीता स्वयम प्रत्थवी समुद्र पहाड नदिया नहीं इन्होंने कुछ नहीं किया
02:44कि भोगत यह रहे हैं पर इन्होंने कुछ नहीं किया है यह तो यह तो हम है अनूठी प्रजाती जो अपने घर को ही जला सकती है और अपने आपको गहती है तो मोस्ट इंटेलिजेंट क्रियेचर
02:58आपने इतनी प्रजातियां हुई है प्रत्थवी पर इतनी उसमें से किसी को ऐसा देखा कि वह अपने घर को आग लगा दे फिर्फ मनुष्य अभागा आज तक ऐसी प्रजातिय निकला है जिसने अपने घर बरबाद कर दिया हमेशा के लिए और वह अपने आपको क्या बो
03:28कि दवाइज मैन हम हमाँ पास विजड़ा में इंटेलिजेंस हम यह सब बोला करते हैं इनके पास कुछ नहीं है यह तो ऐसी पागले मेंने काटके खा जाएंगे हम होशी आ रहें वह जैसे भी उन्होंने प्रत्वी नहीं खाली तुम ऐसे हो तुमने प्रत्वी माने अपन
03:58प्रजाती हो इनसान प्रपने आपको intelligent बोलते हो जो climate science हो तो बहुत सीधी है
04:07कारबन डियॉक्साइड ग्रिनााूज गयस होती हुद ये जो radiation आता है कि उसको absorbed कर लेती है
04:15जो carbon dioxide का molecule है ना जो सूरज से आ रहा है radiation जो photons आ रहे हैं उसे energy absorb कर लेता है तो 280 ppm तक वो फाइदेगी बात होती है क्योंकि वो न अब्सॉर्ब करे तो जितनी आई थी उतनी सब वापस भी चली जाएगी और प्रत्वी भहुँ ठंडी हो जाएगी
04:35सूरज ने radiation ही तो भेजाया अब radiation को आप बकसे में बंद करके तो रख नहीं सकते
04:41radiation अगर आया है जैसे तो ऐसे वापस भी चला जाएगा space से आया है space वे वापस चला जाएगा radiation
04:49तो carbon dioxide का molecule अपने आप में बढ़ियां चीज होता है वो प्रत्वी पर जीवन को टायम रखने में योगदान देता है
04:57है 280 ppm तक 280 ppm के आगे वो प्रत्वी पर जीवन समाप्त करता है वो प्रत्वी का तापमान बढ़ा देता है और जहां
05:09carbon dioxide बोल रहा हूं तो उसमें carbon dioxide जैसी दो चार और भी गैसे होती है nitrogen के भी कुछ
05:14oxide होते हैं और methane तो हम जानते ही है जो hydrogen का oxide है water वो भी greenhouse gas है
05:20तो यह सब इनको सब को carbon dioxide ही मानी है सारी gases को तो यह तो हम ही ने रिलीज कर रखी है और और यह बात आपको पता हम कब
05:32से जानते हैं कि इन इन गैसों को वाटरोंड में डालने से हम बरबाद हो रहे हैं आप बता हम कब से जानते हैं अभी 10-20 साल से
05:42यह सब आपको community के लिए काम दे रहा हूं कि इनसान को कब से पता है कि climate change हो रहा है
05:50हमें एक दशक दो दशक तीन दशक नहीं हमें न जाने कितने दशकों से पता है कि climate change हो रहा और हम कर रहे हैं हमें पता है
05:59और हम करे जा रहे हैं यह कोई आज की बात नहीं है कि अरे लोगों ने एस ही लगा ली इसलिए climate change हाद से नहीं हो रहा है बहुत कम दे कम 50-70 साल पहले से हमें पता था कि यह हो रहा है
06:14कि सरकारों को भी पता था कि सब्कों पता था यह औरां ने कुछ नहीं कि आ
06:26कि हम कुछ करना भी नहीं चाहते कि आप सोचरों कि आपका साधारन कारोबार चल रहा है अचानक कोई गायब हो जाएगा और जो गायब होगा वह व्यक्ते नहीं होगा वह एक प्रजात्ति होगा एन इंटायर स्पीशीज
