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राहुल गांधी के वार पर संसद में अमित शाह का पलटवार, देखें क्या कहा
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00:00मानेवर कल मैंने लीडर ओपोजीशन का बासन स्वयम यहां बैटकर सुना है
00:07पूरा बासन उनका धागों में उलज गया है
00:12त्रेड्स में उलज गया है
00:16मानेवर यह खहते हैं पीम का सेड्यूल देखकर चुनाव आयोग चुनाव तही करता है
00:24मेरा सभी संसद महोदोय से करबद निविदन है
00:29कि चुनाव होने के पहले के एक महिने पीम का सेड्यूल और पीम को लगबग लगबग
00:3824 और 16 कितना होता है
00:4140 महिना हो गया
00:44इसमें से किसी भी एक महिने का सेड्यूल दिखाओ
00:47पीम की घती ही इतनी है
00:49कोई भी मैना उठाओगे तो इतने ही प्रवास करते हैं
00:53मैंने इसको चुनाव का कोई लेंदे नहीं है
00:58हमारे प्रदानमंत्री जन संपर्क में आजादी के बाद सबसे ज्यादा प्रवास करने वाला कुछानी है
01:06और मैं जानता हूँ सब
01:09मैं जानता हूँ नरेंद्र मोधी जी को 2001 से मैं बता सकता हूँ एक भी दिन की छुटी नहीं एक भी वेकेशन नहीं लगातार जन्ता का काम करने का
01:23मैंने कभी नहीं देखा उनको वेकेशन करने का प्रयास करते हैं तो बीपी बढ़ जाता है
01:31इतना यह फिर रूट जाएंगे पी मानेवर यह पूरी चर्चा चुनाव सुधार पर थी मैंने आज यह भी जांच करा
01:48सुनो ना सुनो ना धायरे रखो भई मानेवर मैंने आज सुबह चुनाव आयुक्त के वहाँ जांच कराई जांच मतलब कोई घोपनिय चीज नहीं पुछी है अप इसका इश्यू मत बने मैंने पूछा कि चुनाव सुधार के लिए मही 2014 के बाद कौन सी पार्टी से कितने
02:18साजो करना है इसकी प्रक्रिया क्या है चुनाव सुधार सभी राजनितिक दलों के साथ चर्चा करकर चुनाव आयोग भारत सरकार के विधी मंत्राले को बेचता है और विधी मंत्राले इसका कानून बनाकर संसत के सामने रखता यह प्रक्रिया है तो मैंने सोचा कि इतना �
02:48इसमें गोपनिय क्या है तो मैंने पूछा तो सब मुझे एक रहस्य मालूम पड़ा कि आज तक मई 2014 से चुनावाय को एक भी चुनाव सुझार का सुझाव कॉंग्रेस पार्टी से मुझे नहीं है
03:02कि मानने बारे हैं मैं बताता हूँ मानने बारे हैं मैं जवाब पूछोगे क्या
03:21कि आब करें हें पूछदार की सुझार तरीक हो को तो आप भी बोले हर बोने पर एक-एक बार उथेंगे
03:32हैं यह क्याए आप 9 यह तरीका ठीक नहीं है नॉज कि तरीका ठीक नीह नपर
03:41नो, नो माननी सुथर्ट, प्लीज बैठिए, बैठिए, बैठिए, बैठिए, बैठिए, बैठिए, बैठिए, अच्छी परंप्रा रखें, ओके,
03:55नो नो प्लिज χार दो में भेद बने उटथा अच्छी हो नो ऐसी नौ प्लिज बेटिया प्लिज बेटिये प्लिज बेटिये सुनिये प्लिज बेटिये कि
04:23कि कि सत्ता पक्ष्यों प्रतिपक्ष का कोई भी माने सदर्श कभी बोल रहा हो हर विशे पर बेठे बेठे टिपनी करना या हर विशे पर खड़े हो के सवाल पूछना ये परंपरा कभी नहीं रही आप आप आपने भी बाशन दिया आज आपको कोई ने बीच में उठके प�
