00:28लिखना परल कि ये जमाने के दोस बाई कुदरत के दोस बाफ
00:33दोस कुदरत का है या जमाने का है
00:36क्या लिखे ये कलम कोई समझ में न आए
00:39मैं के प्याले में कस्ती डूबी जा रही
00:43अपनी हस्ती भी माधी सोय मही डूबाए
00:47पाप की दरिया धरती बपहने नगी
00:50जिसकी सीमान मंजल कहीं पर दिखाए
00:54देख लो जाने कैसा ये जल्लाद है
00:58कि अपने हाथे जुलम अपने जन पर डहाए
01:01एक ये तरज भी या
01:07कि हमें तेरी मुहबत का
01:11सहारा मिल गया होता
01:16इतर तरज में लेकिन गाना कहिला
01:18तीन प्रकार का होला पानी पर लकीर
01:20बालू पर लकीर पत्थर पर लकीर
01:23पानी पर लकीर होला चणी के अनंद धून तराना
01:27और हुआ जवन की
01:31कुल तमुलिनियन का है भरिनियन का है एरिनियन का है
01:35ये पानी पर लकीर होला ये भी है
01:39और बालू पर लकी रोला जोन बात कुछे देर के लिए हो ले था
01:44तुछ तमुलिनियन वाली थे सुनला बलकि सुनतों को बहु जने के बड़ा बे अंदाज लगाला था
01:52कि वह यह इतना पुरान गवईया होगे ले इतना बड़ आया बहीं सबके लाइकिने के भी खागा तुन सब पुल पुल जाती है पर अब ही आप तेनके इतना ज्यान हो जाए कि चहीं कि दुनिया बर के जब समाजिक बात गाओ था तो कुछ अपनों समाजिक बना
02:12समाजिक बना धुनिया तो रहे मौन पुल अच्छा लगे ले तनि लाइक कोई कि बिटिया बहिन कर नक हबाद तो करें बिन्हें
02:21हमन वह इस सब्सक्राइब जब अब इसमें जब बंचित हो जिए तब इसल भीप में आजा तर तो फर एक तर शोड़ दया अनंद वाली चीश कहा धूंत राना एशंग कहा क्या अनंद या जए तो अनौरे में अननों निकलने काफंण
02:43कि जहां जलती हकीकत हो जला दे ऐसी दुनिया को
03:13जहां जलती हकीकत हो जला दे ऐसी दुनिया को
03:43से होता बदनाम बुरा आधरती पर सहज हो गया हर काम बुरा बदलते वातावर्न का यसर दिखाता है प्रेम का बीज ही निर्मूल हुआ जाता है आज के दोर में जलने लगी जब सच्चाई देहरादून की
03:59की हकीकत सामने आई था एक फकीर चन्द यूवक एक उनमादी था सुघर सीला देभी के साथ किया साधी था आज के जमाने में दहेज वेच के ता बात बहुत सुने लाप एक बात इसुना की फकीर चन्द नाम के नजवान दहरादून में
04:29पार सर तक्षिला के लगिका नाभट तो जन्वेक खरला वियाय के काते साल बीतल से महरारून चाठे जाए कठावलिन आपसम बत्रियावे लगनी रायबद कर लेगी वहिनी साल बर हो गल फलनिया के कुछ बुझाते नहीं बात और चार बैस विद्गल महरारून का चर्च
04:59फाइदा ना भल डाक्टर लोग जबाब दें कि इसको बच्चा होने का कोई आसार ही नहीं है और जास सोखा के देखावन बड़ा लवंग तरोले वह उसे कुछ फाइदा ना भयाद तब कहें बागी सईया एक बात बात बात तरज बदल गई लवाद लेकात तनी मजह दे
05:29चाद जब निकले चुपके से नदिया के पार चली रही है और जुपके से नदिया के पार चली रही है
05:59गवाद के पीछे वारत चाद जब निकले चुपके से नदिया के पार चली रही है नदिया में पानी
06:13नदिया में पानी भरल जब होई अर नई अप होई के सवाज जली रही है
