राज्यसभा में वंदे मातरम पर चर्चा के दौरान AAP सांसद राघव चड्डा ने Vande Mataram को लेकर शानदार कविता सुनाई, जिसे संसद में सभी ने गौर से सुना। कविता में चड्डा कहते हैं, 'अगर आजादी हुगली की लहर है, तो वंदे मातरम गुलामी पर सतलुज का कहर है। ये शब्दों का गीत नहीं, भारत की बुनियाद है।' ये कविता सदन में गूंज उठी, इसी कविता के के साथ सांसद का समय खत्म हो जाता है और वो अपनी जगह पर बैठ जाते हैं।
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00:00वन्दे मातरम सिर्फ भारत का राश्ट गीत नहीं है। ये कश्मीर से कन्या कुमारी तक, एहमदाबाद से अगरतला तक भारत वासियों की आत्मा का गान है।
00:09है ये हमारी आजादी के आंदोलन का मान है वीर करांतिकारियों का स्वाभी मान है ये भारत माता की आनबान शान है जिस शान पर देश का बच्चा बच्चा कुर्बान है वंदे मातरम माभारती की स्तुती है भारत की शक्ती संपदा बलिदानों की प्रस्तुती है अगर आज
00:39प्रेश प्रेम की खुश्बू है अपनी माटी का स्वाध है ये शब्दों का गीत नहीं ये भारत की बुनियाद है ये हिंदू मुसल्मान सिख हिसाई को एक सूत्र में बांधने वाली आशा है ये वतन के प्रती अनुराक समर्पन बलिदानों की परिभाशा है अगर भारत ह
01:09का साहस लिखा है रबिंद्र जैसे महापुरुष और बापू जैसा नायक सिर्फ भारत में दिखा है यहां हर नसों में शौरे वीरता और बलिदान की गाथा बहती है बंकिम चंदर चैटेजी की कलम अद्भुद महानता की कहानी कहती है जहां संसकार संस्कृती और सब्भ
01:39अगर विविद्धा है दुनिया तो भारत इस विविद्धा का संसार है वंदे मातरम थार की रेत की कहानी कहती है उसकी धारा गंगा सागर के साथ समुंदर तक बहती है वंदे मातरम उमीद है दिवाली संग रमजान की यह शक्ति है सदभाव और एकता के अर्मान की यह स्
02:09प्रेणना है, परंपरा है, विचार है, ये हमारे पुर्खों के भारत का आकार है, वंदे मातरम दह्क है, वंदे मातरम से दुनिया में हिंदुस्तान की महक है, वंदे मातरम सत्य की आग है और समरस्ता का पानी है, ये शिवाजी की शक्ती, मीरा की भक्ती और कबीर की बानी ह
02:39चडिया थी और फिर से सोने की चडिया बनेगा, एक दिन भारत की कहानी, पूरी दुनिया कहेगी।
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