Skip to playerSkip to main content
  • 55 minutes ago
Op सिंदूर पर पाकिस्तान ने ही बेनकाब कर दिया अपना झूठ, देखें ब्लैक & व्हाइट

Category

🗞
News
Transcript
00:00नमस्कार मैं हूँ श्वेता सिंग और ब्लाक इन वाइट में आपका स्वागत है
00:04आज सबसे पहले हम इस बात का विशलेशन करेंगी कि क्या न्यू यर इसलाम धर्म और अल्लाह के खिलाफ है
00:20नए साल से ठीक पहले औल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शाहबुदीन रिजवी ने एक फत्वा जारी किया है
00:27कहा है कि न्यू यर मनाना इसलाम में वर्जित है
00:30और उन्होंने मुसल्मानों से अपील की है कि वो 31 दिसंबर और एक जनवरी को किसी भी तरह के जशन से दूर रहे
00:36आज सवाल यह है कि धर्म निर्पेक्ष भारत में ऐसे फत्वों की क्या जरूरत है
00:40इस समय हिंदूओं का भी नवर्ष नहीं है लेकिन देश के मंदिरों में जबरदस्त भीड है
00:45जबकि हिंदूओं का नया साल विक्रम सम्वत के अनुसार 19 मार्च 2026 को है
00:50यही भारत की धन निर्पेक्षता की तस्वीर है
00:53ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारत को ऐसे फत्वों और अपीलों की जरूरत है
00:57इसके बाद आपको घर बैठे ही पहाडों की तस्मीरे दिखाएंगे
01:01ताकि आप निर्णय ले सकें कि आपको न्यू यर की छुट्टियों में हिमाचल प्रदेश या उत्तराखंड जाना चाहिए या नहीं जाना चाहिए
01:07इस समय पहाड प्रिस्मस और न्यू यर की छुट्टियां मनाने पहुचे लोगों की जबरदस फीड से परिशान
01:13उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन्स पर पाउ रखने की जगे नहीं है
01:18होटलों का किराया दोगुने से तीन गुने तक हुच चुका है
01:21शिमला, मसूरी, मनाली, नैनी ताल जैसे हिल स्टेशन्स पर दिल्ली और गुरुग्राम जैसा जाम लग रहा है
01:27आज पहाडों की इन तस्वीरों को देखकर आप यहीं कहेंगे कि शुक्र है नए साल पर आप अपने घर में
01:33कहते हैं की जूट के पाउं नहीं होते क्योंकी वो ज्यादा देर तक टिक नहीं पाता और पकड़ा जाता है
01:40और अब पाकिस्तान का ओपरेशन सिंदूर को लेकर बोला गया जूट, बेनकाब हो चुका है, दीरे दीरे ही सही
01:47सच पाकिस्तानियों के मूँ सही बाहर आना शुरू हो गया है।
01:51इससे पहले पाकिस्तान ने युद्ध हारने के बाद जूठा नारेटिव गढ़ा दुश्प्रचार किया लेकिन 2025 के जाते जाते इस नारेटिव की बोल खुलनी शुरू हो गई है।
02:01अब पाकिस्तान के राश्ट्रुपती और विदेश मंत्री ने कुबूला है कि ओपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान को बहुत पीटा यहां तक कि पाकिस्तान के नेताओं की बंकर में छुपने की नौबत आ गई थी।
02:13और अंजना 2.2 आज आपके पास कौन सी खबर है।
02:43जिसने 2025 में अपनी सारी ताकत उस जूट को अमर बनाने में लगा दी कि भारत की ओपरेशन सिंदूर के खिलाफ पाकिस्तान की सेना को जीत मिली थी।
02:52लेकिन अंतता इस जूट की मियाद अब खत्म हो चुकी है और पाकिस्तान के नेताओं ने ओपरेशन सिंदूर की सफलता को जाने अन जाने में सुविकार कर लिया है।
03:00पाकिस्तान के विदेश मंतरी इशाक डार ने माना है कि भारत ने ओपरेशन सिंदूर में उसके नूर खान अबेस पर बड़ा ड्रोन हमला किया था जिसमें एक ड्रोन से उसके सैन्य ठेकाने को नुकसान पहुंचा था और कुछ सैनिक भी इस हमले में घायल हुए थे सुन
03:30हमारा यह प्लैन था कि सुबहा फजर के करीब चार बज़े शुरू होगा को पौने आठ तक आठ तक यह खतम होगा तो वह प्रॉसेस जो ऑथराइज था प्राइमिस्टर साहब की तरफ से उस डिसकेशन उस बैठर के बाद वो उसको इंप्लिमेंट होना था लेकिन यह ए
04:00से तो मुझे इतला कीजिए कि यह हुआ है कि इशाक डार के अलावा पाकिस्तान के राश्रबती आसिफ अली जर्दारी ने भी एक कारिक्रम में यह कहा है कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर में उन्हें बंकर के भीतर छिपकर रहने की सलाह दी गई थी सुनिया
04:16कि इसने आकर मुझे का कि सरवो जंग शुरू हो गई है ये वैसे तो मैंने उसको चार दिन पहले बोला था कि जंग होने वाली है मगर स्थो मुझे आकर कि सरवो बंकर में चले मैंने का शादत आनी है तो यहाई आईगी बंकरों में नहीं मरते हैं लीडर
04:37मेदान में मरते हैं यहां नहीं मरते हैं बंकरों में बैठके जिस ने आखों में आखे डालके हमारी गर्वर्मेंट की सुपोवेशन में इंडिया को ऐसा मूँ तोड़ जवाब दिया कि उनको पता पड़ गया कि यह खेड नहीं है वाने आ दी
05:02पाकिस्तान के इन बैयानों से सपष्ट है कि सच को बचाओ की जरूरत नहीं होती और वो अपने आप सामने आ जाता है जबकि जूट को हर दिन नए जूट से ढटना पड़ता है
05:13युद्ध भूमी में बूरी तरह हारने के बाद पाकिस्तान ने कई महीनों तक भारत के खिलाफ वही नारेटिव गढ़ा जो उसने 1965, 1971 और 1999 के कर्गिल युद्ध में आजमाया था
05:27नारेटिव वॉर का आशय उस युद्ध से है जिसमें जूट को एक धारना बना कर लोगों के दिमाग में बिठा दिया जाए
05:34और पाकिस्तान भी यही कर रहा था
05:36पाकिस्तान हर बार की तरह इस युद्ध में भी भारत से हार कर
05:41अपने लोगों की ये धारना बना रहा था