06:27नदिया में पानी नदिया में पानी पानी पानी
06:39नदिया में पानी पानी पानी पानी नदिया में पानी भरल जब होई
07:01नदिया में पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी पानी �
07:31गोडिक उजियारबा तक घरवा यहन नमा जरलू नाही दियना
07:51घरवा यहन नमा जरलू नाही दियना
07:56अरे शासुर नगर या यह दोर नाही भल
08:00घरवाय अगनवा जरलना ही दियना, साथुन नगर्याय जोरना ही भई
08:16घरवाय अगनवा घरवाय अगनवा जरलना ही दियना, अरे दिनवा महिनवा बरिस चार बीतल
08:39ए दिनवा महिनवा बरिस चार बीतल, अगर्या हमार नभी फोर नहीं वै
08:59हैला नहीं कहे、
09:07जय जए लुगा इंड़ा सेटे लुगा जय आप आप सेटे लुगाँ अजिय नमा महीनमा परस चारदी दल
09:26कि रहा हुआ है दोगे कि कुण पार करा कर रहे भई जो भगवान कहाथे वह में हम का कर से कि लाव करने की एक काम कर से कर ला शरकार कर काप
09:52तरज्य बाग, हर नदी आप कहा महली, कहा वो हे लो लुबो, आप तुमें परान बो, आप वो कैसे, भाईया हो, बहुत सा धून इसन निकले ले, कि छोटका बढ़का बिरहिया जोनुन, बड़ा बुधी मानून, छोटका महूं वही मैं ही,
10:22हमको नो बहरे ना यमू, वही मैं ही वही बुधी मैं ही हमू, धुद्य मैं हू, धुद्य मैं हू, धुद्य मैं हू, धुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्य मैं हुद्
10:52रस नाबतावत में खल्यों में के ढूल रहा है थे घुठ रहे हम रेंग नाईवत भब तो बात अगे शुम्ने
11:00अरस तर्याप एक गोसन्याप बाद के यो सुबाद मुदिया मोर बुदा गोषवन
11:09का करी तभम कहें एक काम कहदाब कुल को होगे ना परपाबी बली को कैमा दूसर अपादी
11:38कर देखा बात अगे सामने कोल की संया पन दूसर भियाह कला कहना ने कहा कहते हुँ आपने पर सवत भिलाओ थू कोल कि सवत हम भिलाओ थी जरूर लेकिन इसन महरारू से भियाह कराईब कि हमरे पर सवत न रही
12:03कहें संसाद में शन कोने और बाज अन हमसे भ धियाख कर यह तोहार सवत न रही
12:08कहने हो एक और यहार यह लुग अन हमके बड़ा मानि
12:11और उकले लड़ीका हुई है तो अपने मम्ता मिटा ले और बाज कहने और बाज
12:17कहें हमरे छोटी बहिन सभीता से साधी तोहार हो जाई हैं
12:20तोहरो कुल खंदान चली हमरो मनता पूरण होई हैं
12:24कहली कि मारे छोटी बहिन सभीता बाप
12:26उसे तोहार साधी करादिव सही हैं
12:28अपने माई बाप के दूए बिटिया है
12:30बहिनिया हमके बड़ा माने ले
12:32हमरे पर उस सवत न रही वो करें बाल बच्चा हुई आ अपने मता मिटा लेगा
12:36जब छोटी बहिनिया करें नाम सुनें झाला है कि ओओ बहिनिया ते कर चोखाए बाप
12:43बियावा हो जा तर ठीकर हला लगा उपपर से ना ही ना ही कर दो बीद्टर से हाँ कर दो
12:49मैंनमा मैं अब सुचत में कि हो जाता ठीक कर रहा है
12:52कोला देखा हमार मन तनाह तो हार मन होता
12:55जा अपने बाप मतारी ते पूछ लागो लोग मान जाता जाना हमूम मन अल्ला है
12:58तो राए बाफ सब्ते करके सीला अपने नईहर आईली
