00:00जो जो आपके सामने है उसमें जो अच्छे से उंचा हो सकता है उसमें अपने आपको जोग दीजिए
00:27ठीक है आपके सामने आप अभी योगा हो आप पढ़े लिखे हो आपके सामने जिन्दगी खुली हुई है जो भी आपके सामने अच्छे से अच्छे उसर हो या वाजिब उचित चुनोतियां हो उनको सुईकारिये और उनको समर्पित हो जाएए अगर आप यह भी कहते हो कि �
00:57मिशन पकड़ लो और सही काम करने में भी बहुत बाधाय आती है लोगों की बाते आती है तो उन बातों को कि हम अंदर की आहंकार को जब घतम कर देंगे तो वो हमें पथब एफेक्ट नहीं करेगा यही बाधा आज की दुनिया में बाधा को ऐसे तो देता नहीं है कि आप
01:27पड़ नहीं सकते लेकिन जब आप कहते हो कि कृष्ण की उचाई देख लिए तो आप कहते हो जो सामने खड़ा यह तो बहुना है ना मैं इसकी बात सुनूं क्यों क्रिष्णों के साथ रहने का लाभ यह होता है कि जो यह जमीन पर बहुने घूम रहे हैं आप इनकी बात �
01:57क्यों देदूं कि इनकी बात सुनूं है यह बोल सकते हैं तुम बोल सकते हो पर मैं सुनूंगी नहीं
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