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ट्रंप की टैरिफ वाली चाल, भारत नहीं चलने देगा मनमानी! देखें दंगल
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00:00नवस्कार मैं हूँ साहिल जोशी दंगल में आपका स्वागत है
00:10आज का दंगल भारत पर अमेरिके राश्ट्रपती डोडाल ट्रम के डबल टैरिफ पर
00:16आज से 15 दिन भारतिय निर्यातकों को अमेरिका में 50 फीस्दी की दर से टैरिफ देकर अपना समान बेचना हो
00:24भारतिय कारोबार पर ट्रम का ये हटर इस बहाने चल रहा है कि भारत ने रूस से तेल क्यों खरीदा
00:32अब ट्रम कहें तो यही रहे
00:33दरसल ट्रम के इस बहाने के पीछे अमेरिकी ट्रेड डील है
00:38डील में ट्रम्प चाहते हैं कि भारत अपने क्रिशी बजार को अमेरिकी उत्पादकों के लिए खोल दिया जाए
00:45पिये मोधी कह चुके हैं कि चाहे जो भी हो जाए लेकिन फिसानों के हिद से कोई समझोता नहीं किया जाए
00:51तो इस तरह डील फसी हुई है इस बीच भारत ने अमेरिका से हुए रक्षा सौदों को भी फिलहाल रोक दिया है
00:59क्योंकि ट्रम्प ने कहा है कि जब तक सब फाइनल नहीं होता तब तक भारत से बात नहीं होगी
01:06हला कि इसको लेकर रक्षा मंत्राले के तरफ से कहा गया है कि इस पर बात्चीच चल रही है
01:11यानि 24-25 अगस्त को अमेरिकी दल जो ट्रेट डिल पर बात करने आने वाला है उससे पहले कुछ सहमती बनना जरूरी हो गया
01:20लेकिन जिस तरह अमेरिका नाइन साफ़ी की हद तक दबाव बना रहा है और भारत ने भी जुकने से साफ मना कर दिया है
01:28तो चुनोती भारतिये निर्यातों के सामने है उधर देश में राजनेतिक सवाल तमाम है कि आखिर टरम को दोस्त बताने वाले
01:36प्रधान मंतरी मोदी अपने देश को टरम के टैरिफ टेरर से बचाने में नाकाम क्यों हो रहा है
01:41क्यों बार बार टरम इस बात की धमकी दे रहा है और एक के बाद एक टैरिफ बढ़ाते जा रहा है
01:46इस बीच भारत में विकलपो पर भी चर्चा शुरू हो चुकिया विचार भी शुरू हो चुकिया
01:51ब्रिक से लेकर पी-एम के आगामी चीन दोरे तक को लेकर उमीच जताई जा रही है कि टरम की टैरिफ नीती के खिलाफ
01:57एक ग्लोबल साउथ कोई रास्ता निकालेगा कोई नए सेरे से नए गटबंदन बनाए जाएगा
02:03तो क्या सवाल ये है कि क्या आशंकाय हैं क्या रास्ते हैं इनी सब पर हम दंगल में चर्चा करेंगे
02:11टरम की टैरिफ नीती को लेकर देश भर में कियेगा एक सर्वे का दिल्चस्प रिपोर्ट भी आपके सामने रखेंगे
02:17कि लोग क्या सोचते हैं कि आकिरकार डोनाड टरम दोस्ट से ये टैरिफ टेरर क्यों बनाते जा रहा है
02:25लेकिन पहले जड़ा एक रिपोर्ट देख लेड़ा है
02:55और इंसानियत के खिलाफ हो रहे जल्म में सबसे बड़ा भागिदार है अमेरिका
03:01पांच हफ़ते पहले इरान के खिलाफ इस्राइल ने कोला था जंगी मोच्छा और दो मुलकों में जंग खड़काने की सबसे बड़ी बज़े था अमेरिका
03:12दुनिया के किसी भी कोने में जंग हो जहाँ जहाँ जंग होगी वहाँ वहाँ ट्रम्प होगा
03:20एशिया से लेकर योरोप तक आज अमेरिका का हाथ सिर्फ जंग तबाही और अस्थिरता के साथ है
03:27और जंगी फित्रत की कीचल में सने अपने दामन को च्छेपाने के लिए ट्रम्प दूसरे मुलकों पर उंगली उठाते हैं
03:34हिंदुस्तान ने दोस्ती का बहाया हाथ क्या थाम दिया ट्रम्प अब दोस्त की पीट पर टैरिफ खोप रहे हैं
03:44सबसे पहले कहा भारत पर 26 पीस दी टैरिफ लगाएंगे फिर कहा ठेहरो अभी भारत से ट्रेट डील पर बात हो रही है
03:51फिर कहा भारत पर डील आगे नहीं बढ़ रही 25 पीस दी टैरिफ चालू इसके बाद कहा कि 24 से 25 अगस को भारत से ट्रेट डील पर फिर बात होगी
04:02फिर कहा कि भारत ने रूसी तेल खरीद नहीं रोकी अब 25 पीस दी एक्स्टा टैरिफ
04:08कारोबार की धमकी देकर युद विराम कराने का दावा करने वाले ट्रम्प के निशाने पर जब दोस्त मोदी का मुलक आया तो विपाक्षी दल हत्ते से उख़ड पड़े