06:40बात आ रही है समझो है तो आप एमिट कर रहे हो आप मत एमिट करो तो जहां तक पहुंचा है पीपीम हो सकता है वहीं पर रुख जाए अलंकि वहां पर भी उसका रुखना मुश्किल है क्योंकि जैसा बहुत बार आपको समझा चुगा हूँ कि अब फीड़बैक लूप सक्
07:10आप वो इनसान के अधिकार से बाहर के हो गए अभी तक आप जो एमिशन करते थे उसमें यह था कि आपने फैक्ट्री लगा रखी है उस फैक्ट्री में कारवंडाय उक्साइड आप निकाल रहे हो आप फैक्ट्री बंद कर दो तो बातावरण में कारवंडाय उक्साइड
07:40आप चाहो पे तुभी नहीं रोख सकते हो
07:42समझे रहे ना बात को
07:46ऐसा जैसे कि समझे लो आप कागज में आग लगाओ
07:49बहुत सारा कागज रखा है आप आग लगाओ
07:50जब तक थोड़ी सी आग लगी है
07:53तब तक आपने आग लगाई
07:55फिर आप उसको ऐसे पाउं से दबा देते हो
07:57जूते से मार देते हो आग बुझ जाती है
07:59पर आप इतने बेहोश हो और इतने मूरख हो
08:03कि आग को आप फैलने दो तो एक बिंदू आता है
08:06कि अब आग आप बुझा नहीं पाओगे
08:08अब आग ही आग को आगे बढ़ाएगी
08:10तो जो पूरा
08:13क्लाइमेट
08:16का साइकल है उसमें हम वहां आ गए है
08:19जहां
08:21एमिशन ही एमिशन को और बढ़ाएगा
08:23पहुझ में आरी बाद
08:24जहां पर जितनी कारबन डाय उकसाइड पहले से ही है
08:29वही अब और जादा करबन डाय उकसाइड रातावरण में खीचेगी और जब और बढ़ेगी तो और खीचेगी और बढ़ेगी तो और खीचेगी तो वह
08:39जो पीपीम कर्व है वह एकदम एक्स्पोनेंशेल भी हो सकता है
08:44उसके उधारण के भी आपको भीटे चुका आग में गण सबसे जो उसका प्रकटयों कांसा होता है
09:04ग्लेशिएर था है तो सफेद बर्फ पर रौशनी पड़ रही थी सफेद रंग जो है प्रकाश को परावर्धेत कर देता है पापस भेजट देता है
09:14यह जब वापस भेच देता है तो बर्फ पिखलती नहीं है क्योंकि पिखलेगी तो तब ना जब आप
09:20heat को माने light को absorb करो गया absorb नहीं किया उसको reflect कर दिया तो बर्फ
09:26बची रहती है पर बर्फ पिखल गई क्यों पिखल गई क्यों करब्फ पिखल गई तो क्या
09:33हो गया काला पत्θर काला पत्थर चूंक yعل काल इसी लिए वह रिडियेशन को ज्चाथ करता है जब वह तो काला फै rek où जाएगा जब गर्म हो जाएगा
09:43तो बर्फ और पजर्टेगी जब बर्फ और अच्पोज होगा और तो
09:48और गर्म करिके से या जो बर्फ प्वलति जारही है तो बर्फ
10:05के नीचे जो कर्बन डेयॉकसाइड स्टोर्ड थी है उमने पत्थर की बात
10:11कि बात के जब हम थंडे लाकों की बात करते हैं तो हां मिट्टी के आपर इसजमा
10:17और उस मिट्टी मेंगाा और उसके नहीं कब से जब बर्फ पिखलती हैं तो वह जो इंशियन तरह को
10:34थी वह मीथेन एट्मॉस्फियर में रिलीज हो जाती है हुआ उस मीथेन को प्रक्रते ने बंद करके रखा हो था एक तरह की सिक्वेस्टरिंग थी पर मीथेन अब पहुच गई
10:44एट्मॉस्फियर में और मीथेन का जो ग्रीन हाउस प्रेंशल होता हो कार्बन डायोकसाइड से बीस गुना होता है
10:54तो यह तो फीडबैक लूप शुरू हो गए हैं लेकिन फिर भी आप अगर पूछो कि हम क्या कर सकते हैं तो हम यह कर सकते हैं कि एमिशन बंद कर दो
11:02एमिशन टोटल जो एमिशन होते हैं हमारे वह भी बहुत सीधा गड़ेत हैं दुनिया में जितने लोग हैं उनको गुणा कर दो हर व्यक्ति द्वारा जितना
11:20कार्बन डायोकसाइड उत्सरजित किया जा रहा है नंबर ऑफ पिपल मैल्टिप्लाइड बाए