04:53स्टेटमेंट पर कायम हूँ नरेंद्र मोधी सरकार बनने के बाद आज तक कॉंग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोक को एक भी चुनाव सुधार का प्रपोजल नहीं थी
05:07मानेवर यह कई बार मिलने गए हैं मैंने उनका प्रेस कॉंफरंस भी देखा है उनका प्रेस कॉंफरंस था चुनाव प्रक्रिया के अंदर उनका जो
05:19डिस्प्यूट है वो ongoing election में इसको रजू करने का चुनाव सुधार जो होता है चुनाव के पहले चुनाव के नियम जो तय होते हैं इसके लिए सभी दलों को बकाईदा पत्र लिखा जाता है और कोई मांगे तो उसको समय भी देना पड़ता है ये दो अलग चीज़ है
05:37माने माने ग्रमती जी के वक्तियों कि समाप्तिक तक बढ़ाये जाता है माने ग्रमती जी
05:57माने वर कर विपक्स के नेता ने तीन सवाल पूछे थी और चार सुजाव दिये थी
06:05पहला सवाल था मुख्य नायदीश को चुनाव आयूग चैन समिती से बहार क्यों निकाला गया पहला सवाल था
06:15दूसरा सवाल था दिसेंबर 2003 में कानून बदल कर चुनाव आयूग को पून प्रतिरक्षा क्यों दी गई
06:23और तीसरा सार प्रस्चन था CCTV फुटेज 45 दिन में नस्ट करने का कानून क्यों लाए कानून नहीं लाए हैं
06:33सबसे पहले सवाल का जवाब देना चाहता हूं मानेवर मुझे पूरा सुनकर जरा पापति लिजेगा क्योंकि मैं बताओंगा तो पास से ही मगर वर्तमान का भी जवाब दूंगा
07:01मानेवर 73 वर्ष तक इस देश में चुनाव आयुक की नियुक्ति का कोई कानून ही नहीं था
07:12माने सभी सदस्य ध्यान से मुझे सुने 73 साल तक इस देश में चुनाव आयुक की नियुक्ति का कोई कानून नहीं था
07:25नियुक्ति प्रधान मंत्री सिधी कर देते थी और मान्नेवर मैं आज ये पूरे देश को बताना चाहता हूं कि टोटल अब तक जितने चुनाव आयुक्त हुए और जितने मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त ये सभी इसी प्रकार से हुए
07:51अब अब 2003 के कानून पर में बाद में आता हूं 1950 से 1990 से चुनाव आयुक्त एक सदस ये था प्रधान क्या था कोई कानून नहीं था प्रधान मंत्री जी फाइल भेजते ते राष्ट्रपती जी को और राष्ट्रपती जी नौटिपिकसन बाल नहीं करते तो उस वक्त बरोबर
08:21मैं इने पुट्टा नियुक्ति की प्रक्रिया मानेवर पूरा उनका 55 साल प्रधान मंत्री जी ने ही चुनाव आयुक्त को नियुक्त किया तब तक कोई सवाल नहीं था और नरेंद्र मोधी करते हैं तो उन पर सवाल उठाते मगर हमने तो ऐसा भी नहीं किया मानेवर फिर
08:51आयोक को बहुत सदस्य बनाया गया, ये बिहार के चुनाव के कारण ही हुआ, परन्तु वो भी प्रदान मंत्री की फाइल से ही अपोइंट होते हैं, और मान्यवर 21 चुनाव आयुक्त, कमिश्नर और मुख्य चुनाव रहते हैं, और 8, 29 इस प्रकार से हुए, जिसमें कोई प
