00:00आप सब जानते हैं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां समविधान को सबसे उपर माना गया है
00:06इस समविधान के तहट सभी धर्मों को बराबर माना जाता है और सबको इस देश में समान अधिकार भी मिलते हैं
00:13लेकिन आज जमियत उलेमा एहिंद के राष्ट्रिय अध्यक्ष महमूद मदनी के एक बयान को लेकर काफी विवाद हो रहा है
00:19इस बयान में उन्होंने कहा है कि जब जब जुल्म होगा तब तब जिहाद होगा और इस बयान को लेकर काफी विवाद हो रहा है
00:26ये आरोप लग रहे हैं कि महमूद मदनी भारत के आम मुसल्मानों को जिहाद करने के लिए भड़का रहे हैं
00:32महमूद मदनी ने ये बयान भोपाल के एक कारिकरम में दिया
00:37उन्होंने कहा कि इसलाम धर्म में जिहाद का मतलब अन्याए और जल्म के खिलाफ संगर्श करना है
00:43और जब जब जल्म होगा तब तब जिहाद होगा
00:46जिहाद इसलाम और मुसल्मानों के दुश्मनों ने इसलाम की मुकद्दस इस्तलाहाद
00:52مثلاً जिहाद के लफ़ को एक गाली, फसाद और वाइलेंस का हमनाम बना दिया है
00:58लव जिहाद, लेंड जिहाद, तालीम जिहाद, थूक जिहाद
01:02वगेरा जैसे जमले इस्तेमाल करके
01:05मुसल्मानों की सखत दिल आजारी और उनके मजभ की तोहीन की जा रही है
01:10ये तो पुराने दोर से चला आ रहा है
01:12कि कहीं भी देशत गरदाना अमल पेश आ जाए
01:15तो उसको जिहाद का नाम देकर
01:17इसलाम और मुसल्मानों पे ताने, तोहमतें और नहाप इल्जाम आयत किये जाते हैं
01:24जब जब जल्म होगा, तब तब जिहाद होगा
01:27मेहमूद मदनी के इस बयान के बाद बड़ा सवाल ये है कि क्या वो भारत के मुसल्मानों को जिहाद करने के लिए भड़काना चाहते हैं
01:39वो पहले ये कहते हैं कि भारत के मुसल्मान देश में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं
01:45फिर ये कहते हैं कि बुल्डोजर की कारवाई, मॉब लिंचिंग, आर्थिक बहिशकार और नफरती अभियानों से मुसल्मानों को दबाया जा रहा है
01:53और आखिर में ये कहते हैं कि इसलाम धर्म में अन्याय के खिलाफ संगर्श को जिहाद माना गया है
01:59और जब जब जब जुल्म होगा तब तब जिहाद होगा
02:03हालांकि बिहार के राज़िपाल आरिफ मुहम्मद खान इस पर आपत्ती जता रहे है
02:08और उनका कहना है कि जब इसी देश में हिंदूों के साथ जुल्म हुआ
02:12तब महमूद मदनी को जिहाद की याद क्यों नहीं आई
02:15हमारे देश में कई मुसलिम धर्म गुरू और नेता ऐसे हैं
02:36जो बात बात पर देश के आम मुसल्मानों को खतरे में बताते हैं
02:40और कुछ घटनाओं के आधार पर ये साबित करने की कोशिश होती है
02:44कि भारत के मुसल्मान सुरक्षित नहीं है
02:46लेकिन आज हम आपको कुछ आंकडे दिखाना चाहते हैं
02:49भारत में मुसल्मानों की आबादी तेजी से बड़ी है
02:52जो इस बात का सबूत है कि उन्हें भारत में एक सुरक्षित माहौल मिला है
02:56साल 1951 में भारत में 9.9% मुसल्मान थे
03:01जो 2011 में 14.2% हो गए
03:05अगर भारत में मुसल्मानों का इतना ही दमन होता तो ये आबादी कभी नहीं बढ़ती
03:10भारत में सबसे ज्यादा प्रजनन दर भी मुसलिम महिलाओं में है
03:14भारत में ओसतन एक मुसलिम महिला पर 2.3 बच्चों का जन्म होता है
03:19जबकि हिन्दूओं में यही प्रजनन दर 1.9% है
03:23भारत के अब तक के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है
03:27जब केंदर की सिविल सेवाओं में मुसलिम समुदाय की हिस्सेदारी 5% हुई है और 2023 की सिविल सेवाओं की परीक्षा में 50 से ज्यादा उम्मीदवार मुसलिम समुदाय से चुने गए है
03:40इसी तरह प्राइमरी शिक्षा से लेकर उच्छ शिक्षा में भी मुस्लिम समुदाय की हिस्सेदारी बढ़ी है
03:45आज प्राइमरी शिक्षा में 17.7 प्रतिशत बच्चे मुस्लिम समुदाय के हैं
03:52जबकि उच्च शिक्षा में भी मुस्लिम युवाओं की हिस्सेदारी 15.9 प्रतिशत है जो पहले से कहीं ज्यादा है
03:58भारत में अल्प संख्यक वर्ग के लिए एक अलग से मंत्रालय भी है
04:03जिसे केंद्री अल्प संख्यक मंत्रालय कहते हैं और इसका सालाना बजट 3,350 करोड रुपए है
