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वंदे मातरम पर संसद में चर्चा क्या सिर्फ वोटबैंक के लिए सियासी हथकंडा? देखें हल्ला बोल
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00:00कॉंग्रेस मंदे मातरम के बठवारे के लिए चुकी इसलिए कॉंग्रेस को एक दिन भारत के बठवारे के लिए चुकना पड़ा
00:30कॉंग्रेस के हर एक अधिवेशन में 1905 से लेकर राज तक साउंडूहिक तौर पर बंदे मातरम डाया जाता है
00:54आप चाहे जितना भी कोशिश कर लो आप पंडिट नेरू जी के जो उननका योगदान था उस पे एक भी काला दाग आप लगाने में सप्थम नहीं होंगे
01:10जिन्हों ने आजादी के अंधोना ने भागी नहीं लिया है वो बंदे मातरम का वेहत्र क्या जानेंगे
01:19दर सल ये राश्ट वादी नहीं वलकि राश्ट विवादी को उसे हैं
01:24बंदे मातरम के साथ हुए राजनितिक शल और अन्याय के बारे में सभी पीडियों को जानना चाहिए
01:31नमस्कार हल्ला बोल में आपका स्वागत है आपके साथ मैं हूँ अंजिना ओमकर्षब बंदे मातरम
01:45एक शब्द एक भाव एक चेतना एक स्वाभिमान एक संघर्ष अंग्रेजों के विराद दुरद विजय की ज्वाला
01:54राश्ट का उगोश यही है हमारा बंदे मातरम के डेज सो वर्ष पूरे होने पर चरचा की है
02:03लेकिन सवाल वंदे मातरम पर वोट वंदन का उठ खड़ा हुआ है
02:07ये सवाल इस तथे से उठा है कि 1937 के कॉंग्रस अधिवेशन में
02:11वंदे मातरम के सिर्फ दो पद का गायन स्वीकार हुआ
02:14और 24 जनवरी 1950 को सिर्फ इतना ही राष्टोगीत के तौर पर स्वीकार हुआ
02:19आज संसद में बहस की शिरुवात करते हुए प्रधानवंटरी नरेंद्र मोदी ने जोरदार प्रहार करते हुए कहा
02:25कि वंदे मातरम पर मुस्लिम लीक के सामने कॉंग्रस ने घुटने टेक दिया और यही विभाजन का देश का अधार बना
02:31प्रधानवंटरी के नेतरित में सत्ता पक्ष के हमले के जवाब में कॉंग्रस समेत विपक्ष के कई दलों ने दलील दी
02:37कि जनता के मुद्दों से भागने के लिए वंदे मातरम पर बहस खड़ी की गई है
02:41प्रयांका गांदी ने वंदे मातरम की बहस को बंगाल चुनाओ से जोड़ा
02:45ममता बानजी ने भी बंगाल के अपमान का आरोप लगाया
02:48ममता बानजी की पाटी ने उदर संसद में बहस के दिन राहूल गांदी की खेर हाजरी पर
02:53बीजेपी सवाल उठा रहे हैं सवाल ये है कि वंदे मातरम पर जिन्ना की मुस्लिम लीग के आगे
02:58नहरू के जुकने के आरोप बीजेपी का प्रमास्त्र है
03:01क्या क्रांती कारी गीत वंदे मातरम वाकई तुष्टी करण का शिकार हुआ
03:05और जान बूच कर दुरगा मा के इर्दगिर जो लाईने लिखी गई थी उनको हटा दिया गया
03:11और क्या ये मानसिक्ता आज भी जिन्दा है
03:14वंदे मातरम के बठवारे पर सिर्फ चर्चा या कोई फोईसला वंदे मातरम पर वोट वंदा नाजी ही है
03:20लेकिन इससे पहले कि हम चर्चा के शुरुआत कर इस बांचुत्र वेदी सांसद प्रवक्ता बीजेपी के जुड़ेंगे
03:25आतुल लॉंडे पार्टल प्रवक्ता कॉंग्रस पार्टी के हमारे साथ इस चर्चा में जुड़ गए
03:28स्वागत है आपका वारिस पठान ए आए माएम के प्रवक्ता
03:32लजेपी आर से दिरेंदर कुमार हमारे साथ जुड़ रहे है
03:35दो खास में मान मुहमद तौसिफ रह्मान जो की टीमसी की तरफ से हर्श्वद अंत्र पार्टी वरिश्पत्रकार के तौर