09:21कानून भी कॉंग्रेस पार्टी ने बनाय था, मगर आज आरोप करना है, इसलिए आपने चुनाव चोरी कर लिया, चुनाव चोरी कर लिया, चुनाव चोरी के कहने से कुछ नहीं होता, जनता हमको सुनती है भाई, और हम जवाब भी देते हैं, मान्यवर, ये पचास से ले
09:51सुप्रिम कॉट ने कहा कि भाई, चुनाव आयूक की नियुक्ति थोड़ी पारदर्शी भूनी था, सुजावी था, ओडर नहीं था, हमारे सॉलिसिटर जर्नल ने वाँ कंसेंट दे, तो उन्हों ने कहा कि हमें कानून बनाने में थोड़ी देर लगे थी, और हमें इस पर
10:21आर्गुमेंट पढ़ कर, अगर आप सहमत है, तो जब तक कानून नहीं बनता, Chief Justice of India की अध्यक्स्ता में कमीटी बने, और प्रदानमंत्री और विपक्स के नेता, इसके में बना, हमें कोई आपती नेता, हमने हां बोला साथ, और विपक्स के नेता भी थे, प्रदानमंत्र
10:51वर स्वयम प्रदानमंत्र, ये तीन लोग बेट कर, चर्चा करकर, मेरिट्स में चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त की नेउक्ति करेंगे, मानेवर हमारे टाइम में तो और पार दर्सी, ये कह रहे हैं हमारा तो 33% ही हिस्सा है, वह 33% तो है ना, हमारा तो ह
11:21सुझाव दिया लिखकर के प्रणाली बना जाए नहीं बनाया और भी ये संपज्जी को सिधा चुनाव आयुक बना लिया उसके बाद में भी एक व्यक्ति कैसे है इसकी चर्था नवीन चावला जिसको आपातकाल की भुमिका पर सा आयोग ने कहा था ये निस्पक्स नहीं है
11:51आप पक्सपाद के सबूत भी बेजे खारीज कर दिया माने बाई सुने नहीं हमारे समय में ऐसा कभी नहीं हुआ है हमारे समय
12:01होता है मगर पक्सपाद के सबूत किस्ने नहीं दिये और भाई जह तक 66 परसंट Rodrigo present का सवाल है आप कहरेए और दो लोग होते
12:12और आप एक होते हैं यह तो हम ताई नहीं करते हैं 140 करोड की जनता ताई करती है कौन 66 होगा और कौन 30 यहां कौन बेटेगा वो तो 140 करोड लोग ताई करते हैं वो आपके लिए ताई करोगे तो आप 66 हो जाओगे
12:28मगए आप तो 100 रख्र कर गए थे हमने उसको कि 33 ने दिया मानेवर यह क्या सवाल उठा दे और वो समझते हैं कि मैं बोलता हूं तो बस ब्रह्म वाकिये होगे एसे नहीं होता है वानलवर हर चीज के तरक होते हैं इनका जो भासन तयार करते हैं वो भी ठीक से नहीं करते रिस
12:58इलेक्षन कमिशन ने नश्ट करने का निनाय किया इस पर आपत्ति उठाई
13:02मानेवर जन्ण प्रतिनिदित्व अधिनियम 1951 की धारा 81 में एक प्रावदान है
13:14पावदान क्या है उम्मेद्वार चुने जाने के बाद 45 दिन में चुनाव याची का दायर कर सकते हैं
13:2445 दिन के बाद इसको कोई चुनोती नहीं दे सकता यह नियम 1991 में बना तब उस वक्त
13:34CCTV फुटेज नहीं था CCTV फुटेज बाद में चुनाव आयोग ने एक सर्कुलर से रूल्स में बढ़लाव करकर एड किया
13:44अब किया क्या है चुनाव आयोग ने CCTV फुटेज का जो रेकोर्ड है उसको जन प्रतिनी दिवत्व अधिनियम की
