00:00कहानी है हिंदू मुस्लिम भाई भाई
00:02नमस्त दोस्तों मैं हूँ आपका दोस्त विकास
00:05और आपका सौवत है मेरे नए रागा काटून गेम चैनल में
00:11सुबा की पहली किरन शुकुरपूर गाओं के खेतों पर पढ़ रही थी
00:16नदी के किनारे दो लड़कें एक हिंदू और एक मुस्लिम साथ में खेल रहे थे
00:23दोनों की दोस्ती इतनी गहरी थी कि गाओं वाले उन्हें जुर्बा भाई कहते थे
00:30रागुल जो सपीत कमीज और हलके रंग की टेंट पहना था
00:35मुस्कुराते हुए सलिम के साथ नदी के किनारे पत्थर फैग रहा था
00:40सलिम पराम पर एक कुर्ता और टोपी पैना हुआ था
00:45खास्ते हुए पत्थर पकड़ रहा था
00:48गाओं का महल सांत और खुसाल था
00:53अचानक बाद लगाने होने लगे और तेजबारी सुरूर हो गई
00:58नदी का पानी तेज बढ़ने लगा सब गाओं वाले चिंता में पड़ गए
01:05राहुल और समीर ने मिलकर गाओं वालों को चिताबनी दी
01:10और दोनों नाओं लेकर बुजुक और बच्चों को शुरक्चित बहार ले जाने लगे
01:16नाओं वाले साचा भी मदद करने आगे आए
01:20बारिश के बीच दोनों लड़कों का साहाज और दोस्ती गाओं वालों के दिन को छू गई
01:27साम को एक गाओं में सवाब लाए ले
01:31गाओं के मुखिया ने कहा धरम हमें अलब कर सकता है
01:35लेकिन दिल हमेंसा जुड़े रहते हैं
01:39गाओल और सलीम ने अपने अनुभब साजा किये
01:43जिससे सभी के दिल में एक नहीं उमेद जगी
01:47गाओं वाले एक दूसरे के करीब आएं
01:50और सुकुर गाओं को भाईचारे के प्रती बना दिया गया
01:55दोनों लड़कों की दोस्ती अब गाओं वालों की सबसे बड़ी ताकत रह चुकी थी
02:01गाओं के बच्चे भी अब धर्म से उपर उटकर एक दूसरे के साथ खेलते थे
02:07दुर्जब भी मुस्कुराते हुए नए योग की अमीद करते थे
02:12शुकुर पूर गाओं की कहानी अब दूर दूर तक प्पैल गई थी
02:16दोनों लड़कों ने साबीत कर दिया कि दोस्ती धर्म से उपर होती है
02:22मुखिया ने कहा हम सब एक है यही हमारी ताकत है
02:27दोनों लड़कों ने गाओं की मदद करने के लिए योजना बनाई
02:33गाओं बाले मिलकर बार से विए नुक्सान की मरमत करने लगे
02:38बच्चे फिर से खुस होकर इसकूल जाने लगे
02:42जोना लड़कों की दोस्ती गाओं के लिए परमान बन गई
02:47गाओं में भाईचारे की भावना बढ़ गई
02:50मुखिया ने कहा हमारे सब का दिल एक है
02:54यही हमारी असली पैचान है
02:57सबी ने मिलकर गाओं को फिर से सुन्दर बनाया
03:01बच्चे अब जाती के नाम पर बिना भेख गाओं के खेलते थे
03:06बुर्जुक्त ने नहीं पड़ी को आसिदवाद दिया
03:11दोनों लड़कों ने गाओं वालों की समस्षा को मिलकर सुरिया
03:15गाओं के लोग एक दूसरे के सम्मान करने लगे
03:19गाओं के मुख्या ने कहा हिंदू मुस्लिम भाई भाई भाई
03:23यही हमारी गाओं का एक्ता है
03:26दोनों लड़कों ने गाओं की नई पैचान बनाए
03:29सुकरपुर अब भालचारा का प्रतिक बन गया था
03:33बच्चों ने एक गुषरी के साथ मिलकर तोहर मनाया
03:37बुजरुगों ने भी एक दूसरे के तोहर में हिस्सा लिया
03:41दोनों लड़कों ने गाओं के बच्चों को दोस्ति की सिख दी
03:46गाओं में प्रेम और सांती का महुल बन गया
03:50मुकिया ने गाओं के भविशे के लिए आसुरवाद बैप्त किया
03:55दोनों लड़के गाओं की सिवा में लगे रगे
03:59गाओं वाले अब एक परिगार की तरहां थे
04:02बच्चे भी बड़े होकर इस दोष्टी को बनाए रखने का संकब लेते थे
04:08दोनों लड़के की कहानी गाओं के बाहर भी खैल गए
04:12अन्य गाओं से लोग सुकुर्पूर की दोस्ती की मिसाल लेने आने लगे
04:18गाओं के मुकिया ने कहा हमारा गाओं एक मिसाल बन चुका है
04:24दोनों लड़के अब गाओं के युवा नेता बन चुके थे
04:28शुकुर्पों गाओं की कहानी अब पिड़ी दर पिड़ी सुनाई जाने लगी
04:32नई पिड़ी ने भी इस दोस्ती को निभाने का बचन दिया
04:37दोनों लड़कों की दोस्ती ने धरम के बंधन को तोड़ दिया
04:42गाउं के मुक्या ने कहा हमारी असली ताकत हमारी दोस्ती में है
04:47गाउं के लोग अब एक दूसरे के धरम से उत्तर थे
04:51दोनों लड़कों की दोस्ती ने गाउं को पदल दिया
04:56शुकर्पों गाउं को अब भाईचारे का प्रतिक माना जाता था
05:01बच्चे भी बड़े होकर इस बिराशत को आगे बढ़ाएंगो
05:05दोनों लड़कों की दोस्ती ने दिखा दिया कि दिलों को जोर सकता है
05:10गाउं के मुक्या ने कहा दिल से जुड़े रहो यही सबसे बड़ी ताकत है
05:17सकुर फिर गाउं की यह कहानी सख्यों तो वियात रखी गई
05:22यह कहानी हमें यहां सिखाता है कि धरम से आगे भाईचारे में रहना चाहिए