00:00अब आपको चीन के बारे में बताते हैं जो एक रोबोट आर्मी बना रहा है
00:03चीन ने कहा है कि वो वियतनाम की सीमा पर ऐसे रोबोट्स को तैनात करेगा जो असली जवानों की जगह लेंगे
00:10चीन के इस फैसले से दुनिया में एक नई बहस छिड़ गई है
00:13सवाल ये है कि क्या भविश्य की सेनाओं में रोबोट्स के बीच संघर्ष होगा
00:19और रोबोट आर्मी अब आने वाले वक्त का सच बन गई है
00:22क्या भविश्य के युद्ध अब हमेशा हमेशा के लिए बदलने वाले है
00:27ये सवाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि चीन अपनी सेना का स्वरूप तेजी से बदल रहा है
00:32चीन दुनिया का एक लौता ऐसा देश बन गया है जो अपनी सेना में रोबोट्स की एक अलग आर्मी बना रहा है
00:39और अनुमान है कि अगले 10 से 15 सालों में चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी रोबोट्स आर्मी हो सकती है
00:46चीन ने अपने वियतनाम बॉर्डर पर ऐसे रोबोट्स को तैनाद करने का फैसला किया है जो सेना के जवानों की तरह सारे काम कर सकते हैं
01:01इन इनसानों जैसे दिखने वाले रोबोट्स को चीन की एक कमपनी बना रही है जिसके साथ 1390 करोड रुपए का करार हुआ है
01:08इस करार के तहट उन रोबोट्स को वियतनाम बॉर्डर पर ड्यूटी करने के लिए भेजा जाएगा जो खुद अपनी बैटरी बदलने में सक्षम होंगे
01:14वियतनाम बॉर्डर के बाद चीन दूसरे देशों की सीमाओं पर भी ऐसे रोबोट्स को तैनाद कर सकता है
01:22और भविश्य में चीन की सेना की रूपरेखा पूरी करह से बदल सकती है
01:26सबसे बड़ी बात यह है कि जब चीन में युवाओं की आबादी घट रही है और चीन तेजी से बूढ़ा हो रहा है
01:33तब उसके लिए इंसानों जैसे दिखने वाले ये रोबोट्स एक बड़ा विकल्प बन सकते हैं
01:38चीन एक ऐसा देश है जिसका अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ सीमा को लेकर विवाद है चीन की कोशिश यह है कि वह अपनी सिक्यूरिटी लेयर को दो भागों में बांटना चाहता है
01:49पहली लेयर में वो अपने इन रोबोट्स को खड़ा रखना चाहता है और दूसरी लेयर में वो अपने जवानों को रखना चाहता है और इससे होगा ये कि चीन अपने पडोसी देशों पर मानसिक दवाव बनाने की कोशिश करेगा
02:02आप खुद सोचिए इन जवानों को लड़ने के लिए राष्ट्रवाद की कोई जरूरत नहीं होगी ये खुद अपनी बैटरी बदल कर 24 घंटे और 7 दिनों ड्यूटी कर पाएंगे और इन रोबोट्स को युद्ध में मारे जाने का भी कोई डर नहीं होगा
02:16चीन इन्हें इस तरह से डिजाइन कर रहा है ताकि इनसे हथियारों को ओपरेट किया जा सके
02:22उदाहरण के लिए अगर कोई मिसाइल लॉंच करनी हो या किसी दूसरे हथियार को ओपरेट करना हो तो इसमें इन रोबोट्स की मदद ली जा सकती है
02:31इसी साल सितंबर दो हजार पचीस में एक रिपोर्ट आई थी जिसमें ये बताया गया था कि पूरी दुनिया में जितने रोबोट्स काम नहीं कर रहे उससे ज्यादा रोबोट्स चीन में सक्रिये है
02:47साल दो हजार चौबीस में पूरी दुनिया में दो लाख सैंतालीस हजार नए इंडस्ट्रियल रोबोट्स का इस्तमाल हुआ
02:54लेकिन चीन में इसी दौरान ये आंकड़ा लगभग तीन लाख इंडस्ट्रियल रोबोट्स का था
03:00इससे ये पता चलता है कि चीन अपनी फैक्टरियों, अस्पतालों और स्कूलों से लेकर सेना में भी रोबोट्स के इस्तमाल को बढ़ा रहा है
03:08चीन का ये भी दावा है कि उसने दुनिया का सबसे आधुनिक रोबोटिक डॉग बनाया है
03:16जो पहाड चड़ने में या युद्ध के मैदान में दुश्मन पर गोलियां बरसाने में बहुत आगे है और काफी एडवांस्ड है
03:23मौजूदा वक्त में किसी भी देश की सेना उसकी तरफ से युद्ध लड़ती है
03:27लेकिन भविश्य में हो सकता है कि यही युद्ध रोबोट्स के बीच लड़े जाएं जिनका रिमोट कंट्रोल इंसानों के हाथों में हो
03:34हालांकि दुनिया में इन किलर रोबोट्स को लेकर तीन सवाल अब भी ऐसे हैं जिनके जवाब किसी के पास नहीं है
03:40पहला अगर युद्ध में दुश्मन देश ने इन रोबोट्स को हैक कर लिया तो क्या होगा
03:47दूसरा क्या आर्टिफिशल इंटेलिजन्स से इन रोबोट्स में सही और गलत की समझ विकसित की जा सकती है
03:54जैसे एक सैनिक संघर्ष के दौरान आम नागरिकों को बचाते हुए कारवाई करता है
03:59क्या ये रोबोट्स भी ऐसा करने में सक्षम होंगे
04:01और तीसरा इन रोबोटिक डॉग्स में देश भक्ती और राष्ट्रवाद का भाव कैसे आएगा
04:07खैर चीन जिस तरह से अपनी सेना में रोबोट्स के इस्तिमाल को बढ़ा रहा है
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