समुद्र में एक बार फिर भारत की ताकत में इजाफा हुआ है. भारतीय नौसेना के बेड़े में स्वदेश निर्मित एंटी-सबमरीन जहाज आईएनएस 'माहे' को शामिल कर लिया गया. नौसेना के मुंबई डॉकयार्ड में इसे कमीशन किया गया. माहे उथले पानी में चलने में सक्षम है.ये पश्चिमी समुद्र तट पर साइलेंट हंटर के तौर पर काम करेगा. पनडुब्बियों का पता लगाने, तटीय गश्त में इसका इस्तेमाल होगा. इसे देश के महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को सुरक्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है.इस मौके पर आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि सेना की ताकत तालमेल से होती है, ऑपरेशन सिंदूर इसका एक सही उदाहरण है. समुद्र की गहराई से लेकर सबसे ऊँची सीमा तक एक साथ मिलकर काम करने की देश की क्षमता ही सुरक्षा प्रभाव को तय करेगीINS माहे का निर्माण कोचीन शिपयार्ड में हुआ है. इसका डिजाइन और कंस्ट्रक्शन आत्मनिर्भर भारत का सबसे ताजा उदाहरण है.
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