04:19काफी चिंतित है कि एक देश जो हमारे नजदीकी रिष्टा से चल रहे थे जो मैं कहूं एक स्ट्रीजिक पार्टनिशिप के बुनियाद पर हम काम कर रहे थे और हमारे दूसरे पॉलिसीजिस पे भी असर पड़ता था इससे अगर उस देश उनके एटिचूट को बदल ल
04:49अडिग रुख अपना रखा है अब पीम मोदी ने भी कह दिया है कि चाहे जो हो जाए किसानों के हितों से समझोता नहीं होगा
04:57हमारे लिए अपने किसानों का हित सरवोच्च प्राद्विक्ता है भारत अपने किसानों के पशुपालकों के और मचवारे भाई बेहनों के हितों के साथ कभी भी समझोता नहीं करेगा
05:24ट्रम्प को भारत का ये साफ संदेश पहले भी मिल चुका है और इसी लिए अमेरिका से डील अटकी है
05:31क्योंकि ट्रम्प अड़े हैं कि भारत अमेरिकी क्रिशी और डेरी उत्पादों के लिए बाजार खोल दे
05:37ट्रम्प अमेरिकी मक्का, सोयवीम, येहूं, डेरी उत्पाद भारत में बेशना चाहते हैं
05:42इसके लावा एथिनॉल, बेवरेज, आटो, फार्मा, मेडिकल और जार भी ट्रम्प भारत में बेशना चाहते हैं
05:49लेकिन भारत अपने किसानों के हितों से समझोते को तयार नहीं है
05:53जानता हूँ व्यक्ति गद्रुप से मुझे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी
05:58लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूँ
06:02मेरे देश के किसानों के लिए
06:04मेरे देश के मचवारों के लिए
06:07मेरे देश के पशुपालों के लिए
06:10आज भारत तैयार है
06:14लेकिन ट्रम्प अब ट्रेड डील की बाते कम और रूसी तेल खरीद के पीछे ज्यादा पड़े हैं
06:21और रूसी का बहाना बना कर मनमानिंग पर उतर आए हैं
06:24जब भारत ने बताया कि अमरीका ने पिछले साल यानि 2024 में रूस से कुल 300 करोड डॉलर से अधिक का सामान खरीदा और तरीब 53 करोड डॉलर से अधिक का सामान रूस को बेचा भी
06:37यानि 353 करोड डॉलर से अधिक का कारुबार करने वाले टरंप ने तो रूस से 130 करोड डॉलर की तो सिर्फ खाद खरीद ली थी
06:4587 करोड से अधिक की पैलेडियम और अलुमीनियम खरीदी थी
06:49और 68 करोड डॉलर से अधिक के केमिकल खरीदे थे
06:53टेरिफ के लिए टरम्प की बहानिबाजी और मनमानी के बीच भारत की परिशानी ये है
06:58कि भारत अमेरिका के बीच एक सो एठार देशमलव दो दो अरब डॉलर का वैपार है
07:03जिसमें भारत ने 77.51 अरब डॉलर का निर� advertisers 40.82 अरब डॉलर का आयाक किया
07:11यानि भारत के कुल निर्यात में 17.7 तीन फीस्टी हिस्सेदारी अकेले अमेरिका की ही है
07:17ऐसे में भारत के लिए अमेरिकी टैरिफ का मुकाबला करने के लिए नए बाजार खोलने की चुनौती होगी
07:24और भारत के कारुबारियों को भरोसा है
07:27कि दुनिया में बाजार और भी है
07:29Tamber of Trade and Industry ने प्रधानमंत्री नरेंद मोदी को पत्र लिखकर मांग की है
07:34कि अमेरिका पर भारत की ओर से मौझूदा टैरिफ से उपर उसी दर से टैरिफ बढ़ाते जाना चाहिए
07:40जितना टैरिफ अमेरिका लगा रहा है
07:42कारुबारियों ने जर्मनी, ब्रिटन, सिंगापूर, मलेश्या जैसे देशों में उभरते बाजार तलाशने की सला भी दी है
07:48उधर देश में राजमीती इस पर भी हो रही है
07:53कि ट्रंप की दोस्ती से जले पी-एम मोदी अब चीन के दोरे पर क्यों जा रहे है आज तक वे औरो
07:59तो इस पूरे मामले को लेकर भारत सरकार कह रही है कि ये जिस तरीके से टैरिफ लगाए गये है
08:08ये भारत पर अन्याई की नीती है
08:10जो रूस से तेल खरीदने की बात की जा रही है उसको लेकर भारत के तरफ से साफ किया गया है
08:15कि दरसल कीमते काबू में रखने के लिए ये करना ज़रूरी था और उस वक्त अमेरिका भी उसके लिए भारत को सपोर्ट कर रहे थी
08:23और आखिर कारी अब क्या हो गया है उसको लेकर भारत सरकार के तरफ से कोई अधिकरिट स्केट पर डब तक नहीं आ पाया है
08:28डोनल्ड टरम अचानक इस तरीके से ये टैरिफ का डर क्यों दिखा रहे हैं क्यों एक ये बार एक टैरिफ बढ़ा रहे हैं