13:02अपने छोटी वहिन से साधी अपने पिया करता है कर लिए
13:06अईली अपने नईहर बाप मतारी समस्या रख दे लिए
13:10कि छोटी वहिन के साधी मेरे दुलाद से हो जात
13:13तो हमार संसार में दुख हो राज़त
13:14नहम के बड़ा मेहना बाफ
13:16बाप मतारी आपस में राय करिलन कि साधी लड़की कहीं करही कोई
13:21अए सदिया में दू फाइदा बाँ
13:23एक तो लड़की कहीं साधी को जाए कि न पड़ ये बड़ा सस्ते बिया हो जाए बेपाईटा में
13:27अगर दूसर मेरे बड़ी बिटिया के दूखो कट जाए
13:30सब लोग मंजूर कर गिलन लेकिन छोटी बहन सब इता कहती है के रे मा ये रिस्टा नहीं होगा
13:37कहे का है विटिया तो बताओ बत्तरज बदल गिलवाओ
13:40किया जूरी में भारी भारी मोतिया लुटाई जी
13:50अंगना में मोतिय कर चव का पुराई जी
13:56अरे भरी भारी आस बोली छोट की बहनिया हो
14:03कैसे अपने बहनिक बन बसावतिनिया हो
14:09अरे दागी लागी जाई तूटी नात के रसारिया
14:31नहीं आसा नहीं आके डसी है लगनिया हो
14:36कैसे अपने बहनिक बन बसावतिनिया हो
14:42माई साधी ना होई ये दिन उकरे दुलाह समार साधी होई ओकरे चाती बजर गिर जाई अब हो के अंदाजा ना लगे बाज़े वकर दुलाह हमके बेसी माने लगी वो दिनों के पता चली ए लिए इह बाद के तू मन्जूर मत करिया हूँ पढल लिखलना होके समझ में ना
15:12लेकिन बड़ी वहनिया जाक ख्लत क्ये रे वहनिव तो चली की समाज में दुनिया का दुख दुनिया बाटएला इन्जान का दुख लहें बटटना बाटनागे मैं वह निखल घुळ के नेगे लिए बाटना हमके भलाई बादे क्या मिनकार के लिए लेकिन तु � manufacturing करता है
15:42आरे तो मंकर जवाब या फारी दिहलो बहीनिका है मेहनमा के
16:12जवन दिल चाहे उहे कही नावाब जहां चाहे हमरा के सद्यार जावाब
16:24आगी कर जवां में बारी दिहन हो बहीनिका है मारी दिहन हो बहीनिका है
16:34कि भाइगा दुआ रही काहिए नहीं पान भंदाथ फरियाद चयू के आजम गर्फ पांच बेदे लिज़ जहां को रिक्षा मरसाधी रचा क्या पंदुख मिटा लख बड़ी बहीनिया जब इतना सुनने भा एभियात इस अंसान में कहली की जवन कौनों यह औरत ना कर ले �
17:04लेकिन अपने हाथ गाठ जो रावत बाप यह भाव कानंद बात ना जो है बाप
17:12कहतानी भारत के जनन वारे सजनमा हमार बोल हरी अपने ही सया के से जरियारे चुनरिया सजावे लगल बई
17:28अपने ही सया के से जरियारे चुनरिया का जावेल बई
17:45अरे कल ना कल आई सजल मेहदी पियारिया बीदाहों के नई हारे से चलली दुलरिया
17:55लेके यही नी अपने बखर यारे चुनरिया सजावे लगल बही
18:03बिदाई करा लहली न तो लिखे पड़े लेक बात
18:06एक माई बाप के दुई बिटिया दूनों के का मिलल
18:10दूनों के जीवन में कितना समागम रहल
18:12कि एक के मात पिता एक नई हर ये कस्ता सुरवा
18:17अरे सबत बहुत मिली है लेकिन मिली नहीं ये इतन बेवाता
18:44एक पती संग एक ठाली में खाती है जीए सश्वार इसी तरह से कुछ दिन बिदे लीला तब कैलन कतार
18:51अस सभिता की गोदी में सुन्दर खिल लपूल एक प्रेम पसार