05:43कि वो भारत की आपरेशन सिंदूर के खिलाफ विज़ा ही रहा है
05:46लेकिन अच्छी बात यह है कि
05:48दोहजार पचीस खत्म होने से पहले इस नारेटिव वार का असली नकाब उतर गया
05:52और ये भी सपश्ट हो गया कि भारत ने पाकिस्तान के जिन आए बेसेज पर हमला किया था
05:56वो जानकारी पूरी तरीके से सही थी
05:58इसके अलावा इसको बूल नामे से चार और बातें पता चलती है
06:02पहली बात इससे ड्रोन वारफेर में भारत की मजबूत शमता सिद्ध होती है
06:06और आप भारत को भविश्यकार या न्यू जेनरेशन वारफेर का द्रोनाचारिय भी कह सकते है
06:13दूसरा इससे न सिर्फ पाकिस्तान के जूट की पोल खुलती है
06:18बलकि इससे ये भी पता चलता है कि उसका एर डिफेंस अंदर से कितना कमजोर है
06:23और भारत इससे आसानी से भेज सकता है
06:26तीसरा इससे ये भी सपश्ट हो गया कि जनरल आसिम मुनीर प्रोमोशन का हगदार नहीं था
06:32और वो एक फेल्ड मार्शल है जैसे पाकिस्तान ने सिर्फ नारेटिव के लिए फेल्ड मार्शल और चीफ ओफ डिफेंस पोर्स बना दिया
06:39और आखरी पॉइंट ये है कि जूट कभी भी बुलेट प्रूफ नहीं हो सकता
06:43इसे एक नए एक दिन छलनी होना ही पड़ता है और आज पाकिस्तान के साथ यही हो रहा है
06:49पाकिस्तानी सरकार ने हाली में अपने 126 सैनिकों को मरणू परांत वीरता पुरुसकार से सम्मानित किया
06:56जिसके बाद लगातार ये चर्चा हो रही है कि अगर पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर में कोई नुकसान नहीं हुआ
07:02तो ये 126 सैनिक कब और कहां मारे गए
07:05वैसे ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में मुसलसल हौफ का माहौल है
07:11हाल ही में पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर जब लीबिया के दोरे पर पहुँचे तब खबरे हैं कि उन्होंने बुलेट प्रूफ जैकेट पहनी हुई थी
07:19इसके अलावा 24 दिसंबर को जब उन्होंने 273 कोर कमांडर कॉन्फरेंस को संबोधित किया
07:24तब भी वो बुलेट प्रूफ शीशे के पीछे खड़े होकर भाशन दे रहे थी
07:28और इन तस्वीरों की पाकिस्तान में खूब चर्चा हो रही है
07:31कहा जा रहा है कि क्या असिम मुनीर को उनाग्याच शूटर्स का डर है
07:35जिन्होंने पिछले एक डेड़ साल में कई आतंकवादियों की हत्या कर दी है
07:39अज सबसे पहले ये खबर हमने आपको इसलिए दिखाई क्यूंकि
08:022025 अब खत्म हो रहा है और इस साल उपरेशन सिंदूर को लेकर हमारे देश में काफी राजनीती हुई है
08:09किसी ने सेना से उसकी सफलता के सुबूत मांगे तो किसी ने सीज पायर में अमेरिका के राश्रोपती डॉनल्ड टरम्प की भूमिका को लेकर सवाल पूछे
08:16इस पूरी राजनीती में नोट करने वाली बात ये रही कि सरकार ने और सेना ने जो कुछ कहा उस पर कुछ लोगों द्वारा कम भरोसा किया गया
08:24आम लोगों ने ये फर्खुद महसूस किया कि जो जम्मेदार नेता हैं उन्होंने सच को संशय के साथ ही देखा
08:31और इसी वज़े से इस साल ऑपरेशन सिंदूर युद भूमी से ज्यादा राजनीतिक भूमी में चर्चा का विशे रहा
08:38लेकिन पाकिस्तान के इस कुबूल नामे के बाद हमें लगता है कि ये राजनीती 2025 में ही हमें छोड़ देनी चाहिए
08:452026 की शुरुआत ऐसी होनी चाहिए कि पाकिस्तान के जूटे नारेटिव को भारत में किसी भी तरे से मंच न मिलने पाए
08:52और पाकिस्तान ये याद रखे कि उसके जूट से भारत के लोग गुमरा होने वाले नहीं है
08:58पाकिस्तान के बाद अब आपको बांगलादेश लेकर चलते हैं और ये बताते हैं कि बांगलादेश में
09:06NCP और जमाते इसलामी का गटबंधन क्या कहता है
09:09आपको अगस 2024 की तस्वीरें हम दिखाते हैं और याद कराते हैं
09:15जब बांगलादेश में पूर प्रधान मंत्री शेख हसीना की सरकार के खिलाफ चातरों का हिंसक आंदूलन चल रहा था
09:20उस वक्त इस आंदूलन के शुरुआत आरक्षन के विरोध से हुई थी
09:25और ये वही आरक्षन था जिसका लाब 1971 के लिबरेशन वार में हिस्सा लेने वाले स्वतंतरता सैनानियों के परिवारों के युवाओं को मिला करता था
09:34उस वक्त इस आरक्षन विरोधी आग ने बांगलादेश में तखता पलट करा दिया
09:39और पूरी दुनिया ने इसे एक क्रांती के रूप में देखा
09:42लेकिन आज हम ये कहना चाहते हैं कि उस वक्त बांगलादेश में क्रांती नहीं हुई थी
09:47बलकि ये क्रांती के नाम पर एक भ्रांती हो सकती है
09:50आज बांगलादेश उन सभी देशों के लिए एक केस स्टड़ी बन गया है
09:55जहां हिंसा के जरिये राजनी तेक तखता पलट की कोशिशें होती है
09:59और ये सोचा जाता है कि सरकार बदलने से सब कुछ ठीक हो जाएगा
10:03जबकि इस प्रकार के तखता पलट के पीछे सुनी योजित साज़िश होती है
10:08ये बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज बांगलादेश में 12 अरवरी को होने वाले संसदिये चुनावों के लिए
10:14नसीपी और जमाते इसलामी का गठवंधन हो गया
10:17नसीपी का पूरा नाम है नाशनल सिटिजन पार्टी
10:21ये राजनीतिक पार्टी उन छात्रों ने बनाई है जो शेख हसीना की सरकार के खिलाफ थे
10:26और बांगलादेश के आम लोगों को नया प्रगती शील, ब्रष्टाचार विरोधी और लोक तांत्रिक विकल्प देने का दावा करते थे