08:35इस सारे मुद्दों को लेकर हम चर्चा करेंगे हमारे साथ तमाम महमान जुड़ रहे हैं
08:39जनता क्या सोचती है जनता ने देखा है कि जब डोनल्ड टरम को भारत पे इंट्रोड्यूस किया गया था
08:44कि ये भारत के दोस्त है और वहां से लेकर अब जब डोनल्ड टरम बता रहे हैं कि आपकी एकोनॉमी डेड हो चुकी है
08:50और मैं आप पर टैरिफ बढ़ाते जाऊंगा
08:52तो सी वोटर का ये सर्वे आगस के पहले हफते में किया गया था पूरे देश के हर राज्य में ये सर्वे किया गया
08:58और भारत पर टरम टैरिफ को लेकर जनता से हमने जो सवाल पूछे थे वो आपके सामने रखते हैं
09:04पहला सवाल हमने ये पूछा था और ये सवाल हमने इंडिये के समर्थक और इंडिया आलाइंस के समर्थक दोनों के सामने ये सवाल रखे थे और कुल विलाकर लोगों ने क्या का वो भी हम आपके सामने रखेंगे
09:16भारत पर पहला सवाल जो पूछा गया था कि भारत पर जो अब 50 प्रतिशत अमेरिकी टारिफ लगा गया पहले 25 प्रतिशत की गोश्टा की गई थी उसके पीछे का कारण क्या लगता है
09:27तो पहला जो उसका जवाब दिया गया कि भारत रूस से तेल हतियार करीद रहा है और इसलिए टारिफ लगा गया है
09:33तो इंडिये के समर्थकों में से 31.1 प्रतिशत इंडिये के समर्थक कहते हैं कि हाँ ये कारण है जिसके वज़े से टर्म टारिफ लगा रहा है
09:42जबकि इंडिया आलाइंस के 49.8 है ने करीब 40 प्रतिशत इंडिया आलाइंस के समर्थ को लगता है कि भारत रूस से तेल हतियार खरीद रहा है जिसके वज़े से ये टैरिफ लगा दिये गए तो करीब करीब 35 प्रतिशत लोगों को लगता है कि भारत रूस से तेल हतियार खर
10:12ट्रम्प की आपने ये सीज़ फायर करा है भारत ये बात नहीं कह रहा है और इसके लिए ये हो रहा है तो इंडिये के 21.9% समर्थक कहते हैं कि हाँ ये कारण हो सकता है जब कि इंडिया आलाइंस के सिर्फ 12.9% ये कारण हो सकता है कि भारत अमेरिका कुछ श्रेयर नहीं दे �
10:42नीती है सकत है भारत अपना मार्केट प्रटेक्ट करने की कोशिश करता है जिसके वज़े से अमेरिका को ट्रेट डेफिसित का सामना करना पड़ता है ये कारण को लेकर ये बिजनेस कारण एक तरीके से 19.7% जो इंडिये समर्थक है वो ये मानते हैं लेकि 15.3% इंडिया स
11:12इनका जो एक अलाइंस है उसको लेकर अमेरिका नाराज है कि वो एक अलग तरीके से एकनोमिक चीज़ बनाने की कोशिश कर रहा है जिसके वज़े से डोनाल ट्रॉम नाराज है और इस तरीके का टैरिफ लगा रहे हैं दूसरा सवाल ये पूचा गया था कि ट्रम सरकार के �
11:42जो कपड़ा याने टेक्स्टाइल सेग्मेंट है वो 10.3 प्रतिशत इंडिया अलाइंस के पाट लोग कहते हैं और इंडिया अलाइंस के समर्थक 16.6 प्रतिशत लोग समझते हैं कि टेक्स्टाइल सेग्मेंट उससे जादा प्रभावित होगा
11:56स्टील मानने वाले भी करीब-करीब 7-8 प्रतिशत लोग हैं कि जो समझते हैं कि स्टील का जो सेग्मेंट है वो जादा प्रभावित होगा फार्मा सेग्मेंट अलाइकि उस पर अभी तक जादा टैरिफ नहीं लगाए गया है उसको अलग रखा गया लेकिन उसकी भी जहा
12:26सेग्मेंट फिर भी करीब-करीब 7 प्रतिशत दोनों अगर अलाइंसे समलोग लेके उनके समर्थकों को लगता है कि इलेक्ट्रोनिक सेग्मेंट पर असर पड़ेगा आटो मोबील सेग्मेंट उसको लेकर खास करके डोनल ट्रप उसकी बात कर रहे थे 4.1 प्रतिशत इंड
12:56पर असर पड़ सकता है तीसरा सवा जो पूछा गया था कि ट्रम सरकार के फैसले से भारत की अर्फवस्ता पर क्या आशर पड़ेगा बुरा असर होगा इंडिये के 19 प्रतिशत लोगों को करीब-करीब लगता है
13:13लोगों को लगता है कि बुरा असर होगा थोड़ा बुरा असर होगा कुछ
13:17खराब असर पड़ेगा उस पर इस टैरिफ नीती के वज़े से ट्रम्प की टैरिफ
13:21नीती के वज़े से करीब करीब उन तीस प्रतिशत लोगों को लगता है
13:26कि हाँ कुछ खराब असर पड़ेगा, पूरी तरीके से बेअसर साबित होगा, इंडिया के समर तक कहते हैं कि पूरी तरीके से बेअसर साबित होगा, कोई फरक भारत पर नहीं पड़ेगा, जबकि 26.8 प्रकिशन इंडिया आलाइंस के समर तक कहते हैं कि हाँ बेअसर साबित
