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  • 4 months ago
क्या आपने कभी सोचा है कि भारत में इतनी सारी परंपराओं और त्योहारों के बीच गणेश चतुर्थी को क्यों सबसे खास माना जाता है? दरअसल, भगवान गणेश सिर्फ विघ्नहर्ता ही नहीं बल्कि बुद्धि, सुख और समृद्धि के देवता भी हैं। यही वजह है कि जब भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी आती है, तो पूरा देश गणपति बप्पा के स्वागत में डूब जाता है। घर-घर में प्रतिमा की स्थापना से लेकर बड़े-बड़े पंडालों में सजावट तक, हर जगह भक्ति और उल्लास का माहौल नजर आता है।

इस दिन से शुरू होकर दस दिनों तक चलने वाला ये पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि लोगों के बीच प्रेम, एकता और सकारात्मक ऊर्जा भी फैलाता है। गणेश चतुर्थी 2025 में भी यही रंग देखने को मिलेंगे, जब भक्त पूरे मन से बप्पा का आह्वान करेंगे और हर्षोल्लास के साथ इस उत्सव में शामिल होंगे।

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Transcript
00:00गनेश चतुर्ती ये तेहवार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है
00:04कहते हैं कि भगवान गनेश सर्व विग्न हरता ही नहीं बलकि बुद्धी, सुक और समर्द्धी के तेपता है
00:12यही वज़ा है कि भाद्रपत मास के शुकल पक्ष की चतुर्ती दिती को ये आता है
00:18और पूरे देश में गनपती बपा का स्वागत बड़े ही धूमधाम के साथ किया जाता है
00:23घर घर में इसकी प्रतिमा को स्थापित किया जाता है
00:27तो आज इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि गनपती बपा के स्थापना की पूजा विधी क्या है
00:34गनेश चतुर्ते के दिन भगवान गनेश को घर लाने और उनकी स्थापना करने के लिए कुछ विशेश नियम है और विधिया है
00:42तो चलिए बताते हैं कि आखिरकार क्या क्या है
00:45पूजा स्थल की तयारी
00:47सबसे पहले घर के पूजा स्थान या जिस जगा पर प्रतिमा स्थापित करनी है उसको अच्छी तरह से साप कर ले
00:55वहाँ पर लाल यक पीला कपड़ा बिछाएं और फूलो रंगोली और दीपक से उसकी सजावट करें
01:02प्रतिमा स्थापना की बात करें तो शुब मूरत में भगवान गनेश की प्रतिमा को पूजा स्थल पर स्थापित करें
01:09प्रतिमा उत्तर पूर्ग दिशा इशान कोड में रखना शुब माना जाता है
01:14पूजा करने से पहले हाथ में जल फूल और चावल लेकर प्रत का संकल प्लें
01:20इसके बाद मंत्र का उचारन करें ओम गन गन पते नमहा और गनेश जी की पूजा करें
01:27भगवान गनेश की मुर्ति को पंचाम रित से स्नान कराएं स्नान कराने की बाद उन्हें साफ कपड़े पहनाएं और गहनों से सजाएं
01:35गनेश जी को उनका प्रिये खोग मोटक लट्टू और फल अर्पित करें
01:40भूरवा घास लाल फूल और सिंदूर भी अर्पित करना शुब माना जाता है
01:45परिवार के सभी सदस से मिलकर गनेश जी की आरती करें
01:49अंत में उनसे जीवन में सुक्ष सम्रदी और ग्यान के निवारण की प्रात्ना करें
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