10:33लेकिन आज प्रदर्शनकारी चात्रों की इसी राजनीतिक पार्टी ने कट्टर पंथी जमाते इसलामी के साथ गडवंधन कर लिया है
10:41और ये वही जमाते इसलामी है जिसने बांगलादेश की आजादी के खिलाफ 1971 के युद्ध में पाकिस्तान का साथ दिया था
10:49और जिस पर अल्प संख्यक हिंदू के खिलाफ हजारों अत्याचार के मामले दर्ज है
10:54आज बांगलादेश के आम लोग खुद को ठागा हुआ मैसूस कर रहे हैं और वहाँ सोशल मीडिया पर इस गडवंधन की खूब निंदा हो रही
11:03लोग यही पूछ रहे हैं कि क्या NCP ने जमाते इसलामी के साथ गडवंधन करने के लिए बांगलादेश में हिंसक आंडोलन किया था
11:11दूसरा इससे ये भी सवाल खड़ा होता है कि क्या शेख हसीना की सरकार को हटाने के लिए
11:18जमाते इसलामी ने बांगलादेश के कुछ छातरों के साथ मिलकर साज़िश रची थी
11:22साल 2013 में जब जमाते इसलामी के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा
11:27तब उसके लिए वापसी करना लगभग नामुम्किन हो गया था
11:31लेकिन दावा है कि इसके बाद कटरपंथी ताकतों ने जमाते इसलामी को जिन्दा किया
11:37और शेख हसीना की सरकार को उखाड़ फेकने के लिए एक पूरी योजना बनाए गई
11:42आज भी अगर जमाते इसलामी और NCP के बीच संसदिय चुनावों के लिए वहाँ गटवंधन हुआ है
11:48तो ये गटवंधन एक सोची समझी रणनीती का हिस्सा है
11:51और ऐसा माना जा रहा है कि जमाते इसलामी ही छात्रों की NCP को नियंतरत कर रही है
11:57हम आपको जमाते इसलामी का एक बायो डेटा दिखाते हैं
12:01जिससे आप ये समझ पाएंगे कि अगर जमाते इसलामी बांगलदेश की सत्ता में आती है तो बांगलदेश का क्या होगा
12:07और अल्प संख्यक हिंदूओं के लिए बांगलदेश नर्क जैसा बन जाएगा
12:11पहली बात जमात के कटरपंथी बांगलदेश के समविधान में मौझूद धर्मिर पेक्षता को इसलाम विरूधी मानते हैं
12:19और उसकी जगे इसलामी राज्य की अवधार ना लाना चाहते हैं
12:23दूसरा जमात का लक्ष ऐसा बांगलदेश बनाना है जहां कानून संसद से नहीं बलकि शर्या की व्याख्या से तै हो और नागरिकों के अधिकार भी धर्म पर निर्भर रहें
12:35तीसरा जमाते इस्लामी बांगलदेश को इसलामी उम्माह का हिस्सा मानती है जहां अच्छा नागरिक होने की कसोटी इसलाम से तय होती है।
12:44इसी में हिंदू और बाकी अल्प संख्यकों को दोयम दर्जे का नागरिक माना जाता है और कई मौकों पर जमात के नेताओं में कहा है कि वो अल्प संख्यकों को बराबरी का हकदार नहीं मानते।
13:14जमात संगीत, नित्य, थियेटर, साहित्य को भी गएर इसलामी मानता है और इन पर कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग करता है।
13:44अगर जमाते इसलामी, NCP के साथ गढ़भंधन करके चुनावों में जीत गई तो बांगले देश कितना पीछे चला जाएगा और बांगले देश में कट्टर पंथ बढ़ा तो भारत के लिए ये कितनी बड़ी चुनोती बन जाएगा।
13:58आप ये भी कह सकते हैं कि अगर बांगले देश में जमाते इसलामी की सरकार आई तो बांगले देश पाकिस्तान के लिए वही भूमिका निभा सकता है।
14:23प्रगतिशील और स्वतंतर सोच रखने वाले प्रगतिशील और स्वतंतर सोच रखने वाले
14:53लोग भी पीड़त होंगे। उनका ये भी कहना है कि BNP, NCP और जमाते इसलामी के बीच कोई वैचारिक अंतर नहीं है और जो भी चुनाव जीतेगा वो कुरान और सुनत पर आधारित कानून ही लेकर आएगा। और ये एक बहुत बड़ी बात है। इससे ये भी पता चलता ह
15:23बांगले देश में लगा अतार ये जूटी खबरें पहलाई जा रही है कि उस्मान हादी के हत्यारे मेघाले के रास्ते भारत में प्रवेश कर चुके हैं जबकि भारत ने इन आरूपों को बेब बुनियाद बताया है और आधिकारिक रूप से ये बयान जारी किया है कि हा
15:53लेकिन इसके बाद भी बांगले देश में जमात के खिलाफ कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हो रहा है सारे विरोध प्रदर्शन भारत के खिलाफ हो रहे है और भारत पर ये आरок लगाये जा रहा है कि उसने हत्यारों की मदद की है
16:23सब्सक्राइब
16:43तुरिया के तुच्छो परेशब की छूब ले
16:51कट्टरपंथ किसी एक देश, समाज या मजहब तक सीमित रहने वाली बीमारी नहीं है
16:58बलकि एक संक्रमन की तरह फैलता है चुपचा तेजी से और बहुत खतरनाक ढंग से
17:04जैसे कोई भी वाइरस पहले कमजोर प्रतिरोधक शमता वाले शरीर पर प्रहार करता है
17:08वैसे ही कट्टरपंथ अस्थिर राजनीती, धेली कानून विवस्ता, डर और नफरत के माहौल को अपना माध्यम बनाता है
17:16और आज बांगलदेश में यही हो रहा है
17:18बांगलदेश में अलप संख्यक हिंदूओं के खिलाफ जिस तरह से धार्मिक नफरत को बढ़ावा दिया गया
17:24वो कट्टरपंथ के लक्षणू की तरफ सीधा इशारा था
17:27लेकिन बांगलदेश में एक बार भी इसकी गंभीरता को सही रूप में नहीं समझा गया
17:32आग स्थिती ये है कि बांगलदेश में कट्टरपंथी ताकतों की मनमानी बढ़ती जा रही है
17:37और अलप संख्यक हिंदूओं पर जुल्म के बाद वहां क्रिस्मस और नए साल के जश्न का भी विरोध हो रहा है
17:43बांगलदेश के अलग-अलग जिलों में ऐसे कई फत्वे जारी हुए हैं जिन में नए साल के उत्सव को इसलाम धर्म के खिलाफ माना गया है