03:41पहले लेकिए रिपोर
03:42पम्ही दुर्गा दश प्रहरान थारिनी
03:49कमला कमल दल पिहारिनी
03:53बाणी विद्या दाहिनी
03:57नमामी त्वाम
03:59नमामी कमलां
04:07प्रधानमत्रि सुछलावम
04:25पम्हाये की हताशा म मैं ह्टाशा में
04:28हम भारतियों को होसला देने वाले थे अब जब ये लाइने देश के सुविकारे गए राश्ट्रगीत में शामिल नहीं है तो बंदे मातरम की
04:37सौपचासवी बर्शगाट पर हो रही संसत की चर्चा में कॉंग्रेस पर वार का सबसे अचूक अस्त्र बनी है
04:44इतियास इस बात का गवा है कि कॉंग्रेस दे मुस्लिम लीग के सामने गुट ने टेग दिये और मुस्लिम लीग के दवाओं में किया
04:57यह तुष्टी करण की राजवीति को साधने का एक तरीका था कॉंग्रेस बंदे मातरम के बट्वारे के लिए जुकी इसलिए कॉंग्रेस को एक दिन भारत के बट्वारे के लिए जुकना पड़ा
05:17वंदे मात्रम गीत को लेकर प्रधान मंत्री के निशाने पर पंडित नहरू है
05:22तोधर संसव में कॉंग्रेस ने आरोप लगाया कि वंदे मात्रम के भाग को बीजे पी आरेसेस ने कभी सुविकार ही नहीं किया
05:43वंदे मात्रम का नारा कब लगाते थे जब हम बिटिश के अंदर हम खोफ पैदा करना चाहते थे
05:50तो ये था मूल भाव वन्दे मात्रम का बिटिश के विद्रो करने का, मैं पूछना चाहता हूं कि आपके राजनितिक पूर्वजों ने वन्दे मात्रम की इस मन्शा को आपने कब पूरा किया, कब आपने बिटिश का विद्रो किया
06:03हम ये बहस यहां आज दो वजों से कर रहे हैं पहला कि बंगाल का चुनाओ आ रहा है हमारे प्रदान में अपनी भूमे का निभाना चाहते हैं उसमें और दूसरी वज़े यह है कि जिनों ने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी जिनों ने देश के लिए बड़ी-बड़ी क�
06:33मुद्दों से भटकाना चाहते हैं इस बीक विपक्ष के कई अन्य दलों ने वंदे मातरम के विभाजन को मुद्दा बनाने पर बीजेटी पर पलटवार किया है जिस वंदे मातरम ने आजादी के आंदोलन में सब को जोड़ा आज के धरारवादी लोग उसी से देश को त
07:03जिभाजन का ये मुद्दा बंगाल में सबसे ज्यादा तूफान ला सकता है ऐसा इसलिए भी है क्योंकि वहां कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं
07:11बंदे मातरम का पूरा गाना कभी नहीं लिया था अंडी रविंद्रा ट्रिगर ने कुछ लाइन थिलेक्टेड लाइन ट्यार किया था उसी का उपर में बंदे मातरम नेशनल शॉंग एक्सेप्टेड हुआ था तो किसको पोसंद करते हैं एक कैसे आया इस अब लोग
07:39जाहिर है कि वंदे मातरम पर संसत की चर्चा एक सुन्दर अभिव्यक्ती तो है लेकिन इसकी राजमीती ने वोट बैंक वाली राजमीती पर आर पार की लड़ाई फिर छेड़ दी है ब्यूरो रिपोर्ट आज तक
08:09सुदान शुत्रिवेदी जी क्या ये आरोब जो कॉंग्रेस पार्टी का है उसमें दम है वो ये कह रहे हैं कि कॉंग्रेस में आप नहरू की लेगसी पंडित जवाहलाल नहरू की विरासत को खत्म करने के लिए उस पर काला दाग लगाने के लिए आप ये पूरा प्रकरण
08:39तो मैं ये कहूं नहरू की विरासत को गले से बांध कर और डूब जाने का निरणे कॉंग्रेस कर चुकी है और दर्शकों को यदि ना पता हो तो मैं बताऊं 1929 में कॉंग्रेस के अध्यक्ष मोतीलाल नहरू थे और आज लगबक 100 साल के बाद भी परिवार की ही हात में कमा