18:55सभिता के छोड़ी बहनिया के लड़ी का पैदा भल
18:59बड़ी बहीन के देवल अगल की बहीनी इन लड़ी का लेला जोने दिन बदे हमार वियाह कर लू उदिनवाय आ गएले शीला जब गोदी मच्चा पोले बाव करें खुशी का ठेकाना नाई बाव यह एक तरज बाप इटे दुलही के दुलहा बड़ा पतर दुबर लन जा
19:29नहींवाय बॉजरा अरे हमारे वाला मुंऊ करतर का मरले शामय बोड़ा अरे दुनम अता वाप पूजला ख़पना आ� Estate
19:49हरे दुनो मतारी का पूजल सपनवा अंगनवा मेखे लैनंदला
20:19हरे दुनो मतारी का पूजल सपनवा अंगनवा मेखे लैनंदला
20:26चार बरिस में चार संतान भैले बेटिया बेटा का सपना पूजाई लैनंदला
20:49अगनवा मेखे लैनंदला
20:56चार बरिस में चार बच्चा तीन लड़का एक लड़की
21:03अगनवा में चार बरिस में चार बच्चा तीन लड़का एक लड़की और
21:17और बड़ा चैन से जिंदगी भीतत रहल लेकिन जब दू महरारू हो गई लिए तब फकीर चंतनी सवखिन्नी में आगे लेन
21:24साव खिनवा के तनी लगने नहें काप पहुराण लगावया एक पहुरा से आधा बोतल यादा बोतल से पूरा बोतल साप लेन शुरू
21:34कईलन से अंग्रेजी से विस्की बारंडी से बीच में ठर्रा चल लगर या खीरी में आके लगलन पाकिट वाला पाउच पिये लगलन
21:43जेवा में घुमा लगलन तत्तर जवा उए भाप
21:52अरे ससुरे न जैबा न यहर ससुरे न रहबा न यहर जैबा जरूर हो
22:05मिलल वो सराबी सैया न सवा में चूर हो यहरे मिलल वा सराबी सैया
22:14दूई दूई दूणानी आगे पियसा उखीन हो
22:30मनवा भुलावे लागल पनिया रनीन हो यहरे मना भुलावे लागल
22:38अरे पिया या पिया वै धर के सुधिया भुलायल
22:53एक दीन धारावई में पोतर खोलायल
22:57एक दीन धारावई में पोतर खोलायल
23:02एक दीन धारावई में पोतर खोलायल
23:06अरे देके दूणानी भाईली कमगीन हो
23:12मनवा भुलावे लागल पनिया रनी
23:17अरे भाई आप नतीजाई निकलल की छाने ठूकर करोज के लट पढ़ गई घर के चिंता छोड़ दलन
23:28अब वोई दारू के चक्कर मोगे कैसे बेवस्था होई आप घरे के बेवस्था भुला गई लें एक दिन बाहर के कोटा पूरा हो गया
23:36अब कुछ वह भर होगे लेक बुतल तो बुतल के लिए लेक भर एक भर ले भर आउ धर दलन आव सबेरे सबेरे उठलन न कीचर पोचलन न मू धोलन बुतलिया निकाल के रगदे टेबुल एक पे लगवलन अवाज दलन अरे सिला जिरान नगिन है
23:54करला कि अरे देखता रहे भी अनवा नमकिन खोज़त बाप चोटकी गई देखला करद के रहे भईनी अपनों जिंदगी बरबाद के लुँ हमरोग बड़ा लड़ीकन बदेट चोखाय लेलू चठे लईका आप हो गई लें अनवान कब खर्चा पानी कई से चली उतरह सरा
24:24क्लश कर सकती है औरत की जात मतलब को करते है औरत के पास यतनों पावर ना हो त्यों मॉने में विक और सकत I
24:47कर सकते हैं गलती कहले पर यह ना कर सकते कि बेजा करत हुआ मान जाए इक पर पले पावर है नहां मर्दे के पले इतना पर चाहे जतना नजायज कर जाए तो इस सवाजिक सच्छाई है और अत्मर्द के लोग कहलन की बड़ाबर का हिस्सेदार भाया धांगी निवा पंडी ज