17:51और ऐसा नहीं है कि बांगलदेश में ये पहली बार हो रहा है
17:54आज से 24 साल पहले 2001 में जब धाका के चायनोट में नवर्ष का उत्सव मनाया गया था
18:03तब वहां हुए बंधमाकों में 10 लोगों की जान गई थे
18:05और ये कहानी आज भी नहीं बदली है
18:08आज भी राजनीतिक संरक्षन का ऑक्सिजन मिलते ही कट्टरपंतियों ने नए साल का विरोज शुरू कर दिया
18:14और बड़ी बात ये है कि बांगलदेश में ऐसा इसलिए हो रहा है
18:18क्योंकि वहां कट्टरपंतियों को खुली छूट मिल रही है
18:20लेकिन भारत में ऐसा क्यों हो रहा है
18:23उसके बारे में भी हमें सोचना होगा
18:24बांगलदेश की तरह भारत में भी All India Muslim जमात के अध्यक्ष
18:30मौलाना शाहबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने ने साल के जशन के खिलाफ फत्वा जारी किया
18:35ये कहा है कि 31 दिसम्बर की आधी रात को ने साल का जशन मनाना इसलाम धर्म के खिलाफ है
18:41दिसम्बर की रात में आम तरीके से लोग जशन मनाते हैं
18:51उसमें शो शराबा, हंगामा, डांस, नाच, गाना, फुहर अंदाज में तमाम तरीके अपनाते हैं
18:59तो मैं इस इसले में शरीयत इसलामिया का हुक्म बता रहा हूँ
19:06कि ये लहवो लाइब है और लहवो लाइब शरीयत में नाजाइज है
19:14ये इस तरीके से नए साल का जशन मनाना नाजाइज है
19:20ये वहस हर बार होती है कि क्या इसलाम धर्म में नए साल का जशन मनाना वर्जित है
19:26और अगर है तो इसके पीछे के मुख्य कारण क्या है
19:28ब्लॉगिंग वेबसाइट मीडियम पर छपे एक लेक के अनुसार
19:32इसलाम धर्म में नए साल के जशन को शिर्क माना गया है
19:35शिर्क वो विश्वास या आचरण है जिसमें अल्ला की इबादत में किसी इनसान, मूर्ती, पैगंबर, फरिष्टे, पीर, मजार या किसी और सत्ता को अल्ला के बराबर या उनके साथ शामिल कर दिया जाए
19:46और बहुत सारे लोग मानते हैं कि नए साल का जशन भी शिर्क के ही समान है
19:51जैसे दावा किया जाता है कि एक जनवरी को नए साल का जशन धार्मिक त्योहार के रूप में शुरू हुआ था और इसका महत्व सिर्फ कैलेंडर बदलने तक सीमित नहीं था
20:01सबसे पहले दाविलोन सभ्यता ने इसे अकितु नाम से मनाया था
20:08बाद में रोमन सामराज्य के लोग एक जनवरी को अपने देवता जानस की पुजा करते थे
20:13कुछ इसाई परंपराओं में ये भी माननता है कि एक जनवरी को इसा मसी का नाम करण हुआ था
20:18जिसकी वज़े से इसलाम धर्म में ने साल के जश्न को शिर्प मान लिया गया
20:21आज भी सौधी अरब, अफगानिस्तान, इरान, इराक, सीरिया, बहरीन, यमन, सोमालिया, मॉल्डीव्स जैसे देशों में
20:32ने साल के जश्न को स्वीकार नहीं किया जाता है
20:34इसके पीछे एक और कारण ये है कि इसलाम धर्म में ने साल की शुरुवात मुहर्रम के महीने से मानी जाती है
20:42और ये महीना अंग्रेजों त्वारा बनाए गए कैलेंडर के हिसाब से जून और जुलाई के महीने में आता है
20:48इसलाम धर में इसे हिजरी calendar कहा जाता है
20:51जिसका हिंदी भाषा में अर्थ होता है प्रवास करना या एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना
20:56ये calendar चंद्रमा की चाल पर निर्भर करता है और इसमе अंग्रेजों के calendar के मुकाबले 11 दिन कम होते हैं
21:02अंग्रेजों के कैलेंडर में एक साल में 365.242 दिन होते हैं जबकि हिज्री कैलेंडर में 354.36 दिन होते हैं
21:14एक अनुमान के अनुसाद दुनिया के 190 करोड मुसल्मानों में से 100 करोड से ज्यादा मुसल्मान आज भी एक जन्वरी को नया साल नहीं मनाते
21:25और ये अनुमान आटिफिशल इंटेलिजेंस का है पुरान में ये भी लिखा है कि अगर कोई व्यक्ति किसी और धर्म के त्योहारों का जश्न मना कर उनके भगवानों को अल्ला के बराबर रखता है तो ये उनका सबसे बड़ा अपमान है और इसलिए सच्चे मुसल्मानों क
21:55अल्लंकि यहां इस पूरी खबर का एक दूसरा पहलू भी है और वो पहलू ये है कि भारत एक धर्म में पेक्ष्ट देश है जहां सभी धर्मों उनकी परमपरां उनकी मानताओं का सम्मान किया जाता है और जब हमारे देश में नए साल के जश्न के खिलाफ फत्वे जारी ह
22:25भी एक जन्वरी को नए साल का शुभारम नहीं माना गया है नए साल के लिए एक जन्वरी के तिथी ग्रिगोरियन क्यालेंडर से आई है और ये नाम इसाई शासक पोप ग्रेगरी के नाम पर पड़ा है जिन्नोंने 1582 में ग्रेगोरियन क्यालेंडर को लागू किया ये वह
22:55दस महीने या 304 दिनों का होता था और इस दस महीनों के साल में पहला महीना मार्च का होता था आखरी महीना मौजूदा कैलेंडर की तरह दिसंबर का होता था इसके बाद इसमें कुछ बदलाव हुए इनमें काल की गणना के हिसाब से जनवरी और फरवरी के महीने को जोडा ग
23:25और शादी जैसे शुब कारिय ग्रिगोरियन कैलेंडर के हिसाब से नहीं मनाया जाते
23:29लेकिन फिर भी भारत की धर्म निर्पेक्षता ऐसी रही है
23:31कि हमारे देश में एक जनवरी को नए साल के जशन पर विवाद नहीं किया जाता है
23:36भारत के लोग ग्रिगोरियन कैलेंडर के हिसाब से एक जनवरी को भी नए साल का जशन मनाते हैं
23:42और विक्रम समवत कैलेंडर के हिसाब से चैत्र महीने के शुकलपक्ष की पहली तिथी को भी नए साल का जशन मनाते हैं