09:09गांधी जी राहूल गांधी जी और मैं वैसे इसका मतब कांग्रेस वरकिंग कमेंटी को तो उन्होंने किनारे कर दिया वह अलग बात छो जी तो उन्होंने जोड के रखा और जहां तक नहरू जी की बात है अजना जी वो दौर चले गए जब एक मीडिया में कंट्रोल सेक
09:39को पत्र लिखा और 26 अक्टूबर 1937 को कलकत्ता में अधिवेशन में कॉंग्रेस ने वंदे मातरम को काट दिया अगर कोई इस पॉइंट को रिफ्यूट कर सके तो करे हकीकत यह है कि जो एक लीगेसी बहुत बड़ी बना रखीती है अंजना जी हम किसी का कद नहीं छोटा क
10:09कि जो वंदे मातरम के विशय में माननी प्रधान मंतरी जी ने बात कही है जो इन्होंने का न कौन किसकी भावना और किस से क्या समस्ता है देखिए पहली बात यह कि कटर पंतियों के आगे जुकने का अंजाम बहुत बुरा होता है 1937 में वंदे मातरम कटा और 47 में देश क�
10:39यह वही वंदे मातरम की भावना है उन्होंने कहा यह रिगवेद में और अथरवेद के प्रत्वी सूक्त से आती है जिसमें कहा गया मातः भूमी पुत्रो हम प्रत्विया यह भूमी हमारी माता है मैं इसका पुत्र हूँ और यह वही भावना है जो हमारी संग की प्राच
11:09उस समय नहरू जी अड़क के खड़े हो गए होते
11:12और जिन्ना के आगे नहीं जुकते
11:14बंदे मातरम नर्ट विभाजित होता
11:17शायद देश विभाजित होने से बच जाता
11:20मगर क्या बताएं उस गलती से कोई सबक नहीं लिया है
11:23और आज भी ये लोग उनी के साथ खड़े हैं
11:26उसी मुस्लिम लीग के साथ एक लाइन बोल दूँ
11:28आज गौरव गोगोई के मूँ से एक बात निकल गई
11:31कि 24 जनवरी 1950 को मुस्लिम लीग ने विरोध किया
11:34इसके बावजूद हमने बंदे मातरम को लिया
11:36अब अतुल पाटिल जी बता दीजेगा
11:38आप तो कहते हैं ये मुस्लिम लीग वो वाली मुस्लिम लीग नहीं है
11:41तो 15 अगर्ष 47 को देश विभाजन होने के बाद
11:43ये 24 जनवरी 1950 को कौन सी मुस्लिम लीग थी
11:46ये अंजाने में हकीकत सामने आ गई
11:49ये वही मुस्लिम लीग थी जो तब थी
11:51क्योंकि आजाद भारत में बनी मुस्लिम लीग की अध्यक्ष
11:54मुहमद इस्माईल और पीके पोकर सहाब बहादूर
11:57जिन्ना की मुस्लिम लीग के मडराज प्रसीडेंसी के अध्यक्ष थे
12:01जिन्ना को काईदे आजम कहते थे, इनको काईदे मिलत कहते थे
12:05और 1946 सी कांस्टेंट असेम्बली में मदराज प्रेसिडेंसी की 30 की 30 सीटे
12:09मुस्लिम भी ने जीती, 95% मुस्लिम ने उनका समर्थन किया
12:13और साउथ इंडिया से एक जो मुस्लिम पाकिस्तान ने गिया
12:15ठेक है, चले मैं इस पर लोटूंगी और अगला सवाल ये होगा
12:19वोट वंदन वाला जो मैं उनसे पूछूंगी कि क्या वंदे मातरम पर वोट वंदन के लिए
12:23इस सब कुछ हो रहा है, लेकिन दो मौजू सवाल है, सबसे पहले तो तीनों
12:27पारग्राफ हम अपने दर्शकों को दिखाना चाते हैं, जो आज प्रधान मंतरी ने भी वहाँ पर हिस्सा गाया था, आखिर इसको हटाने की वज़ा क्या थी, इस पर अगर आप एक पॉइंटर जवाब देंगे अतुल सहाब, तो ये सब के लिए अच्छा रहेगा, मतल�
12:57पंडित जवाहला नहरू की एक चिठी को उन्होंने कोट किया है, जो उन्होंने सुभाष चंदर बोस को लिखी थी, और उसमें कहा था कि मुस्लिमों को इससे परिशानी हो सकती है, वो कह रहे हैं, 37 जहां पर आप इसके लिए माने की काट दो हिस्सा, वहां से देश का, क्
13:27सुभाष चंदर बोस को?
