आजकल दुनिया क्रोना वायरस की वजह से दहशत में है। मैं करोना वायरस के बारे में कुछ जानकारी देना चाहता हूं और साथ मे वैदिक संस्कृति कितनी महान संस्कृति रही है जिसका उदाहरण मैं आज बताना चाहता हूँ कि दुनिया को आखिर में वैदिकता पर आकर रुकना पड़ता है । चाहे वैदिक धर्म हो,चिकित्सा हो,शिक्षा हो, विज्ञान हो ,अविस्कार हो, या संस्कृति हो ।अब तो ये भी सामने आ रहा है कि दुनिया ने गुप्त रूप से वैदिकता पे अध्ययन करके अलग अलग लोगों द्वारा कई अविष्कार अपने नाम पेटेंट किये है ओर अपने देश का नाम भी दुनिया के सामने रखा। अब जैसा आप जानते है ये वायरस चीन के एक मीट मार्किट से हुआ पैदा हुआ है जो साँप ओर चमगादड़ के संपर्क में आने से पैदा हुआ बताया जा रहा है। जानकारी के मुताविक अब तक 17 देशो सहित भारत मे भी इस वायरस की पुष्टि हुई है । अब तक इस वायरस के कारण लगभग 38-40 लोगो की मौत हो चुकी है और अब तक लगभग 1711 से 1750 तक चपेट में आ चुके है । भारत मे भी पहला केस केरल में सामने आया जो कि चीन से हल ही में भारत आया था और मुंबई के अलावा दिल्ली में भी इसको चैन से आने वाले लोगों की जांच के दौरान पाया है। और अभी खबर मिली है कि चीन ने चीन में राह रहर भारतीयों को वापस लेन की मंजूरी दे दी है तो कल तक एयर इंडिया की फ्लाइट इन लोगो को लेक्ट आ जायेगी। इसी तरह के देशों ने चीन जाने वाली ओर वह से आने वाली फ्लाइट को कैंसिल किया है । Crona वायरस से सर्दी- जुकाम, सिरदर्द, बुखार व सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखाई देते है आप लोगों से अनुरोफह है कि इस तरह के लक्षण अगर दिखे तो आप घबराये ओर देरी किये विना प्रार्थमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाये। हालाँकि अभी तक इसका कोई anti dose मौजूद नही है पर जानकारों ओर सरकार द्वारा कुछ हिदायते दी गई है। जैसे छीक आने पर रुमाल का इस्तेमाल करे ओर बाहर का junk food, चाय, कोल्ड ड्रिंक्स , इत्यादि सामानों बचें।एक दूसरे से मिलते बक्त हाथ न मिलाये, मुह में मास्क और हाथों में ग्लब्स का ईस्ट माल करें । चीन सरकार ने अपने जनता को आगाह किया है कि केवल वेजिटेबल ही खाये तथा किसी भी तरह का मीट को avoid करें। इसके लिये सेना की मदद ली जा रही है । ग्रसित लोगो के इलाज के लिए अलग हॉस्पिटलस को चिन्हित किया है।
अब में हिन्दू संस्कृति पर एक नजर डालते हुए यह बताना चाहता हूँ कि भारतवर्ष हज़ारो सालों से 100 % वेजिटेरियन था पर समय के साथ - साथ और 2018 के आंकड़ों के हिसाब से 40% लोग ही वेजिटेरियन रह गए है । हालाँकि सनातन धर्म से दुनिया के कई लोग प्रभावित हुए हैं आकड़ों के हिसाब से पूरी दुनिया में इस समय 8% लोग वेजिटेरियन है। हिन्दू धर्म के मुताबिक वेजिटेरियन फ़ूड खाने से कई फायदे हैं जो वैज्ञानिक दृस्टि से भी proof हो चुका है । वेजीटेबल खाने से शरीर मे सात्विक गुण बने रहते हैं, शरीर मे एंटीबायोटिक की कमी नही होती है जिससे जल्दी बुढ़ापा, मोटापा, कमजोरी ओर रोगों से लड़ने की सकती बरकरार रहती हैं व शरीर मे अम्ल और श्रआर का संतुलन बनाता हैं जो कई रोगों को पास फटकने नही देता है । तथा इनको जूस , सलाद, भोजन, सूप, आदि रूप से इस्तेमाल किया जाता है । इसके विपरीत मांसाहार से शरीर मे एसिडिक प्रोपर्टीज पैदा करता है तथा एंटीबॉडीज को कमजोर करता है जिससे शरीर को कई प्रकार के रोगों को आमंत्रण मिलता है । जिसके परिणाम स्वरूप कोई भी वायरस आसानी से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाता हैं। दुनिया मे मांसाहार से कई प्रकार की महामारीयों ने मानव
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