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00:00अभी देश में एक नया टेंड चल रहा है, वो है डार की उमर का
00:03उसमें हम दर्द और आसातु का मजाग बनाते हैं
00:11और उससे भी गंभीर बात एह होती है कि कई सारे लोग उस पर हस्ती भी है
00:15सबसे बड़ा पाखंडी होता है आम आदमी
00:18बात में बोलना कि नेता पाखंडी होता है या धर्म गुरू पाखंडी होता है
00:26सबसे बड़ा पाखंडी है आम आदमी
00:28जो कॉमेडियन है वो तो आकर के बस जो पहले से मजाग चल रहा है
00:34उसको शब्द दे देता है
00:36जो वो स्टेंड अप है वो तो बस समाज को आई ना दिखा रहा है
00:39रेप वगेरा को तो तुमने कबसे मजाग बना रखा है
00:42कोई रेप विक्टिम बता दो
00:43जिसके नाम से पॉर्ण साइट्स पर और गूगल पर ट्रेंड न चलाओ
00:48महापुरुषों का आपमान कर दिया crest comedian ने
00:51तुम कसी को mahaपुरुष मानते हो क्या
00:53और अएगर तुमने महापुरुषों को
00:54और रेप विक्टिम सको मजाक नहीं बना रखा होता
00:57तो कोई comedian नहीं आता
00:59stage से उनके बारे में मजाक करने
01:01क्यों कि उन्होंने घर में देखा है कि माबाप ही इनको कुछ नहीं मानते तो इनका मजा की उड़ा दो
01:06वरना सोच के देखो समाज अगर इन बातों को अस्विक्रत कर दे तो जो
01:11स्टेंड अप को मेडिया ने खुदी पीछे हट जाएगा समाज ने नहीं है स्विक्रत कर रखा समाज में इन बातों की डिमांड है समाज कहता है और सुनाओ मज़े आ रहे हैं
01:18नमस्कारा चड़ जी मिरन अमरी अन्थ है अभी देश में एक नया टेंड चल रहा है मतलब है पहले से ही परन्तों अभी में में इस्टीम में है वो है डार की उमर का उसमें हम दर्द और आखातों का मजाग बनाते हैं इसमें जानबरों के प्रतिकुरूरता
01:41किसी महापुरतों का अपमान मिरत्यू पर चुटकला किया जाता है यहां तक की रेप विक्टिम्स और ऐसे राटेक विक्टिम्स पर भी चुटकली बना जाते हैं और उससे भी गंभीर बात यह होती है कि कई सारे लोग उस पर हस्ती भी हैं तो अचाड़ जी मेरा प्रस्�
02:11सतंत्रता और सीमाओं का कैसे आखना चाहिए अपसे पहले तो सवाल में जूठ कम बोलना चाहिए कि कुछ लोग इन पर हसते हैं अगर कुछ ही लोग हस रहे होते
02:24तो किसी भी स्टेंड अप को या कॉमेडियन को कोई जरूरत नहीं थी कि वो डार्क हूमर का खत्रा उठाता है कुछ ही लोग नहीं हस रहे हैं सब हस रहे हैं क्योंकि सब हस रहे हैं इसलिए यह जो कुछ भी है जिसको तुम बोल रहे हो कि भावनाओं और संवेदनाओं प
02:54से जोड रहे हो या पवित्र या सेक्रेड मान रहे हो वह वास्तव में किसी के लिए पवित्र सेक्रेड अगरा है यह नहीं उपर उपर से लोग पाखंड कर देते थे
03:05तो जब कोई आ करके उस पाखंड
03:09का नकाब उतार देता है
03:12तो लोग कहते हैं चलो अच्छा हुआ
03:14खसी लो इस पर
03:15तुम कह रहे हो रेप विक्टिम्स
03:20के बारे में कोई आ करके कैसे
03:22डार्क हुमर कर सकता है
03:23रेप विक्टिम्स का
03:27मजाक तो इस समाज ने बहुत पहले से
03:28बना रखा था जो कॉमेडियन है
03:30वो तो आ करके बस जो पहले
03:32से मजाक चल रहा है