13:57हरा दिया था, 4% भी होट नहीं मिला था, 37 के चुनाओ में, 1935 के आइट के तहट, और उसके बाद, 1940 में लाओर के अधिवेशन में उन्होंने पाकिस्तान का धराव पारित किया था, वही फसलुलग के साथ, शामा पसाद मुखर जी ने 1941 में जो है, तीन प्रांतों में सरका
14:27जी कह रहे थे, कि आप सारे हिंदुस्तानियों को बरतानी आर्मी में शामील हो जाओ, आजा दिन्द सेना के खिलाफ लडने के लिए, और इसी विश्वमन से, यह मैं नहीं कह रहा हूं, जो खत लिके है, सर्दार वाला भाई पटेल जी ने, शामा प्रसाद मुखर जी और
14:57जी ने कहा था, मैं कलकादा जल्दी पहुँचोंगा, और की रविन्दरणाट तागोर जी से बात करूँगा, अब इस समीची में कौन थे, इस समीची में सुभाच्चंद्र पोस थे, आचंद्र नरंदर देव थे, राजंदर प्रसाद थे, इसमें, रभिन्दर नरंदर
15:27नकारते है जिन्नोंने कहा था कि इसके दो स्कांदा ने ही आज तक सब कुछ किया है आज तक इस देश में प्रेरना भरी है और ओप्रेना को कायम रखने के लिए
15:35जिन्होंने उसको रिदम भी दिया था और जिसे बाद में एक्सिप्ट किया गया नेशनल सॉंग और नेशनल आंथम के लिए भी जर्चा होई थी यह तो वही राजीव दिक्षित है जी जुन्होंने इस देश के नेशनल आंथम को भी बदनाम करने की कोशिश की थी और इसक
16:05इरिटेट थे मुसलिम्स यह हमारे पास इस वक्षिट्टी बीम स्क्रीन पर दिखा रहे है अतुल साब यह यह तो एक्स्पें कीजिए ना यह देखिए यह उपर की जो तीन लाइन है तोड़ा जूम इन कीजिएगा इड़ा सीम अधिस बैग्राउवा खत है मेरे पास भी
16:35इस बैग्राउड इस लाइकली तो इरिटेट थे मुसलिम्स यह देश के मुसलिमों को नाराज कर सकता है यह दाना क्यों बनी ने ने मैं तो अभी सब कुछी पढ़ने वाला हूं जिनके मातरू संस्था में आज तक एक बार भी बंदे मातरम गाया नहीं गया जिनके मातर�
17:05यही मेरा अगला सवाल है सिनाचुजी से उसके खिलाफ राम लिला ने मेरा अगला सवाल यही है उनसे कि कॉंग्रेस के अधिवेशन में तो यह गाते थे आप लोग क्या करते थे मैं उनसे यहीं पूछूँगी लेकिन यह लाइन तो समझाहिए ना प्लीज अपने अपने
17:35उन्होंने इतना डिस्टर्प किया वंदे मातरम गाते समय उन्होंने उनको चैलेंज करता आप दाके दिखा हो गानी पाया उन्होंने मैं जब गारा था तो उसका अफमान करने का काम किया तो यह इनकी ठीक तरत है
17:44चलिए अब आप जवाद दीजे लेहरू जी ने ये लाइन क्यों लिखी उसका अधार वो नहीं बता रहे है लेकिन आप ये बताईए कि वह तो कह रहे हैं कि कॉंग्रस के अटिवेशन में तो हम गाते हैं आप लोग क्या कर रहे थे दूसरा वो कह रहे हैं कि अगर आप आ
18:14से पहले का हम से जवाब मांगते हैं चलिए इस आधार पर कि राष्टी स्वयम सेवक संग से बहुत से हमारे नेता आए तो मात्र संगठन तो आपका था तब मैं दो सवाल कहता हूं हमारा मात्र संगठन आपके अनुसार जो 1925 में बना और 1931 में गांधी इर्विन पैक्ट
18:44आरे पूरी बात सुनिये तब आपको इस्तिती स्पष्ट हो जाएगी 1931 से 1947 तक 1942 के exception को छोड़ के कोई आंदोलन नहीं हुआ
18:54मैं चैलेंज करके पूछता हूं 1931 तो 47 16 साल कोई आंदोलन नहीं कौन सा पैक्ट हुआ था इर्विन के साथ और पहले छे साल में आप आंदोलन की बात करते हैं तो डॉक्टर हग्यवाद जेल गए थे और कॉंग्रेस 1885 में बनी उसका मात्र संगठन कौन था एलेन आक्ट
