पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ़ चौधरी ने जेल में बंद इमरान ख़ान के हालिया बयान और रवैये को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन चुके हैं। ISPR प्रमुख ने यहां तक आरोप लगाया कि इमरान ख़ान में “मानसिक अस्थिरता के संकेत” दिखाई दे रहे हैं..उनकी यह टिप्पणी बताती है कि सेना अब इमरान ख़ान को एक राजनीतिक चुनौती नहीं, बल्कि एक सुरक्षा जोखिम के तौर पर देख रही है। हालांकि, पाकिस्तान की राजनीतिक परंपरा में सेना द्वारा नेताओं को इस तरह “एंटी-स्टेट” करार देना कोई नया घटनाक्रम नहीं है।
00:00एक तरफ सेना और दूसरी तरफ लोक तंतर और बीच में खड़ा है एक शक्स इमरान खान।
00:04पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने कैमरे के सामने आकर इमरान खान पर आरोप लगाए हैं कि वो रास्टी सुरक्षा के लिए खत्रा हैं।
00:14ये महज एक आरोप नहीं है बलकि पाकिस्तान की सियासत का पुराना भूत फिर से जिन्दा हो गया है।
00:20क्योंकि पाकिस्तान में जब भी कोई नेता सेना की लाइंड से हट कर बात करता है तो उसको एक ही लवज में कैद कर दिया जाता है और वो है देश द्रोही।
00:30और ये कहानी सिर्फ इमरान खान की नहीं है, इससे पहले भी चाहे वो सोरावर्दी से लेकर फात्मा जिन्ना हो, शेक मुझीब ररहमान हो, जुल्फकार अली भुटो हो और यहां तक की नवास शरीफ हो, पाकिस्तान के जिस भी नेता ने सत्ता संरचना को चुनोती दी है
01:00अजनितिक परंपरा की दास्तान जिसमें असहमती का दूसरा नाम देश द्रो है।
01:30की ये टिपड़ी बताती है कि सेना अब इमरान खान को एक राजनितिक चुनोती नहीं बलकि एक सुरक्षा जोखिम के तौर पर देख रही है।
01:37हाला कि पाकिस्तान की राजनितिक परंपरा में सेना द्वारा नेताओं को इस तरह एंटी स्टेट करार देना कोई नया घटना करम नहीं है।
01:44इस से पहले भी कई बार हो चुका है यह आपको बताते हैं।
01:48हुसैन शहीद सोहरावर्दी सेना प्रमुक जन्रल आयूब खान 1950-1960
01:52हुसैन शहीद सोहरावर्दी पाकिस्तान के शुरुवाती बड़े नेताओं में से एक थे।
01:58उनका बंगाल में बड़ा जनाधार था और पूरी पाकिस्तान जो अब बंगलादेश है वहाँ लोकतांत्रिक अधिकारों की मांग करते थे।
02:04तकालीन सेना प्रमुक जन्रल आयूब खान और सन शासन ने भारत के हातों में खेलने वाला नेता कहा।
02:10उन पर आरोप लगाया गया कि वो हिंदूओं को रिजहाने की कोशिश कर रहे हैं।
02:14उनकी बंगाली पहचान को राश्टी सुरक्षा के लिए खत्रे की तरह पेश किया गया।
02:18नतीजा ये हुआ कि उन्हें राजनेतिक तोर पर पूरी तरह हाशिये पर डखेल दिया गया।
02:22विदेशी आत्राओं और राजनेतिक गतिविदियों पर पाबंदी लगा दी गए।
02:26फातिमा जिन्ना सेना प्रमुक जन्रल अयूब खान 1964-65
02:31फातिमा जिन्ना पाकिस्तान के संस्थापक महमद ली जिन्ना की बहन थी और 1964 में वो जन्रल अयूब खान के खिलाफ चुनाओं में उत्री थी।
02:39जन्रल अयूब खान की शेय पर सरकारी मीडिया ने उन्हें भारत का समर्थन प्राप्त बताया।
02:44चुनावी अभियानों में उन्हें भारत समर्था कस्तिर्था पहलाने वाली के तौर पर पेश किया गया।
02:48फातिमा जुना की भारती नेताओं से हुई पुरानी मुलाकातों को पाकिस्तान के खिलाफ साज़श बताया गया।
03:18की मांग थी जनरल हैया खान शासन ने उन्हें भारत से मिली भिगत करने वाला देश तुरो ही कहा उनिस सोड़ सट में अगर तला शड़यंद्र केस में मुजीब पर आरोप लगाया गया कि वो भारत के साथ मिलकर पाकिस्तान तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं इसका नतीजा �
03:48में से एक थे जियाउलहक शासन ने उन्हें राजनितिक हिंसा कराने का आरोपी बनाया था उन पर कहा गया कि उन्होंने राज्ज के खिलाफ साज़श की है उन्हें पाकिस्तान की स्तिर्था के लिए खत्रा बताया गया नतीजतन एक विवादित मुकदमे में भुट्टो क
04:18इस पर जियाउलहक शासन ने उन पर दो आरोप लगा है।
04:48सरकार में टकराओ खुल कर सामने आया। मुश्रफ ने उन्हें मुश्किल समय में देश के हितों के खिलाफ निरणए लेने वाला बताया।
04:55ये भी कहा गया कि नवाज ने सेना को कमजोर करने की कोशिश की।
04:59में मुश्रफ ने नवाज सरकार का तख्ता पलट कर दिया। नवाज को देश के खिलाफ अवराद के नरेटिव के साथ जेल में डाल दिया गया।
05:05डाल दिया गया और बाद में निर्वासित कर दिया गया।
05:35पूर प्रधान मंतरी इमरान खान ने ISI और सेना की कमानों पर सवाल उठा दिये।
05:41यानि कि उसकी कमान किसके हाथों में हैं उस पर सवाल उठाए उन पर मुसीबत आ गये।
05:46इमरान और PTI को फितना एंटी स्टेट अराजकता पहलाने वाला कहा गया।
05:509 माई की घटनाओं को देश पर हमला गोशित किया गया।
05:52ISPR ने कहा कि इमरान रास्ट्री सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खत्रा है।
05:56पहली बार किसी पूर प्रधान मंतरी पर ओपन प्रेस कॉन्फरेंस में इतना सखत शब्द इस्तमाल किये गये।
06:02इसका नतीजा यह हुआ कि मीडिया ब्लैक आउट की गई, सैक्लो नेताओं की गरफतारी हुई, इमरान पर कई देश द्रोही ठहराना कोई नया नहीं है।
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