03:34उसको
03:36शब्द दे देता है
03:38कोई रेप विक्टिम्स बता दो
03:42जिसके नाम से
03:44पॉर्न साइट्स पर और
03:46गूगल पर ट्रेंड ना चलाओ
03:48कल को
03:50किसी लड़की का लड़की का
03:52नाम कुछ ले लो एक्स बलादकार
03:54हो जाए जैसे ही
03:56खबर आएगी
03:57तुरंत
03:59ये सर्च एकदम
04:02पीक पर पहुँच जाएगा
04:04एक्स रेप
04:07लाइब वीडियो या
04:08एमेमस या रिकॉर्डिंग और सम्थिंग
04:10जो वो
04:13स्टेंड अफ है वो तो बस समाज को
04:14आई ना दिखा रहा है रेप वगयरा को तो तुमने
04:17कबसे मजाग बना रखा है
04:18और कौन सी बाते बोली रेप के लावा
04:20एसे लटेक को विक्टिम्स तो एसे लटेक्स को
04:25विक्टिम्स को क्या तुमने बहुत इज़्जत दे रखी है
04:27कोई एसे डटेक्टिम हो जाए
04:31लोग उसको नौकरी तक देने में कतराते हैं
04:35शादी करना तो दूर की बात रही
04:37समाज जैसा होता है
04:45स्टेंड अप और कॉमेडी
04:47उसी को आईने की तरह दिखा रहे हैं
04:51और क्या बोला
04:52तुम किसी को महापुरुष मानते हो
05:01महापुरुषों का अपमान कर दिया कॉमेडियन ने
05:05तुम किसी को महापुरुष मानते हो क्या
05:07किसको मानते हो महापुरुष
05:10जिससे तुम्हारा अहंकार जुड़ जाए उसका तुम नारा लगा देते हैं और क्या करते हो
05:15महापुरुष वास्ताव में वो होता है जो बिलकुल तुम्हारे जैसा नहीं हो और फिर भी तुम उसकी इज़त कर पाओ
05:26और तुम तो महापुरुष उसी को मानते हो जो तुम्हारे वर्ग का पंथ काया समुदाय का प्रतिनित्तों करता हो तुम उसी की जैकार कर देते हो और कहते हो यह मेरे महापुरुष है
05:39महापुरुष हम वास्ताव में किसी को नहीं मानते
05:45जो हमारे स्वार्थों के प्रतीक के रूप में खड़ा हो सके
05:52उसको हम कहा देते हैं कि हमारे वर्ग का महापुरुश है
05:54महापुरुशों को तो हमने कब का मजाग बनाई रखा है
05:59कॉमेडियन ने आकर के मंच से भी वो मजाग कह दिया
06:04तो परिशान क्यों हो रहे हो
06:06और अगर तुमने महापुरुशों को और रेप विक्टिम्स को मजाग नहीं बना रखा होता
06:14तो कोई कॉमेडियन नहीं आता स्टेज से उनके बारे में मजाग करने
06:19और यह आज की बात नहीं है
06:30हम बच्चे थे स्कूल में थे
06:34उस समय भी महापुरुशों को छोड़ दो अवतारों तक को ले करके
06:41छोटे-छोटे बच्चे चुटकुले सुना रहे होते थे
06:55वह ऐसे हैं चुटकुले के जिनको तुम अभी पब्लिक में बोल दो तो फसाद हो जाए
07:00ये च्छटी साथवी आठवी के बच्चे होते थे और मैं आज की नहीं बात कर रहा हूँ मैं सी 90 के दशक्की बात कर रहा हूँ
07:06हूँ तब भी छोटे बच्चे चुटकुले सुना रखे होते थे क्यों क्यों कि उन्हें घर में देखा है कि माबाप ही इनको कुछ
07:12नहीं मानते तो इनका मजा की उड़ा तो उनके घरों में ऐसा महौल था कि मीरा हो कि सूरदास उनुऊ
07:20कि दादु
07:39दोहों को साख्यों को ले करके उनकी पैरोडी बनाइजाती थी एसी पैरोडी बनाइजाती थी कि जिस संत का वो दोहा है उसी संत को भारी पड़ जाए उसी को ला करके वह