19:24डेथ हुई और पहले 25 साल 1885 ते 1910 तक अने एक ब्रिटिस सरकार के सेकेटरी इनके अब्जेक्श रहे अलफ्रेड रोब विलियम वेडन बर्न जॉर्ज यूल घजत था साब ब्रिटिस सरकार के सेकेटरी की सदारत में पहले 25 साल बैठे थे और हमसे कहरें पहले 6 साल में सं
19:54पूर्ण सुराज का प्रस्ताव पारित क्यार था तो 1930 से पहले इनकी लड़ाई सिर्फ वाइस सुराई की एक्जिडू कांसिल में कंसेजन प्राप्त करने की थी जब डॉक्टर हेगवार ने 1920 में नागपूर कॉंग्रेस अरिवेशन में कहा पूर्ण सुराज का प्रस्ता
20:24साथ में सूरत के अधिवेशन में मेरे भाई आप तो खुद कह रहे हो कि 26 जनवरी 1930 को हमने सुतंता का वो प्रस्ताव पारित किया तो लड़ाई थी 1930 में चुरू हुई 1931 में एक सिविल डिसोबीडियन्स मूउमेंट हुआ सविनय वग्या अंदोलन उसके आफ सब खतम हो
20:54अपना मातर संगठन में बता दिया अब अपना मातर संगठन बताओ कि वो बिटिश गवर्मेंट ठीक नहीं ठीक है जवाब देता हुए उनका इसले में बीच में नहीं आऊंगे विल्कुल एलन एक्टोन हुम ने जरूर इसकी स्तापना की थी लेकिन हम अंग्रेजों से �
21:24इकलोते हैसे थे जो बहार आने के बाद इनका वह अजन बढ़ गया था खुद का कोट नहीं पहन पाए थे अब आपने लोकमन्य तिलक जी की बाद की चतु सित्री चली थी बंगाल में बंगाल में एक उसरे के हाथ में हाट डालके हिंदू मुसल्मानों ने गाना गाया थ
21:54उसके लिए कहा गया था और पूर्ना स्वराज जो है ताकती पंग्रेश की वो ताकती जवाला नेरु की उन्होंने वो ठराव पारी तिया रावी नदी के किनारे और पहली बार तीरंगा फड़का या था आपने तब भी तिरंगा नी फड़का या था लेकिन आपको जैन
22:24आज भी हम आपके कभी अधिवेशन में उसको गाया गया है चिर्क राजनितिक इस्तमाल करते हैं मैं गांधी जी के बारे में आपको बताता हूँ क्या कहा था गांधी जी ने यंग इंडिया में आज सप्टेंबर 1920 में मदरा स्टोर बेजवाला में एक उन्होंने आर्टि
22:54सुभाद चंद्रभोष जी ने सिंगापुर से ऌहा था दोनों को वार्निंग जी ती
22:59सवार करजी को भी वर्निंग दी ती और जिन्ना को भी वर्निंग दी थी कि आप दोनों के इस संपरदाई लड़ाई में देश का विबाजन होका और एकियास में आपका नाम काल्य अक्षर से लिगा जाएगा यह भी सुभाचंद्र बोस ने कहा था अपसुनों भात्मा गां
23:29विक्री टू मदर हिंद्र तो भी हिंदू-मुसल्मान की जय इस रिटन भाहत्मा गांदी अं सेकंड सप्टेमर नाइटी ट्वेंटी इन यंग इंडिया यह सारी डिवेट में भाई चारा कामी नारा वंदे मातरम यह कहते हैं लोग आज भी और हिंदू-मुसल्मान की एक
23:59कि दिखावा मुझे जो स्वाधिन्ता संग्राम में वंदे महातरम कहते हो या भारत माता की जय कहते हो फासी के पर चड़ा हो या किसीने बोली सीने पर जेली हो तो हजारो नाम बता तो पेड़ से लटा गए उन्नी सो यह स्वाधिन्ता से नानी कई कॉंग्रेस के थे जब
24:29ने का ज़नी का क्या है से दिख करने मरतिलाल नहरु गये थे उनको रिसी पर तो यही नहीं उसके बाद उनोंने तॉपलिक रेसेप्शन उनके ले किया था और मोतिलाल नहरु हांके मझमल خان के साथ गयते रिसीब करने
24:43जब आप कह रहे हैं न क्यों इतने हो गए थे कि कोट नहीं उनको आ रहा था
24:47तो यही है ना इतिहास का सब अपने अपने तरीके से