13:541991 की धारा 81 के साथ संरखित किया है मतलब एलाइन किया है कि 45 दिन के बाद कोई डिस्प्यूट की प्रोविजन ही नहीं है हेक्ट में तो 45 दिन के बाद ये CCTV फुटेज क्यों रख लाए अब इतनी साधी समझ नहीं है
14:15कि मैं क्या कर सकता हूं सब समझ के कोई इंजेक्शन नहीं होते हैं जो बढ़ाम से देजिए हैं मानने वर यह धारा 81 1951 से हैं मगर पहले पर्चियों से होते थे तो पर्ची के लिए थी अब CCTV फुटेज का कैमरा आ गया तो CCTV पुटेज एड कर दिया मानने वर उन्होंने का
14:45प्रक्रिया में एड किया तब स्पर्ष्ट चुनाव आयोग ने कहा था कि CCTV रेकोर्डिंग सव्मेदानिक दस्तावेद नहीं है यह आंतरिक प्रबंधन है किस चीज का आंतरिक प्रबंधन कि चुनाव सीज होने के बाद कोई पुन्न मतलान की अर्जी करता है कि वह यह मतल
15:15है वो CCTV फूटेज के आधार पर करता है पहले माँखी करता था टेक्नोलोधी आई स्विकार कर लिया अब यह आंतरिक प्रबंधन के लिए है मानिवर फिर भी फिर भी चुनावाय का जो नीने में बताता हूं उन्होंने कहा सामान्य जनता को एक्सेस होना चाहिए रूल्स �
15:45जाएगा मगर उच नाराय इतना ओडर कर सकता है कि CCTV फूटेज आप डिश्ट्रोई मत करना है मानिवर रादनितिक दलों को एक्सेस देने का
15:57उन्होंने प्रावधान करा है तो वो चुनाव को चैलेंज करें रादनितिक दल 45 दिन के अंदर ऑटोमेटिक जो चुनाव चैलेंज होता है मानिवर उसका CCTV फूटेज नियमों से हम चुनावायों को रिजव कर देता है मानिवर ये प्रक्रिया है कुछ परते नहीं इसके �
16:27से इसको प्राप्त कर सकता है अब करते कुछ नहीं एक भी नाई कोड में अरजी करी न चुनावायोग में करी और CCTV फूटेज का बाहना लेकर बोलने लगे अब इतने लाखों बूथों का CCTV फूटेज हर नागरिक मांगने लगा कोई कारण के बगर तो किस प्रकार से चुन
16:57उनको लगता है कि मेरी प्रेस कॉंफरंस ये सम्वीदानिक ट्रावधान के तहट होती है तैसा नहीं होता है वे प्रेस कॉंफरंस जो करते हो जिन मुद्दों का इसके लिग इसकी लिग कर अरजी देज़ा तपक से मिल जाएगी सारी ती मागर अरजी नहीं करते हैं कोट म
17:27कर सकते और सबने सिखना चाहिए और भासन ढंग से तैयार करने का भी सिखना चाहिए
17:33मानेवर एक
17:38मानेवर एक उन्हों ने कहा CEC को 2003 में कानून बना कर
17:49इम्मिनिटी दी है मानेवर एक रिप्रेजन्टेशन ओप दो पीपल एक 1950 में ही
17:59ECEI के अधिकारियों को जो इम्मिनिटी प्राप्थ है उससे जरा भी बड़ोतरी नहीं करी है
18:08हमने सिर्फ रिप्रेजन्टेशन ओप 1951 के एक को पुन्रावुर्ति की है
18:16मानेवर आर्पिये एक की धारा 32 और आर्पिये एक 51 के सुधार की धारा 146
18:27कहती है कि चुनाव आयो के कोई भी अधिकारी जिसमें इलेक्शन कमिशनर आ जाते हैं
18:34इस पर कोई मुकद्दमा चुनाव प्रक्रिया के लिए नहीं चल सकता है
18:38यह प्रावधान है मानेवर और वो प्रावधान को 23 के कानून में इसको भी हमने संदेखित किया है मानेवर
18:47इतने सारे वकिलों को राज्य सभा दे रखिए बगवान जाने क्या करते हैं अपने निता को भी भी नहीं करते हैं मानेवर