11:26इतरल परटल अफिर कीव न है अधोर करो सिहरा है नट फिए अप्रया मैं तो अपको यहीं
11:38अपनी जड़ टोटल पापुलेशन आता कि आं वह व क्म कर दो कि हमots यह को अपने आप douteई हैं धिरे-दे-व्रिद्ध
11:46व्रिद्ध हो करके मरते जाते हैं तो population तो कम हो जाएगी आपको बस और बच्चे नहीं पैदा करने हैं
11:51population तो अपने आप कम हो जाएगी और दूसरा होता है per capita emission कि आप जो जी रहे हो उसमें emission करना
12:00कम कर दो तो नहीं होगा और आपको zero नहीं करना है emission
12:04ट्रक्रते में emission और absorption का एक cycle अपने हाँ चलता रहता है
12:12हमेशा ही carbon dioxide emit भी हो रही होती है प्रतवी से और उसको अबस्वार्ब भी कर रहे होते हैं
12:19कौन एब्जॉर्ब कर रहा होता है फॉरेस्ट एब्जॉर्ब करते हैं और ओशन एब्जॉर्ब करते हैं और बहुत जगे अब्जॉर्ब होता है प्रिंसिपल जो उसके कारबन डियोकसाइड के सिंक्स होते हैं तो प्रत्वी में ख्षमता है कुछ कारबन डियोकसाइड अ�
12:49तो आपकी lifestyle अगर ऐसी है कि उसमें कुछ carbon emission है तो चल जाता है पर जितना होना चाहिए जो जो जो ऑसत जीव है इस ग्रह पर वो उससे 6 गुना जादा emission कर रहा है
13:03अब यह औसत कहते ही जो मुद्दा है वो कहीं और आ गया अपने अधर भी आ जाता हूं आप पूछते हम क्या कर सकते हैं हां बिल्कुल ठीक है कि जो पर capita इस वक्त प्लैनेट पर emission है वो sustainable limit से 5-6 गुना जादा है बिल्कुल सही बात है यह लेकिन पर capita हमेशा एक एक deceptive term होत
13:33एवरेज बहुत सारी सच्चाईयां छुपा देता है एवरेज क्या सच्चाई छुपा देता है एवरेज यह सच्चाई छुपा देता है कि जैसे भारत देश है भारत का जो पर-capita carbon dioxide emission है वो अभी भी sustainable levels के अंदर-अंदर है
13:51दुनिया की 90% आबादी जो emission करती है वो sustainable limits के अंदर-अंदर है तो आप चौक गई नहीं आप नहीं चौक ही थोड़ा चौक ही चौक की दिखाई यह तो आगे बढ़े है ठीक है आप चौक गई हमने मान लिया यह कैसे हो रहा है कि दुनिया की 90% आबादी
14:16जब sustainable limits के अंदर-अंदर carbon emission कर रही है तो टोटल carbon emission sustainable limit का कई गुना कैसे हो सकता है यह थोड़ी arithmetic आती है हो समझ गए होंगे कैसे हो सकता है यह जो बाकी 10% है
14:35इन्होंने उपद्रव मचा रखा है और उन 10% में भी जो top 1% है वो है असली कातिल
14:46यह इतना emission कर रहे हैं इतना emission कर रहे हैं कि जो 90% साधारण जनता है दुनिया की
14:55उस पर भारी पड़ रहे हैं एक billionaire दो घंटे में अपने प्राइवेट जेट से उतना emission कर सकता है जितना emission करने में एक
15:09अउसत भारतिये को हजारों साल लगेंगे अपनी अउसत जिन्दगी जीते जीते आप बैठी हैं इदर में बैठा हूं हम हजारों साल में इतना
15:17carbon emission करेंगे उतना एक अमीर जादा अपने प्राइवेट जैट या यार्ट होती है उनके पास उससे कुछ घंटों में कर देगा
15:28तो यह हैं जिन्होंने average को इतना ऊपर टांग रखा है आम आदमी ने नहीं टांग रखा
15:33है तो आप क्या कर सकती है कि आप तो चूट मिल गई कि आप तो बेगुना है आपने कुछ किया ही नहीं