24:50जो आपको सूट करता है आप लेते हैं जो उनको सूट करता है
24:52वो सुधानशु जी लेते हैं सुधानशु जी लेकिन आज
24:55अब सीधा अगर इसको एक छोटा सा जवाब दीजेगा, बंगाल के चुनाओं से जोड़ा जा रहा है, छोटा सा कमेट फिर में बाकी लोग ताकते थोड़ी रहे जाएंगे
25:01मैं सिर्फ एक सिंपिल सी बात करेता हूँ, ये लोग कितना जूट बोलते हैं अभी बताता हूँ, 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन अगस्त में शुरू हुआ, मैं पूछना चाहता हूँ, फर्स वर्ड वार तो फर्स सेप्टेंबर 1939 को शुरू हो गया, और कॉंग्रेस का कहना ह
25:31था, 39 में तुमने इसले नहीं किया, क्योंकि दिसंबर 41 में परल हार्वर हो गया था, सुभाज चंद बोशी ने बाहर जाकर आयने बनानी शुरू कर दी थी, आपको डर लगने लगा था, उस समय हिटलर ने अटैक भी कर दिया था, रूस पे, तो सेकेंड वर्ड वर्ड व
26:01बहुत तेजी के साथ, अरे आप कहते हैं, पाकिस्तान इसने बनाया, इसने बनाया, अरे भाई जब आप से, मुल्जिम ने इक बालिया बयान कर लिया, आसी मुनीर ने कहा कि टूनेशन ठ्योरी थी, जो काइद आजम जिन्ना ने कहा, और जो सरसेद हमद ने कहा, आसी मुन
26:31पाकिस्तान 712 में बना, अरे शर्मानी चाहिए भाई, वो 712 मुहमद बिन कासिन से मानते हैं, ट्रप ने कहा, एक हजार साल से पाकिस्तान और इंडिया के लड़ाई है, वो एक हजार साल ये है कि 1025 में मेहमूद गजनी ने तोड़ा था, उसी वज़े से आज वो अपनी मि
27:01के भी नहीं रहे होंगे, 1888 में जिस समय बोला, क्या आयम बायन साय बोलना शुरू कर देते हो, मेरे भाई, फैक्त पे बात करो, प्लीज, चाहर लोग वेट कर रहे हैं, वो 712 में बना, ट्रीज, प्लीज, प्लीज, प्लीज, प्लीज, उत्ते जित नहो, उननीस सो उन्ताल
27:31थे घंड करो, रहे हो, एा थे हैं बताओ, एब बताओ, तैसलो, अग्र गलाफ होगा मङगा युट नी ने को आपकर माफी मरना, इस तरे दिए।
27:57शुड़ना पड़ा उनको, शुड़ना पड़ा उनको,
28:00को क्रिप्स mission आया था किर्प्स mission के बाद डिवेर्ब प्लान दना डिवेर्फ प्लान लगने के बाद ठैग कभिनेटE मिशन अई तो तो घाने कि साथ आप मुस्लिम लिग पैटेरे जिन्ना की मुसलिम लिग और आपकी हिंदु महासफ़ा अप भाइटे रहे हम बइटे निर
28:30जिसने इस देश के विवाजन का प्रस्ताव रखा था आप ने खुड टूनिशन तरी पहले रखी आप आप आप इस विशुमन के वज़े से सांप्रदाइकता के वज़े से मातना गांधी के एक पस इतना योगदान है आप उसके अलावा कोई योगदान नहीं है और आज भ
29:00नहीं होता पहले ही दूसरा हाथ उठा देता है बाकी पांच लोग वेट कर रहे हैं सर सुदानचु जी पांच लोग वेट कर रहे हैं जल्दी से सिर्फ एक लाइन सर आ कि नॉट गिव यू मोर टाइम एक लाइन बस और और मैं सिर्फ फैक्ट बोलूँगा फैक्ट के अल
29:30दो सितंबर 1946 में वेवल के द्वारा क्वीन के निष्ठा की शपत पेकर पुढ़ान मंत्री कौन मना जवालल नहरू और अभी जाके को इंटरनेट पे देख ले
29:39इसलिए मैंने सिर्फ फैक्ट बोल दिया कि जिसने अंग्रेजों के साथ सबसे दोस्ताना संबन थे
30:06जिनोंने अंग्रेजों के आधीन शपत ली और जिनके लिए अकबर इलहबादी ने शेयर लिखा था
30:12कि ये दिन में प्रदर्शन करते थे और रात को अब ब्रिटिस अबसरों के साथ डिनर करते थे
30:16वो कौम के गम में खाते हैं डिनर हुकाम के साथ रंज लीडर को है बहुत मगर आराम के साथ