13:56समर्थों को या इंडिया के समर्थ तक बहुत अच्छा होगा ये समझने
14:00वाले भी तीन प्रतिशत से जादा लोग नहीं है भले इंडिया के
14:03समर्थों को या इंडिया अलाइंस के समर्थों को चौता सवाल जो
14:06पूछा गया था कि ट्रम सरकार के फैसले से भारत-अमेरिका संबंद पर क्या असर पड़ेगा बुरा असर पड़ेगा सिर्फ 14 प्रतिशत इंडिये अलाइंस के समर तक कहते हैं उनको अभी भी लगता है कि जादा असर नहीं पड़ेगा जबकि बहुत ही बुरा असर पड़
14:36जादातर लोगों को लगता है बले आप किसी भी पार्ट अलाइंस के समर तक हो कि हाँ इस ट्रम नीटी के वज़े से बुरा असर भारत और अमेरिका के संबंदों पर पड़ सकता है ये बे असर साबित होगा इससे कोई फरक नहीं पड़ेगा भारत और अमेरिका के संबं�
15:06हमने पूछा था कि अमेरिका के टैरिफ के बदले भारत का मदबूत जवाब क्या होना चाहिए किस तरीके से हम इनका ट्रम को जवाब इसके बारे में दे पाएं इंडिये और इंडिया के समर तक हो कि में से
15:2041.9 प्रतिशत इंडिये समर तक और इंडिया अलाइंस के 44.7 प्रतिशत लोगों ने ये जवाब दिया है कि हमें भी उसी तरीके से उल्टा जादा टैरिफ अमेरिकी उतपादों पर लगा देना चाहिए जिस तरीके से कैनेडा और चाइना ने लगाए था ये बात भी कई स
15:50नीती बनानी चाहिए ये भी कहने वाले लोग है करीब 20 प्रतिशत लोगों को लगता है कि निश्पक्ष व्यापार नीती के लिए उसके लिए लेकिन बातचीत करनी पड़ेगी फिलाल बातचीत कहा तक जाएगी उसका कोई असर नहीं समझ में आ रहा है विश्व व्याप
16:20जिसको लेकर कॉमर्स मिनिस्टर भी इस बात को लेकर कह रहे हैं तो करीब करीब 15-16 प्रतिशत लोगों को 18.8 प्रतिशत इंडिया समर तक और 11.6 प्रतिशत इंडिया समर तक ये बात कह रहे हैं और घरेलू सबसीडी टारिफ की नीतियों में सुधार करना चाहिए इस ऑफ
16:50कई लोगों को लगता है कि डोनाल ट्रम्प अभी शायद घुस्से में हो सकते हैं वो अपनी नीती बदल लें ये भी कई लोगों को लगता है करीब करीब तीन प्रतिशत लोगों को लगता है कि इसके वज़े से भी ये टारिफ चीजे बदल सकती है डोनाल ट्रम्प खु�
17:20पश्टी करंड इस पारे में नहीं आया है, हला कि भारत सरकार ने भी साफ कहा है कि जिस तरीके से ये टारिफ नीटी अपनाई गई है,
17:26वो भारत पर अन्याई कारक है, लेकिन भारत इस पर क्या करेगा, इस सारे बुद्दों पर हम चर्चा करेगे,
17:31हमारे साथ में प्रदीप बंडारी भार्तिय जंता पार्टी के प्रवक्ता थोडी दर में जोड़े है डॉली शर्मा कॉंग्रेस की प्रवक्ता इस चर्चा में शामिल हो रही
18:01उस तेल रूस से तेल खरीदा जा रहा है भारत ये सबसे बड़ा कारण लगता है लेकिन उसके साथ साथ सीज फायर का श्रेय भारत नहीं दिया डोनाल्ड ट्रम को ये भी एक कारण हो सकता है कि अचानक जो सबसे बड़े दोस्ते भारत के कुछ प्रदान मंतरी कह चुक है व
18:31स्टेटिव सर्वेय है काफी इंस्ट्रक्टिव सर्वेय है जो उसके जो फाइंडिंग्स क्या आई हैं वो सुनकर कुछ बाते बिलकुल सामने आती हैं
18:40एक पहली बात तो ये माननी होगी जो डॉनल्ड ट्रम जो पहले अपने टेन्योर में थे 2017 से 2021 तक
18:56और जो अब हैं 2025 में हैं वो उसमें बहुत अंतर आया है तो इसलिए जो पूरी दुनिया समझ रही थी जो अगर डॉनल्ड ट्रम 2.0 एक एक्स्ट्रापोलेशन होंगे
19:07डॉनल्ड ट्रम 1.0 के तो वो बिल्कुल ठीक नहीं है और हमने देखा है केवल भारत के साथ नहीं परनतु पूरी दुनिया के साथ चाहिए वो कैनिडा हो कैनिडा 51 स्टेट बन जाए ग्रीन एंड को हम ले लेंगे यूकरिन का साथ नहीं देना है वगरा वगरा तो वो ब
19:37भी थी जो हमारी एक bilateral trade agreement उनके साथ बन जाएगी आपने कारण पूछा है क्या है देखिए मैं समझता हूं उनके क्योंकि जो राश्टपती डॉनल्ड ट्रम्प है एक तो बिजनसमेन है वो बिजनस के तरीके से देखते हैं दूसरा हमने देखा है जो अपने personal निजी हित मे