15:44emission आप तो करी नहीं रही नहीं आप नहीं कर रही हैं आप emission करवाने वाले लोगों की मददगार हैं
15:52कि आपने उनको अपने मन पर चढ़ने की छूट दिये वह आपके ही कंधों पर खड़े होकर के हमें इतने बड़े दिखाई देते हैं
16:07कि आप उनका माल खरीदते हो आप उनको आदर्श बनाते हो आप उनके जैसा ही बन जाना चाहते हो
16:14सक्षै है, आप उन्हें मौका देते हो कि आपकी सरकारे बन वदने, पैसे देदे
16:23करके कि आप मौका देते हो, आपकी मीडिया पर कब्जा कर लें और जब वो मेडिया पर बजले तो आप
16:30कि पूरी सोशल मीडिया बताइए कितने लोग कंट्रोल करते हैं गिनियेगा और मेंस्ट्रीम मीडिया से ज्यादा इस समय ताकतवर सोशल मीडिया और पूरी सोशल मीडिया
16:43सिंगल डिजिट में लोगों के हाथों में हैं सिंगल डिजिट में भी नौ नहीं आठ नहीं और छोटा अकड़ा
16:50और यह लोग हैं जो अपने algorithms के द्वारा तै करते हैं कि दुनिया क्या सोच रही है आप क्या सोच रही है क्या समझ रही है
16:59आपकी संस्था को ग्यान की बात का प्रचार करने के लिए करोडों खर्च करने बढ़ते हैं
17:06क्योंकि ये लोग हैं जो दुनिया के सबसे अमीर लोग हैं
17:10इन्होंने अपने जानबूच की अल्गॉर्टम में से सेट करें हैं
17:13कि सिर्फ कंजम्शन वाली टिटिलेटिंग बातें जो तुरंत आपको डोपामीन हाई देती हैं
17:19वो बातें मिनिट की दो मिनिट की छोटे छोटे वीडियो यही हैं जो उनका अल्गॉर्टम लगातार आगे बढ़ाता रहता है
17:27और जितना वो वहाँ पर डोपामीन और टिटिलेशन और एक्साइटमेंट और क्रेविंग और अड्रिनलीन का खेल चलता है
17:35उतना आप शॉपिंग के लिए आतर होते हो जितना आप शॉपिंग करते हो उतना वो और अमीर होता है
17:40जितना वो और अमीर होता है उतना वो और जादा कार्बन एमिशन करता है यह साइकल चल रहा है कैसे तोड़े इस साइकल को तभी छूट सकता है जब आप देख पाओ कि आपको किन किन तरीकों से यह गुलाम बना रहे हैं
17:56जब आप यह बत मत बोल दो कि फलानी चीज वाइरल हो गई पूछो वाइरल हो गई अच्छा कहां वाइरल होई अच्छा इस मीडिया पर वाइरल होई अच्छा इस मीडिया पर वाइरल होई तो वाइरल माने कैसे होता है कुछ माने कि जो अल्गॉरिदम है उस अब को बार �
18:26हre Tirik है नालायक थे हमेशा से पर नालायकों की भी श्रेणियां होती है नालायकों में जो सबसे
18:32घटिया श्रेणी के नालायक थे हैं उसको इन अमीरों ने बिलकुल वाइरल कर रखा है गंदागी हमेशा थी दुनिया में
18:40पर गंदगी का जबरदस्त प्रचार हो रखा है और यह प्रचार बहुत सुनियोजित तरीके से और आईसी प्रचार से दुनिया की पूरी गाड़ी चल रही है पूरी विवस्थाएं चल रही है
18:54मैंने एक उदारण दिया है अभी बस सोशल मीडिया का क्योंकि आज जो बड़े-बड़े अमीर है उसमें से बहुत सारे ऐसे हैं जो नवेले अमीर बने हैं सोशल मीडिया के दम पर या इंटरनेट के दम पर
19:08और इसी तरीके से हर चीज़ आपको मिलेगी कारबन एमिशन हम जानते हैं सबसे ज़्यादा फ्यूल ट्रांस्पोर्ट फॉसिल फ्यूल जलाने से होता है
19:19आपके मन में बात किसने डाल दी सोचिएगा कि एक गुड लाइफ में कार बहुत बड़ी चीज़ होती है सोचिएगा किसने डाली होगी
19:33यह भावन आप लेके तो नहीं पैदा हुए थे यह बात किसी ने आपके मन में डाली है
19:39दुनिया का 40 से 50 प्रतिश्चत कार्बन एमिशन सिर्फ 5-7 कंपनिया है वो मिलके कर देती है