23:48और यहीं हमारी धर्म निर्पेक्ष्टा की सबसे बड़ी सुन्दर्ता है जिसे कुछ फत्मूं में नहीं बांधा जा सकता है।
23:55आप अयुध्या के भव्यराम मंदर, काशी विश्वनात मंदर, व्रिंदावन में बांके बिहारी मंदर उन सभी तस्वीरों को अगर देखेगे जहां लोग नए साल से पहले अपने इश्ट देवताओं के दर्शन करने पहुँच रहे हैं जबकि हिंदू कैलेंडर के हिसा�
24:25करने पहुचते हैं इसी देश में 31 दिसंबर और एक जनवरी को हर साल लगभग 2 लाग करोड रुपए खर्च होते हैं और बड़ी संख्या में लोग पार्टी करते हैं छुट्टिया मनाने के लिए जाते हैं और इसलिए हमने आप से कहा कि भारत को फत्वों से बांधना ठ
24:55मौन कर जो दूख़
25:25एक तरफ नए साल से पहले दिश्भर के मंदिरों में भारी भीड है
25:51दूसरी तरफ इसी देश में पहाड़ों पर भयंकर ट्राफिक जाम लगा हुआ है
25:54इनमें भी उत्राखंड और हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन्स पर हालात बहुत खराब है
26:00स्थिती ये है कि लोग दिल्ली से मनाली 30 से 35 घंटे में पहुंच रहे हैं
26:04और ज्यादतर जगों पर जरूरत से ज्यादा भीड के कारण खानी पीनी की चीजों से लेकर होटेल्स का किराया कई गुना महंगा हो चुका है
26:12मसूरी, शिमला, रिशिकेश, धर्मशाला, डलहौजी, कुफरी, कसॉली, लैंडोर, नैनीताल
26:19हर जगे जानी के जो रास्ते हैं वहाँ पर जैम लगा हुआ है
26:22और इस थिती का एक बड़ा कारण है हमारी आबादी
26:25क्या आपको पता है कि जैसे जैसे भारत की आबादी बड़ी
26:29वैसे वैसे उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों पर परिटन का बेहिसाब बोज पढ़ने लगा
26:34और इसके पीछे एक मजबूरी भी है
26:36हिमालियन रेंज के पहाड़ों में यही दो राज्य ऐसे हैं
26:39जहां अंग्रेजों के कारण कई हिल स्टेशन बने और यहां आज भी आसानी से जाया जा सकता है
26:44अगर आप लदाख, सिक्किम, अरुनाचल प्रदेश में पहाड़ों पर छुट्टिया मनानी के लिए जाएंगे तो आपको ज्यादा मुश्किले आएंगी
26:51लेकिन उत्तराखंड और हिमाचल प्रिदेश में पहाडों पर छुटिया मनाने के लिए जाना बहुत आसान है
26:55पर यही बात इन पहाडों के लिए एक चुनोती भी पैदा करती है
27:00अगर आप इस नक्षे को देखेंगे तो उत्तर भारत के राज्यों में 74 करोड लोग रहते हैं
27:08जिनके पास पहाडों पर घूमने के लिए मुख्य रूप से दो ही विकल्प हैं
27:12एक है उत्तराखंड दूसरा है हिमाचल प्रिदेश
27:14अब अगर 74 करोड लोगों के लिए दो ही राज्यों के पहाड बचेंगे
27:18तो आप खुद सोचिए कि ये परेटन इन राज्यों के लिए मुसीबत का पहाड क्यों नहीं बनेगा
27:23और क्यों नहीं ये पहाड परेटन के बोज तले दबते जाएंगे
27:27सबसे बड़ी बात ये है कि भारत में अब छुट्टिया मनाना बहुत मुश्किल हो गया है
27:31लोग बड़ी मुश्किल से एक एक पैसा जोड़कर चुट्टियों के लिए बाहर गूमने जाता है
27:34लेकिन कई बार ये भीड ये धक्का मुकी ये भीशन जाम उनकी छुट्टियों को सजा बना देता है
27:39और आज बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो नए साल के मौके पर कहीं बाहर जाने से बचते हैं
27:44और ये कहते हैं कि इस वक्त कहीं भी जाना उनके लिए सुरक्षित नहीं है
27:47भारत के लोगों ने पिछले साल अपनी चुट्टियों पर 16,67,000 करोड रुपए खर्च किये थे
27:54लेकिन इसके बावजूद बहुत सारे अनुभव लोगों का अच्छा नहीं रहा था
27:58आप भी जब पहाड़ों पर लगे इन जाम की तस्वीरों को देखेंगे तो यहीं कहेंगे कि अच्छा हुआ आप घर पर हैं और कहीं बाहर नहीं गए
28:28कर दो करांदा है आप दोकार आप आप में अद्वीरों डिव्फस के दोड़ेंगे कि अच्छाएं
28:48कि अच्छा इस आरा कि अच्छा गूमने में कहां जा रहा है
28:58पाड़ों के जाम के बाद अब उस जाम की भी बात कर लेते हैं जिसके लिए सरकारें खुद लोगों को प्रोच साहित कर रही है।
29:26उत्तर प्रदेश की सरकार ने एलान किया है कि नए साल के मौके पर शराब की दुकाने रात 11 बजे तक खुली जा सकेंगी।
29:56इजाज़त दी है और ये लिस्ट काफी लंबी है।
29:58हमारे देश में शराब सरकारों के लिए उनकी आमदनी का सबसे बड़ा स्त्रोथ होती है और आपको यकीन नहीं होगा कि
30:07अकेले 30 और 31 दिसंबर को हमारे देश में 10,000 करोड रुपए से ज्यादा की शराब पी जाती है।
30:13और इससे सरकारी खजाना भरा जाता है।
30:15यहाँ एक विडंबना ये भी है कि इसी देश में कई सिंगर्स को उनके कारिक्रमों में सरकारों द्वारा ऐसे गाने नगाने की सलाह दी जाती है जो हिंसा और नश्रे को बढ़ावा देते हैं।
30:25लेकिन इसके साथ साथ ही नए साल के मौके पर ज्यादा से ज्यादा शराब बेचने के लिए क्या किया जाता है वो आपको हमने अभी बताया है।
30:35खेर आगे बढ़ते हैं और आपको भारत के उस सूपर वेपन के बारे में बताते हैं जिसका DRDO ने सफल परीक्षन कर लिया है।
30:43इस सूपर वेपन का नाम है पिनाका LRGR 120 इसमें LRGR का मतलब है Long Range Guided Rocket System।
30:55भारत ने जब इस रॉकेट का पहला संसकरण बनाया था तब इसकी मारक शमता थी 40 किलोमीटर।