20:07में अगर हमला करना है तो पाकिस्तान का साथ है तो वो ठीक मिल जाएगा तो उनको अपना निजी हित बहुत ही इसमें प्रिया है निजी हित में उनकी दो चीज़े आती है एक आता है जो उनको Nobel Peace Prize जाहिए Nobel Peace Prize उनको कैसे मिल सकता है यह देखिए यह सब चीजे मेरे विचा
20:37प्लिटिकल सूसाइड हो जाएगा भारत सरकार के लिए कि जब आकर वो कहेंगे कि हाँ डोनाल्ड टरम्प के वज़े से हमने सीज़ फायर कराया विपक्स तो उन्हें छोड़ेगा नहीं पार्लमेंट पे भी कभी सरकार नहीं इस बात को नहीं माना ना कहीं प्रदार मंतर
21:07वहां से तेल लेना बंद कर देगा तो शायद रूस को ऐसा धका लगेगा जो उसकी शमता जो है जो लड़ाई कर रहा है युकरेन के साथ उसमें कमी आ जाएगी इसलिए उन्होंने वो युकरेन युद का उसमें हवाला दिया है दूसरी बात आखरी बात मैं इसमें यह कह
21:37किनार करने के लिए नजर अंदाज करने के लिए वो यह सब इसईूस को कर रहे हैं जो की बिल्कुल न्यूज में आगे आते रहे हैं और एफ्स्टीन फायल आपने देखा है आप पिछले मागा क्राउड कितना वो कह रहा था जो हमको एफ्स्टीन फायल चाहिए जो हमको �
22:07स्टेटमेंट की चे तारीक को जो एमिये ने स्टेटमेंट की बड़ी अच्छी प्रधान मंत्री जिनल को बहुत अच्छा अब इसके बाद हमारे पास काम करना है एक्शन लेना है जो राश्पती डोनल ट्रम्प को जो हम बताएं जो हम आपके पर अब हम चौथी बड़ी अ
22:37के से चाइना और कैनाडा ने दिया था उल्टा उतना ही टारीफ लगा कर जवाब देना है उस पर तो मुझे आना है लेकिन आपने मागा का जिक्र किया हुआ है
22:46मेक अमेरिका ग्रेट अगेन वो जो क्राउड है जो डोनल ट्रम्प के पीछे खड़ा था और इसी को लेकर प्रदी बंडारी भी हमारे साथ जुड़ चुके हैं ये भी कहा गया था कि मागा और मीगा प्रदानमंत्री ने कहा था मेक इंडिया ग्रेट अगेन ये साथ में �
23:16अचानला एक वो देखिए ये समझते हैं जो इंडिया इसाफ्ट आर्गे प्रदी बंडारी सवाल प्रदी बंडारी के पास चाले ओके ओके प्रीस देखिए साहिल जी आज वास्तविक रियालिटी ये है कि भारत चौती सबसे बड़ी अर्थ्यवस्ता है और तीस्ती सबस
23:46हित में है कि हमको हमारी एकॉनिक सोवरिनिटी और स्टाटेजिक और्टोनॉमी को मेंटेन करना है अब एक बात मैं आपको बताना चाहता हूँ कि हम क्यों सक्सीड हुए हैं और क्यों आगे सक्सीड होंगे हमारा 130 बिलिन डॉलर का ओवरॉल ट्रेड उनाइटिट स्टेट्
24:16है ब्रजिल के प्रेमियर ने प्रधानमंत्री जी को कॉल किया जब कल ही रश्या के प्रेसिडेंट पुटिन ने प्रधानमंत्री जी से बात कि और दोनों ने अपने स्ट्राटेजिक इंगेजमेंट को डीपन करने की बात करी और साथ में अगर आप देखेंगे कि ग्लोब
24:46तेल नॉन सैंक्शन कमोडिटी है तो हम हमारी इनरजी सेक्योरिटी के लिए 140 क्रोर देशवासियों के इनरजी सेक्योरिटी के ले सकते हैं
24:53मेरे साब से ओवर आल देश यूनाइटिड है वो क्या करें वो उनकी डुमेस्टिक पॉलिसी और डुमेस्टिक पॉलिटिक सो उनकी डुमेस्टिक एडवाईज है पर अंतु ये मैं आपको आश्रस करता हूँ भारत ना किसी के दबाव में आता है और अगर कोई दोस्तों द
25:23नहीं कर सकते किसी दूसरे देश के हिट के लिए और यह सब जानते हैं हमने यूके के साथ भी एफटीय किया है जिसके अंदर हमारे डिरी सेक्टर को प्रोटेक्ट किया हमने और यह करता है।
25:46कोई क्लाइन स्टेट नहीं है साहिल जी की किसी दूसरे के साथ से चलेंगे हम सब की इज़त करते हम फेर ट्रेड में विश्वास रखते ना कि फोर्ज ट्रेड के अंदर
25:55नहीं अच्छी बात है भारत के इंटरेस्ट तो प्रोटेक्ट होने ही चाहिए और खास करके अमेरिका चाहता है कि भारत के अगरिकल्चर सेक्टर में उन्हें मौका मिले आने का उनके प्रोड़क्स को और वहाँ पर टैरिफ कम किया जा और यह भारत कभी चीज मानेगा ऐसा
