00:00मीठे बच्चे, बेहद का बाप आया है तुम बच्चों का ग्यान से श्रिंगार करने। उंच पद पाना है तो सदा श्रिंगारे हुए रहो।
00:10प्रश्न, किन बच्चों को देखकर बेहद का बाप बहुत खुश होते हैं।
00:16उत्तर, जो बच्चे सर्विस के लिए एवर रेडी रहते हैं, अलोकिक और पारलोकिक दोनों बाप को पूरा फॉलो करते हैं, ग्यान योग से आत्मा को श्रिंगारते हैं, पतितों को पावन बनाने की सेवा करते हैं, ऐसे बच्चों को देख बेहद के बाप को बहुत खु�
00:46रुहानी पढ़ाई से अपना पद श्रेष्ठ बनाना है, किसी भी परिस्थिती में आसु नहीं बहाने हैं, दो ये वानप्रस्थ अवस्था में रहने का समय है, इसलिए वनवाह में बहुत साधारन रहना है, न बहुत उच न बहुत नीच, वापस जाने के लिए आत्मा क
01:16स्वयम को मोल्ड करने की विशेष्टा है, वो सहज ही गोल्डन एज की स्टेज तक पहुँच सकते हैं, जैसा समय, जैसे सरकम्स्टांस हो, उसी प्रमान अपनी धारनाओं को प्रत्यक्ष करने के लिए मोल्ड होना पड़ता है, मोल्ड होने वाले ही रियल गोल्ड है, जैस
01:46जहां सर्व शक्तियां हैं, वहां निर्विग्न सफलता साथ है, अव्यक्त इशारे, अब संपन्ध व करमातीत बनने की धुन लगाओ, जैसे साकार में आने जाने की सहज प्रैक्टिस हो गई है, वैसे आत्मा को अपनी करमातीत अवस्था में रहने की भी प्रैक्टिस हो,
02:16में रहना है निमित्त मात्र कर्म करने के लिए कर्म योगी बने फिर कर्मातीत ओम शान्ती
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