00:00एक सरसब्स जंगल में कालू कबूतर और मिठो तोता की गहरी दोस्ती थी
00:05दोनों रोज साथ खाना तलाश करते और दरखतों पर बैठ कर कहानिया सुनाते
00:10एक दिन शिकारी जंगल में जाल बिछा कर चला गया
00:15कालू को खाने की तलाश में वो जाल नजर नहीं आया और वो फस गया
00:19मिठो बचाओ कालू ने बेबसी से पुकारा
00:24मिठो ने फौरण एक चाल सोची
00:27वो अपने दूसरे परिंदा दोस्तों के पास गया और सब को मदद के लिए बुलाया
00:32चन्द ही लम्हों में चिर्या, मैना और फाखताएं सब जुमा हो गए
00:38सब ने मिलकर जाल को अपनी चौन्चों और पंजों से कातना शुरू कर दिया
00:43कुछ देर बाद जाल इतना कमजोर हो गया कि कालू ने जोर लगाया और राजार हो गया
00:50दोस्ती का असल मतलब यहीं है, कालों ने मिछों को गले लगाते होई तहाँ