04:10इंडोनेशिया के बाद पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा मस्जिदें भी भारत में ही है
04:17और भारत में ही मदर्सों की संख्या शीर्ष पांच देशों में मानी जाती है
04:33तेजी से बढ़ रही है साल 2001 में ये साक्षर्टादर 69.1 प्रतिशत थी जो अब 79.5 प्रतिशत हो गई है
04:42देश के कामगारों में भी पहले मुस्लिम समुदायक की हिस्सेदारी 14 प्रतिशत थी लेकिन अब ये 21 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है
04:50और हिंदूों के मुकाबले देश में मुस्लिम परिवारों की आयत तेजी से बड़ी है
04:54हिंदू परिवारों की ओसत आय में 19 प्रतिशत की व्रिद्ध हुई है जबकि मुस्लिम परिवारों की ओसत आय में 28 प्रतिशत की व्रिद्ध हुई है
05:03और इन आंकड़ों से आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि हमारे देश में मुसल्मान तरक्की कर रहे हैं या वो खत्रे में हैं
05:10सचा ये है कि ऐसे दावे करके देश के मुसल्मानों को भ्रमित किया जाता है और उन्हें जिहाद के नाम पर गुमराह करने की कोशिश भी होती है
05:20क्या आपको पता है इसलाम धर्म में कट्टर पंथियों ने जिहाद शब्द का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया है
05:26जिहाद अर्भी भाषा का एक शब्द है जिसका मतलब होता है संघर्ष करना या प्रयास करना
05:32साल 2014 में एक शोदकरता थोमस हेगहमर ने बताया था कि जिहाद शब्द को इसलामिक कट्टर पंथि संघठनों ने अलग-अलग तरह से परिभाशित किया
05:42और इसके लिए मुस्लिम समुदाय के कई लोगों ने उनकी आलूचना भी की है
05:46असल में इसलाम धर्म में जिहाद या संघर्ष के लिए नियत यानी इंटेंशन को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है
05:54अगर ये जिहाद न्याय, सच्चाई, आत्म सुधार और मानवता की रक्षा के लिए हो तो ये जिहाद अल्ला की राह में संघर्ष कहलाता है
06:02लेकिन अगर ये ही जिहाद सत्ता, हिंसा, प्रतिशोद या आतंकवाद के लिए हो तो इसे बहुत सारे मुसल्मान असली जिहाद नहीं मानते
06:09BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिहाद को उग्र संघर्ष से जोडने की शुरुआत साल 1990 के बाद हुई
06:16और उसामा बिन लादेन पहला ऐसा आतंकवादी था जिसने जिहाद के असली मतलब को हमेशा के लिए बदल दिया
06:22लादेन और उसके जैसे कटर पंथी इसलामिक आतंकवादियों ने ये कहा
06:26कि अल्लाह के शासन में आने वाली बाधाओं को खत्म करने के लिए जिहाद जरूरी है
06:31और जिहाद से ही मुस्लिम उम्मा यानी मुसल्मानों की रक्षा की जा सकती है
06:35सबसे बड़ी बात ये है कि अलकाइदा ने जिहाद को फर्ज A.N. से जोड़ा था
06:40जिसका मतलब ये होता है कि जिहाद हर मुसल्मान का व्यफ्तिगत करतव्य है
06:45और आज भी ये आतंकवादी और इस्लामिक कटरपंथी जिहाद को अपने तरीके से परिभाशित करते हैं
06:52और इसके नाम पर भारत के खिलाफ नफरत की आग को भढ़काने का काम करते हैं
06:57आज महमूद मदनी ये कह रहे हैं कि भारत में मुसल्मानों को दबाया जा रहा है
07:01जबकि हकीकत ये है कि इसी देश ने उन्हें इतने अधिकार दिये हैं
07:05कि वो संदिग्ध आतंकवादियों को भी कानूनी मदद पहुचाते हैं
07:09आज महमूद मदनी भारत की सबसे बड़ी इसलामिक संस्थाओं में से एक
07:14जमियत उलेमाय हिंद के राष्ट्रिय अध्यक्ष है
07:17ये वही संस्था है जो अलग-अलग अदालतों में संदिग्ध आतंकवादियों का मुकदमा लड़ती है
07:23और उन्हें कानूनी मदद पहुचाती है
07:25इसी संस्था की एक इकाई देश में अलग-अलग उत्पादों के लिए हलाल सर्टिफिकेट जारी करती है
07:31और इसे सालाना करोड रुपए की आमदनी होती है
07:34इस सब के बाद भी महमूद मदनी एक सारवजनिक मंच से देश के मुसलमानों को असुरक्षित बताते है
07:40और उन्हें खत्रे में बताने की राजनीती करते हैं जबकि ये दावे पूरी तरह गलत है
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