26:25ठीक है तो आपको लगता है कि जिस तरीके से प्रोजेक्ट किया गया कि डोनाल्ड ट्रम भारत के दोस्त है डोनाल्ड ट्रम प्रधान मंतरी मोदी के दोस्त है कहीं ना कहीं डोनाल्ड ट्रम को आखने में सरकार कम पड़ गई जो पीच इदम बरम यहाँ पर कहने की कोशि�
26:56है My Friends Daunle Church gonna, चिला चिनला को मुझे नहीं लगता कि Canada के
27:01राश्च्रपती ने कहा हो या चाना के राश्च्र medicina का हो किसीने भी कभी पूरे विश्वम ये बात कही हूं, अगर ये बात किसी ने
27:09ठाके लगा लगा के अब की बार ट्रंप सरकार हां यह हमारे देश के प्रधान मंत्री ने कहीं और पूरे देश ने समझा कि वाकई में वाकई में यह इतनी अच्छी दोस्ती चल रही है कि बस पूछो मत अब तो इंडिया को इसके फाइदे ही फाइदे मिलेगे लेकिन हु�
27:39प्रेंसिस के तहट भारत के 3500 प्लस प्रोड़क्ट पे अमेरिका में बिना ड्यूटी के विखते थे वो प्रोड़क्ट और आज क्या हाला थे आज क्या हाला थे आप देख लीजे प्रता पचास प्रतिशत शुल्क पेनल्टी ना जाने रोज डॉनल्ड ट्रम आंक खोलते
28:09चीजों पर फरक पड़ेगा साहल जी बेरोजगारी बढ़ेगी हमारे यहां और काफी चीजें जो ने उन पर एफेक्ट पड़ेगा यह यह फैक्ट है और यह आपको भी पता लगेगा कि जब दिमांड कम होगी तो यहां पर किस तरीके से सप्लाइचन डिस्टरब होगा �
28:39बढ़िये क्या भारत में अभी भी भारत अभी भी एक सो चालिसवे स्थान के आसपास है अगर हमें प्रतिगारी बात करूँ इसका मतलब अमीर और अमीर गरीब और गरीब हो रहा है बीजेपी ने समानता को बढ़ाया मानग जी यहां पर साहिल जी और बेरोजगारी और म
29:09हौरत को ब्लेक मेल कर रहे है यह तो कॉंगरेस भी मान रही है ने रही हम कर सकते हैं ना हम कर सकते हैं कि लमिला कर जिस तरीके से सर्वे میں लोग कह रहे हैं कि हमें भी चीन और कैनड़ा की तरह उन पर टारिफ लगा दियना चाहिए डोलार ट्रम को उनीकी बाशा में जवा�
29:39वो लालाख कब दिखाएंगे
29:43वो अगर हिंदुस्तान के लिए
29:48अब चीन को भी नहीं दिखा रहे
29:53अगर अगर उस
29:54चली प्रदी बंदारी
29:56डॉली जी उसके बात मत करें
29:58उसके सुप्रीम कोट ने राउल गांदी से प्रूफ मांगा था
30:00और अभी तब सुप्रीम कोट ने राउल गांदी की चीन पे टिपड़ी पे करी था
30:04कि नो पेट्रियोटिक परसन विल से दिन
30:06कोई देश वक्तियक्ति वो नहीं कहेगा
30:07दूसरी बात देश का एकलोता नेता राउल गांदी है
30:10जिसने हिंदुस्तान की एकॉनमी को
30:12डेड इकॉनमी बुलाया था जिसके खिलाब पुरा देश खड़ा हुआ है
30:16पॉइंट नंबर तू
30:17पॉइंट नंबर तीन टोटल हिंदुस्तान के एक्सपोर्ट से
30:19820 बिलियन डॉलर जिसमें से 780 बिलियन डॉलर पे
30:24कोई फरक नहीं पड़ने वाला है
30:2595% एक्सपोर्ट पे कोई फरक नहीं पड़ेगा
30:285% के एक्सपोर्ट की बात है
30:30जिसमें भी electronic goods, pharma, auto parts, metal services
30:34सब जो है वो exempted है
30:37यह एक opportunity हमारे domestic sector को बढ़ाने की
30:39आपने बोला कि per capita income नहीं बढ़ी है
30:422013-14 में 5,150 US डॉलर थी
30:452014 में 11,112 US डॉलर हुई है
30:48हमारी per capita income भी बड़ी है
30:50और हम चौती largest economy है
30:52यह अगर आप देखना चाहते हैं
30:53यह अप्ती बार ट्रम सरकार का जूब में चलाईए
30:56यह वाइट हाउस का official है
30:58ऐसा किसी प्रहसा ना प्रदानमंत्री जी ने कहा
31:01मैं आपसे जानना चाहता हूँ
31:02डॉली जीन को क्या करना चाहिए था
31:04क्या कॉंग्रेस पार्टी अगर सरकार में होती
31:06तो क्या वो रश्या से तेल लेना रोक देती
31:09क्या आप चारे हो कि रश्या से तेल लेना रोक देना चाहिए था
31:12क्या कॉंग्रेस पार्टी सरकार में होती तो क्या करती
31:18ये 2010 में देखिए जॉली जी आप बहुत सीनियर नेता हैं आप जन्ता के बीच में भी रहती है 14 जन्वरी 2010 को जब आप जेनिटिकली मौडिफाइड क्रॉप्स को हिंदुस्तान के अंदर आने की आजादी देने वाले थे जिससे हिंदुस्तान के किसानों का नुकसान होता हि
