उत्तराखंड विधानसभा (Uttarakhand vidhansabha) के मानसून सत्र (Monsoon session) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस दौरान अनुपूरक बजट और नौ विधेयक पास हुए। विपक्ष के भारी हंगामा के बाद सत्र (Monsoon session) को स्थगित किया गया। आपको बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा (Uttarakhand vidhansabha)का मानसून सत्र (Monsoon session) डेढ़ दिन में 2 घंटे 40 मिनट ही चला। उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र, जो 19 अगस्त से 22 अगस्त तक चलना था लेकिन विपक्षी कांग्रेस के हल्ला बोल के बीच महज 2 घंटे 40 मिनट की कार्यवाही के बाद सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
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00:00और हम तो आशा कर रहे थे कि चर्चा होगी और इसमें पक्ष और विपक्ष सभी इस पर चर्चा करेंगे
00:06क्योंकि सत्तर के सत्तर विधान सभाएं हैं और आबदा से जूज रही हैं
00:10तो हमारी आशा तो यही थी कि होगा लेकिन जिस तरह का हंगामा हला हुआ
00:17उसमें मुझे दुख है कि हमने उस चर्चा नहीं कर पाएं
00:21मेडम चार दिन का हमारा सत्र था, और दिन में निपड़ गया
00:24आपको लगता है सत्ता पक्ष विपक्ष को सोचने की भी जरूरत है कि लंबा सत्र क्यों नहीं चल पा रहा है
00:29बिल्कुल है जरूरी है क्योंकि यह जो सत्र है जो सदन है वो ऐसी जगह है या पटल है जहां पर हम जंता की बातों को लेकर आते हैं उनके दुख दर्थ को उनके परिशानियों को उनके विकास की चिंता करते हैं लेकिन नहीं हो पा रहा है होना चाहिए
00:49सकत्र क wine सरकार ने चार दिन तैखिए में को और किसी बिशह पर डिसी दिन व्योदान होता है तो सरकार के ओधिको कम नहीं किया जाता है लोग सवा और राज़ी सवा में आपने
01:07इतने लंबे दिनों से वैधान चला है तेकिन अधिक को कम नहीं किया यह पहली बार हुआ है कि सरकार ने स्वतवा पहले जो है चार दिन का जो है सत्र आउट किया और डेड़ी दिन उसको निप्लाने का काम किया अठारा अगस्त कारी मत्रणा की बैठक होती है और उसमें 19 त
01:37हमारे प्रश्ण है उसका उत्तर नहीं देपा रहे को इस्ती उन्होंने जो है बिना कारी मंत्रणा की स्विकर्टी और इसीलिए आज निता क्ष्ष और मैंने त्याक क्यों,
01:53और हम तो आशा कर रहे थे कि चर्चा होगी और इसमें पक्ष और विपक्ष सभी इस पर चर्चा करेंगे
02:02क्योंकि 70 के 70 विधान सभाएं हैं और आपदा से जूज रही हैं तो हमारी आशा तो यही थी कि होगा लेकिन जिस तरह का हंगामा हला हुआ
02:13उसमें मुझे दुख है कि हम रूस चर्चा नहीं कर पाएं
02:25बिल्कुल है जरूरी है क्योंकि यह जो सत्र है जो सदन है वो ऐसी जगह है या पटल है जहां पर हम जंता की बातों को लेकर आते हैं
02:34उनके दूखदर्द को उनके परिशानियों को उनके विकास की चिंता करते हैं। लेकें नहीं हो पा रहा है, होनाचाहिए।
03:04दिनों से वैधान चला है तिकनी ओधिय को कम नहीं किया यह पहली बार हुआ है कि सरकार ने स्वतवा पहले जो है चार दिन का जो है सत्र आउत किया और डिड़ी दिन उसको निप्टाने का काम किया अठारा अगस्त कारी मत्रणा की बैठक होती है और उसमें 19 तारी के कारी व
03:34नहीं देपारे इस ती उन्होंने जो है बिना कारी मंत्रणा की स्विकृति के जो है सदन को जो है डीड़ी दिन चला करके उसको सत्रावसन करने का काम किया और इसलिए आज नेता प्रतिक्षव और मैंने कारी मंत्रणा से थ्याग पतिया है
03:50अच्छा से बूसर चीव जो इसी अच्छा से बूसर चीव जो है
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