Skip to playerSkip to main content
  • 1 year ago
सवाईमाधोपुर. राज्य सरकार व चिकित्सा महकमे की अनदेखी से एक बार फिर जिला अस्पताल में 40 प्रकार की जांचों पर अनदेखी का ग्रहण लग गया है। इससे मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। गौरतलब है कि सामान्य चिकित्सालय में 15 मई से नि:शुल्क जांचें बंद है।
राज्य सरकार की ओर से प्रदेशभर में मरीजों के लिए शुरू की गई 40 प्रकार की नि:शुल्क जांच योजना जिला अस्पताल परिसर स्थित कमरा नम्बर 180 में पिछले चार माह से ताले में बंद है। ऐसे में मरीजों को महंगे दामों पर निजी डायग्नोस्टिक केन्द्रों पर जांच करानी पड़ रही है।
पांच साल पहले हुई थी शुरूआत
जानकारी के अनुसार करीब पांच साल पहले राजस्थान सरकार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं कृष्णा डायग्नोस्टिक प्राइवेट लिमिटेड की ओर से संयुक्त रूप से नि:शुल्क जांच योजना शुरू की गई थी। ऐसे में जिला अस्पताल के कमरा नम्बर 180 में मरीजों को थायराइड, टॉर्च सहित 40 प्रकार की जांच की मुफ्त में मिलना शुरू हो गई थी। लेकिन निविदा की समय सीमा 31 अगस्त को खत्म होने पर लेब की ओर से नि: शुल्क जांच योजना बंद कर दी है। इसके बाद जांचे चालू नहीं हो सकी है।
रोज 80 से अधिक लिए जा रहे थे सैम्पल
इस योजना के तहत जिला अस्पताल में रोजाना 80 से अधिक मरीजों के विभिन्न जांचों के सैम्पल लिए जा रहे थे। उधर, प्रयोगशाला में नि:शुल्क जांच के लिए मरीज तो पहुंचते है लेकिन ताला लटका देखकर वापस निराश लौट जाते है।
सौ से ढाई हजार तक की जांचे थी फ्री
योजना के तहत यहां 100 रुपए से लेकर 2500 रुपए तक की नि:शुल्क जांचें शामिल थीं। लेब में सीईए, पीएसए, टॉर्च प्रोफाइल, इन्सूलिन,आयरन, थायराइड, थैलीसीमिया, एचपीएलसी, बॉयोप्सी, हिमोग्लोबिन, यूरिन कल्चर एंड सेंसविटी, ब्लड कल्चर, सीएसएफ कल्चर, लेपेस आदि जांचें हो रही थीं।
निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों की चांदी
अस्पताल में चार महीने से नि: शुल्क जांच बंद होने से निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों को फायदा हो रहा है। निजी लेब संचालक मनमर्जी से मरीजों से जांचो की राशि वसूल रहे थे। ऐसे में लोगों को मजबूरन महंगे दामों पर ही जांचे करानी पड़ रही है। इसका सीधा सा असर निर्धन व्यक्तियों को उठाना पड़ रहा है। उनको जांचों के लिए जेब से राशि खर्च करनी पड़ रही है।
फैक्ट फाइल...
-सरकार ने पांच साल पहले शुरू की थी मुख्यमंत्री नि: शुल्क जांच योजना।
-मरीजों को 40 प्रकार की जांचों की नि:शुल्क मिलती थी सुविधा।
-सामान्य चिकित्सालय स्थित लेब से रोज 80 से अधिक लिए जा रहे थे सैम्पल।
-100 रुपए से लेकर 2500 रुपए तक की जांच की मिलती थी नि:शुल्क सुविधा।
-जिला अस्पताल में 15 मई 2024 से बंद है नि:शुल्क जांचों की सुविधा।

इनका कहना है...
जांचों के सैम्पल लेकर भरतपुर मेडिकल कॉलेज भेजे जा रहे थे लेकिन वहां से सैंपल लेना बंद कर दिया। इस संबंध में हमने तीन बार भरतपुर मेडिकल कॉलेज को पत्र भी लिखा है। एक बार फिर नि:शुल्क जांचों को वापस चालू कराने के लिए पत्र लिखा जाएगा।
अश्वनी सक्सेना, पीएमओ, सामान्य चिकित्सालय सवाईमाधोपुर

Category

🗞
News
Be the first to comment
Add your comment

Recommended