30:23है इसलिए इनके स्वाजिनता संग्राम से कोई समध नहीं था वह ऐसी बात करेंगे डिस्तारियन बनेंगे और दुरबागय से
30:40सुधान्शु जी भी वही कर रहे 1946 में ट्रांसपर आफ पावर चालू हो गया था ट्रांसपर आफ पावर जब चालू हए जब का
30:47पर चुना होने थे चुना होकर कॉंस्टूनम से असेंबली आकर जो है रिपब्लीक 1950 में बना वो तीन साल में हमने सब कुछ खड़ा कर दिया था तीन सालों में वो तो आप जो पहरे हो न उसमें फिर शामा पसाथ मुखर जी की हुआ है उसमें डॉक्तर बाबासाब अब भं
31:17डिया जाए है उसके खिलाब उनों निस्तिफाद दिया लकिन आपने हुआ भी इस्टॉर्शन किया
31:20किसी चीज़ में कोई डिसेंट नहीं है एक ही चीज़ है जब भारतियों को जब लियाकतली और नहिरुजी का जब पैक्ट हुआ
31:36कि जो लोग पकिस्तान से ङिंदु स्तान में जो मुस्लिम वहां गए उन्हें मोका दिया जाये यहां कर अपनी प्रापरेटी सेर उसके खिलाफ उन्हों नहीं इस्तिफाद दिया लेकिन आप ने वहां भी इस्तौर्शन किया आपने गैडिस्ट्र लिए इस वह किसमिर के लि
32:06मैं अंग्रेजों के जाने की बाद, मैं अन्जिना जी एक लाइन बोल देता हूँ, बस जेट के साथ, और कोई जगन, एक लाइन बस, अतुल पाटिल जी आवेश में मताईए एक लाइन, इनके मुझ से निकला ट्रांसफर अफ पावर था, यानि सुईकार कर लिया कि 2 सितं�
32:36पाटिल जी एक लाइन बोल रहा हूँ, मैं तो अजादी के बाद बोल रहा हूँ, अजादी के बाद आप अंग्रेजों से कितने मिले हुए थे, ब्रिटिश आर्मी चीफ रहा, अब देखिए, तरीका गलत है, आपने चिलाना शुरू कर दिया, सब मैं फैक्ट फैक्ट ब
33:06चले ठीक है, वापस आठता है, बारिस पठान को दिखाए है, बारिस पठान, बारिस पठान, सवाल आज जो उठा रहे हैं बीजेपी, वो यह है कि देड़ सौंवा वर्षगाट है, वंदे मातरम वो गीत था, जिसने सब को, मतलब स्वतंतरता सेनानियों को, और सबसे ब�
33:36चान कर सकता है, करता क्या, आप लोगों को करता है क्या, बात ये नेशनल सौंग है, वंदे मातरम हम उसका आदर करते हैं, सम्मान करते हैं, इसको गाना एगा सकता है, हम पुछी तरह से उसका समर्दन करते हैं, खड़े रहते हैं, लेकिन सम्विधान का आर्टिकल 25 बोलता
34:06तो किसी को आप फोर्स नहीं करते बोलने के लिए बगर बीजे पीके का आदत ये बन गई कि अगर जिसने उनकी बात नहीं माना उनके डिक्टेटर्शिप के टम्स को नहीं माना वह जाता है अब बात बताओ मिरे को सुधान्चु जी 27 नवेंबर
34:202025 अभी की दिन की बात है दस दिन पहले राज्य सबा सेक्रेटरेट ने एक सर्कुलर निकाला था आदेश के वंदे मातरम और जैहिन को पार्लामेंट में नहीं बोलना चाहिए नहीं बोलने दिया जाएगा क्योंकि से डेकोरम खराब होता है अब आप खुद तो रोक रहते के
34:50आदेश की आजादी के लिए लेकिन बाकी के तीन पारग्राफ जो काटे गए तो उसको तो छोड़िये जो मौझूदा है वो भी आपको स्विकार नहीं है सबसे अच्छा आप ही का है अंजना जी आप सम्विधान को मानते है सुप्रीम कोट का एक और आप पढ़ लीजे �
35:20बार पर खड़े होने के बराबर है क्योंकि आपको सबका वोट चाहिए चाहिए वो जो मुस्लिम महां पर रहते हैं उनका भी वोट चाहिए हिंदू का भी वोट चाहिए और यहां पर बात आकर अटक गई है कि क्या मुस्लिम तुष्टी करण के लिए कुछ हिससे काटे ग
