Skip to playerSkip to main content

Category

People
Transcript
00:00असल माइने में हमने अब रूस के साथ में यही समझोता कर लिया है
00:03समझोते को अगर तोड मरोड कर कहा जाए तो वो यह है कि रूस की सेनाएं भारत में प्रेजेंट रहेंगी
00:09भारत के साथ में इन्होंने जो RELOS Agreement किया है उस RELOS Agreement के लिए
00:14रूस की संसद जिसे Duma कहते हैं वहाँ पर परमीशन दे दी गए है
00:18इस RELOS Agreement के साथ इसे नाम दिया गया RELOS Defense Pact
00:22और ये प्रेसिडेंट पुतिन की भारत यात्रा से पहना होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धी माना जा रहा है
00:28आपको ग्यात होगा कि पुतिन 4 और 5 दिसंबर को भारत की यात्रा पर है आधिकारिक दौरे पर है
00:332022 के बाद में उनका कोई भी दौरा भारत में नहीं हुआ है
00:36वर्ष 2000 से भारत और रूस के बीच में ये agreement है कि हम दौनों राष्टा ध्यक्ष एक साल भारत में तो एक साल रूस में मिलेंगे
00:43ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री 2024 में रूस में गए थे वहीं अब रूस के राष्टपती भारत आ रहे है
00:49तोनों देशों की सेनाएं, military base, paramilitary facilities, संसाधन सभी एक दूसरे देश में साज़ा किये जा सकेगे
00:55इसके तहट उनके fighter jets में भारत में fuel भरा जा सकेगा, warship भर सकते हैं, military base में वो लोग डेरा डाल सकते हैं, logistic सुविधाओं का वो उपयोग कर सकते हैं
01:04मेरे प्यारे साथियों, इसके लिए लगातार लंबे समय से प्रयास चल रहा था, 2024 में भी ये प्रयास हुआ था, लेकिन ये हो नहीं पाया था, भारत के दवारा फरवरी 2025 में भी प्रयास किया गया था, finally, पुतिन की यात्रा से एक दिन पहले ही, रूस की संसल यानि डूम
01:34निकल करके आई थी, कि ये आयनी एर बेस, जो सेंटरल एशिया में, अफगानिस्तान के जस्ट उत्तर में है, जिस एर बेस को भारत ने, जब अफगानिस्तान के साथ अमेरी की युद्ध चल रहा था, उस समय पर हमने अपने लोगों को निकालने के लिए इसका उपयोग क
02:04अमेरिका असी देशों में 750 मिलिटरी बेस रखता है,
Be the first to comment
Add your comment

Recommended