19:50और आपको क्या लग रहा है
19:53वो आपके मन में हजार तरीके से विग्यापन के द्वारा मास मीडिया के द्वारा लिट्रिचर को एफेक्ट करके
20:02कल्चर को एफेक्ट करके ये बात नहीं डाल रहे होंगे कि और गाडियां खरीदो और फ्यूल जलाओ और ट्रैवल करो यहां जाओ वहां जाओ
20:12आपने देखा आप एरलाइन्स में जाते हो आप प्लेन में बैठो वहां पर उनके सामने आपके पत्रिका पुस्तिका रखी होती है उसमें वो बता रहे होते हैं कि कौन-कौन सी बहुत अच्छी परेटन की जगहें हैं वो आपको क्यों बता रहा है मुफ्त में कि कौन-क�
20:42मेरी इच्छा हैं तुम्हारी इच्छाएं नहीं है वो अमीरों की साधिशे हैं जो उन्होंने तुम्हारे बीतर इच्छाएं बनाकर बैठा दिये हैं तुम्हारी हर इच्छा देखना गौर से देखना तुम्हारी क्या कोई भी ऐसी इच्छा है जिससे किसी अमीर को ला�
21:12सोचो धुमधाम मने क्या और पैसा आ गया तो मेरी इच्छा है कि मैं destination wedding करूँगा वो और बड़ा carbon emission है
21:20जितने आपके भीतर भावना और इच्छा उत्यजित की जाती है उतना जादा carbon emission होता और उतना जादा किसी पूझी पती को लाव होता है
21:30और यह वही पूझी पती है जो सब कारवन emission का जिम्यदार है और मैं यहाँ पर कोई anti capitalist बनके नहीं बोल रहा हूं
21:45मैं तो बहुत सीधे सीधे अध्यात्मिक दृष्टिकोंड से बोल रहा हूं भाई लालच बुरी बलाए बहुत सीधी सी बात है
21:53मखवत गीता शड़ रिपू बताती है शड़ रिपू में लोभ माचसर्य मद यही सब तो हैं जिनसे क्लाइमेट चेंज हो रहा है और क्या है
22:07कि आप एक कंपनी चलाते हैं कोई अपर लिमिट है आपके पास कि भई मैं बस इतना जिस दिन टर्नोवर कर लूँगा उसके बाद मैं नहीं बढ़ाओंगा कभी होता है क्या
22:20तो अगर अपना अप्र टाप लाना अ है टॉप लाइन भी बढ़ाना है मार्किट रहें तो आपको टिनुश ली फिर प्रथवी की सब्रॉ सह को जलाना वहीं पढ़ेगा नहीं तो आपका मल ऐसी तो त्यार हो नहीं सकता
22:33नहीं तो आपका माल ऐसी तो तयार हो नहीं सकता एक एरलाइन सगर चाहती है कि उसका रिवन्य हूँ साल दर साल बढ़ता रहे तो साल दर साल उसे अपने अमिशन्स भी तो बढ़ाने पड़ेंगे ना
22:45यही है ट्लाइमिट चेंज और यह रोकना बड़ा मुश्किल है अब क्योंकि हम कहीं से कोई संकेत नहीं दे रहे हैं कि हम जिन्दगी की अपनी फंडमेंटल फिलोसिफी बदलने को तयार हैं
23:07कि हम अपनी मुड़ता अपने अज्ञान को साफ साफ देखने को तयार हैं हम कह रहे हैं जैसी हमाही दिन्दगी चली है जैसा आज तक रहा है जो हमारा हिसाब किताब है बिल्कुल सही है हमने जिस चीज़ को गुड लाइफ मान रखा है हम तो करेंगे ही करेंगे
23:26तुम करो मौज कोई और ले रहा है मरेगा आम आदमी मर रहा है आप उत्तरखंड की बात कर रहे हैं वहाँ पर क्या जो इलीट वर्ग है वो मरने गया था वो थोड़ी मरता है कभी गरीब मारा जाता है आम आदमी मारा जाता है
23:47यह जिनको तुम अपना भगवान बनाए बैठे हो ना यही काल है तुम्हारी जिंदगी का समझो बहुत अच्छे से
24:02और यह तो बात बहुत सीधी है मूर्ख आदमी जिसको अपना आदर्श मानता होगा वो उसकी मूर्खता की ही तो प्रतिछवी होगा
24:15गढ़ा किसको अधर्श मानेगा बड़े कधे को और अगर बहुत बड़ा कधा है तो मालूम हो किसको अपना आदर्श मानेगा बाग को
