00:00तूप कपिल तब जाने, सखर बांदी कभी सुपहियाने, ऐ सुद्री पसुदू शबताने, अंग भंग परिपटवाउनी सचर, सुद्री बपचने कपिल आए, बादी कटक चौँ पासु किराए, तहु प्रतार बांदी कपिलागे, दीव पुकार पितद पिलत्यागे, जो
00:30निकट बुलाए, तयारागी अच्चु तूर्त छलाए, नावन करती जोए बाती, दच्मन बजूबाच बुल गाती, मैं मुकादर मूड समें, ममसंदे सुदार, सीता दे उख मिलम नते, आवाकाद तुमार, सियाबर राम चत्र कीजए, पवन सुद्ध घनू मान कीजए,
01:00पर लति पगाता, कहते नाम चत्र सुलह का आए, नावन चल नसी सिखिन आए, पिस तसानत पूछी बाता, कैसे न सुन गया पनिक उसलाका, निकट बाती, दिख सन गेरे, चाय बिख रिख ज़ाए, तक नेरे, करते दास तहं का सथ जाजी, खोई जब भर कीटे अबागी, �
01:30पर दोल चित जिन गिचारा, तब तब जिन पर पात्र महोंगी, जिन के रित रास यति मोदी, की भई भे ठेकिती भी गए, नवन सुन सुन सुन पॉरसिया राम, पैसे निक बुदन के जबले, पौन चकित जित दोलसिया राम, नातिक पात्र पूचाओं ऐसे, पानाउं का
02:00पॉरसिया राम, पैसे निक बुदन के जित दोलसिया राम, पैसे निक बुदन के जित दोलसिया राम, पैसे निक बुदन के जित दोलसिया राम, पैसे निक बुदन के जित दोलसिया राम, पैसे निक बुदन के जित दोलसिया राम, पैसे निक बुदन के जित दोलसिया र
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