Skip to playerSkip to main content
  • 13 hours ago
सवाईमाधोपुर. त्योहारी सीजन की दस्तक के साथ ही सोना-चांदी की कीमतों में आई तेज़ बढ़ोतरी ने आभूषण कारोबारियों की चिंता बढ़ा दी है। एक साथ दोनों धातुओं के दाम चढ़ने से ग्राहक खरीदारी से पीछे हट रहे हैं। बाजार में सन्नाटा है और ज्वैलर्स मायूस हैं।पिछले साल 2024 की बात करें तो दीपावली के सीजन में सोने की कीमत 70 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी 75 हजार रुपए प्रतिकिलो थी। वहीं वर्तमान में सोने की कीमत 1 लाख 30 हजार प्रति 10 ग्राम एवं चांदी 1 लाख 80 हजार रुपए तक पहुंच गई है। व्यापारियों का कहना है कि महिलाएं आ रही हैं, पूछताछ कर रही हैं, लेकिन खरीदारी नहीं कर रही। कई बार तो ग्राहक भाव सुनते ही दुकान से बाहर निकल जाते हैं। महिलाएं अब कहती हैं कि जब दाम कम होंगे तभी खरीदेंगे, वरना इस बार बिना गहनों के ही त्योहार मना लेंगे।

सालभर में यूं बढ़ी कीमत

पिछले साल की तुलना में इस बार सोने की कीमत 60 हजार रुपए प्रति दस ग्राम एवं चांदी के दाम एक लाख पांच रुपए तक बढ़े है। ज्वैलर्स का कहना है कि नवरात्रि और करवा चौथ जैसे पर्वों पर भी अपेक्षित बिक्री नहीं हो पाई। ग्राहक केवल पूछताछ कर रहे हैं, खरीदारी को लेकर असमंजस में हैं। पिछले साल की तुलना में इस बार बिक्री में 20 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। त्योहारों पर आभूषणों की चमक फीकी पड़ गई है। ग्राहक कीमतें घटने का इंतजार कर रहे हैं।"
इसलिए बढ़े साेने-चांदी के दाम

जानकारी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता, डॉलर की मजबूती और भू-राजनीतिक तनाव के चलते सोना-चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची हैं। निवेशक भी अब आभूषणों की बजाय डिजिटल गोल्ड या सिक्कों की ओर रुख कर रहे हैं। ज्वैलर्स ने सरकार से आयात शुल्क और जीएसटी में राहत देने की मांग की है ताकि बाजार में स्थिरता आए और दीपावली पर कारोबार को गति मिल सके। अन्यथा, इस बार की दिवाली भी कारोबारियों के लिए फीकी ही रहेगी।
महिलाओं की सोच में आया बदलाव
महिलाएं अब पारंपरिक गहनों की बजाय हल्के वजन के आर्टिफिशियल या प्लेटेड ज्वैलरी की ओर रुख कर रही हैं। कई गृहणियों ने बताया कि वे अब डिजिटल गोल्ड या सोने के सिक्कों में निवेश को प्राथमिकता दे रही हैं, क्योंकि वह सुरक्षित भी है और तत्काल खर्च का दबाव भी नहीं होता। सोना खरीदना अब ‘शौक’ नहीं, ‘सपना’ बनता जा रहा है।

.....................

ये बोले सर्राफा व्यापारी व गृहणियां...
ग्राहकी मंदी है...
त्योहारी सीजन में ग्राहकी मंदी है। सोने-चांदी के दामों में बढ़ोतरी से इस बार व्यापार 15 से 20 प्रतिशत तक रह गया है। ग्राहको की सोच बदली है। ग्राहकों का कहना है कि सोने-चांदी के दाम कम होने के बाद ही खरीदेंगे। लेकिन आगामी दिनों तक सोने-चांदी के दामों में कम होने के आसार नहीं है।

पदमचंद जैन, ज्वैलर्स व्यापारी, बजरिया
.........................

महंगाई ने छीनी चमक

हर साल करवा चौथ और दीपावली पर कुछ न कुछ सोना जरूर खरीदते थे लेकिन इस बार तो बजट ही जवाब दे गया। अब तो सिर्फ देखने और टालने का काम चल रहा है। इस बार सोने-चांदी की आसमान छूती कीमतों ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है।
अलका जोशी, गृहणी, निवासी सीमेंट फैक्ट्री

खाली हाथ लौट रही महिलाएं

सोने की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि अब तो गहनों की जगह घर का राशन ही प्राथमिकता बन गया है। बच्चों की पढ़ाई, घर का खर्च और अब त्योहार सब कुछ संभालना मुश्किल हो गया है। महिलाएं सर्राफा बाजार में शो-रूम व दुकानों में जाकर केवल डिजाइन देख रही हैं, भाव पूछ रही हैं और फिर खाली हाथ लौट रही हैं।
ज्योति शर्मा, गृहणी, निवासी राजनगर

Category

🗞
News
Be the first to comment
Add your comment

Recommended