35:50हमारा भारत का हर मसला सॉल्व हो जाएगा कि 1930 से लेके 2025 तक की सारी जो संस्कृती थी सारी जो हिस्ट्री थी वो आज उन्होंने बता दिया मुझे आज पक्ता मुझे लग रहा था कि आज में हिस्ट्री क्लास में बैठा हूँ और उन्हें ने मुझे सब सिखा दिया और आ�
36:20होती क्यों हम पुरा बारो मेना काम करते हैं अजना जी आज प्रधान मंत्री जी बंकिम दा ऐसे लग रहा था शायद इनके हम उमर है वो इनकी पैदाईश एक साथ हुई थी एक साथ खेलते थे ये लोग तो बंकिम चंद्रचोटपाद्या को ये नहीं कह कि उन्हें कह दि
36:50चंद्रविद्यसागर की स्टैचू तोड़कर चले गया थे और हस रहते हैं कोई नहीं बात नहीं है ये वही लोग है जो करनाटका की बीजेपी लीडर हैं वो कह रहते है कि जब रभिन्दुना टेगोर ने जनगण मन कहा था तो ये अंग्रेजों को वेलकम करने के लिए
37:20रहे चात्रिवेदी साब से मैं बहुत कुछ सीखता हूं आज से डिबेट नहीं कर रहा हूं पाद शे साल हो गया इनके साथ डिबेट करते हुए पर
37:26पर हर्श्वरदन टिपार्टी आपका रियाक्शन इस पर उनकी बात पर जल्दी से
37:32अर्श्वरदन जी अंजना जी मुझे तो बड़ा अश्यर हो रहा है तौसी भई बंगाल के रहने वाले हैं बंगाल में तो बंकिम्दा सम्मान के साथ कहना सबसे सौभग है ये कॉंग्रेस के ट्रैप में कहां से आ गए कॉंग्रेस के आईटी सिल ने कुछ चला दिया और
38:02तुम्मूल मुद्दा ये वरना जिस बंकिम चंदर चटो पाद्धाय को लेकर कह रहे हैं कि क्यों उनका नाम इस तरह से लिया बंकिम्दा कहना तो सम्मान का नाम है जब अधर मातरम वाले मत तुम ही तुम्हारा धर्म खत्म हो जाएगा
38:28अरे जब वहां पर किसी ने इंटवीन किया था तो प्रदानमंसी ने बाबू बोलना शुरू किया क्योंकि जो लोकल कई बार लोगों की दिमाग में रहता है अला कि वो कह रहे हैं कि दातों वहां बहुत सम्मान से कहा जाता है चले पूरा किजा इश्वार्दन जी दो ला
38:58यह भावना है तो शामिल करने में क्या बादा बिल्कुल बादा नहीं है और अभी टीम सी को मैं सुन रहा था ही नहीं कि ने ता मां माटी मानुस का नारा देती थी दो जाजाद शौनो में उस समय इनको माटी से प्रेम था माटी का वन्नन करते थे मां मान रहे थे लेकिन �
39:28वन्नन जब होने की बात हो रही है राज़ी इस तब पर
39:30सुदानश्य जी दो लाइन में वापस शामिल करेंगे
39:34मैं सिर्फ एक लाइन महीं कह देना चाहता हूँ जिस हिस्से पे इनको आपती थी तुम्ही दुर्गा दश्प्रहर धारणी कमला कमल दर विहारणी
39:46अगर हम उस हिस्से के परतियास्था रखते हैं तो पूरे भारत से जुड़ते हैं
39:51जब आप यह कहते हैं थुम्ही दुर्गा दर धारणी तो तिपरा की तिपर सुन्धरी से लेके असाम की कमक्याlair मह से कलकटा तो की काली
40:12के लिए आपश्चकता हुआ दया कंट Allen के चोटा सा सा सवाल मुझाSmlly और पलीजमार जवाब भी
40:162014 से लेके 2015 तक पार्लिमेंट में जब जब बात हुई है
40:20टेक में अजब बात हुई है
40:21मुझे आप ये बताइए रोटी कपड़ा मकान का आप कर बात करिया है
40:24वही पहलगाम
40:26वही नोट बंदी
40:28वही मजज़ित मंदिर वही बाबरी
40:30सिर्फ दो लाइन
40:32दो लाइन
40:36वक्त इतने की इज़ाज़ा देता है
40:47आप सभी का बहुत धन्यवाद देशुनिया की बात की कबरों के लिए देखते रही आज़े
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