76वें संविधान दिवस के उपलक्ष्य में बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की अध्यक्षता में संसद के सेंट्रल हॉल में समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत केन्द्रीय मंत्रियों और दोनों सदनों के सांसदों ने शिरकत की।
00:23इस दोरान राश्यपदी द्रौपदी मुर्मु ने अपने संबोधन में
00:27संबिधान दिवस की बधाई देते हुए कहा
00:29कि 21 सदी में हमारा संबिधान लोगों की उम्मीदों को जाहिर करने के लिए
00:33एक बहुत असरदार framework देता है
01:03हम भारत के लोगों ने अपने संबिधान को अपनाया था
01:07स्वाधिनाता के बाद संबिधान सभा ने भारत की अंतिरीम संशत के रूप में भी कतव्य निर्वहन किया
01:17।
01:47इस दोरान उन्होंने कहा कि ये सम्विधान की ही विशेष्टा है कि अंतिम छोर का व्यक्ति भी उचिस्तर तक पहुँच सकता है
02:02प्रदान मंत्री जी ने सही बोला है ये सम्विधान की विशेष्टा है बाबा साहिब का ही सपना है कि अंतिम छोर का व्यक्ति भी उचिस्तर तक पहुँच सके लेकिन प्रदान मंत्री जी से मिरा अन्होंधन है
02:14कि ये जो सम्विधान है इस सम्विधान के अंदर अगली पीडियों के लिए भी वो रास्तेर बेहने रहने दें
02:19कि आपके बाद भी कोई दूसरा ऐसा आदमी जो जमीन से उठकर के उपर तक पहुँच सके जो आपने का है वो जा सके इस सम्विधान को तहस नहस मत करें
02:44है और आज भारत का जो सम्विधान है ये मूल सरूप कॉंग्रेस के ततकालीन प्रधानमंती पणिजवालाल नहरू ने दिया था
02:54मैं सम्विधान के सामने नतमस्तक होते हुए प्रणाम करते हुए उसे बिश्यो का सर्वाधिक पवित्र ग्रंथ मानता हूँ
03:04आज हम सब के लिए एक औरव का दिन है कि आज भारत का डॉपल प्रणाम में आज देश दुनिया ने इस परकात से आगे बढ़ रहा है गती से बढ़ रहा है
03:28यह हमारे प्रवित्र प्रविधान का ही समार करते है कि भारत दिकास की इस प्रवित्र समिधान से हर विधान आपको सुरक्षित में चूश करता है
03:49और हर विक्ति की रच्ट प्रवित्र समार यह समिधान आज 26 नवंबर समिधान दिवस के उपलच में आयजित सफल कारकम की मैं बधाई देता हूं और सभी प्रदेश वादिशियों को भी सुबकामना देता हूं
04:12अगर यह भारत का समिधान भारत रतन बाबा साहब डाक्टर भीमराव अमेटकर जी के नेत्यत में नहीं दिया गया होता
04:19तो साइद भारत में एक बहुत बड़ा हिस्सा तमाम प्रकार के अधिकारों से बंचीत होता
04:26और इस प्रकार का अधिकार पाने के बाद आज सब पीबर गती से देश की मुकधारा का हिस्सा बन रहे हैं
04:33आगे बढ़ रहे हैं सिच्छीत हो रहे हैं रोजगार के अवसर पा रहे हैं तो मैं इसके लिए सब को बढ़ाई देता है
04:39बता दें कि 26 नमबर 1949 को सम्विधान को अंगी कार किया गया था
04:44देश का सम्विधान 26 जनवरे 1950 को लागू हुआ था और हर साल भारत इस दिन को गंटंत्र दिवस के रूप में मनाता है
04:51इतने वर्षों की यात्रा में भारतिय सम्विधान ने न्याय, स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व, नागरिकों के अधिकारों की रक्षाओ और भारत की लोकतांत्री क्यात्रा का मार्ग दर्शन करने के सिध्धानतों को कायम रखा है
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