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Kashmir के पहले फोटो-जर्नलिस्ट Meraj Ud Din का यह इंटरव्यू आपको 1989 की उस रात में ले जाता है, जब JKLF आतंकियों ने Rubaiya Saeed का अपहरण किया था।

Meraj Ud Din वही पत्रकार हैं, जिन्हें मिलिटेंट ठिकाने तक ले जाया गया और जिन्होंने उस ऐतिहासिक घटना की तस्वीरें खींचीं।


इस इंटरव्यू में देखें—

🔸 रुबिया सईद किडनैपिंग के असली हालात

🔸 Meraj Ud Din कैसे पहुँचे आतंकियों के ठिकाने

🔸 उस समय कश्मीर में डर, तनाव और राजनीति की तस्वीर

🔸 भारत सरकार पर बना दबाव और आतंकियों की मांगें

🔸 कश्मीर की पत्रकारिता और सुरक्षा चुनौतियाँ

🔸 पहली बार सामने आ रहे चश्मदीद अनुभव


यह वीडियो कश्मीर के इतिहास को समझने के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है।


देखें पूरा EXCLUSIVE इंटरव्यू — केवल Oneindia पर।

#MuftiMohammadSaeed #RuibaiyaSaeed #MehboobaMufti #KashmirNews #Kashmir #JKLF #YasinMalik

