Skip to playerSkip to main content
  • 2 days ago
PDA में A का क्या है मतलब? अखिलेश यादव ने आजतक पर सरल भाषा में बताया

Category

🗞
News
Transcript
00:00अगला सवाल जिस पर मैं आना चाहती हूँ अखिले जी पीडिये का फुल फॉर्म क्या है क्यूंकि पिछड़ा दलित और ए से क्या है ती चार गिना मत दिजेगा
00:12क्योंकि आपने जो बताया है उसको और आगे जोडता हूँ पीडित दुखी अपमानित जो लोग पीडित हैं दुखी हैं अपमानित हैं पिषडे दलित अलफसंकत आदेवासी आदेवादी और और और और भी बता सकता हूँ मैं हाने वही मैं पूछना चाहती हूँ जिनकी �
00:42दीफोर जिनके अंदर दया हो दया लू ओं आइसे एक शबभ भूलतुनी गए जो लोग प्यारे हूँ ऐसे एक शबभ भूलतुनी गए आप अलफसंकत आप नहीं कहीरे और अच्छे अगडे बुरे अगड़े क्या होता है जो लोग भेदभाद करते हैं जो लोग हमारे �
01:12फिरको जाने के बाद मंदिर में गनगा जलसे धुलवाते हैं वह बताई गया है।
01:41क्योंकि सिर्फ अलप संख्यक्यों के दम पर सरकार नहीं बन सकती क्या यह सच है जहां तक मैं याद करता हूं और हमारे बहुत सारे साथी जो कभी गाउं गए होंगे हमारे या समाजवादी पुराने साथी लोग जिन्होंने सेफ़ई के बारे में जाना होगा वो जानते हो�
02:11किस समय से बंजरंगवली की पूजा हो रही है और 51 फिट की मूर्ती बंजरंगवली की लगी है दजाने कब से केवल वही नहीं है और जो बात किदारिश्वर की है मुझे याद है कि जिस समय कोविट था उस समय मैं नेट्फिलिक्स पर यह देखता था और एक डॉकमेंटर
02:41जान गई थी उस समय मैं मुख्यमंत्री था तो जो मैं मदद कर सकता था मैंने उस समय की उस समय जो एक सिंटर कमांड में बहुत अच्छी अधिकारी थे फौज के लेफ्टरिंट जरनल अनिल चैथ उन्होंने और पूरी फौज ने और जो भी सहयोग राहोगा सरकारों का �
03:11भगवानी होगा उसी के बज़े से आ रहा हो ख्याल और फिर जब यह आई एक्षा होई कि क्या बनना चाहिए तो हमने अपने आर्किटेक्स और तमाम सातियों से जानकारी ली उन्होंने का कि हम लोगों पर संसादन नहीं है उतने और क्योंकि अगर आप मंदिर बनाएंग
03:41आते हैं जो जगे हमें मिली वो जगे वही है जिसमें शिव सकती अक्षरेका के बिलकुल उसी में एलाइन हो रही है तो जो शिव सकती अक्षरेका है उसी पर वो इताबा की जमीन एलाइन हो रही है जिसमें रामियस्वर केदारनाथ हैं तो फिर फैसा लिया के इताबा में
04:11काईर हो करके कि इदारिस्वर मंदिय बनाएं और मैं यह कह सकता हूं पिछले 400 साल में उस पद्दती से कोई भगवान का मंदिर नहीं बना होगा जिसकी हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि वो मंदिर निर्माट बहुत जल्दी हो जाए और जब सावन हो गए तो उसकी हम लोग श
04:41भगवान क्या जाएंगे यह कैसी शर्त है कोई शर्त नहीं है और भगवान बुलाएंगे तो हम चले जाएंगे यह हमने पहले ही दिन कहा और जिसे यह एक शाई कि कैसे बनना चाहिए और यह तो भगवान नहीं कराया होगा यह स्वभाग के मिला हम लोग को कि उसी अक्ष
05:11भगवान की इक्षा के नहीं हो सकता था
05:13तो जो हम लोग कोशिश कर उसको
05:15पूरा कर लें और जिस समय ये मंदिर
05:17हमारे निर्मान पूरा हो जाएगा
05:18हम लोग और भी मंदिरों में जाकर के दर्शन
05:21करेंगे भगवान राम के मंदिर
05:22उसके बाद जाएंगे आप
05:23नहीं देखे ये किसी का ये जो भगवान प्रभू शीराम वो नास समझ लोग हैं जो इस तरह की बात करते हैं
05:37हमारे घर आईए आप और किसी के घर जाईए हम आपके घर जाए यहां जितने हमारे लोग बैठे होंगे किसी के घर हम चले जाएं हर घर में जो घर की महला होती है मुं मंदिर बना के रखती हैं
05:52हमारे घर में ही मंदिर है भाजपा के लोगों की आँखें बंदें पता नहीं क्या है उन्हें मंदरी नहीं दिखाई दे रहा है मैंने कितनी बार उन्हें बताया कि हमारे घर में मंदिर है डेली पूजा होती है हमारे पहले से मंदिर है कोई हिंदू हमाई बता दो गरीब से �
06:22भगवान केदार इसुर
06:25उसमें सबसे पहले आप किस भगवान को देखती हैं आप
06:29जब आप केदार ना जाती हैं आप
06:32तो सबसे पहले भगवान किसको देखती हैं आप
06:34नंदी जी को देखते हैं शिव जी को देखते हैं
06:37नंदी के बाद किसको देखती है, उस केदार इसो कि जो दिवाल है उस पर, शिव जी की पूजा करने जाते हैं वहाँ पर, देखिए यही तो बात है, अधा हमने यह क्या पूछ लिया कि आप राम मंदर के पास कब जा रहे हैं, आप देखिए, आप मंदर जाते हैं, मंदर कह
07:07केदारनात पे, लेकिन इटावा में खाली नहीं होगा वो, अगर दाईं तरफ हमारे भगवान किष्ण का बाल रूप है, तो बाईं तरफ भगवान प्रभू शिराम का बाल रूप होगा, और हम तो बीजेपी के लोगों से कहेंगे, कि वो जो स्थान खाली है, केदारनात
07:37अपने अपने राम, उनके राम वहाँ, आपके राम वहाँ, तो यह गलत क्या है, यह गलत नहीं, यह तो अच्छी बात बता रही है आप, यही प्रभू राम की रास्ता है, कि सबके राम, सबके अपने अपने राम, मैं सावन में इसको त्यार कर दूँगा, और मैं आप लो�
08:07जरूर बलाऊगा क्योंकि हमारा भी प्रचार हो और इसी बहाने शायद इसी बहाने आपके प्रचार के माद्यम से जो लोग प्रभू शीराम के बहुत सारा चंदा दे करके आएं शायद भगवान शिप के लिए थोड़ा बहुत चंदा भीजबा दें हम तो चाहेंगे कि जो
Be the first to comment
Add your comment

Recommended