07:50तुमने भी सुनी होंगी सुनिये कि नहीं सुनी है तो अप क्या पूछने आयों कि ये स्टेंडब आर्टिस्ट ने महापुरुशों का मजाग बना दिया वो तो तीस साल पहले भी बन रहा था और तीस साल पहले अगर बच्चे बना रहे थे तो माने उनके माबाप भी वैसे
08:20जब बड़े पाखंडी हो जाएंगे बड़े हो जाएंगे तो फिर खुदी आउट्रेज करेंगे अरे किसी ने हमारे महापुरुष को ऐसा बोल दिया हम उसकी जान ले लेंगे
08:31जबकि जब तुम बच्चे थे तुम खुदी देखो कैसे भद्दे चुटकुले बना रहे थे इन ही महापुरुषों के बारे में
08:37हम किसी को महापरुश नहीं मानते हंकार स्वेम से बड़ा किसी को नहीं मानता
08:50वो किसी को आराध्य नहीं मानता वो अधिक से अधिक किसी को प्रतिनी धी मान सकता है
09:07वरना सोच के देखू समाज अगर इन बातों को अस्विक्रत कर दे तो जो
09:17up अमेडियान इन खुद पीछे हट जाएगा समाज ने नहीं अस्विक्रत
09:20कर रखा समाज में इन बातों की डिमांड है समाज कहता है और सुनाओ मज़े आ
09:24रहे हैं तो सुनाता है महां से और कौन लोग मज़े ले रहे होते हैं और अब पाखंड की बात सुनों आधे लोग
09:36कि जो उन्हीं महापुरुशों की यशोगाथा कहते हैं या सुनते हैं
09:41और संतों के भजन करते हैं उन्हीं को तुम जा करके ये डार्क यूमर सुना दो महापुरुशों पर और संतों पर तो वो जोर से ठठा करके ताली मार के हसेंगे
09:55एक ही आदमी दोनों काम कर ले जाएगा
09:59कोई बड़ी बात नहीं है कि वही आदमी जो रेप विक्टिम्स के समर्थन में इधर उदर जाके ट्वीट कर रहा हो किसी मार्च या रैली में भी शामिल हो गया हो वही आदमी रात में जाके बारा एक बजे फिर पॉर्ण पर सर्च कर रहा है कि ये रेप का वीडियो एड
10:29सबसे बड़ा पाखंडी होता है आम आदमी बाद में बोलना कि नेता पाखंडी होता है या धर्म गुरु पाखंडी होता है सबसे बड़ा पाखंडी है आम आदमी पाखंडी ना हो तो वह अपने नेता क्यों पाखंडी चुनेगा आम आदमी पाखंडी ना हो तो वह क्यो
10:59तो हाँ क्रिस्मस जब आता था तो वो पूरी जो कम्यूनिटी ही थी कॉन्वेंट की
11:06पीचर्स थी नंस थी सिस्टर्स थी फादर भी थे उनके लिए ये बड़ी बात होती थी
11:17क्रिस्मस से पहले दो तीन लड़के पकड़े गए वो छठी आठवी के रहे होंगे या शायद और भी किसी नीचे वाली क्लास के
11:33कि वो जा करके ट्वाइलेट्स में जीजस और मैरी और लिमरिक्स बना रहे थे
11:43कुछ अब अभद रशली लिख रहे थे
11:47तो किसको बुलाया गया उनके पेरेंट्स को बुलाया गया
11:52इनके घर में ऐसा महौल होगा न
11:55तुम किसी को भी बड़ा मानते कहां हो
12:01और यहां यह भी मत कहा देना कि वो लड़के हिंदू थे तो चलो उन्होंने
12:08इसाई धर्म पर कुछ अशलील टिपणी कर दी होगी
12:12ज्यादा तर तो जो हिंदू बच्चे होते हैं वो हिंदू संतों और महापुरुशों पर ही
12:21कॉमिडी पैरोडी सब कर रहे होते हैं
12:28कहां से मिल रहा हुना यह सब यह सब उन्हें परंपरा से ही मिल रहा है
12:36बच्चों के पेरेंट्स बलाए गए थे स्कूल
12:40घर में ही हो रहा होगा परंपरा ही ऐसी है
12:45झाल झाल

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