18:56मानेवर यह वाक्या आप निकाल सकते हैं यह वाक्या निकाल सकते हैं मानेवर
19:06मानेवर फिर ये सब होना हो रहा कल रात को देर रात को कल देर रात को मानेवर मैं मेरा भासन तयार करो
19:28कि मैंने अपने आप को पुछा यह सब इतना सबस्ट है तो इसमुद्दा क्यों उठा रहा है मेरी समझ में अगर इतना पड़ कर आता है तो उन्होंने भी तो पढ़ा होगा इसमुद्दा क्यों उठा है
19:40मूल मुद्दा है अवेद गुस पेठियों को मतलाता सूची में रखने
19:46इन लोगों ने
19:50माने बर
19:55माने सदसे आपका भाषन भी सबने शांती दे पुन सुना है
20:10आप भी सुनने की सामर्थ रखो नहीं आप सुनने की सामर्थ लेटी है
20:22विए आप बेट norm पुरा भाषन सुनो कि आप जब बोलते हैं
20:30तो इधर भी सुनते हैं आप इधर भी बोर देद शुने हैं
20:36गैसे
20:37कि ये लेक्षिन प्रिजाब के लिए बागो बाता है आप जब बोलते हैं तो इदर भी सुनते हैं पूरे सुनने की संदा रखो
21:00सर ये लो डर गए है जब प्रैस शुन सकते हैं इतना दिनों से बेस्टे सामने में जूट खेला करके लोड़े गुव्या करके चर्चा मिला आज ग्रेम मंतर जी एक एक बात का जवाब दे रहे हैं ये बाग गए डर गई सुन भी नहीं सकते हैं आगर ये सुन नहीं सकते हैं
21:30तो इसनाद दिरों तक सरकों पर संसर कर समय लोगों को रब फिलाकर के क्यों सब्सक्राइब कर दिखा रहे हैं हमको मालूम था यह भागने वाले हैं सच्चाय को सुनना चाहिए सच्चाय को सुनना चाहिए
21:50और जब सच्चाय सामने में आया तो डर गए सुनने का कैपैसेती तक नहीं है और इतना खुमरा किया पिछली सेशन का पार्लेमेंट सेशन इन्हों ने तबाई किया
22:05मांसुन सेशन को भी इन्होंने बर्बाद किया इसी मुद्देपन
22:09और ये हमार रशित काली समाई को भी इन्होंने दो दिन बर्बाद किया
22:13आज बारी की से जब बता रहे हैं तिया लो भाग गए
22:16ये तो ठीक नहीं है
22:35मानेवर एक दो सो बार भी बहसकार करेंगे एक भी अवेद गुस्पेठ्यों को इस देश में हम वाटिए
22:50ये हमारे NDA का पॉलिसी है मानेवर डिटेक्ट मतलब ढूंडो डिलीट करो मतला ता सुची में नाम काटो और उनको
23:05लेख पूर्ट करेंगे हम सम्वेधानिक ट्रक्रिया करकर डिटेक्ट डिलेट और डिपोर्ट एक पूरा करेंगे एक युद्य छोड़कर बात गए मैं इनके सामने तो पोई बात भी नहीं कराया था ना कंग्रेस PARTY के सामने बात कराया मैं तो बात करा था घुस्पेठ्
23:35करें श्री जवालाल नहरू पर इंदिर गांधी पर इनके पिता जी पर सोनिया जी पर तब भागते तो तो लाजीम था यह घुस्पेट यह लिए बाग गए क्योंकि उनकी उनकी अमारी पॉलिसी है लिटेक डिलीट और डिपोर्ट उनकी पॉलिसी है नॉर्मलाइज कर दो �
24:05मगर साब यह लंबे समय तक नहीं चलना मैं मेरे मन से मानता हूं मेरे पार्टी के सिद्धान तो है ही मगर मैं मानता हूं कि जन संखिकी में इतना बड़ा परिवर्तन देश के लिए बहुत बड़ा खत्रा है इस यह देश एक बार जन संखिके के आधार पर बट रुका है �
24:35कि इस देश से घुसपेट को रोकना पड़ेगा मानेवर एक कहते हैं कि घुसपेट हो रही है भारत सरकार की जिम्मेदारी नहीं है मानेवर मैं आज बताना चाहते हूं घुसपेट हो रही है भारत बंगलादेश की सिमा से वहाँ पर कुल 226 किलो मिटर बॉडर है इसमें स
25:05बाकी रहे मानेवर मालूम है केवर और केवल एक राज्य बंगार असाम का पुरा हो गया मेगाले का पुरा हो गया त्रिपूरा का पुरा हो गया जमुकस्मीर का पुरा हो गया पंजाब का पुरा हो गया राजस्तान का पुरा हो गया गुजरत का पुरा हो गया खाली बं�
25:35बिहार में निकली साफ हो गए आप भी गुस्पेट ये को बचाओगे तो वहाँ भार्ट ये जनता पार्टी का दिजए ताए
25:43मानेवर ये कहते हैं कि गुस्पेट क्यों हो रही है आप बॉर्डर नहीं बनाने दें
26:09सुची में नाम डालने के लिए आधार कार कहां बढ़ता है वहीं बनता है उसका रासनकार कहां बनता है बंगाल में बनता है और बताता सुची में कौन सी मताता सुची में एड होता है तो बंगाल में होता है आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं है
26:23मानिवर ये देश के भविसे और सुरक्षा के साथ खिलवार करें
26:29कभी कभार चुनाव तो जिद जाओगे गुस पेठियों के आधार पर
26:37परन्तु इस देश की सुरक्षा को अब ताक पर रखें
26:41मैं आज कहना चाहता हूँ
26:42मानिवर बिहार की जनता ने एक बहुत महान फैसला किया है
26:47गुस पेठिया बचाओ यात्रा की खिलाब जना देश देश और बंगाल भी ये करने जा रहा है
26:54मानिवर आने वाले दिनों में करेंगे उनको मालूम नहीं
26:57मानिवर मैं एक कल राहूल गांधी जिन एक विशय कहा था कि सारी सम्विद्राइज संस्थाए आपने एक करप्ट कर दी
27:10मैंने पूरा बताए कि चुनावायों की नियुक्ति के पहले क्या नियम थे बाए
27:14उन्होंने कहा कि महतोपन पद पर रस्स की विचारधारा के लोग रख लिये गाते तो इसमें क्या आपती है भी
27:24क्या इस देश में कोई कानून बना है कि रस्स की विचारधारावाले है उनको कोई महतोपन
27:32और इस देश का प्रदान मंत्री RSS की विचार जारवाला है और जनादेश से बनकर आए आपकी कृपा से बनकर नहीं आए
27:45मानेवर मगर उन्होंने क्या किया देवो मैं फिर बताने क्या उनिस सो उनत्तर में इस देश का राष्ट्रपदी का चुना हुआ
27:55उनिस सो उनत्तर में इंदी राजी अपनी पार्टी के अंदर ही संगहस करती थी पार्लेमेंटरी बोर्ड ने राष्ट्रपदी के चुनाव के प्रतिनिदी के रूप में कॉंग्रेस पार्टी का धिकृत उम्हेदवर बनाया स्री संजीव रिड़ी
28:09और इंदी राजी ने प्रदान मंत्री रहते हुए अपने पार्टी के मेंडेट को ही रिफाई करकर कहा कि राष्ट्रपती का चुनाव में वोटिंग अनुतर आत्मा की अवाद से करनी चाहिए पर उन्होंने स्री वीवी गिरी को गत्यासी बनाया और फिर हुआ क्या अलपम
