अलवर. अवसाद या तनाव वह िस्थति है जो किसी भी मनुष्य को तोड़ देती हैं, जीवन में जीने की उम्मीद को खत्म कर देती हैं, लेकिन जो अवसाद से उभर कर बाहर आ जाते हैं वो दुनिया के लिए मिसाल बन जाते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है 43 वर्षीय रूचिता आनंद की, जिन्होंने जीवन के आठ साल मानसिक अवसाद में निकाल दिए लेकिन आज वो बालिकाओं के लिए प्रेरणा की मिसाल बन गई है।
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