31:48जो है फॉरन दबाव में आते थे हम दबाव में नहीं आते अगर आप और आप हिंदुस्तान की कॉनमी को डेड कहते हम नहीं कहते आप कहते है और को एक विदेशी कहता है तो यह आप दोनों का क्या अपसी संबंद है आप जानिए हम तो सिर्देश के हिट के साथ में कड�
32:18और कायम अपने relationship को और strategically deepen करेंगे इससे ये स्पष्ट हो जाता है हम किसी के सामने नहीं डटते।
32:24डॉली शर्मा, सवाल यहाँ पर यह उठता है कि आपकी सरकार होती तो आपको भी पता है कि रशिया से हम आईल लेना बन नहीं करते।
32:35क्योंकि जिस तरीके से युद्ध की स्थिति में हमें आईल लेने के वज़े से हमारे यहाँ पर प्राइस पर हम लोग कंट्रोल कर सकते तो वो तो नहीं रोक सकते।
32:43जो मांगे डोनल्ड टरम्प यहाँ पर रखने की कोशिश कर रहे हैं वो भी कोई सरकार बान नहीं सकती।
32:47तो चारा क्या है आपके पास आज की स्थिति में जो यहाँ पर बीजेपी पूछने की कोशिश कर रहे हैं।
32:52आप भी डोडल टरम की तरह कह रहें कि भारत डेड़ को नम्य है
32:56साहिल जी सीधी और साफ बात है हिंदुस्तान कभी किसी के आगे नहीं जुका
33:02लेकिन कॉंग्रिस ने कभी खुलन खुला ये भी नहीं कहा
33:07माई फ्रेंड डॉनल्ड माई फ्रेंड डॉनल्ड ये अगर किसी ने कहा और हिंदुस्तान की उमीदे और पूरे विश्व की उमीदे अमरीका से अगर किसी ने बढ़ाई
33:17तो हमारेरे प्रधानमाजी से बढ़ाई और बढ़ाने के बाद जब शुल्क पहं ug hates टान पर लगाया जा
33:26रहा है तो हां क्वसक्षानी नागरी यह थार है इंदुस्ताक लिए इक इमांदार नागरेख यह सोचे शप्रश किया है हिंद्ड reserves क्या, यह अनकार करें
33:36क्यों आखिर्खार साहिल जी मैं पूछना चाहती हूं अगर हिंदुस्तान में सब कुछ इतना अच्छा है तो यह रिपोर्ट है यह रिपोर्ट है आप बताए है ओवर अ
33:47जब देवान सब्सक्राद से भाषट देवाल किया कि इस फीरी अवर्ट है और यहां पर्यक्ति अए प्रतिव एक कि आये की बात कर रहे तो तभजी नहीं बढ़ी है और मैं एक और बात इन से कह देना चाहती हूं कि यह बार बार ऐसी बाते कर रहे
34:17को देखकर एक बार ट्रम्प को खुला कि आखिरकार चाहते क्या है यह कौन सी यह बड़ा दिल्चस्प है देखे प्रदीबंडरी यह यह जानने में मुझे भी जरा इंटरेस्ट है जरा यह जरा एक बार इस पर नज़र डालते हैं और संगीत रागी भी इसको सुन रहे हैं �
34:47जॉली जी ने कहा पर कैपिटा इंकम की वह बात नहीं कर रही थी प्रतिव्यक्ति आये की बात कर रही थी मैंने गूगल करा या लिखा पर कैपिटा इंकम इन हिंदी और उसको कहते हैं प्रतिव्यक्ति आये में कोई फरक नहीं है जॉली जी के पास शाहिए से गलत नोड ह
35:17भारत में per capita income क्यों बढ़ा हुआ नजर आ रहा है टॉप 10 लेयर में कौन है और बॉटम 10 लेयर में कौन है उस पर हम discussion अलग से करेंगे भारती एकोनोमी पर ये discussion फिला ज़रा टरंप पर concentrate करते हैं ने ने सुनिये तो ज़रा टरंप पर concentrate करते हैं देखिए फेरवरी दोजार प
35:47करते हैं अप्रेल 2025 में अमेरिका जब अनाउंस करते हैं मतलब टरंप ने अनाउंस किया बाकी देशों पर भी किस तरीके से टारिफ होगा भारत पर सिर्फ 10 प्रतिशत का टारिफ लगाए जाता है हमारे यहां पर कुशी बनाई जाती है कि देखिए हमारी दोस्ती है इसके
36:17करेंगे उसके बाद हम तै करेंगे वो पॉस खतम होते होते अब अगस्त महिना आ जाते है और अचानक 25 प्रतिशत और चार दिन में एकदम 50 प्रतिशत तो कहीं ना कहीं तो लोग यह सोचेंगे ना कि ऐसा चार महिने में क्या हो गया कि डोनाल्ड टरंप 10 प्रतिशत से 50 प
36:47प्रधान मंत्री नरेंडर मोदी जी जैसे बाकी कंट्रीज ने गिविन क्या हो गिविन कर देते प्रधान मंत्री जी आप खुदी ये प्रूव कर रहे हैं कि हिंदुस्तान ने अपने एकनॉमिक इंटरेस्ट की बात रखी ना दोस्त ना दुश्मन हिंदुस्तान जिनदा