31:01लेकिन आग जिस पिनाका रॉकेट का ओडिशा के चांदीपूर में सफल परीक्षन हुआ है उसकी मारक शमता 120 किलोमीटर है।
31:09इसका मतलब यह हुआ कि इस रॉकेट से पाकिस्तान का लाहौर, कराची, इसलामबाद, सियालकोट और अबटाबाद जैसे शहर भी भारत की पिनाका रेंज में आ जाएंगे।
31:19पिनाका की सबसे बड़ी विशेशता ये है कि इसमें नाविगेशन और कंट्रोल किट लगी है, जिससे ये 10 मीटर के इलाके में पूरी सठीक्ता के साथ अपने लक्ष को नश्ट कर सकता है।
31:49पूर तक और बहुत सठीक वार कर सकता है।
32:19संचालन में सक्षम है और इस पिनाका लॉंचर को वील्ड प्लाटफॉर्म पर लगाया गया है, जिससे इसकी गतिशीलता बढ़ जाती है और इसे तेजी से किसी भी मोर्चे पर तैनात किया जा सकता है।
32:31पुराणों और भारतिये ग्रंतों में पिनाका यानि भगवान शिव का दिव्य अस्त्र जिससे वो अधर्म और हैंकार का नाश करते हैं।
32:40और यही वज़े है कि भारत के इस शक्तिशाली रॉकेट सिस्टम का नाम पिनाका रखा गया, यानि ऐसा हत्यार जो दूर से सटीक और निरणायक प्रहार करे।
32:50भारत में बने पिनाका रॉकेट सिस्टम को फ्रांस भी खरीदना चाहता है और यह इसलिए बड़ी बात है क्योंकि अब तक भारत फ्रांस से हत्यार खरीदता था लेकिन अगर फ्रांस भारत से पिनाका रॉकेट सिस्टम खरीदता है तो इससे रक्षा के क्षेतर में भार
33:20सफल परीक्षन को भारत के लिए गौरव का क्षन बताया है
33:23उत्तर प्रिदेश के रामपूर में एक सड़क दुरघटना ने सोशल मीरिया पर हंगामा कड़ा कर दिया
33:49भूसे से भरे एक ट्रक का संतुलन बिगड़ गया और वो पास में खड़ी एक बुलेरो गाड़ी के उपर गिर गया
33:56इस हादसे में बुलेरो चालक की घटना स्थल पर ही मौत हो गई
33:59यह हादसा ने निताल हाईवे पर हुआ था इस घटना का वीडियो देखिए
34:04ट्रक तेजी से चला आ रहा है और उसके आगे एक बुलेरो गाड़ी यूटरन लेने की कोशिश करने लगे
34:11इस मुव्मेंट के दोरान ट्रक चालक ने अपना नियंतरन खो दिया और बुलेरो कार को बचाने के चक्कर में उसका ट्रक डिवाइडर से टकराया और फिर अनियंतरित होकर बुलेरो के उपर गिर पड़ा
34:23इस हादसे का सबसे बड़ा कारण ओवरलोडिंग था यानि इस ट्रक में क्षमता से ज्यादा माल भरा हुआ था
34:31अक्सर देखा गया है कि ट्रकों के ब्रेक फेल होने टायर फट जाने या संतुलन बिगड़ने के मामलों में असली वज़े ओवरलोडिंग होती है
34:40लेकिन इसके बावजूद ओवरलोडिंग को लेकर हमारे देश में सक्ती नहीं दिखती है
34:46साल 2023 में हुए सड़क हादसों में 27,810 हादसे ओवरलोडिंग वाहनों के कारण हुए थे
34:54यानि करीब 5,8 प्रतिशत हादसों की वज़े ओवरलोडिंग थी
34:59सड़क हादसों में हुई मौतों में से करीब 7 प्रतिशत यानि 12,154 लोगों की जान ओवरलोडिंग वाहनों की वज़े से गई थी
35:10उत्तर प्रदेश में तो ओवरलोडिंग वाहनों से सबसे ज्यादा हादसे और मौते होती है
35:15देश में ओवर्लोडिंग की वज़े से होने वाले कुल हादसों में 7,466 यानी करीम 27 प्रतिशत हादसे यूपी में हुए और इन हादसों में होने वाली 31 प्रतिशत मौतें भी यूपी में ही हुई
35:31ट्रकों में ओवर्लोडिंग विशुद रूप से मुनाफा खोरी है और इस मुनाफा खोरी में सबका हिस्सा होता है इससे ट्रक के मालिक, ट्रांसपोर्टर और ट्राफिक नियमों की निगरानी करने वाले अधिकारी सभी लाब कमाते हैं इसलिए इस पर सक्ती नहीं किये जा
36:01पर्च में ज्यादा मुनाफा इसके अलावा माल धुलाई करवाने वाली कंपनियां चाहती है कि कम से कम रेट में माल धुलाई हो जाए ऐसी स्थिती में ट्रांसपोर्टर अपना घाटा कम करने के लिए ओवर्लोडिंग करते हैं जहां तक ओवर्लोडिंग से जुड़े न
36:31� Şu आकसल वाले यानी आट टायर वाले ट्रकों पर वजन लादने की सीमा 21.00 kg होती है अगर ट्रक में लोडिंग की उमुचाई से जुड़े नियम देखें तो किसी ट्रक में सामान
36:57लोडिंग के बाद उसकी उचाई जमीन से 13 फीट से ज्यादा उची नहीं हो सकती
37:04फिर चाहे वो ट्रक बॉक्स वाला हो या ओपन रूफ वाला हो
37:08यानि नियम कहते हैं कि ट्रक में चाहे जो भी सामान भरा हो
37:12उसकी उचाई 13 फीट से ज्यादा नहीं होगी
37:16और वजन भी ट्रक के वजन उठाने की क्षमता से ज्यादा नहीं होगा
37:21उधारन के तौर पर ये नहीं हो सकता कि अगर किसी 10 टायर वाले ट्रक की क्षमता
37:2727,000 किलोग्राम वजन उठाने की है और उसमें रूई ले जानी हो
37:32तो उसमें इतनी रूई भर दी जाए की लोडिंग के बाद उसकी उंचाई कई फीट उपर तक पहुंच जाए
37:36देश में ट्राफिक से जुड़े नियम हर तरह के हैं लेकिन उनका पालन कोई नहीं करना चाहता
37:44रामपुर हादसे को लेकर ट्रक ओवर लोडिंग पर सवाल तो उठ रहे हैं
37:48लेकिन आज हमें इस हादसे से जुड़े वीडियो के जरिये आम लोगों के ट्राफिक सेंस को भी परखना चाहिए
37:54आप हमारी ये रिपोर्ट देखिए
37:56दुर्गटना केस 29 सेकंड के वीडियो को लेकर बहस इस बात पर हो रही है कि गलती किस की थी
38:13क्या गलती उस ट्राइवर की थी जो अपना ट्रक ओवर लोड करके चल रहा था
38:17या फिर गलती उस कार चालक की थी जिसे यू टर्न लेना था
38:21और उसने अपने साइट विरर में पीछे से आता हुआ ट्रक नहीं देखा