28:39और इस देश की सारे संस्थान पर सिखसा संस्थान पर महत्वुष सभुधानिक पद पर कौम्मिनिस्टों को बिठाने का काम है हिंदीरा गांदी जी और वहीं से इस देश के विमर्स को बदलने का काम किया है
28:56वही से किया है वाम पंथी विचारदारा इस देश के प्राकृति को इस देश के सभाव को इस देश की जंता को स्विकारियन नहीं है
29:06और इसे लिए वामपंथी लुप्त हो गए मनिवर उन्होंने इस देश के युवा धन को वामपंथी विचारधारा पर डाइवर्ट करने का काम किया है जो 2014 से फिर से नरेंदर मोदीजी ने इसको एक अच्छी तरके से लुक्तांत्रिक तरके से परिस्कूत करने का काम कर रह
29:36देश के लिए मरना ही आ रहते है इसकी विचारधा है यह किए समझाते है हम ऐसे मान लेंगे हम नहीं डरते सब तसे
30:04से हम नहीं डरते हैं मैं मेरी ही बात करता हूं मैं तो दस साल का था और नारे लगाता था आसाम की खलिया सुनी है इंदिरा गांदी खुनी है हम तो वहां से लड़ते लड़ते आये हैं हम नहीं डरते मानेवर और मानेवर इन्हों
30:21कहा कि वाट्चोरी से जीते हैं वाट्चोरी से नहीं जीते हैं आपने सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध किया इसलिए हम जीते हैं आपने एर्श्ट्राइक का विरोध किया इसलिए जीते हैं आपने 370 हटाने का विरोध किया इसलिए जीते हैं आपने राममंदिर बनाने का व
30:51पाचाने का विरोध किया, इसलिए जीते हैं और आप बन निसन वन इलेक्षन का विरोध करे हो, इसलिए हम फिर से जीते हैं।
30:59इस देश के प्रदानमंत्री ने घर पहुचा है, घेस पहुचा है, पानी पहुचा है, पांच किलो अनाज मुप्ट पहुचा है, और पांच लाग तक की दवाईया मुप्ट कर दिये, क्या समझते हैं?
31:16इस देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को 40 साल देख लिजे और हमारे 11 साल देख लिजे, इंफ्रास्ट्रक्चर को तीन भुणा बढ़ाने का काम हमारे प्रदानमंत्री ने घर पहुचा है, और इसलिए जनता हमें जिताती है, और मैं तो अभी भी कहना चाहता हूँ, चले गए ह
31:46मानेवर, मानेवर मैं अभी भी कहना चाहता हूँ, SIR का विरोध करोगे, तो बिहार की जगे, बंगाल और तमिल नाडू में भी साल आगे है, मानेवर, इस 140 करोड की जनता का जनादेश, इस स्वर का आदेश होता है, हमरे यहां तो कहते हैं ना, कि जनता ही जनादन की तो �
32:16का फैसला होता है, जनादन का फैसला है, और वो जनता के फैसले को यह लोग वाट चोरी, वाट चोरी, इस तरह की बासा का प्रयोक करते हैं, जनता देख रही है, जनता आँख मून कर नहीं बें, मानेवर, मैं तो धन्यवाद करना चाहूंगा, हमारे पार्लामेंटरी अफ
32:46आपने भी मुझे इतना विपुल मात्रा में समय दिया, जरुवत पड़िभा प्रोटेक्शन भी दिया, मुझे संडक्शन दिया, इसलिए मैं आपका भी धन्यवाद करना चाहता हूं, और अंत में फीर से एक बाल, स्री राहूल गांधी के बासन लिखने वालों को कहना च
33:16सेमबर दोजार पच्चीस को प्राप्त ग्यारा वजे तक के लिए स्थिगीत की जाती है।
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