37:17में 42 परसंट 42 कंट्री से हम तेल जो है वो इंपोर्ट करते हैं तो ओवर ओल तो देश यही देख रहा है कि प्रदानमंत्री जी के लिए कोई भी कंट्री न दोस्त न दुश्मन है
37:27संगीत रागी मॉल्डीज में देखिये क्या हुआ थे एक साल पहले सब उचल गएते हैं वो इंदुस्तान की नेबर फर्स पॉलिसी को ओवर टर्ण करना पड़ागी की भारत का ही को समझा है ऐसे हर कंट्री करेगी
37:38इंग्लिश में इसे catch 20 situation कहते हैं याने आप कोई भी decision लोग कोई भी बात करो आप फसने ही वाले हैं डोनल्ड टरंप ने शायद इसी तरीके से फसा दिया है ऐसा नहीं लगता आपको जब दोस्त कह रहे थे तब भी उसने help नहीं की अब दुश्मन भी नहीं कह सकते कोई ड
38:08कीचड में उतर करके आपको चुनावती दे तो आप उसी की भासा में नहीं बात करेंगे डिप्लोमेसी की अलग भासा होती है डोनल्ड टरंप को उससे कोई लेना देना नहीं है दूसरी बात एक और जिक्र किया कि भाई डोनल्ड टरंप को आँक्णे में भारत सरकार या �
38:38एंटायर वर्ड तो एक-एक करके उनके नैटो के सारे दे सारे लोग उनके खिलाफ खड़े हैं आज के दिन में हो सब अंदर अंदर घूंग आए पड़े हो गया है तो उनको आखने में सब्यों ने गलतिया किया है मैं सिर्फ नरेंद्र मोदी की बात नहीं करूंगा तीस
39:08प्रस्टेशन जरा देखे ने उनके एक सब्ता के अंदर हम उक्रेण वेगर का सभमोंचे जुद खतम कर देंगे यहां उनको नोबल प्राइस के लिए न छोड़िये तो शोड़िये प्रदान मंत्री ने ओन रेकॉर्ड कर दिया कि हमारी बारता ही नहीं तो पूरे दुनि
39:38देखें डोनल्ड ट्रम्प की सबसे बड़ी उनको एक डर भी है कि भारत कहीं ऐसा नहों ओपरेशन सिंदूर के बाद कि दूसरा चीन खड़ा हो जाए ब्रिक्स के अंदर अल्टरनेटिव करेंसी पर बात चल रही है
39:5136 billion dollar की 36 trillion dollar की अमेरिका को trade deposit है आप ये कह सकते हैं कि जितना अमेरिका का GDP है उतना ही अमेरिका पर करज भी है दुनिया का कोई ऐसा country है जिसके साथ उसका trade घाटे में नहीं बारिंग फ्यू अब उनके पास है कि जिस कृसी को भारत में खोलना चाहते हैं वो subsidy पर आज चल रह
40:21इसलिए कर रहा हूं कि यदि भारत यदि अपना रक्षा बाजार उनके लिए खोल देता जो वो चाह रहे थे तो बिल्कुल रास्ते पर हो गया होता यदि वो डेरी पसुपालन और अग्रिकल्चर सेक्टर भारत खोल देता जो भारत के क्रिसियों क्रिसी के लिए आप प�
40:51हैं साहि बिल्कुल देखिए गरने आपके अखरी कमेंट एसा लगता है कि संघीत रागी जी को लगा रहा है और भारत के बहुत बड़े तपके को लग लग रहा है कि डोनल्ड टरम्प इस वक्त थर थर थर थर थर काम पर आए और अमेरिका
41:19तरीके से गिरने वाला है बर्बाद होने वाला है और नरेंदर मोधी के सामने तो उनके चरोलों में पड़ा हुआ है और भारत में कुछ कर दिया तो नरेंदर ट्रम्प सहाब क्या गए कुछ पता नहीं यह जो डिलीजनल वर्ड में जो लोग रह रहे हैं उनको कौन समझा सक
41:49मुह से आवाज नहीं निकली, कोलंबिया ने बोला, रेनेजुएला ने बोला, हम चुप रहें, उसके बाद भारत के बारे में नरेंद्म, वो क्या कह रहे हैं, कि इस बार से जादा बार कड़ चुके भारत, 140 करोल भारतियों का अपमान, और यह यहाँ बैठके ग्यान दे र
42:19चलिए, परदी पंडारी, 20 सेकंड में जवाब दीजए, क्योंकि बेरा समय खतम हो रहा है, उस लॉजिक के साब से हमारा एक्सपोर्ट परसेंट भी इंपैक्ट नी होने वाला है, तो इसका हुआ क्यों बनाए जारा है, जब पिच्चानवे परसेंट हमारा एक्सपोर्ट
42:49से पहले भी किया हुआ है, फिलाल उनका चाइना के साथ ट्रेड डील हो चुका है, कैनाडा के साथ उनकी पाचीत हो चुकी है, भारत सरकार इस पामले को लेकर कहा तक उनसे बाचीत करेगी, ये भी देखना काफी जरूरी होगा, फिलाल आज तक पर एक छोड़ाचा ब्रे
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