24:27और बाग के पास जाएगा कहेगा देखिए मैं आपको अपने आधर्श मानता हूं मैं आपकी चरणों में बैठ जाता हूं लेट जाता हूं बाग कहेगा अच्छे से लेट जाओ और चारो टांगे ऊपर कर लो और फिर उसको ऐसे एक मारना है खतम गधा
24:40अच्छा हर आदमी करता है मुझे जिन्दगी में तरक्की करनी है आपको भी करनी होगी सबको करनी है अच्छा एक बात बताओ किसी भी तरीके से संभव है कि आप तरक्की करो जो भी आपकी तरक्की की अभी परिभाशा है उस परिभाशा के अंतरगत क्या यह संभव है कि आ
25:10आपने भी तरक्की करी होगी, पूरा मध्यमवर्ग तरक्की कर रहा है, पिछले 20 साल में आपके घर में भी तरक्की आई होगी, पहले घरों में स्कूटर होता था, अब स्कूटर की जाए कार आ गई है, इतनी तरक्की तो सभी घरों में आ रही है, आई है, तो 20 साल पहले आ�
25:40आपके लिए गौर से देखिएगा
25:44खुद खुद परक्य देखिएगा
25:46तरक्की के आप जितने
25:48elements गिना सकती हैं
25:49उन सब elements में consumption शामिल है
25:52और आप अगर consumption करोगे
25:54तो कोई दूसरा होगा
25:56जो production कर रहा है
25:58और अपनी जेब भर रहा है
26:00आपके लिए तरक्की का
26:02मतलब होता है अब मैं पहले से ज्यादा
26:04consume कर पा रही हूँ ये definition
26:06आपके भीतर डाली गई है
26:07implant करी गई है क्योंकि जब डेफिनिशन डाली
26:10जाएगी तब ही तो किसी का माल बिकेगा
26:12और जितना उसका माल
26:16बिकेगा उतना वो और
26:18निरंकुष हो करके प्रत्वी को बरबाद करेगा
26:20क्या हम
26:28तरक्की की कोई वैकलपिक
26:30परिभाशा ला सकते हैं ये प्रशन है
26:32अगर आप ला पाए समय रहते
26:34तो शायद थोड़ा बहुत कुछ
26:36बचज़ा है इस प्रत्वी पर
26:38हम वही प्रयास कर रहे हैं
26:39आपकी संस्ता वही प्रयास कर रही है
26:41कि आपको बता पाएं कि आपके लिए
26:43तरक्की की असली परिभाशा क्या है
26:46मचली के लिए
26:49तरक्की की परिभाशा ये नहीं हो सकती
26:51कि उसको रेगिस्तान में
26:53बहुत बड़ा महल बना के दे दिया गया
26:55नहीं मचली के लिए
26:59तरक्की की परिभाशा हो सकती
27:01कि उसको पहाडों पर
27:03अब दोड़ने के लिए
27:08एक बड़ी साफ जगह दी गई है
27:09आप है कौन इससे तै होगा
27:12कि आपके लिए तरक्की क्या है
27:14आप जानते ही नहीं आप कौन हो
27:16तो मुझे अब उसी पुरानी
27:18घिसी पिटी बात त्याना पड़ेगा
27:19आत्म ग्यान का अभाव ही क्लाइमेट चेंज है
27:22आपको पता ही नहीं आप मचली हो
27:24वो सब आपको
27:26रेकिस्तान में महल बेच रहे हैं
27:29और आप व्याकुल हुए जा रहे हो पहली बात तो
27:31वो जो बेचने वाले उनलू सीधा करके
27:33निकल जाएंगे दूसरी बात किसी कदर
27:35हजार में से एक
27:37मचली ने रेकिस्तान वाला
27:39महल खरीद भी लिया
27:41तो अब वो
27:43अपने
27:44महल के भीतर तड़ब तड़ब के मरेगी
27:48बिना ये जाने आप कौन हो
27:52आपने अपनी तरक्की की परिभाशा
27:54निर्धारित कैसे कर ली
27:56आपको कैसे पता तरक्की माने क्या
27:59तो समझाने जालों ने कहा है
28:04कि पहले ये जानो कि तुम
28:06तुम्हें वास्तविक तकलीफ क्या है
28:08अपनी वास्तविक
28:10तकलीफ को हटाना ही तरक्की है
28:11जब तुम्हें यही नहीं पता है कि तुम्हारी सच मुछ
28:13तकलीफ क्या है तो तरक्की के नाम पर तुम कुछ
28:15उल जलूल ही करोगे