38:24इस बहस को विराम देने के लिए हम आपको इस पूरे वीडियो में लोगों के ड्राइविंग सेंस और बाहन चलाने की नियमों को लेकर गंभीरता दिखाना चाहते हैं
38:33रामपूर की सड़क पर चलने माले लोगों का ड्रोड सेंस देखिए
38:40बाइक सवार बिना हेलमेट के जा रहे हैं
38:43उल्टी दिशा से ड्रोड क्रॉस कर रहे हैं
38:45इसी वीडियो में एक और बाइक सवार देखिए
39:01ये बिना हेलमेट के रोड क्रॉस कर रहा है
39:03जबकि आप देख रहे होंगे कि ट्रक और बलेरो कार उसके बिल्कुल पास में आ गए है
39:08इस बाइक चालक को भी देखिए
39:13ये भी बिना हेलमेट के उल्टी दिशा से सड़क पार कर रहा है
39:16जबकि वो देख रहा होगा कि उसी रोड पर ट्रक बहुत तीजी से उसकी तरफ आ रहा है
39:21इस वीडियो में बलेरो के पीछे बाले बाइक चालक को देखिए
39:25वो भी बिना हेलमेट के है
39:27अगर ट्रक की सीधी टककर होती तो ये भी उसकी चपेट पे आ जाता
39:31जब बलेरो और ट्रक की टककर होई तो उसी दोरान ठीक सामने से एक इडिक्षा चालक भी गुज़ा रहा था
39:37सोचिए अगर ट्रक और बलेरो की टककर नहीं होई होती तो पक्की बात थी कि इडिक्षा से उसकी टककर जरूर होती
39:44इस हादसे के बाद जब ट्रक पलट गया तो उसके सामने से एक और इडिक्षा चालक उल्टी दिशा से गुज़र गया
39:55मतलब उसे इस बात का डर नहीं था कि टककर उससे भी हो सकती थी
39:59ये सब हम आपको इस लिए दिखा रहे हैं क्योंकि हमारे देश में लोगों के अंदर रोट सेंस की कमी है
40:04वाहन चलाने का लाइसेंस बहुत आसानी से और सुविधा शुर्प लेने वाले कुछ बिचॉलियों के वदद से आसानी से बन जाता है
40:12यही वज़े है कि मोटर साइकल, गाडिया, ट्रक, इदिक्षा जो कुछ भी सड़क पर चल रहा है
40:17उसे चलाने वाला नियमों को जानता ही नहीं और अगर जानता है तो उसका पालद ही नहीं करता
40:23ऐसी स्थिती में अगर हाथ से नहीं होंगे तो और क्या होगा?
40:26भारत की सत्तर प्रतिशत माल धुलाई का काम सड़क मार्ग से ही होता है
40:35इसलिए सड़क पर बड़ी संख्या में ट्रक चलते हैं
40:39नीती आयो की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में देश के अंदर करीब 40 लाख ट्रक चल रहे थे
40:46और जिस तेजी से माल धुलाई का बोज सड़कों पर बढ़ा है
40:49उसे देखकर अनुमान है कि 2050 तक ट्रकों की संख्या एक करोड़ सक्तर लाख तक हो सकती है
40:56इसलिए ट्रकों से जुड़े नियमों का सक्ती से पालन बहुत जरूरी है
41:00अभी कुछ दिन पहले हमने आपको बताया था कि चांदी की कीमतें 2 लाख रुपए प्रती किलो ग्राम पर पहुँच गई है
41:08हमने आपको ये भी कहा था कि जो तेजी दिख रही है जल्दी ये धाई लाख रुपए तक पहुँच जाएगी
41:15ये खबर बताये अभी केवल 10 दिन हुए है और इन 10 दिनों में ही चांदी की कीमतों ने धाई लाख का अकड़ा छूलिया है
41:22सोनी की कीमतें भी 1,40,000 रुपए प्रती 10 ग्राम तक पहुँच चुकी है
41:26पुराने जमाने में घर के बड़े बुढ़े सोना और चांदी खरीदने पर जोर देते थे
41:32उनका मानना था कि सोना चांदी घर में रखा होगा तो बुरे वक्त में काम आएगा
41:36उनकी ये सोच आज के दौर में एक बड़ी सीख बन गई है
41:39पुराना सोना और चांदी आज के लोगों को करोड़ पती बना रहा है
41:43विचले 25 वर्षों से सोना और चांदी एक ऐसा निवेश रहा है जिसने सबसे अच्छे रिटर्न दिये है
41:49गोल्ड ने सालाना 14.3% की दर से चांदी ने 14.1% की दर से प्रॉफिट दिया है
41:55दिसंबर 1999 में सोने की कीमत 4,394 रुपे प्रती 10 ग्राम थी
42:01और तब से करीब 14.1% के कंपाउंड अन्वल ग्रोथ रेट से बढ़ते हुए आज इसकी कीमत 1,40,000 रुपे प्रती 10 ग्राम है
42:09इसी तरह से दिसंबर 1999 में चांदी की कीमत 8,666 रुपे थी
42:15और तब ही से करीब 14.1% के कंपाउंड अन्वल ग्रोथ रेट से बढ़ते हुए आज इसकी कीमत है
42:202,666,000 रुपे प्रती किलो ग्राम
42:24पिछले 25 वर्षों में सेंसेक्स और निफ्टी ने भी इतना बढ़िया रिटर्न नहीं दिया
42:28जितना सोना और चांदी दे रहे
42:45दर से बढ़ते हुए आज 26,000 पर पहुँच गया है लेकिन रिटर्न के मामले में सेंसेक्स और निफ्टी की तेजी और सोना और चांदी से ज्यादा नहीं रहे
42:54करनाटक की कॉंग्रेस सरकार ने बेंगलुरू में अवैध अतिक्रमण पर बुल्डोजर चलाया
43:00जिसे लेकर सिद्धा रमया सरकार विवादों में है क्योंकि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कारवाई में जिन लोगों के घर तोड़े गए है उनमें अधिकतर मुस्लिम समुदाय से है
43:10जबकि कॉंग्रेस दूसरे राज्यों में बुल्डोजर अक्शन का विरोध करती है और इसे एक तरफा कारवाई बताती है जबकि उसके शासन वाले राज्यों में ऐसी कारवाई को सामान ने बताया जा रहा है
43:21करनाटक की राजधानी बेंगलूरू में अवैध अतिक्रमन के खिलाफ बुल्डोजर चलाया गया जिसमें सैक्डों लोग बेघर हो गए
43:31बड़ी बात ये है कि बेघर होने वालों में अधिकतर मुस्लिम समुदाय के लोग है
43:35करनाटक की कॉंग्रेस सरकार के इस एक्शन के खिलाफ स्थानिये लोगों ने विरोध प्रदर्शन किये