~HT.178~ED.108~GR.122~

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Transcript
00:00मैं दक्तर में था, जो मेरा कार्स्परन था, जफरा मेरा जो बाहर गया था, तो आपसे बाहर एक फोन आया, कहा कि हमने रोबिया सहीद को किटनेप किया है, किटनेप पहला लफज मेरा था, मेरी दमाग में गुशता था, किटनेप किया है, किटनेप किया है, किटनेप किया ह
00:30किया है जेकलब की तरफ से यह पईगाम है तो अ चाहिए ब little
00:40कि अज़िए को ऊओं गई dirúsica आगए मैं डोस्तों करेंद की विझसमाण
00:51को शौन के ऊवस्तों हो जो शून किया है यो जो ब्विशिक के definitions ईयूसरो जैमा ने
00:58मुक्तिमाम सहीद की बेटी उसको किनेप किया कहां वो बापसा गया उसे शोरी कर दी है तो एक खबर प्याल गी हर जगा तो शोर उड़ गया हर जगा है होम निश्की बेटी मैं रोटर के विकाउम करता उसने कहा या कि शिर चाहिए अरोबिया सहीद की अगरग है नहीं मिला
01:28चेली किया मैं गया उस उस तावगाम उनका घर था तो मैंने वहां फोटो इस मिल्टेदर की किया तो फिर आएस्था आएस्था ये बढ़ने लगए है तो फिर उसके बाद दिमार्ड हो गई है उसके बाद वो उसको छोड़ दिया है पांच रुब्या से इसके आदले ब�
01:58इंट्रिवीद होया, इसके पिक्चर दिया करो, कोई मिलिटेंट जो आपका सब अच्छा दोस्त बन गया हो, अच्छे दो, यहसीन मेरा दोस्त था, किनके वो पास नहीं रहता था, यहसीन मुलिक हमारे आपस के बाहर ही उसका गर था, वो जानता था, जुसका दूसरा साथी
02:28बराबर आपने शना हाके हूं, इंसल जर से, जब रहने के लिए ग्रुप बंगे, पापा किस तवरी एक था, वो बड़ा मशूर था मारने में, पापा किस तवरी बड़ा मशूर था, विटाई में भी, वो मारने में भी, उसे बहुत लोग को मारा है, यह बात सही है कि वो
02:58विंटन के इखलाब था वो, जो भी आजादी का नाम या कोई ऐसा काम बोलता था, उसको उठा के मार देते हैं, पिटेते थे, बहुत आपा किस तवरी था, तो यह आजादी का जो नारा है, वो तो चलिए 2016 में, जो जेन्यू में हो, उसके बाद एक अलग इसको रूप दि
03:28बन गया एक symbol of protest in Kashmir, हम क्या चाहते हैं, आजादी, यह कैसे बन गया, एक symbol of protest, जो आज भी, मतलब, अगर हम बोलते हैं, हम क्या चाहते हैं, तो आजादी का नाम मुमय आ जाएगा, तो यह कैसे है, यह वही जब लोग सडकों पे आ गए, जलूस लेके आ गए, सब कफन पहन
03:58बड़ा मशूर हुआ था, यह नारा बड़ा मशूर हुआ, पहले तो वहाँ एक ही पार्टी थी जे किलफ, उसके अबाद वहाँ आइसा है, तो यह आजादी का नारा जे किलफ के तरफ से था, उसके अबाद वागे जो प्रो पाकिस्तानी मिल्टनाजिशन थे, हम क्या चा
04:28लेकिन जैसे पत्थरवाजी एक चीज होगे, जो बहुत ज़्यादा कॉंट्रवर्शल थी, और उसमें 50 तरगे कॉंसेट्स लोगों ने बताए, अच्छा जी, इनको 500 रुपे दिये जाते हैं, तब यह पत्थर फेकते हैं, और आज गवर्मेंट क्लेम करती है, of course, we never see these sort of
04:58जब उंदूप नहीं था तब भी पत्रवाजी थी, तो शुरुवाद का वोई इस पहले से थी कश्मीर में, जो इसे पहले भी पत्रवाजी उटी थी, एक बार पावर इस्टेशन में दस लुप आजमी मारे गए, उस वक्त भी पत्रवाजी उटी, उसी पत्रवाजी में �
05:28मुझे याद है जब पहले पहले वहां गोली चलती थी, या कुछ ऐसा है मर गया, तो लोग निकलते थी, आस्मान रेड हो गया, लाल हो गया, हैरान होते थे यार गोली चल गई, फिर टेयर गेसिंग शुरू होते थे, फिर लोग महले बाल्टी लेके जाते थे, उसमें नम
05:58कि गयास नहीं एसर करेगा, लेकिन सब बताईए थोड़ा पत्थरवाजी और बच्चों से जरूर आप मिले होंगे, फोटो भी लिये होंगे, तो उनसे क्या बाथचीत होती है, डाउनटाउन में जाके क्या बाथचीत होती है, हमारे बाथ बंदू ने हम पत्थर से इनको
06:28वो भी है वो है। जो भी सिखा तो तुट्टेलिवीज़न से इसिखा ना।
06:35जी जो भी जाव उन दिनों गाजा में वहां एराक में भी बो चल रहा था
06:40पतरबाज मास्क लगा के थे, तो उसका भी असर है.
06:48बच्चों से बात करते थे तो उनको सच में समझ में आता था कि क्या है प्रॉब्लम कश्मीर की?
06:54वो कहते हैं कि हम अलग जाएना चाहते हैं, नो एंडिया, नो पाकिस्तान आजादी जाएते हैं, हम अपना बना जाएंगे, हमें क्या है पाकिस्तान के साथ करना है, क्या करना है, वहां क्या है?
07:0567-68 आपकी हुमर शायद है भी, तो as a kid जो एक बच्चा जो कश्मीर देखता था, और अब जो आप कश्मीर देखते हो, उसमें सैटिस्फाइड हो आप उससे या?
07:23वह कुछ और दोर सा, और एक और दोर है, बहुत दिफ्रेंस है, आस्मा जमीन की फुरक है, आस्मा जमीन की फुरक है, आज़े कश्मीर जैसे ही आदमी घुसता है, यशीन अगर पहुंचा, लैंड किया, गाडी में बैठा,
07:43मतलब वह आपको बले आपको कुछ ना दिख रहा हो, बिल्कुल शान्ती दिख रही हो, वह मुस्तात नहीं है, भी वह मुस्तात नहीं है, यहरों पर.
08:13झाल
08:14झाल
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