28:16कोई आदमी इतना पागल उसको यही न पता हो
28:22कि दर्द उसकी कोहनी में हो रहा है
28:25तो वो अपनी चिकित्सा के नाम पर कभी अपनी नाक में उंगली डालेगा
28:33कभी आँख में मठा डालेगा
28:37कभी घुटने पर हथोड़ा मारेगा
28:41तुम्हारी वास्तविक तकलीफ क्या ये समझो और फिर तरक्की करो
28:48और तरक्की का तवर्थ होता है अपनी असली तकलीफ को हटाना
28:52मचली की वास्तविक तकलीफ ये थी
28:55कि पानी घंदा हो रहा था
28:59पर उसको पता ही नहीं कि मैं कौन हूँ मैं मचली हूँ
29:03न उसको ये पता कि उसकी असली तकलीफ क्या है
29:05उसको किसी ने आ करके रेगिस्तान में महल बेच दिया
29:10और उसने खरीद भी लिया और जिंदगी भर की वो पूंजी लुटा बैठी
29:15और अब जाकर कि वो तड़ब तड़ब के वहां बालू पर मर रही है
29:18ये हमारी कहानी है ये क्लाइमेट चेंज की कहानी है
29:28आप एक बार जान जाओ ना आपकी वास्तविक तकलीफ क्या है पूरी दुनिया बजल जाएगी
29:32उसके बाद कोई वोट मांगने आएगा आप तबसे पहले पूछोगे मैनिफेस्टो दिखाओ
29:36मैनिफेस्टो दिखाओ इसमें कहां है क्लाइमेट एक्शन और ये तुम क्या कर रहे हो तुम्हारे मैनिफेस्टो में तो लिखा है कि इतने लाख हेक्टेर जंगल और काट देंगे
29:47ये तुम क्या कर रहे हो क्या करे जा रहे हो दुनिया में
29:50पर मचली को कोई आके बता देता है
30:00कि तू चमगादड है मचली मान लेती है
30:02मचली कोई आके बता देता है तू चील है वो मान लेती है
30:07हम वो मचली आ है
30:08और मचली को बता दिया है तू चील है और साप तेरा दुश्मन है
30:19जाके साप का शिकार कर, अब मचली चलिए वहाँ पर खेत में जाके साप का शिकार करने, उसके लिए जिन्दगी में यही सबसे बड़ी वरियता हो गई है कि साप का शिकार करना है, मैं तो चील हूँ, साप मेरा दुश्मन है, तुम वो हो ही नहीं, जो तुम अपने आपको म
30:49कोशिश अब कुछ हो सकता है कि नहीं हो सकता है वो आपके सहीयोग पर
30:52जो हो सकता है वो मुझे तो साफ साफ पता है कि क्या है जो करा जा सकता है
30:59और क्या है वो एक मातर चीज क्या है जो करने से क्लाइमेट चेंज को
31:04को रोका जा सकता है मैं उसको जानता हूं operation 2030 उसी का नाम है अपने दम पर जितना कर सकता हूं कर भी रहा हूं मुझे भीतर अपनी ये ग्राणी नहीं रहेगी कि मैं जानता था और फिर भी जाने हुए को मैंने जिया नहीं
31:21तो मैं उस अर्थ में तो संतुष्ट होके ही मरूँगा लेकिन हम कुछ सार्थक बड़ा काम जमीन पर कर पाएंगे कि नहीं कर पाएंगे मुझे पर निर्भर करता है वो आप पर निर्भर करता है
31:39जब तक आपने ठान ही रखा है कि चील कवे ही आपके आदर्श होंगे तब तक आप मेरे साथ नहीं खड़े हो पाओगे
31:54जब तक आप अपने परंपरागत अर्मानों पर ही चलते रहोगे तब तक आपको यहीं लगया कि यह तो आचार्य हमें हमारी अच्छी खुशहाल
32:10कि सपनोती जिन्दगी से वंचित कर रहा है
32:15कि आप समझ ही नहीं पाओगे कि आपके सपने आपके हैं ही नहीं
32:22आपके सपने दूसरों द्वारा आपके उपर डाली गई जन्जीरे हैं
32:28मैं अगर आपको आपके सपनों की विर्थता दिखा रहा हूं तो मैं आपकी जन्जीरे काट रहा हूं
32:41बड़ा बुरा सा लगता है नहीं मानने में कि मेरी एक-एक माननेता उधार की है
32:45और उधार में भी देखो थोड़ी तो चेतना होती है एक आदमी उधार लेने जाता है
