00:01चिक्की, मिक्की नाम की दो चिलिया एक घोंसले में रहती थीं, दोनों बहुत आलसी थीं, सर्दी का मौसम था, चारों तरफ थंडी हवा चल रही थी, बर्फवारी भी हो रही थी, सन्योग से उनके घोंसले में एक छेद हो,
00:18गया, चेद से ठंडी हवा आने के कारण उनका घोंसला एकदम ठंडा हो जाता था, चिक्की और मिक्की दोनों को भारी ठंड लगती, चिक्की ने सोचा, मुझे आश्चरे है कि मिक्की इस चेद को क्यों ठीक नहीं करवाती है, वही दूसरी तरफ मिक्की ने सोचा, चिक्की �
00:48गोंसले का चेद वैसे ही बना रहा, धीरे धीरे बर्फवारी तेज हो गई और हवा भी तेज चलने लगी, अब चेद के रास्ते बर्फ उनके गोंसले में प्रवेश कर गई, अब आलसी चिलिया ठंड से कापने लगी, लेकिन किसी ने भी चेद को बंद करने की कोशिश न
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