00:00घोडा और गाय की अनोखी दोस्ती
00:02एक हरे भरे गाव में एक तेज रफतार घोडा और एक शान स्वभाव वाली गाय रहती थी
00:09दोनों की आद्ते एक दूसरे से बिलकुल अलग थी लेकिन फिर भी वे अच्छे दोस्त थे
00:17घोडा अपनी तेज दोडने की ताकत पर बहुत घमंड करता था
00:22वह हर समय गाय से कहता
00:25तुम बहुत धीमी हो तुम्हारे पास मेरी जैसी तेज दोडने की ताकत नहीं है
00:31गाय मुस्कुरा कर कहती हर किसी की अपनी खूबी होती है
00:36समय आने पर तुम्हें भी मेरी ताकत का पता चलेगा
00:41एक दिन घोड़ा जंगल में भागते भागते एक दलदल कीचर में फंस गया
00:47उसने पूरी ताकत लगाई लेकिन जितना निकलने की कोशिश करता उतना ही और धनस्ता चला जाता
00:55वह दर गया और जोर-जोर से मदद के लिए पुकारने लगा
00:59गाई ने उसकी आवाज सुनी और तुरंत वहां पहुँच गई
01:04उसने घोड़े से कहा चिंता मत करूँ मैं तुम्हारी मदद करूँगी
01:10गाई ने अपनी मजबूत पकड़ और भारी शरीर का इस्तिमाल किया और धीरे-धीरे घोड़े को बाहर निकाल दिया
01:18घोड़ा हैरान था
01:20उसने कभी सोचा भी नहीं था कि गाई इतनी मजबूत हो सकती है
01:26घोड़ा शर्मिंदा हुआ और गाई से माफी मांगी
01:30उसने समझ लिया कि हर किसी की अपनी ताकत होती है
01:34एक दिन
01:36खेट में काम करने वाला किसान बीमार हो गया
01:40और गाई को हल चलाने का काम सौंप दिया गया
01:43गाई ने दिनरात मेहनत की और पूरा खेट तयार कर दिया
01:47जब किसान ठीक हुआ
01:50तो उसने घोडे को शहर भेजने का फैसला किया
01:53ताकि वह कुछ सामान ला सके
01:55पक नहीं उडाना चाहिए
01:58दोनों फिर से अच्छे दोस्त बन गए
02:01लेकिन इस बार सची इस और समझ के साथ
02:05सीक
02:07किसी की कमजोरी पर हंसने की बजाए
02:10उसकी ताकत को पहचानो
02:11क्योंकि समय आने पर
02:13वही ताकत तुम्हारी सबसे बड़ी
02:15मदद बन सकती है
02:17अगर आपको यह कहानी पसंद आई
02:20तो शेर करें