32:50तो थोड़ा होशोवास रखता है तभी उधार मंगता है हमारी माननेता हैं उधार की भी नहीं है
32:55हमारी माननिता हैं ऐसी है
32:58जैसे चोरी छुपे आपको बेहोश करके
33:02आपके भीतर कुछ फिट कर दिया गया हो
33:04ये सब तो जानते ही होता है
33:09कहीं अस्पतालों में खबरा जाती है
33:11एक आदमी था उसको ले जा करके बेहोश कर दिया
33:13धोके से उसी किड्नी निकाल ली
33:15वो बड़ा बुरा लगता है
33:17माननिता उससे मिलती जुलती पर और घातक चीज है
33:20वहाँ पर आपको चोरी से बेहोश करके
33:23आपके भीतर कुछ अतिरिक्त लगा दिया जाता है
33:25कुछ फिट कर दिया जाता है
33:26और कोई आपकी किड्नी निकाल ले
33:28ये कम घातक बात है
33:32आपकी बेहोशी में कोई आपके भीतर माननेता इंप्लांट कर दे
33:37आरोपित कर दे
33:38वो ज्यादा खतरनाग वात है
33:41पर चुकि वो काम आपकी बेहोशी में हुआ है
33:45तो आप मानते ही नहीं कि आपके सपने आपके आदर्श यह सब नकली है
33:51आप लगे ऊए होंगे कुछ तो हम ठीकी बोल रहे होंगे ना
34:08जो मौसमों को कुछ कुछ अभी भी
34:14सामान ने देख पा रही है हम आप जो बच्चे पैदा कर रहे हो जब तक वो जवान होंगे
34:20कि आप उनको बताओगे कि मौसम ऐसे होते थे ऐसे होते थे उनको नहीं समझ में आएगा
34:24पूरी प्रत्वी मिल करके आपको दनादन प्रमान दे रही है कि तुम बहुत गलत जी रहे हो तुम्हारी सारी माननेताएं धारणाएं सब जूटी हैं और तुम्हारे सपने खोखले हैं पूरी प्रत्वी आपको प्रमान दे रही है पर फिर भी आप मानने को तयार नहीं हो
34:54मन में गंदगी भर रखी है
34:56मन को घर मानो
34:58घर में गंदगी भर रखी है
35:01और उससे आपका बड़ा नुकसान हो रहा है
35:02लेकिन घर तो आपका है
35:05मैं कैसे साफ करूँ
35:09मैं बाहर खड़ाओ के चिला रहा हूँ
35:10कि अपना घर साफ कर लो
35:11पर आप साफ नहीं करते
35:12तो फिर आपको मालूम है मैं क्या करता हूँ
35:16मैं रातों को चोरी छुपे सेंध लगा करके आपके घरों में घुसता हूँ
35:21आपकी सफाई करने के लिए और फिर मैं चोर कहलाता हूँ
35:24कहा जाता है यह जबरदस्ती आ गया बेना अनुमती के हमारे घर में
35:29बरगलरी करी है his broken in
35:32इसने सेंध लगाई है क्या क्यों सेंध लगाई है कुछ चुराने के लिए
35:39या सफाई करने के लिए कूडा भरा है तुम्हारे घरों में वहांचे मैं चुरा की क्या ले जाऊंगा
35:44और मुझे नहीं आना किसी और की गंदगी साफ करने मैं तो बात कर रहा हूं कि सुन लो बात और बात में कोई कमी हो तो बता दो तुम्हारी इतकी बात कर रहा हूं पर तुम्हें मानना नहीं तुम कह रहे हो यह सब कूडा करकट जो है यह तो संपदा है हमारी
36:00देखो मेरे तो कोई आने वाली पीड़ी है नहीं अपनी व्यक्तिगत
36:07पर तुम्हें तो जवाब देना होगा अपने बेटे बेटियों और पोते पोतियों को
36:16और जवाब देने लायक तुम्हारा चेहरा बचेगा नहीं
36:19ज्यादा नहीं दस बीस तीस साल बाद ही इतिहास तुमसे बहुत कड़ाई से
36:31और बहुत क्रोध के साथ सवाल पूछेगा कि सन दो हजार पच्चीस में तुम क्या कर रहे थे
36:39जब प्रत्वी जल रही थी और तुम्हारे पास कोई जवाब नहीं होगा
36:49तुम कहोगे हम तो अपने आदर्शों की पूजा कर रहे थे
36:53बाबा जी नेता जी सेठ जी यही है त्रिपुटी यही थे मिदार है
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