Mufti Sohrab Kolkata ka ek mazahiya aur motivational paighaam jismein woh 'بخیل کی شادی' ke fun aur life lesson ko explain karte hain. Yeh video aapko hansayega aur sochne par majboor karega. Ideal for those who love light-hearted, funny, and inspiring messages!
00:14तो भी बोली कि आप जो खाईए को हम 누� soi हम खाएगे क्या सिसका शोहर
00:34खाएगे ताल आप खायेगा हम मुझ करनेगे उसका शोहर благодар में भी बने है जो हम चाहे हैं सिर्फ दाल खाना पड़ेगा दूइगो
00:43कीस तो
00:59तो पूछा कि तैया दे खाना नहीं खाते थे सुक्राइटब के
01:05तो पहन रोने लगी आंसू बन नहीं हुआ बोला बहान आंसू पोछो उसकी डाल हम लोग निकाल दें तुम खाना खौ ओ ये टेबलेट लो नीन की टेबलेट है ससराल पहुंचो रात में खाना बनाना डाल में टेबलेट मिला के उसको खीला के बिहोस करो हम लोग आए उसका
01:35विलादी ये नौजवान खाया बेहुस हो गया चार भाई उसका आया कफन पहनाया पूरे कफन पहनाया बखील को कफन पहनाया पूरे बदन में कफन पहना कि इसका चार पाई उठाए दूसरा रूम में ले गिया चारो भाई चार काला लेबास पहना चार निकाब बहंदा च
02:05जल्दी तैयार हो जाओ सवाल का जवाब देगे लिए बोला कौन सवाल कल जवाब बोला यह बताओ दुनिया मा की नेमतों में से तुम क्या-क्या खाए हो
02:15अब पचास कोड़ा जब खता हुआ भी दुसरा सवाल किया कि गोश्च खाये थे गोश्ट नेंग रहें पिर प्यास कोड़ा माना, पजाना है
02:33सुबह दस बजिया नीन नहीं खुले दिया, नीन खुले, सौ कोड़ा यहां है, बड़ी मुश्किल से आंक खोला, उसकी बीवी आई उटाया, अगरे वो उटा ना, दस बजी के लिए, नास्ताने को, बीवी बोली जल्दी उठीये, मुँहाथ होई, हम दाल लोटी बना के ल
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