25:17मुफिल पाटी सावन फागुन के रंग में रंग नतलाए आज के जमाने में जोने मुफिल में सराब नचली मुफिल उदास हो जाई लेकिन हमार कहना हो मगर जहर से बुरी भयंकर सराब याग जब भड़काए अपनों से दूर गैरों के पास खून कतल भी करवाए काबू
25:47के दोनों ठाल लें शीला सबीता दूनों लेहली ठाली पानी बूतल के अगर के भीतर चली नहीं मनमानी पानी पूतल के
26:17ये आप मानी डाक्टरे तबले सबीता बढ़ नहना टेबुल से सराब की बोतल सीला चली उठाई हो खुड़ाक में लगुपाधा पापी फकीर चनगुसी आई हो उठाली आप पिस्टावल करत नादानी पानी पूतल के अमारा सीला के सीने पर तानी पानी पूतल के
26:39सराब को बोतल पड़क देती है बोतल चूर होगी सराब कमरा में बिखर गी तो सराबी आदमी जन पक्का सराबी हो उनके सामने बोतल सराब रख लो एक पे लगागे मूड बनावत हो अद्टतों कर बोतली है फोड़ दे के हूँ जब बाफ जब बोतल खुल जाती है उसके
27:09पिस्तोल कहा या उरत के जाज किता हिमत के मर्द के खुराग मादा डाल दिया जब पिस्तोल निकल ले बाफ चुटकी बहनी है देख़ बाफ कि बहनी के दुख काटे लिए हमरे अगर मर जाले तो तबले सभीता बहन के आगे आगे अगे लिगभर आई हो अगोली लागा �
27:39मर्लस गोली जब चुटकी आगे आगे लगेगे बढ़की के लगेल चुटकी के गिर के खुन से लगवा जमीन पर आज तब तक से बड़ी बहन गोल भर लेती है कि बहनी बढ़ा बुरा हो गल कलत बढ़ा बढ़ियां भाल अरे तो के लईका ना रहलन लईकन बदे के हमार
28:09अरे नारी के जना मामी लगा सरपार
28:26पहली चूक भहल के संसार में आवरत के जनम मिलड़ अर दूसर चूक होई गईली गोदिया का ममताय बहनी
28:36हमरे करना गरी जिन्दगी बहार
28:41आरे हम ही पपी निया के आईलना मौतिय बही
28:47माई के पाहरों बच्चावा की घार
29:01लडी कबा देराया लगला इधर भे लुकाया लगला और तब तक से एविया
29:09शिला करती है कि बच्चा काम ना किला से हैं हमके मार देता हमेरे जिन्दगी में कुछ ना रहल
29:15लेकिन अमरे वहिं के मार के लडीकेन के बीना माई कदला कले तो ही के तै मारे के तो धोखा में मर गए अरे लेकिन ता सराविया ना बूझला मरमीय भाईया गोपी से तो लिया फिरे हना तो आराए
29:37बड़ जाती है और सामने होटल वाला गोली के वाद पर फोन कर दिया हला भाया ला जानी गईले साब लोगवाए भाया अरपाई के खबरिया आए हथानेदार पुलिस घर गेर लेती है दरवाजा तोर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं यह भी आप बड़ा बेटा मनीश दरो
30:07अरे माई के बाबू देहले वल्या के वाद तो खुणावा से लगपद दूनों बहीनी का लस्या यह भाया तक फकीर चंद भाईले की अफ़ार तो उन्सलत पर दोनों बहन की लास्क पोस्माटर में के लिए भेद दी जाती है
30:36अज़ रंगे हाथ पिस्टोल के साथ गिरफटार हो गया जब लाग पुसमाटम से लवट के आई लहल और कफन में लपेट के रखल बा और तब तक कुरे माई बाप के पता लगा लू हो आगिलन लड़ीका ना तुठे बिटियर नहीं दूनों मर गई ली अईलन जब यहां �
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