43:43कांग्रेस अक्सर दूसरे राज़ियों में बुल्डोजर का विरोध करती है लेकिन अब खुद पर मुस्लिमों को बेघर करने के आरोप लग रहे है
43:50स्थानिये लोगों का आरोप है कि इस कारवाई से पहले उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया और सर्दी में उन्हें बेघर कर दिया गया जिसकी वजह से सडक पर रातें बितानी पड़ रही है
44:04पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जो बाबरी मस्जिद प्रस्तावित है वो अलग-अलग वजहों से चर्चा में है
44:11अब इस मस्जिद के निर्माण के लिए मुस्लिम समुदाए के लोग मुर्गी और बत्तक दान कर रहे हैं बाद में इनको निलाम किया जा रहा है और इससे मिले पैसे को मस्जिद के चंदे में इस्तिमाल किया जा रहा है जिससे मस्जिद का निर्माण किया जा सके
44:24पिछले काफी समय से मुर्शिदाबाद की बाबरी मस्जिद सुर्खियों में बनी हुई है
44:30कभी ये जुम्मे की नमाज को लेकर चर्चाओं में रहती है तो कभी यहां दिये जाने वाले चंदे को लेकर
44:36अब इस प्रस्तावित बाबरी मस्जिद की जगह पर एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली है
44:41यहां मुस्लिम समुदाए के लोग मुर्गी और बत्तख दान कर रहे हैं
44:45और बाद में इनकी नीलामी की जा रही है और यही पैसा मस्जिद के चंदे में जोड़ा जा रहा है
44:50मुर्गी और बत्तख की नीलामी में जो सबसे ज्यादा बोली लगाता है मुर्गी या बत्तख उसकी हो जाती है
44:57मुर्शिदाबाद की इस प्रस्तावित बाबरी मस्जिद में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी मुर्गी और बत्तक दान की है
45:04उन मुर्गियों और बत्तकों की नीलामी करके उन्हें बेचा जा रहा है ताकि बाबरी मस्जिद के निर्मान के लिए पैसे जमा किये जा सकें
45:12अब आपको ट्रेन हादसे की दो तस्वीरें दिखाते हैं
45:18एक तस्वीर भारत की है जबकि दूसरी तस्वीर मेक्सिको की है
45:34जा रही टाटा एरनाकूलम एक्स्प्रेस आंधरप्रदेश में हादसे का शिकार हो गई है
45:39इस ट्रेन के दो कोच में आग लग गई जिसमें एक यात्री की मौत हो गई है
45:44ट्रेन हाथसे की एक तस्वीर मेक्सिको से भी आई है जहां एक मोड पर ट्रेन पट्री से उतर गई
46:00जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई और करीब 100 लोग घायल हो गई
46:04हाथसा उस वक्त हुआ जब ट्रेन एक मोड से गुजर रही थी
46:09मोड पर ट्रेन का बैलन्स बिगड गया और वो पट्री से उतर गई
46:12पट्री से उतरी इस ट्रेन के कई डिब्बे पहाडी से नीचे गिर गए
46:16इस वजह से यात्रियों को रेस्क्यू करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी
46:20और इशा से तमिलनाडू रोजी रोटी कमाने गए एक प्रवासी मजदूर के साथ
46:26कुछ लड़कों ने बुरी तरह मार पीट की
46:29पहले उसे ट्रेन में पीटा और उसके बाद एक जगह ले जा कर उससे मार पीट की
46:32इस मार पीट में बुरी तरह घायल ये मजदूर अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूँज रहा है
46:38तमिलनाडू में चार लड़कों ने एक लड़के पर धारदार हत्यारों से हमला किया
46:43और उसे बुरी तरह पीटा
46:45चारों आरोपी नाबालिग है और तमिलनाडू के ही रहने वाले है
46:49जबकि पीडित ओडिशा का रहने वाला है वो तमिलनाडू में मजदूरी करता है
46:53पीडित लड़का बुरी तरह घायल है जिसका इलाज चल रहा है
47:01पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है
47:05इन्होंने पहले इस लड़के को ट्रेन में परेशान किया और पीटा
47:08बाद में बाहर ले जाकर पीटा जिसमें वो लड़का खून से लटपत हो गया
47:13इस घटना के बाद एक बार फिर शेत्रिय पहचान के आधार पर हमले का मामला सुर्खियों में आ गया है
47:24और तमिलनाडू सरकार इस घटना को लेकर सवालों में है
47:27पुलिस की वर्दी इसलिए होती है ताकि आम लोगों का कानून पर भरोसा कायम हो सके
47:36ना कि इसलिए कि इस वर्दी को पहनने वाला दूसरे लोगों को डराता और धमकाता हुआ घुमे
47:41मेरट का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला दरोगा जाम में फसे दूसरे लोगों को धमका रही है
47:47वर्दी का रॉब दिखा रही है और यहां तक की गाली गलॉज भी कर रही है
47:51मेरट में एक महिला दरोगा ने कार में सवार कपल से बदसलूक की की
48:20जिसका वीडियो वाइरल हो रहा है
48:23महिला दरोगा अली गढ़ में तैनात है और किसी काम से मुझफर नगर गई थी
48:31भारी भीड और ट्राफिक की वजह से दरोगा की कार मेरट में जाम में फंस गई
48:35इस पर ये दरोगा एक कार सवार दमपत्ती से गाली गलोज करने लगी
48:40धमकाते हुए कहने लगी कि वो वर्दी पहन के खड़ी है और दरोगा है
48:43इस पर कार में बैठा व्यक्ति कहने लगा कि इस तरह की भाशा का इस्तिमाल क्यों कर रही है
48:50किसी ने इस घटना का वीडियो बना लिया जो वाइरल हो गया
48:53तो आज के लिए ब्लाक इन वाइट में इतना ही अब आप से हमारी अगली मुलाकात होगी कल रात नौ बजे
49:01तब तक आप खुश रहे सुरक्षित रहे स्वस्त रहे और पहाड़ हो या जिंदगी उपर चढ़ना चाहते हैं तो अकड़ कर नहीं जुक कर चले नमस्का
Be the first to comment
Add your comment

Recommended